Stock Market Chandrayaan Effect: भारत ने जैसे ही अपने चंद्रयान-3 का सफल परीक्षण किया पूरे विश्व में इसे देखा। वही शेयर बाजार में भी चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग का बड़ा असर दिखा जैसे ही सॉफ्ट लैंडिंग चंद्रयान ने की शेयर बाजार में भी कुछ शेयर रॉकेट की तरह उड़ गए। इन शहरों पर पैसा लगाने वाले निवेशकों को भारी मुनाफा हुआ है और आगे भी इन शहरों में इजाफा देखा जा सकता है।
भारत ने बुधवार को इतिहास रच दिया है। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के बाद इसरो के मून मिशन चंद्रयान 3 कैलेंडर ने चांद की तस्वीरें भेजनी शुरू कर दी है। बुधवार शाम को चांद की सतह पर धीरे-धीरे उतर रहे लैंडर विक्रम ने उतरते वक्त ही यह फोटो खींची है। भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। चांद पर लैंडिंग करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश है। इससे पहले अमेरिका, चीन और सोवियत रूस को यह उपलब्धि हासिल है।
इसरो के chandrayaan-3 के लैंडर विक्रम ने बुधवार शाम 6:04 बजे चांद की सतह पर सफल लैंडिंग की। chandrayaan-3 की सफलता के बाद भारत की उन कंपनियों के शेयरों को पंख लग गए हैं जो एयरोस्पेस एवं डिफेंस कारोबार में काम करती हैं।
Stock Market Chandrayaan Effect:
गुरुवार को शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में उन सभी कंपनियों के शेयरों में काफी तेजी दर्ज की गई है जो डिफेंस और एयरोस्पेस सेगमेंट में काम करती हैं। निवेशकों की पूंजी 1 दिन में 2.5 अरब डॉलर बढ़ गई है। गोदरेज इंडस्ट्रीज, एल एंड टी, टाटा स्टील जैसी कंपनियों के शेयर पर भी चंद्रयान की सफल लैंडिंग का असर देखा जा रहा है।
भारत के एयरोस्पेस प्रोग्राम में भाग लेने वाली इन कंपनियों पर दुनिया की नजरें टिकी हुई है और ऐसा लगता है कि आने वाले दिनों में इन कंपनियों के शेयरों में और तेजी दर्ज की जा सकती है। Stock Market के शुरुआती कारोबार में गुरुवार को पारस डिफेंस के शेयरों में 12 फ़ीसदी की तेजी दर्ज की गई।
अगर चंद्रयान मिशन में कंपोनेंट की सप्लाई करने वाली कंपनियों की बात करें तो लिंडे इंडिया के शेयरों में इस हफ्ते 23 फ़ीसदी की तेजी आई है। chandrayaan-3 मिशन में क्रिटिकल मॉड्यूल और सिस्टम सप्लाई करने वाली सेंटम इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों में भी इस हफ्ते 11 फ़ीसदी की तेजी आई है।
Stock Market Chandrayaan Effect:
सेटेलाइट कम्युनिकेशन प्रोवाइड करने वाली कंपनी एवेंटल लिमिटेड के शेयरों में 12 फीसदी तेजी आई है। एवेंटल लिमिटेड हाई पावर ब्रॉडबैंड वायरलेस, सेटेलाइट कम्युनिकेशन और ब्रॉडबैंड एक्सेस टेक्नोलॉजीज के डिजाइन और डेवलपमेंट में शामिल है। कंपनी के पास 40 मेंबर की एक इंजीनियरिंग टीम है जिससे भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च से मान्यता मिली हुई है।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने लेंडर मॉड्यूल विक्रम बनाया था, इसके शेयरों में काफी तेजी दर्ज की जा रही है। भारत के स्पेस मिशन में काम काज करने वाली लार्सन एंड टूब्रो टेक्नोलॉजी सर्विसेज के शेयरों में भी बुधवार और गुरुवार को तेजी दर्ज की गई है।
chandrayaan-3 स्पेसक्राफ्ट के कामकाज से जुड़ी नेल्को के शेयरों में 8 फीसदी की तेजी आई है। इसके साथ ही l&t, वालचंदनगर इंडस्ट्रीज, भारत फोर्ज, एस्ट्रा माइक्रोवेव प्रोडक्ट्स और एम टार टेक्नोलॉजी भी भारत के एयरोस्पेस एवं डिफेंस सेक्टर में कामकाज करती है। चंद्रमा की छत पर chandrayaan-3 की सफल लैंडिंग का असर भारत की सभी ऐरोस्पेस कंपनियों के शेयर पर देखा जा रहा है।
भारत के चंद्रयान मिशन की सफलता के बाद दुनिया के कई दिग्गज ब्रोकरेज हाउस ने भारत के सैटेलाइट लॉन्च मार्केट की सूची में भारत की रैंकिंग सुधार दी है। इससे मेक इन इंडिया इनीशिएटिव को बल मिलने की उम्मीद है और दुनिया के एयरोस्पेस बाजार में भारत की दावेदारी मजबूत हुई है।चंद्रयान की सफल लैंडिंग के बाद शेयर बाजार मे भी कुछ शेयर रॉकेट की तरह उड़ते दिखे निवेशकों को हुआ मुनाफा
भारत ने जैसे ही अपने चंद्रयान-3 का सफल परीक्षण किया पूरे विश्व में इसे देखा। वही शेयर बाजार में भी चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग का बड़ा असर दिखा जैसे ही सॉफ्ट लैंडिंग चंद्रयान ने की शेयर बाजार में भी कुछ शेयर रॉकेट की तरह उड़ गए। इन शहरों पर पैसा लगाने वाले निवेशकों को भारी मुनाफा हुआ है और आगे भी इन शहरों में इजाफा देखा जा सकता है।
भारत ने बुधवार को इतिहास रच दिया है। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के बाद इसरो के मून मिशन चंद्रयान 3 कैलेंडर ने चांद की तस्वीरें भेजनी शुरू कर दी है। बुधवार शाम को चांद की सतह पर धीरे-धीरे उतर रहे लैंडर विक्रम ने उतरते वक्त ही यह फोटो खींची है। भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। चांद पर लैंडिंग करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश है। इससे पहले अमेरिका, चीन और सोवियत रूस को यह उपलब्धि हासिल है।
Stock Market Chandrayaan Effect:
इसरो के chandrayaan-3 के लैंडर विक्रम ने बुधवार शाम 6:04 बजे चांद की सतह पर सफल लैंडिंग की। chandrayaan-3 की सफलता के बाद भारत की उन कंपनियों के शेयरों को पंख लग गए हैं जो एयरोस्पेस एवं डिफेंस कारोबार में काम करती हैं।
गुरुवार को शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में उन सभी कंपनियों के शेयरों में काफी तेजी दर्ज की गई है जो डिफेंस और एयरोस्पेस सेगमेंट में काम करती हैं। निवेशकों की पूंजी 1 दिन में 2.5 अरब डॉलर बढ़ गई है। गोदरेज इंडस्ट्रीज, एल एंड टी, टाटा स्टील जैसी कंपनियों के शेयर पर भी चंद्रयान की सफल लैंडिंग का असर देखा जा रहा है।
भारत के एयरोस्पेस प्रोग्राम में भाग लेने वाली इन कंपनियों पर दुनिया की नजरें टिकी हुई है और ऐसा लगता है कि आने वाले दिनों में इन कंपनियों के शेयरों में और तेजी दर्ज की जा सकती है। Stock Market के शुरुआती कारोबार में गुरुवार को पारस डिफेंस के शेयरों में 12 फ़ीसदी की तेजी दर्ज की गई।
अगर चंद्रयान मिशन में कंपोनेंट की सप्लाई करने वाली कंपनियों की बात करें तो लिंडे इंडिया के शेयरों में इस हफ्ते 23 फ़ीसदी की तेजी आई है। chandrayaan-3 मिशन में क्रिटिकल मॉड्यूल और सिस्टम सप्लाई करने वाली सेंटम इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों में भी इस हफ्ते 11 फ़ीसदी की तेजी आई है।
सेटेलाइट कम्युनिकेशन प्रोवाइड करने वाली कंपनी एवेंटल लिमिटेड के शेयरों में 12 फीसदी तेजी आई है। एवेंटल लिमिटेड हाई पावर ब्रॉडबैंड वायरलेस, सेटेलाइट कम्युनिकेशन और ब्रॉडबैंड एक्सेस टेक्नोलॉजीज के डिजाइन और डेवलपमेंट में शामिल है। कंपनी के पास 40 मेंबर की एक इंजीनियरिंग टीम है जिससे भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च से मान्यता मिली हुई है।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने लेंडर मॉड्यूल विक्रम बनाया था, इसके शेयरों में काफी तेजी दर्ज की जा रही है। भारत के स्पेस मिशन में काम काज करने वाली लार्सन एंड टूब्रो टेक्नोलॉजी सर्विसेज के शेयरों में भी बुधवार और गुरुवार को तेजी दर्ज की गई है।
chandrayaan-3 स्पेसक्राफ्ट के कामकाज से जुड़ी नेल्को के शेयरों में 8 फीसदी की तेजी आई है। इसके साथ ही l&t, वालचंदनगर इंडस्ट्रीज, भारत फोर्ज, एस्ट्रा माइक्रोवेव प्रोडक्ट्स और एम टार टेक्नोलॉजी भी भारत के एयरोस्पेस एवं डिफेंस सेक्टर में कामकाज करती है। चंद्रमा की छत पर chandrayaan-3 की सफल लैंडिंग का असर भारत की सभी ऐरोस्पेस कंपनियों के शेयर पर देखा जा रहा है।
भारत के चंद्रयान मिशन की सफलता के बाद दुनिया के कई दिग्गज ब्रोकरेज हाउस ने भारत के सैटेलाइट लॉन्च मार्केट की सूची में भारत की रैंकिंग सुधार दी है। इससे मेक इन इंडिया इनीशिएटिव को बल मिलने की उम्मीद है और दुनिया के एयरोस्पेस बाजार में भारत की दावेदारी मजबूत हुई है।
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