‘छोड़ दो भाई…’ कहता रहा युवक, दबंगों ने थूक लगी चप्पल से रौंद डाली इज्जत

वायरल वीडियो ने उत्तर प्रदेश में कानून–व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की दबंगई लंबे समय से इलाके में देखी जा रही थी, लेकिन सख्त कार्रवाई न होने से आरोपियों के हौसले लगातार बढ़ते रहे।

उत्तर प्रदेश के देवरिया में इंसानियत शर्मसार, युवक पर लात–घूसों की बरसात का सीन
उत्तर प्रदेश के देवरिया में इंसानियत शर्मसार, युवक पर लात–घूसों की बरसात का सीन
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar01 Dec 2025 10:00 AM
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UP News : उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। उत्तर प्रदेश के देवरिया सदर कोतवाली क्षेत्र के गोबराई खास गांव में कुछ दबंग युवकों ने एक राहगीर युवक को बीच रास्ते पर घेर लिया, उसे बेरहमी से पीटते हुए न सिर्फ शारीरिक रूप से जख्मी किया, बल्कि उसकी तौहीन की सारी हदें पार कर दीं। आरोप है कि दबंगों ने चप्पल पर थूककर उसे जबरन चटवाया और पूरी शर्मनाक हरकत को वीडियो में कैद कर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जो कुछ ही घंटों में उत्तर प्रदेश भर में वायरल हो गया। मामला सुर्खियों में आते ही उत्तर प्रदेश पुलिस हरकत में आ गई और देवरिया पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की प्रक्रिया तेज कर दी है।

रास्ता रोककर की मारपीट

घटना 29 नवंबर की बताई जा रही है। आरोप है कि उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के गोबराई खास गांव के पास युवक बाजार जा रहा था, तभी सकरापार और गोबराई के रहने वाले चार लड़कों ने उसका रास्ता रोक लिया। जब युवक ने आपत्ति जताई तो दबंग भड़क गए। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ दिख रहा है कि युवक हाथ जोड़कर रहम की भीख मांग रहा है, बार–बार छोड़ देने की गुहार लगा रहा है, लेकिन दबंग उस पर लगातार थप्पड़ों, लातों और घूसों की बरसात करते रहते हैं। इतना ही नहीं, आरोपियों ने बेल्ट से भी युवक की पिटाई की और उसके साथ सार्वजनिक रूप से बदसलूकी की।

चप्पल पर थूककर चटवाया

पीड़ित पक्ष का कहना है कि आरोपियों ने युवक को सिर्फ पीटा ही नहीं, बल्कि उसकी इज्जत को भी रौंदने की कोशिश की। दबंगों ने चप्पल पर थूककर उसे चटवाया और इस घृणित हरकत का वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया। बाद में इस वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया गया, जिससे पूरी घटना तेजी से वायरल हो गई। वायरल वीडियो ने उत्तर प्रदेश में कानून–व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की दबंगई लंबे समय से इलाके में देखी जा रही थी, लेकिन सख्त कार्रवाई न होने से आरोपियों के हौसले लगातार बढ़ते रहे।

यूपी पुलिस ने शुरू की कार्रवाई

वीडियो सामने आने के बाद पीड़ित की मां ने देवरिया सदर कोतवाली में तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई। तहरीर में लिखा गया है कि 29 नवंबर की दोपहर करीब 3 बजे उनका बेटा जब बाजार के लिए निकला, तो रास्ते में चार लड़कों ने उसे पकड़ लिया। रास्ता रोके जाने का विरोध करने पर बेटे को बेल्ट और चप्पलों से जमकर पीटा गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। मां ने यह भी आरोप लगाया कि दबंगों ने चप्पल पर थूककर उसे चटवाया और पूरे मामले का वीडियो बनाकर उसकी सामाजिक और मानसिक तौर पर गहरी चोट पहुंचाई। घटना के बाद से बेटा अत्यधिक तनाव में है और पूरा परिवार दहशत में जी रहा है। पीड़ित की तहरीर और वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। देवरिया सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार सिंह के अनुसार, एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और वीडियो के आधार पर अन्य युवकों की भी पहचान की जा रही है। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

रात में पीड़ित के घर पर भी हमला

पीड़ित की मां के मुताबिक, बात यहीं खत्म नहीं हुई। आरोप है कि मारपीट के बाद उसी रात करीब छह युवक उनके घर के बाहर जुट गए। उन्होंने घर पर पथराव किया और गेट तोड़ने की कोशिश की। सहमे हुए परिवार ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। इस दौरान दबंगों ने पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी और फिर मौके से फरार हो गए।

इस हमले के बाद से पीड़ित परिवार दहशत में है। ग्रामीणों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के इस इलाके में यह गिरोह लंबे समय से दबंगई कर रहा है और लोगों में खौफ का माहौल बना हुआ है। अब लोगों को उम्मीद है कि वीडियो वायरल होने के बाद देवरिया पुलिस और उत्तर प्रदेश प्रशासन इस मामले में सख्त उदाहरण पेश करेंगे।

कानून–व्यवस्था पर उठे सवाल

ग्रामीणों और स्थानीय लोगों ने मांग की है कि उत्तर प्रदेश पुलिस इस मामले को सिर्फ एक साधारण मारपीट के मामले के तौर पर न लेकर, इसे अमानवीय उत्पीड़न और सामाजिक अपमान के गंभीर केस की तरह देखे। उनका कहना है कि यदि ऐसे दबंगों पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो क्षेत्र में भय और बढ़ेगा और आम लोगों का कानून पर से भरोसा डगमगा सकता है। फिलहाल, देवरिया पुलिस वायरल वीडियो के हर फ्रेम की जांच कर रही है और उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारियों का दावा है कि घटना में शामिल सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कानून के हवाले किया जाएगा। पीड़ित परिवार ने भी उम्मीद जताई है कि उन्हें न्याय मिलेगा और इस तरह की दरिंदगी दोबारा किसी के साथ न हो, इसके लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी। UP News

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उत्तर प्रदेश में लव मैरिज के बाद SIR का पेंच, कागजों के चक्रव्यूह में फंसी महिलाएं

परिवार से संपर्क पूरी तरह खत्म होने की वजह से वह कोई कागज़ दिखा नहीं पाई। ऐसे में SIR से जुड़ी कार्रवाई फिलहाल रोकनी पड़ी और संबंधित BLO ने अगली बार दस्तावेज़ तैयार रखने की हिदायत देकर फाइल आगे बढ़ाने से मना कर दिया।

उत्तर प्रदेश की प्रेम विवाहिता महिलाएं SIR प्रक्रिया में फंसीं, मायके से कागज़ न मिलने पर परेशान
उत्तर प्रदेश की प्रेम विवाहिता महिलाएं SIR प्रक्रिया में फंसीं, मायके से कागज़ न मिलने पर परेशान
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar01 Dec 2025 09:30 AM
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UP News : उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR) की रफ्तार तेज है। घर–घर पहुंच रहे बीएलओ (BLO) लोगों से गणना प्रपत्र भरवा रहे हैं, ताकि हर मतदाता का डेटा अपडेट किया जा सके। लेकिन इसी बीच उत्तर प्रदेश की वे महिलाएं, जो घर से भागकर प्रेम विवाह कर चुकी हैं, अब एक नई दुविधा में फंस गई हैं। जिन परिवारों से रिश्ता तोड़कर उन्होंने नई जिंदगी शुरू की थी, अब वही मायके वाले SIR से जुड़े दस्तावेज़ देने से साफ इंकार कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश से राजस्थान तक Love Marriage वालों के लिए SIR बना ‘इम्तिहान’

मतदाता सूची सुधारने के लिए चल रहे SIR अभियान में उत्तर प्रदेश से लेकर राजस्थान तक ऐसे कई केस सामने आए हैं, जहां प्रेम विवाह करके ससुराल में बस चुकी महिलाओं के सामने पहचान से जुड़े दस्तावेज़ जुटाना बड़ी चुनौती बन गया है। कई मामलों में महिलाओं के मायके वाले न सिर्फ बात करने से बच रहे हैं, बल्कि पिता का नाम, पुरानी वोटर लिस्ट या पहचान पत्र से जुड़ी कोई जानकारी देने को भी तैयार नहीं हैं। नतीजतन, उत्तर प्रदेश की इन विवाहित महिलाओं के सामने अपना गणना फार्म सही–सही भरना भारी पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के चमनगंज इलाके से ऐसा ही एक मामला सामने आया। यहां की एक युवती ने प्रेम प्रसंग के चलते अपने परिवार से पूरी तरह नाता तोड़ लिया था। युवती को हमीरपुर के एक युवक से प्यार हुआ, परिवार ने शादी से इनकार कर दिया, तो उसने उत्तर प्रदेश ही के इस युवक के साथ भागकर कोर्ट मैरिज कर ली और ससुराल में बस गई। प्रेम कहानी तो अपने अंजाम तक पहुंच गई, लेकिन अब SIR की बारी आई तो मुश्किल खड़ी हो गई। मतदाता सूची से जुड़ी प्रक्रिया के तहत युवती से पिता की पहचान, पुराने पहचान पत्र और रिकॉर्ड से जुड़ी डिटेल मांगी गई। परिवार से संपर्क पूरी तरह खत्म होने की वजह से वह कोई कागज़ दिखा नहीं पाई। ऐसे में SIR से जुड़ी कार्रवाई फिलहाल रोकनी पड़ी और संबंधित BLO ने अगली बार दस्तावेज़ तैयार रखने की हिदायत देकर फाइल आगे बढ़ाने से मना कर दिया।

कानपुर–नोएडा–राजस्थान कनेक्शन

दूसरा मामला भी उत्तर प्रदेश से ही जुड़ा है। कानपुर के किदवई नगर में रहने वाला एक युवक नोएडा में नौकरी करता था। वहीं उसकी मुलाकात राजस्थान की एक युवती से हुई और दोनों के बीच प्रेम संबंध शुरू हो गए। लड़के के उत्तर प्रदेश वाले परिजन तो शादी के लिए राजी हो गए, लेकिन लड़की के राजस्थान स्थित परिवार ने साफ मना कर दिया। लड़की ने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर युवक से शादी की और कानपुर में ससुराल वालों के साथ रहने लगी। अब SIR के दौरान जब उत्तर प्रदेश के कानपुर में उसके ससुराल पर BLO पहुंचे और गणना फार्म भरने की प्रक्रिया शुरू हुई, तो पता चला कि लड़की के पास अपने पिता और मायके की पुरानी वोटर आईडी व 2003 की मतदाता सूची से जुड़े विवरण नहीं हैं।

परिवार से बात करने का रास्ता बंद होने पर उसने अपने मायके के पड़ोसियों से संपर्क साधकर जरूरी जानकारी जुटाने की कोशिश शुरू की, ताकि उत्तर प्रदेश में ही उसका नाम मतदाता सूची में सही ढंग से दर्ज हो सके।

उदयपुर केस

राजस्थान के उदयपुर में रहने वाले राहुल ने वंदना से प्रेम विवाह किया। शादी के बाद वंदना का अपने मायके आना–जाना पूरी तरह बंद हो गया। जब मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण का गणना फार्म भरने की बारी आई तो वंदना ने पहचान संबंधी दस्तावेज़ मांगे, लेकिन मायकेवालों ने देने से साफ इंकार कर दिया। इस बीच उत्तर प्रदेश से जुड़े उदाहरणों को देखते हुए उदयपुर का प्रशासन भी ऐसे मामलों को संवेदनशीलता से लेने की बात कह रहा है। BLO के समझाने और आग्रह के बाद राहुल ने अपने और पत्नी दोनों के गणना फॉर्म भरकर जमा करा दिए, ताकि कम से कम प्रक्रिया शुरू हो सके और आगे प्रशासन की मदद से दस्तावेज़ पूरे किए जा सकें।

SIR के जंजाल में उलझीं महिलाएं

इन तमाम मामलों ने यह साफ कर दिया है कि प्रेम विवाह कर मायके से रिश्ता तोड़ चुकी कई युवतियां अब SIR के भंवर में फंस गई हैं। उत्तर प्रदेश की ऐसी महिलाएं, जिनके माता–पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं, या जो पति से अलग रह रही हैं, या जिनके मायके वाले सामाजिक दबाव के कारण कोई मदद नहीं कर रहे, उनके सामने पहचान से जुड़े दस्तावेज़, EPIC नंबर, पुराने बूथ नंबर और मतदाता सूची की जानकारी जुटाना और भी मुश्किल हो गया है। परिणाम यह है कि उत्तर प्रदेश जैसी बड़ी आबादी वाले राज्य में भी इन महिलाओं को मतदाता के बुनियादी अधिकार को सुरक्षित रखने के लिए अफसरों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। UP News

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यूपी में बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत, बकाया बिलों पर 100% ब्याज माफी

बहुत से उपभोक्ता अपने पुराने बिलों के ज्यादा होने के कारण उसे जमा नहीं कर रहे थे। अब उन्हें जब इसमें छूट मिलने जा रही है तो वे इसे आसानी से जमा कर सकेंगे।

cm yogi (13)
सीएम योगी आदित्यनाथ
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar30 Nov 2025 06:06 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं के लिए विद्युत बिल राहत योजना 2025-26 की शुरुआत की घोषणा की है। यह योजना 1 दिसंबर 2025 से लागू होगी और इसमें उपभोक्ताओं को अपने पुराने बिजली बिलों पर बड़ी राहत मिलेगी। बहुत से उपभोक्ता अपने पुराने बिलों के ज्यादा होने के कारण उसे जमा नहीं कर रहे थे। अब उन्हें जब इसमें छूट मिलने जा रही है तो वे इसे आसानी से जमा कर सकेंगे।

योजना के मुख्य लाभ

1. बकाया बिलों में राहत:

  * सभी बकाया बिलों पर 100% ब्याज माफी

  * मूलधन पर 25% की छूट


2. भुगतान सुविधा:

 * घरेलू और छोटे व्यावसायिक उपभोक्ता अपने बकाया बिल किस्तों में चुकता कर सकते हैं।


3. बढ़े हुए बिलों का संशोधन:

  * जिनके बिल औसत खपत के आधार पर बढ़े हैं, उनका बिल स्वत: घटाया जाएगा।

  * यह उन उपभोक्ताओं के लिए है जिनके मीटर खराब होने या तकनीकी कारणों से बिल ज्यादा आया था।

कौन इस योजना का लाभ ले सकता है

* घरेलू उपभोक्ता: 2 किलोवाट तक

* छोटे दुकानदार: 1 किलोवाट तक

* पुराने बिजली चोरी या विवादित बिलों वाले उपभोक्ताओं को भी इस योजना के अंतर्गत सुधारित बिल और राहत दी जाएगी।

सरकारी निगरानी और रिपोर्टिंग

योजना के दौरान फील्ड में निरीक्षण किया जाएगा और रोजाना रिपोर्टिंग सुनिश्चित की जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी उपभोक्ता को आवेदन या बिल संशोधन में परेशानी न हो। लापरवाही पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इस योजना का उद्देश्य उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ कम करना, अधिक से अधिक लोगों को योजना से जोड़ना, नियमित बिल भुगतान को प्रोत्साहित करना, पुराने विवादित मामलों में भी उपभोक्ताओं को राहत देना है। इस तरह 1 दिसंबर 2025 से यूपी में घर और छोटे दुकानदार बिजली उपभोक्ता अपने बकाया बिलों पर 100% ब्याज माफी और 25% छूट के साथ किस्तों में भुगतान कर सकते हैं। योजना का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठाकर अपनी बिजली संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाएं।