धोनी के नक्शेकदम पर सूर्या, एशिया कप जीतने का सुनहरा मौका

धोनी के नक्शेकदम पर सूर्या, एशिया कप जीतने का सुनहरा मौका
locationभारत
userचेतना मंच
calendar22 Aug 2025 10:12 AM
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एशिया कप 2025 में भारतीय टीम की कमान अब सूर्यकुमार यादव के हाथों में है। युवा कप्तान के कंधों पर सिर्फ टीम का नेतृत्व नहीं बल्कि पूरे देश के लिए खिताब जीतने की जिम्मेदारी भी है। टी20 एशिया कप का इतिहास छोटा ही है—2016 और 2022 में ही टूर्नामेंट आयोजित हुआ। लेकिन इस बार Team India का मिशन बड़ा है एशिया कप 2025 में बेहतरीन प्रदर्शन कर टी20 वर्ल्ड कप 2026 से पहले दबदबा कायम करना। भारतीय टीम 10 सितंबर को यूएई के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी, और सभी की निगाहें अब सूर्यकुमार यादव और उनकी टीम पर टिकी हैं।  Asia Cup 2025

धोनी ही एकमात्र भारतीय कप्तान जिन्होंने जीता खिताब

टी20 एशिया कप 2016 में भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे। फाइनल में उन्होंने बांग्लादेश को 8 विकेट से हराकर भारत को खिताब दिलाया। बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 120 रन बनाए, तो भारत के लिए शिखर धवन ने 60 और विराट कोहली ने 41 रनों की पारी खेली। महेंद्र सिंह धोनी ने नंबर-4 पर उतरे और महज 6 गेंदों में 20 रन बनाकर मैच की दिशा बदल दी, जिसमें एक चौका और दो छक्के शामिल थे। साल 2022 में टी20 फॉर्मेट में दूसरा एशिया कप खेला गया। तब भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा थे, लेकिन टीम फाइनल तक नहीं पहुँच सकी। श्रीलंका ने दासुन शनाका की कप्तानी में पाकिस्तान को हराकर खिताब अपने नाम किया।

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सूर्यकुमार यादव के लिए सुनहरा अवसर

अब सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारतीय टीम एशिया कप में उतर रही है। अगर भारत उनकी नेतृत्व में खिताब जीतता है, तो वह महेंद्र सिंह धोनी के बाद टी20 एशिया कप जीतने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय कप्तान बनेंगे। यह सूर्यकुमार का पहला एशिया कप है, जबकि रोहित शर्मा ने वनडे फॉर्मेट में दो बार (2018 और 2023) खिताब जीता, लेकिन टी20 एशिया कप में उनका हाथ खाली रहा।

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टीम इंडिया के लिए आसान नहीं राह, नंबर-8 पर फंसी रणनीति

टीम इंडिया के लिए आसान नहीं राह, नंबर-8 पर फंसी रणनीति
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 10:55 PM
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एशिया कप 2025 की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है और पूरा क्रिकेट जगत अब टीम इंडिया की ओर टकटकी लगाए बैठा है। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारत इस खिताब का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है। 9 सितंबर से आगाज होने वाले इस टूर्नामेंट में भारत 10 सितंबर को यूएई के खिलाफ पहला मैच खेलेगा, जबकि 14 सितंबर को होगा असली महामुकाबला—भारत बनाम पाकिस्तान। कागज़ों पर टीम इंडिया मजबूत है, लेकिन चुनौती नंबर-8 पर फंसी बल्लेबाजी गहराई की है।   Asia Cup 2025

गेंदबाजों पर दुविधा

एशिया कप 2025 में टीम इंडिया का गेंदबाजी आक्रमण जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती जैसे सितारों पर टिका है। ये चारों भारतीय गेंदबाजी की रीढ़ हैं और विपक्षी टीमों के लिए सिरदर्द साबित होंगे। लेकिन अगर टॉप और मिडिल ऑर्डर रन बनाने में फिसल जाए तो इन गेंदबाजों से निचले क्रम में बल्लेबाजी की जिम्मेदारी निभाना चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि इनमें से कोई भी अपना बल्ला कमाल नहीं दिखा सकता।

हर्षित राणा पर भरोसा?

एशिया कप 2025 के इस अहम मोड़ पर टीम इंडिया के मैनेजमेंट के सामने बड़ा सवाल है: क्या कुलदीप यादव या वरुण चक्रवर्ती में से किसी को आराम देकर हर्षित राणा को मौका दिया जाए? राणा अपने बल्ले और गेंद दोनों से टीम को संतुलन दे सकते हैं, लेकिन उनके अनुभव सीमित हैं—अब तक सिर्फ एक ही टी20 इंटरनेशनल मैच खेला है। ऐसे में यह फैसला टीम इंडिया के लिए जोखिम भरा साबित हो सकता है।

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मैनेजमेंट की रणनीति

एशिया कप 2025 में टीम इंडिया की नजरें खिताब पर टिकी हैं, और इस बार नंबर-8 की पोजीशन पर फैसला अहम बन गया है। टी20 क्रिकेट में निचले क्रम तक मजबूत बल्लेबाजी होना जरूरी है, इसी रणनीति के तहत हर्षित राणा को स्क्वॉड में शामिल किया गया। लेकिन सवाल यह है कि क्या अनुभवहीन खिलाड़ी पर इतनी बड़ी जिम्मेदारी डालना टीम इंडिया के लिए सही होगा? इस जवाब का इंतजार अब सूर्या और टीम मैनेजमेंट को करना होगा।

संभावित प्लेइंग इलेवन

एशिया कप 2025 में टीम इंडिया की संभावित प्लेइंग इलेवन इस प्रकार है -  अभिषेक शर्मा, शुभमन गिल, तिलक वर्मा, कप्तान सूर्यकुमार यादव, अक्षर पटेल, हार्दिक पंड्या, विकेटकीपर जितेश शर्मा, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती, अर्शदीप सिंह और जसप्रीत बुमराह। यह वही टीम है जिस पर भारतीय फैंस की नजरें खिताब तक पहुँचने की उम्मीदों के साथ लगी हुई हैं।  Asia Cup 2025

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6 मिनट की चुनौती! टीम इंडिया के गेंदबाजों को पास करना होगा ये खास टेस्ट

6 मिनट की चुनौती! टीम इंडिया के गेंदबाजों को पास करना होगा ये खास टेस्ट
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Nov 2025 02:05 AM
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भारतीय क्रिकेट टीम ने तेज गेंदबाजों के लिए कड़ा नया फिटनेस नियम लागू कर दिया है। अब टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए हर तेज गेंदबाज को एक खास टेस्ट पास करना अनिवार्य होगा। इस खास टेस्ट का नाम  है Bronco Test। BCCI ने यह साफ किया है कि इस टेस्ट को केवल 6 मिनट में पूरा करना होगा, और जो खिलाड़ी इसमें सफल नहीं होगा, उसे टीम में अपनी पहचान बनाए रखनमुश्किल हो जाएगा। यह कदम टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों की सहनशक्ति और रन-अप क्षमता को नए स्तर पर ले जाने के लिए उठाया गया है।  Bronco Test

मैदान पर दौड़ ही अब प्राथमिकता

BCCI ने टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों की फिटनेस और सहनशक्ति बढ़ाने के लिए एक नया फैसला लिया है। अब खिलाड़ी घंटों जिम में समय बिताने की बजाय मैदान पर दौड़ने और स्टैमिना बढ़ाने पर जोर देंगे। यह कदम खासकर इंग्लैंड दौरे में चोटिल हुए गेंदबाजों को देखते हुए उठाया गया है, ताकि टीम इंडिया हर हाल में मजबूत और फिट रहे।

Bronco Test क्या है ?

Bronco Test में खिलाड़ी को लगातार दौड़ने की चुनौती दी जाती है। इसमें 20 मीटर, 40 मीटर और 60 मीटर शटल रन शामिल हैं, और एक सेट पूरा करने के बाद पांच ऐसे सेट बिना रुके पूरे करना होता है, जो कुल 1200 मीटर के बराबर है। इसे 6 मिनट में पूरा करना जरूरी है। पहले टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों के लिए 2 किलोमीटर टाइम ट्रायल का मानक 8 मिनट 15 सेकंड था, जबकि बल्लेबाजों, विकेटकीपर और स्पिनरों के लिए यह 8 मिनट 30 सेकंड तय था। इंग्लैंड दौरे में मोहम्मद सिराज को छोड़कर बाकी तेज गेंदबाज अपनी फिटनेस में पीछे रह गए, जिससे टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी पर सवाल उठने लगे। अब BCCI ने इसे सुधारने के लिए नए फिटनेस मानक लागू किए हैं, ताकि टीम इंडिया हर हाल में मजबूत और तैयार रहे।

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कोच गौतम गंभीर और COE का समर्थन

इस टेस्ट की शुरुआत का सुझाव स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच एड्रियन ले रॉक्स ने दिया था और हेड कोच गौतम गंभीर ने इसे समर्थन दिया। ले रॉक्स का मानना है कि तेज गेंदबाजों को जिम के बजाय मैदान पर दौड़ने पर जोर देना चाहिए, क्योंकि कई खिलाड़ी केवल जिम पर निर्भर रहते थे। इंग्लैंड दौरे में कई तेज गेंदबाज, जैसे आकाश दीप और प्रसिद्ध कृष्णा, बॉलिंग करते समय कठिनाई में थे। जसप्रीत बुमराह केवल तीन टेस्ट मैच खेल पाए, जबकि मोहम्मद सिराज ही पांचों टेस्ट में पूरी तरह सक्रिय रहे। यही कारण है कि Bronco Test को यो-यो टेस्ट के अतिरिक्त नया मानक बनाया गया है।   Bronco Test