Saturday, 30 November 2024

Mutual Funds: म्युचुअल फंड अल्पावधि में इक्विटी बाजार को दे सकते हैं सहारा

Mutual Funds: म्युचुअल फंड अब निवेशकों के लिया बड़ा सहारा बन सकते हैं। शेयर बाजार में अब एक नई बात…

Mutual Funds: म्युचुअल फंड अल्पावधि में इक्विटी बाजार को दे सकते हैं सहारा

Mutual Funds: म्युचुअल फंड अब निवेशकों के लिया बड़ा सहारा बन सकते हैं। शेयर बाजार में अब एक नई बात सामने आई है एक रिपोर्ट के मुताबिक कहा गया है। की देसी इक्विटी बाजार को म्युचुअल फंड सहारा दे सकता है क्योंकि म्युचुअल फंड के पास अच्छी खासी नगद है। वही गोल्डमैन सैक्स के अनुसार म्युचुअल फंड ने उस दौर में बाजारों को सहारा दिया है जब विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बिकवाली की थी। वही एक बार फिर से म्युचुअल फंड बाजार का सहारा हो सकता है।

Goldman sachs ने एक रिपोर्ट में कहा है कि Mutual Funds अल्पावधि में इक्विटी बाजार को सहारा दे सकते हैं क्योंकि उनके पास अच्छी खासी नकदी है। गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि 200 अग्रणी सक्रिय इक्विटी स्कीम में नकदी 4.2 फीसदी है, जो लंबी अवधि के औसत 4.1 फीसदी से थोड़ा ज्यादा है।

रिपोर्ट के मुताबिक, ये योजनाएं कुल मिलाकर 6.7 अरब डॉलर की परिसंपत्तियों का प्रबंधन करती हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, कि स्मॉलकैप व मिडकैप योजनाओं को एयूएम का 5 से 7 फीसदी नकदी रखना होता है, वहीं लार्जकैप के लिए यह 3 से 4 फीसदी है। हमें लगता है कि देसी इक्विटी फंड अच्छी खासी नकदी पर बैठा है और यह अल्पावधि में बाजारों को सहारा देना जारी रख सकता है।

हाल के वर्षों में Mutual Funds ने उस दौर में बाजारों को सहारा दिया है जब विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बिकवाली की है। कैलेंडर वर्ष 2022 में म्युचुअल फंडों ने इक्विटी में शुद्ध रूप से 1.8 लाख करोड़ रुपये झोंके, वहीं विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय बाजार से 1.2 लाख करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की।

इक्विटी बाजार में Mutual Funds का निवेश वित्त वर्ष 23 के पहले चार महीनों में सुस्त रहा था, लेकिन निवेशकों की तरफ से शुद्ध निवेश में तीव्र बढ़ोतरी के बीच अगस्त से उनका निवेश जोर पकड़ा।

रिपोर्ट में कहा गया है, देसी इक्विटी एमएफ योजनाओं में मासिक निवेश अगस्त में पांच महीने के उच्चस्तर 20,245 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। स्मॉलकैप व मिडकैप योजनाओं में ज्यादा निवेश आना जारी है और उसने कुल शुद्ध निवेशका एक तिहाई हासिल किया।

रिपोर्ट के मुताबिक, स्मॉल व मिडकैप फंडों का एयूएम में हिस्सेदारी लार्जकैप फंडों की कीमत पर बढ़ रही है और पिछले चार वर्षों में स्मॉल व मिडकैप फंडों की हिस्सेदारी कुल इक्विटी Mutual Funds एयूएम में 16 फीसदी से बढ़कर 23 फीसदी हो गई, वहीं लार्जकैप फंडों की हिस्सेदारी 19 फीसदी से घटकर 14 फीसदी रह गई।

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