NEET PG काउंसलिंग मामले में स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने रेजिडेंट डॉक्टरों से की मुलाकात, जल्द प्रक्रिया शुरू करवाने का दिया आश्वासन

Picsart 21 12 29 14 12 45 077
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने की रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ बैठक (PC- ABP Live)
locationभारत
userसुप्रिया श्रीवास्तव
calendar02 Dec 2025 04:46 AM
bookmark
NEET-PG काउंसलिंग मामले में हो रही देरी की वजह से प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने की बैठक। इस बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री मांडवीया (Health Minister) ने रेजिडेंट डॉक्टरों से अनुरोध किया कि वो जनहित को ध्यान में रखते हुए अपने प्रदर्शन को खत्म करें। इसके साथ ही उन्होंने डॉक्टरों को जल्द से जल्द काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू करवाने का आश्वासन भी दिया। बैठक खत्म होने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि- ' "6 जनवरी को कोर्ट में सुनवाई है। इससे पहले भारत सरकार की ओर से हम सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट जमा कर देंगे। हमारे डॉक्टर कल जब धरना दे रहे थे तब उनके साथ पुलिस की ओर से दुर्व्यवहार हुआ हो तो उसके लिए मैं खेद व्यक्त करता हूं। मैं सभी डॉक्टरों से अपेक्षा करता हूं कि कोविड के संकट में हमारे देश के नागरिकों, मरीजों को दिक्कत न हो उसके लिए अपनी ड्यूटी ज्वाइन कर लें।’

स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक के बाद क्या रहा डॉक्टरों का बयान-

स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक खत्म होने के बाद फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA), के अध्यक्ष डॉ. मनीष ने मीडिया में कहा कि 'हम वापस सफदरजंग अस्पताल जा रहे हैं जहां सभी डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं। मंत्री के साथ जो भी बातचीत हुई है वो हम डॉक्टरों के सामने रखेंगे। आगे जो भी फैसला होगा वो सब मिल कर लेंगे।'

डॉक्टर और पुलिस के बीच बढ़ती झड़प देख स्वास्थ्य मंत्री ने संभाला मोर्चा -

जानकारी के लिए आपको बता दे सोमवार को प्रदर्शन में शामिल रेजिडेंट डॉक्टर और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी, जिसकी वजह से मामला थोड़ा गंभीर हो गया था। पुलिस और डॉक्टर्स दोनों की तरफ से यह दावा किया गया कि उनकी तरफ से लोग घायल हुए हैं हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। परंतु इस झड़प के बाद डॉक्टरों का प्रदर्शन और भी तूल पकड़ने लगा था। यही वजह है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया (Mansukh Mandaviya) ने खुद मोर्चा संभाला और डॉक्टरों के साथ बैठक करने का फैसला किया। Read This Also- NEET Up2021: मेडिकल काउंसलिंग कमेटी ने की घोषणा, चार चरणों में होगी नीट यूजी की काउंसलिंग
अगली खबर पढ़ें

कोरोना संक्रमण ने बनाया नया रिकॉर्ड, चीन के दो शहर बने हॉटस्पॉट

Omicron in the world
Omicron in the world
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Dec 2021 07:18 PM
bookmark

28 दिसंबर को पूरी दुनिया में 14.4 लाख कोविड (Covid-19) पॉजिटिव केस सामने आए हैं। एक दिन में कोविड संक्रमितों की यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। एक महीने में ही कोविड (Covid-19) संक्रमितों की संख्या में लगभग 50% का इजाफा हुआ है।

चीन के दो शहरों में लगाना पड़ा लॉकडाउन चीन के वुहान (2019) में कोरोना (Covid-19) फैलने के 21 महीने बाद यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। इस बार महामारी का केंद्र चीनी शहर शियान (Shiyan) है जहां पिछले हफ्ते लॉकडाउन (Lockdown) लगा दिया गया है।

चीन के मुताबिक शियान में पिछले एक महीने में 800 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए। बता दें कि चीन में कोरोना को लेकर बेहद कड़े नियम हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शियान शहर में लोगों की चार बार कोरोना जांच की जा चुकी है और पांचवें की तैयारी है। इस बीच चीन के दूसरे शहर यनान (Yan'an) में भी लॉकडाउन (Lockdown) लगा दिया गया है।

11,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द चीन के कड़े नियमों के चलते अमेरिकी शहर शियाटल से शंघाई आ रहे यात्री विमान को बीच रास्ते में ही वापस अमेरिका जाना पड़ा क्योंकि, चीन ने विमानों के सफाई के नियम में अचानक बदलाव कर दिए हैं। अमेरिकी विमान कंपनी ने इन नियमों के विरोध में अपने विमान को बीच रास्ते से ही वापस बुला लिया।

इस बीच 24 दिसंबर तक दुनिया भर में 11,500 से ज्यादा उड़ानों को कोविड (Covid-19) संक्रमण और ओमिक्रॉन के खतरे के चलते रद्द किया जा चुका है।

ये तीन देश बने हॉटस्पॉट पूरी दुनिया में कोविड (Covid-19) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत की राजधानी दिल्ली में एक दिन में 330 से ज्यादा मामले आने के बाद 28 दिसंबर को यलो अलर्ट (Yellow Alert) घोषित कर दिया गया। सभी स्कूल, सिनेमा हॉल, जिम बंद कर दिए गए हैं। होटल, रेस्त्रां और सार्वजनिक जगहों को आधी क्षमता के साथ काम करने के आदेश दिए गए हैं।

पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पहचाना गया ओमिक्रॉन (Omicron) वायरस अब 119 देशों में फैल चुका है और यह ढाई लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर चुका है। इससे अब तक 42 की मौत हो चुकी है। हालांकि, भारत में अभी तक ओमिक्रॉन (Omicron) से किसी मौत की पुष्टि नहीं हुई है।

ओमिक्रॉन (Omicron) से सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोप के देश हैं। ओमिक्रॉन (Omicron) को भले ही, माइल्ड वायरस कहा जा रहा है लेकिन, अमेरिका में इसके चलते ​टेस्टिंग किट, अस्पतालों में बेड, डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ की बेहद कमी पैदा हो गई है। केवल कैलिफोर्निया शहर में ही पिछले दो हफ्तों में संक्रमितों की संख्या में 71% का उछाल आया है और इस दौरान 4000 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती किए गए हैं।

खुद अमेरिकी राष्ट्रपति को कहना पड़ा कि फिलहाल मेडिकल सेवाएं पर्याप्त नहीं हैं, इसे और बेहतर करना पड़ेगा।

अवसाद के मामलों में आया उछाल ​पिछले दो साल से जारी महामारी ने जहां पूरी दुनिया को घोर आर्थिक संकट में ढकेल दिया है वहीं, इससे मानसिक बीमारियों में भी लगातार इजाफा हो रहा है।

महामारी (Pandemic) के दौरान लोग लंबे समय तक घरों में रहने के लिए मजबूर हुए हैं। किसी तरह के आयोजन, पार्टी आदि में शामिल न होना, छुट्टियों पर न जाना, रिश्तेदारों और दोस्तों से न मिलने जैसी तमाम वजहों का मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ा है।

एक सर्वे के मुताबिक कोरोना महामारी (Pandemic) के दौरान अवसाद (Depression) के वैश्विक मामलों में 27.6% और तनाव (Anxiety) के मामलों में 25.6% की बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले दो साल में मानसिक तनाव बढ़ने की कई वजहें हैं।

1. लोगों को उम्मीद थी कि कोरोना (Covid-19) की दवा या वैक्सिन (Vaccine) आने के बाद सबकुछ सामान्य हो जाएगा लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। दुनिया के कई देशों में दूसरी या तीसरी बूस्टर डोज (Booster Dose) लगाई जा रही है। आशंका है कि आने वाले वक्त में ऐसे कई बूस्टर डोज (Booster Dose) और भी लगवाने पड़ सकते हैं।

2. कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद माना गया कि संक्रमित लोगों में अपने-आप इम्यूनिटी (Herd Immunity) पैदा हो गई है, जो टीका लगवाने के बराबर है। कोरोना के लगातार सामने आ रहे नए वैरिएंट ने इस खुशफहमी को भी ज्यादा दिन टिकने नहीं दिया।

3. लोगों में महामारी (Pandemic) से कभी न निकल पाने की आशंका घर करती जा रही है जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक संकेत है। लोगों को 2022 में इस महामारी से निजात मिलने की उम्मीद थी लेकिन, उसे भी ओमिक्रॉन ने घूमिल कर दिया है।

4. पिछले दो साल से लगातार मास्क पहनने, सामाजिक दूरी, बार-बार हाथ धोने जैसे कोरोना प्रोटोकॉल (Covid Appropriate Behaviour) ने भी लोगों को थका दिया है। यही वजह है कि दुनिया भर में कोरोना प्रोटोकाल के प्रति उदासीनता और लापरवाही दोनों बढ़ रही है। हालांकि, इसके चलते वायरस लगातार म्यूटेट कर रहा है और नए वैरिएंट के कारण महामारी का असर कम होने के बजाए अचानक बढ़ने लगता है।

निराशा और हताशा के इस दौर के बावजूद हमें नहीं भूलना चाहिए 2020 की तुलना में 2021 में हमारे पास वैक्सिन और दवाइयां हैं और महामारी (Pandemic) से लड़ने के लिए हम बेहतर तरीके से तैयार हैं।

कोरोना के खिलाफ लड़ाई को इन लोगों ने किया कमजोर इसमें कोई दो राय नहीं कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करने के लिए टीकाकरण के प्रति उदासीनता बरतने वाले लोग और देश जिम्मेदार हैं। वह सरकारें भी जिम्मेदार हैं जिन्होंने समय रहते कड़े कदम नहीं उठाए या लोगों को जागरुक करने के पर्याप्त प्रयास नहीं किए।

पिछले दो साल का अुनभव बताता है कि टीकाकरण (Vaccination) ने वायरस के प्रकोप को कम किया है। टीका न लगवाने वाले लोगों के शरीर में प्रवेश करने की वजह से कोरोना के नए-नए वैरिएंट पैदा हो रहे हैं जो नई लहर के लिए जिम्मेदार हैं।

अगर ऐसे ही चलता रहा तो, संभव है कि दिसंबर 2022 में भी हम कोरोना (Covid-19) के किसी नए वैरिएंट पर चर्चा कर रहे हों। इससे बचने के लिए एक बार फिर से हमें अपने डॉक्टरों, वैज्ञानिकों और वैज्ञानिक उपायों पर भरोसे को मजबूत करना होगा।

टीकाकरण अभियान चलाना सरकार की जिम्मेदारी है लेकिन, इसे सफल बनाने के लिए हमें और आपको टीकाकरण केंद्र तक जाना होगा। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, बार-बार हाथ धुलने की आदत को तब तक नहीं छोड़ना है जब तक एक भी व्यक्ति कोरोना (Covid-19) संक्रमित है। हम वायरस को खत्म भले नहीं कर सकते लेकिन, इसे फैलने से जरूर रोक सकते हैं। 2022 के लिए हमारा यही संकल्प होना चाहिए।

- संजीव श्रीवास्तव

अगली खबर पढ़ें

Lucky zodiac : 2022 में भाग्यशाली रहेंगे इन राशियों के लोग, होगी खूब तरक्की

1001266 rashifal
Lucky zodiac
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:13 AM
bookmark
Lucky zodiac : नव वर्ष 2022 (new year 2022) का बहुत जल्द आगमन होने वाला है। ऐसे में हर किसी की इच्छा रहती है कि नया साल उसके लिए खुशियों से भरा रहे। ज्योतिष (Astrology) के मुताबिक नया साल राशिचक्र की 6 राशियों के लिए खास साबित होने वाला है। इन राशियों से संबंधित लोगों के जीवन (Life) में सकारात्मक बदलाव आएगा। कैरियर (Carrier) में तरक्की के साथ-साथ आर्थिक हालात भी मजबूत होंगे। इसके अलावा नए साल में कुछ खास मनोकामनाएं (wishes) भी पूरे होंगे। आगे जानते हैं कि नए साल में किन 6 राशियों के जातक भाग्य का पूरा साथ मिलेगा।

Lucky zodiac /भाग्यशाली राशियां

वृषभ ज्योतिष के मुताबिक 2022 आपके लिए लकी साबित होने वाला है। नए साल में लाइफ में बहुत सारे पॅाजीटिव बदलाव देखने को मिलेगा। इसके अलावा कैरियर में तरक्की होगी। धन और संपत्ति के मामलों में भी नए साल लाभकारी रहने वाला है। व्यापार में आर्थिक प्रगति और नौकरी में कार्यस्थल पर काम का बोलबाला रहेगा। सिंह साल 2022 सिंह राशि वालों के लिए शुभ रहेगा। नए साल में भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। रोजगार में लाभकारी अवसर मिलेंगे। साथ ही परिवार के सदस्यों से आर्थिक लाभ मिलता रहेगा। इसके अलावा नए साल में लोगों का साथ भी मिलेगा। तुला तुला राशि के जातकों के लिए साल 2022 बहुत सारी खुशियां लेकर आ रहा है। नए साल में लव लाइफ अच्छी रहने वाली है। रोजाना की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। इसके अलावा नए साल में मेहनत का पूरा फल मिलेगा। रोजगार के नए और अच्छे अवसर मिलेंगे। वृश्चिक नववर्ष 2022 में धन लाभ के कई अवसर मिलेंगे। हालांकि लाभ के अवसरों को आपको खुद भुनाना पड़ेगा। नए साल में हर कामनाओं की पूर्ति होगी। इसके अलावा किस्मत का पूरा साथ मिलेगा। मकर आने वाला साल 2022 मकर राशि के जातकों को शुभ साबित होगा। नए साल में सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे। साथ कि किस्मत का भरपूर साथ मिलेगा। व्यापार और रोजगार में आर्थिक उन्नति होगी। साथ ही पारिवारिक जीवन में खुशियां रहेंगी। कुंभ आने वाले नए साल में लाइफ में काफी उन्नति होगी। इस साल की तुलना में नए साल में आर्थिक हालात और भी अच्छे होंगे। मेहनत से अधिक भाग्य का साथ मिलेगा। हालांकि लव लाइफ में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। यशराज कनिया कुमार, वैदिक एवं अंक ज्योतिषी