भीम के अवतार थे वीर मलखान : बाप को बदला जो नहीं लीन्हें, तिनके जीवन को धिक्कार

MALKHAN
Veer Malkhan
locationभारत
userचेतना मंच
calendar08 Feb 2024 09:26 PM
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Veer Malkhan : आल्हा ऊदल की वीरता के विषय में तो हम सभी जानते हैं।  आईये आज उन्हीं के चाचा बच्छराज के बेटे मलखान के विषय में और उनकी वीरता के बारे में जानते हैं ।

"बाप को बदला जो नहीं लीन्हें तिनके जीवन को धिक्कार"

यह चंदेलों के राजा परमार्दिदेव के भरे दरबार में अपनी तलवार की मूठ पर हाथ रख कर कहे शब्द थे । जिसके आगे हार मान कर महाराज परमार्दिदेव को न चाहते हुये भी उन्हें अपनी पूरी सेना के साथ युद्ध के लिए मांडव जाने की आज्ञा देनी पड़ी ।

महाभारत के भीम के अवतार

मलखान के विषय में कहा जाता है की वह महाभारत के भीम के अवतार थे जो अपनी युद्ध की लालसा पूरी करने मलखान के रुप में फिर से धरा पर अवतरित हुये थे। पहलवानी हो या तलवार की जंगबाजी, युद्ध कला में वह ऊदल के समान ही वीर थे । मलखान का शरीर वॼ की तरह था और उनके दाहिने पैर में पदम का चिन्ह था। वे चंदेलों के राजा परमार्दिदेव के सम्मानित सरदार थे । आल्हा ऊदल के बाद इन्हीं को श्रेष्ठता प्राप्त थी । अपने साले माहिल के भड़काने पर जब राजा परमार्दिदेव ने आल्हा ऊदल को अपने राज्य से निष्कासित किया तो मलखान ही उनके सेनापति बने । चंदेलों की आल्हा-ऊदल के साथ बावन लड़ाईयां इन्होंने जीतीं ५३वीं लड़ाई अंतिम थी, "बेला का डोला", जिसमें सभी मारे गये ।

आल्हा-ऊदल के साथ बावन लड़ाईयां लड़ी

मलखान के विषय में कहा जाता है की उनके रथ में 17 उच्चकोटि के घोड़े जोते जाते थे उस रथ को उनके छोटे भाई सुलखान ही सारथी बनकर उनकी लगाम थाम कर चला सकते थे । वह रथ जमीन पर नही हवा से बातें करता उड़ कर चलता था । जब मलखान उसपर बैठते तब एक एक मन की दो सांगे उनके पैरों पर रख दी जातीं जिससे रथ जमीन में चले । युद्ध में उनका रथ सेना में सबसे पीछे रहता और वह उन्ही दोनों सांगों से युद्ध करते । संभल का युद्ध उन्होंने अपने दम पर जीता था । संभल तीर्थ मां भवानी का शक्ति सिद्धपीठ मां मनोकामना देवी का मंदिर था । जहां पर यह सभी देवी भक्त होने के कारण दर्शन करने जाते थे।

पृथ्वीराज चौहान से लिया लोहा

Veer Malkhan की पत्नी पानीपत की राजकुमारी गज़ला जो गजमोतियों का हार पहनती थी संभल देवी की भक्त थी । कजरी महोत्सव में हार के बाद पृथ्वीराज चौहान इनसे चिढ़ा हुआ था। संभल क्षेत्र उसके राज्य से लगा होने के कारण उन्होंने वहां के राजा को भड़काया की तुम संभल देवी के दर्शन करने आने वालों पर कर लगा दो। संभल के राजा ने ऐसा ही किया । यह समाचार पाकर आल्हा क्रोधित हो तमतमा उठे। तब मलखान ने उन्हें शांत करते हुये भैया आप चिंता न करें । मुझे अनुमति दें इसबार मैं उन्हें मजा चखाऊंगा । आल्हा की आज्ञा लेकर अपने दलबल सहित हथियार बंद हो सेनापति बनकर संभल पर आक्रमण करने के लिये पहुंचे देवी के मंदिर । कहा -* किस माई के लाल में है इतना दम जो हमें रोके देवी दर्शन से*। भयंकर युद्ध हुआ । संभल की सेना को हारते देख पृथ्वीराज ने भी अपनी सेना युद्ध के लिये भेज दी। संभलदेवी का मैदान और यमुना का तट,युद्ध का मैदान बन गया । संभल के राजा की मौत मलखान के हाथों होते ही पृथ्वी राज का सेनापति युद्ध के लिये लड़ा पर अंत में वह भी मारा गया । इस प्रकार संभल की देवी के लिये मलखान ने युद्ध कर वहां के राजा का सिर सिद्धपीठ मनोकामना देवी के चरणों में अर्पित करते हुये कहा - मां यह तेरे चरणों में तेरे भक्त की भेंट मां के दर्शन पर रोक लगाने वाले की। मलखान के विषय में कहा जाता है कि -

"पांऊ पिछाड़ी देन न जाने । जंघा टेक लड़ें मलखान "।।

यह थी Veer Malkhan की संभल देवी के लिये युद्ध की कथा जिसे जनश्रुतियों में कहा और गाया जाता है । पर इतिहास में इन्हें उचित स्थान नहीं मिला।

उषा सक्सेना

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12 फरवरी को प्लोर टेस्ट में होगा खेला,RJD नेता ने कहा नितीश से नाराज विधायक तेजस्वी के साथ

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Bihar News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 05:09 AM
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Bihar News : बिहार विधानसभा में 12 फरवरी को प्लोर टेस्ट होना है। ऐसे में आरजेडी विधायक रोज नए-नए दावे कर रहे हैं। इस बीच पार्टी के विधायक भाई वीरेंद्र ने अपने बयान से खलबली मचा दी है। भाई वीरेंद्र का मानना है कि सरकार के कामकाज से नाराज कई विधायक तेजस्वी यादव के काम से प्रभावित हैं और उनका साथ देने के लिए भी तैयार हैं।

तेजस्वी के साथ आ सकते हैं नाराज़ विधायक

उन्होंने कहा कि राजद किसी को नहीं तोड़ता नहीं  है,बल्कि खुद वहां से परेशान होकर लोग स्वयं राजद के साथ आ रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर से दोहराया कि 12 तारीख को खेला होगा। क्या खेला होगा? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि इसे पर्दे में रहने दीजिए। इससे पहले बुधवार को राजद विधायक विजय मंडल ने कहा था कि सीएमओ के पावरफुल अधिकारी राजद विधायकों को फोन कर रहे हैं और मिलने के लिए बुला रहे हैं। हालांकि, इस सवाल को भाई वीरेन्द्र टाल गए। भाई वीरेन्द्र ने कहा कि नीतीश सरकार में ब्यूरोक्रेसी हावी है। वही सरकार चला रही है। जीतकर आने वाले नेता जनता के प्रतिनिधि हैं, लेकिन उनका काम नहीं हो रहा है। इसके कारण कई विधायकों में नाराजगी है। 12 फरवरी की शाम में इस बारे में विस्तार से बताएंगे। उन्होंने कहा कि अभी इस संबंध में विस्तार से बताना उचित नहीं होगा।

क्यों पलट गए नितीश कुमार !

Bihar News 

राजद विधायक ने कहा कि जब नितीश कुमार आरजेडी के साथ आए थे, तब बोले थे-मर जाएंगे,मिट जाएंगे,लेकिन बीजेपी में नहीं लौटेंगे। फिर बीजेपी के साथ चले गए। डर की वजह से उन्हे बीजेपी में जाना पड़ा है। जेडीयू द्वारा आरजेडी विधायकों को तोड़े जाने के प्रयासों पर उन्होने कहा राजद विधायक इतने मजबूत है कि दूसरे को तोड़ सकते हैं। खुद नहीं टूटेंगे। फिर भी हम तोड़ेंगे नहीं। सारे नाराज हैं इसलिए हमारी तरफ आ रहे हैं।

तेजस्वी की है लोकप्रियता

Bihar News उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने इतने कम समय में साढ़े तीन लाख लोगों को नौकरी दी है। तेजस्वी युवाओं के बीच लोकप्रिय हैं ,उन्होने काम किया है। जनता उनके साथ है ।

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बड़ी राहत : सरकार दे रही है सस्ता चावल,यहां मिलेगा 29 रुपये किलो भारत चावल

CHAVAL
Bharat Rice
locationभारत
userचेतना मंच
calendar08 Feb 2024 06:24 PM
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Bharat Rice : आम लोगों को महंगाई से राहत देने के लिए भारत सरकार सस्ता चावल मुहैया करा रही है। केंद्रीय खाद्य मंत्री पीयूष गोयल ने 6 फरवरी को भारत चावल ब्रांड लोगों तक पहुंचाने की शुरुआत की है।  भारत चावल बाजार भाव से काफी कम दरों पर आम जनता को उपलब्ध कराया जा रहा है।  इससे पहले सरकार ने सस्ता आटा और दाल भी लोगों को उपलब्ध करवाई थी। अब इसी तर्ज पर आम जनता को और राहत देने के लिए सरकार ने सस्ता चावल भी बाजार में उपलब्ध कराया है।

सरकार दे रही है सस्ता Bharat Rice

इस चावल की बिक्री शुरू हो चुकी है।  सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि खाद्य पदार्थ की कीमतों में कमी की जाए हालांकि खाद्य पदार्थों की कीमत लगातार बड़ ही रही है और बाजार में इनके दाम आसमान छू रहे हैं।  अब चुनाव को नजदीक आता देख सरकार खुद सस्ते दरों पर खाने-पीने की चीज है मुहैया करा रही है।

कहां मिलेगा 29 रुपये  किलो भारत चावल

आम आदमी को महंगे चावल से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार भारतीय खाद्य निगम (FCI) की दो सहकारी समितियों,National Agricultural Cooperative Marketing Federation of India Limited (नाफेड) और National Cooperative Consumer Federation of India (NCCF) द्वारा खुदरा केंद्रीय भंडार को पांच लाख टन चावल मुहैया करा रही है  ।

5 किलो और 10 किलो के पैकेट में मिलेगा Bharat Rice

यह चावल 5 किलो और 10 किलो के पैकेट में उपलब्ध रहेंगे । भारत ब्रांड नाम से यह चावल आप केंद्रीय भंडार से खरीद सकते हैं । बाद में इस चावल को ऑनलाइन भी बेचा जाएगा।

क्या है Bharat Rice की कीमत

सरकार मात्र 29 प्रति किलोग्राम की दर पर यह चावल बेच रही है।  आपको बता दें कि इससे पहले भी सरकार ने 60 किलो प्रति ग्राम के दर से चना और 27 रुपए प्रति किलो ग्राम के दर से आटा आम जनता के लिए मुहैया करवाया है । जिस तरीके से चीजों के दाम बढ़ रहे हैं ऐसे में आम जनता के लिए यह सस्ते भारत चावल बड़ी राहत लेकर आएगे।

उत्तर प्रदेश सहित देश भर के 50 लाख परिवारों को लिया जाएगा गोद, अदभुत है योजना