COVID-19 : कोविड-19 मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन है। वर्ष-2019 में आए कोविड ने पूरी दुनिया की मानवता को त्रस्त कर दिया था। एक बार फिर दुनिया में कोविड-19 ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। भारत में भी कोविड-19 के मामले सामने अने लगे हैं। भारत में कोविड-19 के कुल 257 एक्टिव मामले सामने आ चुके हैं। दुनिया भर के विशेषज्ञ बता रहे हैं कि पूरी मानवता के दुश्मन कोविड-19 के मामले एशिया में लगातार रिपोर्ट हो रहे हैं। भारत में मिले कोविड के ताजा 257 मामलों में एक राहत की बात सामने आई है। भारत में कोविड के जो मामले सामने आए हैं उनमें कोविड के मामूली लक्षण रिपोर्ट हुए हैं।
सावधान रहना पड़ेगा लौटकर आ रहा है कोविड-19
भारत के प्रत्येक नागरिक को कोविड की नई दस्तक ने चिंता में डाल दिया है। एक बार फिर हम सबको कोविड के प्रति सावधान रहने की आवश्यकता है। भारत सरकार ने कोविड से निपटने की तैयारियां शुरू कर दी है। भारत सरकार के प्रवक्ता ने बताया है कि भारत सरकार ने कोविड की आशंका के बीच एक उच्च स्तरीय बैठक की है। भारत सरकार की इस बैठक में NCDC, ICMR डिसास्टर मैनेजमेंट सेल और केन्द्र सरकार के अस्पतालों के विशेषज्ञों ने भाग लिया। बैठक के बाद अधिकारियों ने बताया कि देश में कोविड की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। भारत का इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (IDSP) और ICMR के नेतृत्व में चल रहे जीनोम सीक्वेंसिंग कार्यक्रम लगातार कोरोना और अन्य श्वसन संक्रमणों पर नजर बनाए हुए हैं। मंत्रालय ने साफ किया है कि फिलहाल यह चिंता की बात नहीं है, लेकिन सावधानी ज़रूरी है। अधिकारियों ने बताया कि भारत ने पहले भी कोविड का मुकाबला दिया है। एक बार फिर कोविड लौटता दिखाई दे रहा है। इस बार JN1 वेरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं, जो ओमिक्रॉन का ही सबवेरिएंट है। भारत में अभी कोविड के 275 एक्टिव केस हैं, जिनमें ज़्यादातर केस केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु से हैं। हालांकि मामलों की संख्या बढ़ी है लेकिन स्थिति नियंत्रण में है।
पहले जैसे ही हैं इस बार भी कोविड के लक्षण
अधिकारियों ने बताया कि इस वेरिएंट के लक्षण भी पहले जैसे ही हैं जैसे सूखी खांसी, स्वाद या गंध का जाना, सिरदर्द और बुखार। इसलिए वही पुरानी सावधानियां ही अपनाई जानी चाहिए। इनमें मास्क पहनना, हाथ धोते रहना और भीड़भाड़ से बचना, खासकर बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वालों के लिए इसे अपनाना चाहिए। इसके अलावा जो वैक्सीन पहले दी गई थी, वो इस वेरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी है। इसके अलावा GEMCOVAC-19 नाम की एक और वैक्सीन जो खासतौर पर ओमिक्रॉन के लिए बनाई गई है, कुछ हाई रिस्क लोगों को दी जा रही है। भारत की हेल्थ अथॉरिटीज स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए हैं लेकिन जब तक हॉस्पिटल में भर्ती या मौतों में कोई इजाफा नहीं होता तब तक घबराने या पैनिक होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि गर्मियों की छुट्टियों में लोग बहुत ट्रैवल करते हैं। ऐसे में कोविड हॉटस्पॉट एरिया की जानकारी रखना और वहां जाने से बचना बेहतर होगा। साथ ही मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग से संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। अगर किसी को बुखार, खांसी या फ्लू जैसे लक्षण हों और हाल में उसने यात्रा की हो या कोविड पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आया हो तो कोविड टेस्ट करवाना समझदारी होगी। भारत की पिछली कोविड लहरों से मिली सीख को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने साफ किया है कि वह किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। मॉनिटरिंग सिस्टम चालू हैं, दवाओं और अस्पतालों की उपलब्धता की नियमित समीक्षा हो रही है और राज्य सरकारों को भी अलर्ट कर दिया गया है।
भारत पूरी तरह से तैयार है कोविड से निपटने के लिए
मानवता के सबसे बड़े दुश्मन कोविड से निपटने के लिए भारत सरकार पूरी तरह से तैयार है। भारत सरकार के अधिकारियों का कहना है कि हांगकांग और सिंगापुर में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, जहां JN1 वेरिएंट के सबवेरिएंट्स LF-7 और NB1.8 संक्रमण फैला रहे हैं। उनका कहना है कि इन वेरिएंट्स की गंभीरता या ट्रांसमिशन रेट में कोई खतरनाक बढ़ोतरी नहीं देखी गई है। अभी भारत में ऐसी स्थिति नहीं है और जो वेरिएंट बाहर फैल रहे हैं, वे भारत में पहले आ चुके वेरिएंट्स से बहुत अलग नहीं हैं।
इसलिए अगर हल्का इजाफा होता भी है तो घबराने की जरूरत नहीं है। हम पूरी तरह से तैयार हैं, हमारे अस्पताल तैयार हैं। लेकिन लोगों को भी कोविड को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। भारत सरकार ने राय दी है कि अगर फ्लू जैसे लक्षण हों तो टेस्ट कराएं। बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। मास्क और सैनिटाइजर की आदत फिर से डालें, खासकर भीड़भाड़ वाली जगहों पर। किसी भी अफवाह या डर का शिकार न बनें लेकिन सतर्क जरूर रहें। इस प्रकार सावधान रहकर हम मानवता के सबसे बड़े दुश्मन कोविड से लड़ सकते हैं। COVID-19
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