Numerology : अंक शास्त्र से जाने मूलांक 1 वालों का करियर

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Numerology: Career of people with Radix 1 known by numerology
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calendar24 Apr 2023 08:05 PM
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  Numerology : अंक शास्त्र भी एक तरह का विज्ञान है। ये वास्तव में अंकों और ज्योतिष तथ्यों का मेल कहलाता है। अंकों के आधार पर भविष्यवाणी करना अंक ज्योतिष कहलाता है। मिस्र के मशहूर गणितज्ञ पाइथागोरस ने सबसे पहले अंकों के महत्व के बारे में दुनिया को बताया था। अंक शास्त्र में 1 से 9 तक के प्रत्येक अंकों को 9 ग्रहों का प्रतिरूप माना जाता है, इसके आधार पर ही ये जानकारी प्राप्त की जाती है कि किस ग्रह पर किस अंक का असर है। किसी व्यक्ति की जन्मतिथि उसके शरीर पर पड़ने वाले ग्रह के प्रभाव के बारे मे बता देती है। उस व्यक्ति के अंदर सभी मौजूद सभी गुण, उसकी सोच, करियर आदि अंक शास्त्र के अंकों और उसके साथी ग्रहों से प्रभावित होते है। हिंदी में इसकी गूढ़ विद्या को अंकशास्त्र और अंग्रेजी में न्यूमेरोलॉजी कहते हैं।

Numerology :

  जिन लोगों को अपनी जन्म की तारीख पता है वह अपना मूलांक निकाल सकते है। इसमें आप अपनी जन्म तारीख का जोड़ करके निकाल सकते है। 1, 10, 19, 28 जन्म तिथि वाले लोगों का मूलांक 1 होता है।1+0=1+1+9=1,2+8=1 होता है। आज हम यहां बात करेंगे मूलांक 1 वाले व्यक्तियों के बारे मे जिनकी जन्मतिथि का कुल जोड़ 1 आता है। मूलांक 1: (ग्रह सूर्य) मूलांक एक वाले लोग सूर्य के प्रभाव मे रहते है। इस अंक वाले लोग स्वाभिमानी, सत्ता के शौकीन, दूसरों पर अधिकार जमाने वाले, स्वतंत्र मिजाज, मौलिकता वाले, महत्वकांक्षी होते है। इन लोगों को स्वतंत्र रूप से काम करना पसंद होता है। दूसरों की तीमारदारी करना नहीं पसंद करते। ये लोग अपने कार्य और रिश्तों को लेकर बहुत महत्वकांक्षी होते हैं, लेकिन आप कुछ हद तक हठी और अहंकार से युक्त भी हो सकते हैं। कभी-कभी इस अंक के लोग अहंकारी भी हो जाते हैं, जिसकी वजह से आप को अपने व्यवहार को पहचान कर आचरण करना चाहिये। जिसे व्यवहार मे आप स्वाभिमान समझ रहे वो कहीं अभिमान तो नहीं। जल्दबाजी का स्वभाव होने के कारण इनके अंदर धैर्यता की कमी रहती है। ये किसी भी परिस्थिति में झुकते नही है। स्वास्थ्य और रोग सामान्यतः मूलांक 1 वाले व्यक्तियों को सर्दी जुकाम, लू लगना, खून में विकार उत्पन्न होना, पीठ और जोड़ों के दर्द और बुखार बीमारी होने की संभावना होती है। इन सब रोगो से बचने के लिये इन लोगों को प्राणायाम, योग और कसरत अवश्य करना चाहिए। अधिक मानसिक तनाव से दूर रहना चाहिये। प्रतिदिन सूर्य पूजा अवश्य करनी चाहिए। वैवाहिक जीवन और प्रेम: मूलांक 1 वाले लोग का प्रेम और सहानूभूति विपरित परिस्थितियों मे अदृश्य हो जाता है। ये प्रेम के मामलों में सफल नहीं होते है। इनका स्वभाव अंदर से मृदु होता है। ऊपर से चाहे ये जितने भी कठोर हो। इनके संतान बहुत कम होती है। ये अपनी संतान को प्यार तो करते है, लेकिन उसको जाहिर नहीं कर पाते है जिसकी वजह से इनकी संतान के बीच दूरिया बन जाती है। वे घर पर एक बॉस की तरह व्यवहार करने की कोशिश करते हैं, जो एक ऐसी आदत है जिसकी सराहना सभी नहीं करते हैं। जिसकी वजह से इन्हें अहंकारी भी कहा जाता है। इनके लिये सबसे उपयुक्त जीवन साथी 3 या 5 नंबर वाले होते हैं। अर्थिक स्थिति : मूलांक 1 वाले लोगों की अर्थिक स्थिति बेहतर होती है। इनको धन की कमी कभी नहीं होती है। अगर कभी होती भी है तो इनके मित्र और संबंधी इनकी जरूरतों को पूरा कर देता है। ये अपनी शान शौकत और रूतबे में काफी पैसा खर्च कर देते है। जुआ और सट्टा, शेयर बाजार से इन्हें दूर रहना चाहिए अन्यथा इन्हें नुकसान हो सकता है।

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करियर: ये बच्‍चे बचपन से ही अपनी पढ़ाई और करियर के प्रति बेहद गंभीर होते हैं। इस कारण ये बच्‍चे जिस भी क्षेत्र में जाएं, उसमें ऊंचा मुकाम पाते हैं। ये लोग सूर्य के प्रभाव से काफी उज्जवल भविष्य बनाते है। इंजीनियरिंग के क्षेत्र, कानून के क्षेत्र मे भी सफलता पाते हैं। इसके साथ इनकी रुचि संगीत मे भी होती है। ये पानी के जहाज पर भी काम कर सकते हैं।

बबीता आर्य

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Ganga Saptami 2023 : इस बार गंगा सप्तमी पर दूर हो जाएगा ग्रहण और गुरु चंडाल दोष का असर बन रहें हैं यह शुभ योग 

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Ganga Saptami 2023
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calendar24 Apr 2023 05:18 PM
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  Ganga Saptami 2023 : वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी के दिन माँ गंगा की उत्पति का पर्व गंगा सप्तमी के रुप में मनाया जाता है. इसे गंगा जयंती के नाम से भी पुकारा जाता है, क्योंकि पावन गंगा का जन्म वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी का बताया गया है. यह देवी गंगा प्रकट होने का समय होता है. गांगं वारि मनोहारि मुरारिचरणच्युतम् । त्रिपुरारिशिरश्चारि पापहारि पुनातु माम् ॥ वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पर ब्रह्मा जी के कमण्डल से निकल कर गंगा को भगवान शिव की जटाओं में स्थान मिला. यह समय स्वर्ग में गंगा के अवतरण का समय था जिसे गंगा जन्मोतस्व के रुप में भी मनाया जाता है.किंतु उसके कुछ समय पश्चात ही ज्येष्ठ माह की दशमी पर माता गंगा ने पृथ्वी प्रस्थान किया था. अत: गंगा प्रकट होने का समय वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी के दिन मनाया जाता है जिसे देश भर में भक्ति और शृद्धा के साथ मनाया जाता है.

Ganga Saptami 2023 :

  गंगा सप्तमी (जयंती) शुभ मुहूर्त  गंगा जयंती के दिन इस समय पर सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग तथा गुरु पुष्य नमक शुभ योगों का प्रभाव भी प्राप्त होगा जिस कारण यह समय अत्यंत ही शुभ होगा तथा इस दिन दान एवं जप द्वारा समस्त प्रकार के दोष भी दूर होंगे. गंगा सप्तमी को लेकर इस बार तिथि संबंधी अलग अलग विचार भी देखने को मिल रहे हैं जिसके अनुसार कुछ पंचांग 26 अप्रैल 2023 को गंगा सप्तमी का पर्व मनाने की बात कर रहे हैं तो कुछ के अनुसार यह 27 अप्रैल के दिन मनाए जाने की बात मिलती है. तिथियों के मध्य के भेद को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण ग्रंथ की सहायता काफी मार्गदर्शन का कार्य करने वाली है धर्म सिंधु अनुसार वैशाख शुक्ल सप्तमी के दिन गंगा जयंती पर श्री गंगा पूजन करने का विधान है. इसके अनुसार वैशाख शुक्ल सप्तम्यां गंगोत्पत्ति:तस्यां मध्याह्न व्यापिन्यां गंगापूजनं कार्यम्।। शास्त्रों के अनुसार सप्तमी तिथि अगर दो दिन मध्याह्न के समय पर हो या फिर नहीं हो तब यह पर्व पहले दिन मना लेना उचित होता है. इस वर्ष यही स्थिति बन रही है जिसमें वैशाख शुक्ल सप्तमी  तिथि दो दिन 26 और 27 अप्रैल को मध्याह्न व्यापिनी है. इस कारण से 26 अप्रैल 2023 के दिन श्री गंगा जयंती के पर्व का उत्सव मनाया जाएगा किंतु इसी के साथ कुछ स्थानों पर समय गणना अनुसार 27 को भी यह स्थिति प्राप्त होगी जिसके चलते गंगा सप्तमी का पर्व 27 मार्च 2023 के दिन भी संपन्न होगा. गंगा सप्तमी पूजा से दूर होंगे सभी ग्रह दोष  गंगा सप्तमी के पूजन एवं गंगा स्नान के द्वारा कई तरह के गर्ह दोष शांत होते हैं तथा पाप कर्मों का शमन होता है. हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार गंगा के जल को पापों का नाश करने एवं मोक्ष प्रदान करने वाले माना गया है. पौराणिक आख्यानों में ब्रह्म पुराण, विष्णु पुराण एवं वाराह पुराण में गंगा के महत्व का विस्तार पूर्वक वर्णन प्राप्त होता है. गंगा सप्तमी के दिन देवी गंगा के पूजन द्वारा कुंडली में मौजूद ग्रहण दोष एवं गुरु चंडाल दोष स्वत: ही शांत हो जाते हैं.

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गंगा केवल नदी नहीं अपितु जीवन का है मुख्य स्त्रोत गंगा सप्तमी पर भारत भर के प्रमुख तीर्थ स्थलों पर पूजा अर्चनाओं का दौर चलता है जो प्रात:काल से आरंभ होकर संपूर्ण रात्रि तक व्याप्त रहता है. हिंदू धर्म में प्रकृति के हर तत्व का महत्व सर्वोपरी माना गया है वहीं नदियों को पूजनीय स्थान प्राप्त है जिसमें सभी नदियों का अपना विशेष स्थान है. इसी क्रम में गंगा नदी का स्थान प्रमुख रुप  सर्वप्रथम आता है क्योंकि देश की जीवन रेखा भी इस गंगा से जुड़ी है. इस कारण से भी गंगा को केवल एक नदी के रुप में नहीं देखा जाता है अपितु जीवन का एक विशेष उर्जा स्त्रोत भी है जो मां गंगा के रुप में सभी देशवासियों के हृदय में मौजूद है. राज रानी   
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Eid 2023 : देशभर में मनाई जा रही ईद, पीएम-राष्ट्रपति ने दी बधाई

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Eid 2023: Eid being celebrated across the country, PM-President congratulated
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calendar29 Nov 2025 02:24 PM
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Eid 2023 : सैय्यद अबू साद  दिल्ली की जामा मस्जिद सहित पुरे देश में ईद की नमाज के लिए बड़ी संख्या में नमाजी जुटे। इस मौके पर अकीदतमंदों ने अमन चैन की दुआएं मांगी। ईद के अवसर पर लोग एक-दूसरे को बधाई दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी बधाइयों का सिलसिला कल रात चांद के दीदार से ही शुरू गया था। आज देश की राजधानी सहित देशभर में ईद मनाई जा रही है।

World Earth Day 2023- विश्व पृथ्वी दिवस 2023 की थीम है ये, जानें इस दिन का इतिहास और महत्व

Eid 2023 :

  ईद-उल-फितर के मौके पर मुसलमान भाइयों ने खुशनुमा नूरानी माहौल में ईदगाहों व मस्जिदों में ईद-उल-फितर की सामूहिक नमाज अदा करते हुए खुदा का शुक्र अदा किया और देश में अमन व तरक्की के लिए दुआएं मांगी। इस अवसर पर बच्चे से बूढ़े तक सभी नये कपड़े व रंगबिरंगी टोपियों में सजे हुए ईदगाहों में नमाज के बाद एक दूसरे के गले मिलकर ईद की बधाई दी। इस अवसर पर नमाजियों की काफी भीड़ देखी गई। कई ईदगाह व मस्जिदें नमाजियों की भीड़ के सामने छोटी पड़ गई। नमाज के बाद सामूहिक रूप से खैर व आफियत, अपने गुनाहों से माफी, जहन्नुम से बचाव तथा आपसी भाईचारे व सामाजिक सौहार्द तथा विश्व शांति के लिए सामूहिक दुआ की गई। [caption id="attachment_83877" align="aligncenter" width="1500"]Eid 2023: Eid being celebrated across the country, PM-President congratulated Eid 2023: Eid being celebrated across the country, PM-President congratulated[/caption] इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित देशभर के प्रमुख व्यक्तियों ने ईद-उल-फितर की लोगों को मुबारकबाद दीं। पीएम ने कहा कि ये शुभ अवसर देश में एकजुटता और भाईचारे की भावना को बढ़ाता रहे।     [caption id="attachment_83875" align="aligncenter" width="720"]Eid 2023: Eid being celebrated across the country, PM-President congratulated Eid 2023: Eid being celebrated across the country, PM-President congratulated[/caption]