भारत के वैभव तनेजा की ऐतिहासिक उड़ान, टेस्ला ने दी इतिहास रचने वाली सेलरी

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Top Salary
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 11:40 PM
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Top Salary : वैभव तनेजा का जन्म और प्रारंभिक शिक्षा भारत में हुई। उन्होंने 1999 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में स्नातक किया, इसके बाद चार्टर्ड अकाउंटेंसी की कठिन परीक्षा पास की। उस समय उन्होंने शायद ही सोचा होगा कि एक दिन वो दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित कंपनियों में से एक के सीएफओ बनेंगे। 2006 में वह अमेरिका उच्च शिक्षा और करियर के बेहतर अवसरों के लिए गए। वहाँ उन्होंने अपनी प्रोफेशनल योग्यता और रणनीतिक सोच से खुद को धीरे-धीरे स्थापित किया।

साधारण शुरूआत, असाधारण सफलता

2017 में उन्होंने टेस्ला जॉइन किया। उन्होंने विभिन्न पदों पर काम करते हुए कंपनी की वित्तीय प्रणाली को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। टेस्ला जैसे तेजी से बढ़ते संगठन में फाइनेंस का संचालन करना किसी भी पेशेवर के लिए चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन वैभव ने यह काम कुशलता और दूरदृष्टि से किया।

इतिहास रचने वाली सैलरी

वित्तीय वर्ष 2024 में उन्हें मिला बेस सैलरी: $400,000 (3.3 करोड़) और कुल पैकेज: $139.5 मिलियन (1157 करोड़ रुपये)। इस पैकेज में मुख्य रूप से स्टॉक आॅप्शन और इक्विटी अवॉर्ड्स शामिल हैं। ये आंकड़े उन्हें सुंदर पिचाई, सत्य नडेला और अन्य दिग्गजों से कमाई के मामले में आगे ले जाते हैं। वैभव तनेजा सिर्फ वैश्विक सीएफओ ही नहीं, बल्कि टेस्ला इंडिया मोटर्स एण्ड इंजीनियरी प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर भी हैं। भारत में टेस्ला के कारखानों की स्थापना, नीति-निर्माताओं से संपर्क, निवेश रणनीति और बाजार में विस्तार की योजनाओं में उनकी सीधी भूमिका है। उनकी मौजूदगी भारत में टेस्ला की स्थापना और विस्तार की प्रक्रिया को तेज कर सकती है।

शिक्षा और विशेषज्ञता की ताकत

एक साधारण भारतीय कॉलेज से पढ़कर निकला छात्र, आज दुनिया की सबसे चर्चित कंपनियों में अहम जिम्मेदारी निभा रहा है। वैभव तनेजा की प्रोफेशनल यात्रा बताती है कि अगर आपके पास लक्ष्य है, तो रास्ता खुद-ब-खुद बनता है। सुंदर पिचाई, सत्य नडेला और अब वैभव तनेजा जैसे उदाहरण यह प्रमाणित करते हैं कि भारतीय टैलेंट को ग्लोबल कॉर्पोरेट लीडरशिप में अहम स्थान मिल रहा है। भारत में टेस्ला का निर्माण और निवेश तेजी से आगे बढ़ सकता है। वैभव की लीडरशिप भारतीय अर्थव्यवस्था और टेक इंडस्ट्री में नए अवसरों का द्वार खोल सकती है। वह आने वाले वर्षों में कॉर्पोरेट गवर्नेंस और रणनीतिक नेतृत्व के वैश्विक चेहरे बन सकते हैं। वैभव तनेजा की यह कहानी सिर्फ उच्च सैलरी की नहीं, बल्कि एक भारतीय युवा के प्रतिभा, शिक्षा और वैश्विक नेतृत्व तक की यात्रा का प्रतीक है। यह साबित करता है कि दिल्ली की गलियों से लेकर सिलिकॉन वैली की ऊँचाइयों तक, मेहनत की कोई सीमा नहीं होती।

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जासूसी के आरोपों में घिरी ज्योति के बचाव में उतरीं पाक पत्रकार, जानें क्या है कनेक्शन ?

YouTuber Jyoti Malhotra
YouTuber Jyoti Malhotra
locationभारत
userचेतना मंच
calendar21 May 2025 03:44 PM
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YouTuber Jyoti Malhotra : जब इंसान की दोस्ती सीमा पार हो जाती है, तो कई बार राजनीति और शक की दीवारें उसी रिश्ते के बीच खड़ी हो जाती हैं। हरियाणा के हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा और पाकिस्तान की पत्रकार-सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हीरा बतूल की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। एक वक्त था जब दोनों ने कैमरे के सामने अपनी दोस्ती और बहन जैसी नजदीकी की तस्वीरें साझा कीं, लेकिन आज ज्योति पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप लग चुके हैं और उनका नाम भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों में जुड़ गया है।

ज्योति मल्होत्रा पर है जासूसी के आरोप

हरियाणा की रहने वाली 34 वर्षीय यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को हाल ही में ISI के लिए कथित जासूसी करने और भारत विरोधी सामग्री प्रसारित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। वहीं, पाकिस्तान की पत्रकार और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हीरा बतूल उनके समर्थन में सामने आई हैं। यह वही हीरा हैं, जिनसे ज्योति ने 2023 में पाकिस्तान दौरे के दौरान दोस्ती की थी। दोनों सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को 'बहन' कहती थीं।

 ज्योति के समर्थन में उतरी हीरा

हीरा बतूल ने ज्योति के समर्थन में खुलकर कुछ नहीं कहा, लेकिन उनका इशारा साफ था। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "भारत अब अपने ही लोगों को निशाना बना रहा है। यह सिलसिला बंद होना चाहिए। बिना नाम लिए कही गई यह बात सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। कहां से शुरू हुआ कनेक्शन

कहां से शुरू हुआ कनेक्शन

ज्योति अपने यूट्यूब चैनल "ट्रैवल विद जो" के जरिए भारत और पाकिस्तान के बीच सामान्य नागरिकों के अनुभव साझा करती थीं। 2023 की उनकी पाकिस्तान यात्रा के दौरान हीरा बतूल से उनकी मुलाकात हुई थी। दोनों ने अटारी-वाघा बॉर्डर से लेकर लाहौर के अनारकली बाजार तक की यात्राएं साझा की थीं। इन व्लॉग्स में दोनों की केमिस्ट्री को सरहदों से ऊपर बताया गया। लेकिन खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, यही यात्रा शक के दायरे में आ गई। जांच में सामने आया कि ज्योति की कई पोस्ट्स को पाकिस्तान के इन्फ्लुएंसरों द्वारा न सिर्फ साझा किया गया, बल्कि रणनीतिक रूप से वायरल भी किया गया। इनमें हीरा बतूल का नाम प्रमुख रूप से सामने आया है।  YouTuber Jyoti Malhotra  

पाकिस्तान के आतंकवाद की पोल खोलने निकला भारत, UAE से होगी शुरुआत

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पाकिस्तान के आतंकवाद की पोल खोलने निकला भारत, UAE से होगी शुरुआत

Operation Sindoor 33
Operation Sindoor
locationभारत
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calendar30 Nov 2025 09:28 PM
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Operation Sindoor : भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी "जीरो टॉलरेंस" नीति को वैश्विक मंच पर सशक्त तरीके से प्रस्तुत करने के लिए एक बड़ा कूटनीतिक अभियान शुरू किया है। इस अभियान के अंतर्गत सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को 33 देशों में भेजा जा रहा है, जिनका उद्देश्य पाकिस्तान के आतंकवादी नेटवर्क और उसकी भूमिका को दुनिया के सामने लाना है। यह पहल विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने की रणनीति के तहत की गई है।

UAE से होगी शुरुआत

आज, 21 मई को पहला प्रतिनिधिमंडल संयुक्त अरब अमीरात के लिए रवाना हो रहा है। इस दल का नेतृत्व शिवसेना के वरिष्ठ सांसद श्रीकांत एकनाथ शिंदे कर रहे हैं।शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में रवाना हो रहे प्रतिनिधिमंडल में राजनीतिक विविधता और अनुभव का अनूठा संगम देखने को मिलेगा — भाजपा की बांसुरी स्वराज और अतुल गर्ग, वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा, पूर्व केंद्रीय मंत्री एस.एस. अहलूवालिया, IUML के ई.टी. मोहम्मद बसीर, बीजद के सस्मित पात्रा और seasoned राजनयिक सुजान चिनॉय इस कूटनीतिक यात्रा का हिस्सा हैं।

एक मिशन, सात प्रतिनिधिमंडल

यह मुहिम सिर्फ एक कूटनीतिक दौरा नहीं, बल्कि एक सुव्यवस्थित अंतरराष्ट्रीय रणनीति का हिस्सा है। भारत ने इन प्रतिनिधिमंडलों को मध्य-पूर्व, अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व एशिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे क्षेत्रों में भेजने का निर्णय लिया है। इनका नेतृत्व विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख नेता कर रहे हैं — भाजपा के रविशंकर प्रसाद, बैजयंत पांडा, कांग्रेस के शशि थरूर, जदयू के संजय झा, डीएमके की कनिमोझी, एनसीपी की सुप्रिया सुले और शिवसेना के श्रीकांत शिंदे। हर प्रतिनिधिमंडल में 7–8 सांसदों के साथ पूर्व राजनयिक भी शामिल हैं।

पूर्व और पश्चिम में ये बनेंगे भारत की आवाज

जदयू सांसद संजय झा के नेतृत्व में तीसरा प्रतिनिधिमंडल पूर्वी एशिया की अहम राजधानियों की कूटनीतिक यात्रा पर निकलेगा — जापान से लेकर मलेशिया तक का दौरा करने वाला यह दल भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल, सीपीएम समेत विभिन्न दलों के अनुभवी नेताओं की सहभागिता से बहुपक्षीय संवाद का सेतु बनेगा।

आतंकवाद का इतिहास होगा उजागर

मंगलवार को विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इन प्रतिनिधिमंडलों को ब्रीफ किया। उन्होंने प्रतिनिधियों को भारत पर बीते चार दशकों में हुए आतंकी हमलों की विस्तृत जानकारी दी — विशेष रूप से 2008 के मुंबई हमलों के डीएनए और कॉल रिकॉर्ड जैसे ठोस सबूतों के बावजूद पाकिस्तान की नकारात्मक प्रतिक्रिया को उजागर करने की सलाह दी गई। प्रतिनिधियों को यह भी बताया गया कि कैसे पाकिस्तान अब संघर्षविराम की बातें कर रहा है, जबकि उसकी सरजमीं से आतंकवाद फैलता रहा है।

कांग्रेस की नाराजगी

इस अभियान की शुरुआत से पहले ही विपक्ष के स्वर तीखे हो गए हैं। कांग्रेस पार्टी ने प्रतिनिधिमंडल में अपने नेताओं की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि पार्टी द्वारा भेजे गए चार नामों में से केवल आनंद शर्मा को ही शामिल किया गया, जबकि शशि थरूर की भागीदारी को पार्टी का आधिकारिक समर्थन नहीं बताया गया है।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया

भारत की आक्रामक कूटनीति से घबराए पाकिस्तान ने भी जवाबी रणनीति के तहत पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। यह दल अंतरराष्ट्रीय मंचों पर 'शांति' का संदेश देने का प्रयास करेगा, लेकिन भारत की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि आतंक के खिलाफ उसकी नीति में कोई नरमी नहीं है।    Operation Sindoor  

फिर दस्तक दे रहा है मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन कोविड-19

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