UP news: कार्यकर्ताओं को BJP के निर्देश, गाड़ियों पर झंडे लगाकर आएं शपथ ग्रहण समारोह

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar21 Mar 2022 05:09 PM
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UP news: यूपी की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 25 मार्च 2022 को यूपी की राजधानी लखनऊ के इकाना स्टेडियम में सम्पन्न होना है. यूपी की इस नई सरकार के गठन को लेकर काफी जोरदार तैयारिया पर चल रही है. शपथ ग्रहण आयोजन से 4 दिन पहले उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं के लिए निर्देश जारी किए है. इसमें कहा गया है कि, शपथ ग्रहण आयोजन वाले दिन पूरे राज्य में कार्यकर्ता पूजा पाठ करे. साथ ही यह भी कहा है की, शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले और प्रदेश भर से आ रहे कार्यकर्ताओ ने अपनी गाड़ियों पर झंडे लगाकर आएं. (UP news) >> यह भी पढ़े:- Omprakash Rajbhar: BJP गठबंधन में हो सकते है ओमप्रकाश राजभर की वापसी

BJP कार्यकर्ताओं को ये निर्देश जारी किए-

1. शपथ ग्रहण समारोह के दिन प्रदेश भर के शक्ति केंद्र स्तर पर सुबह 8 से 10 बजे तक मंदिरों में पूजा-पथ करे. 2. BJP कार्यकर्ताओं को लिए जारी निर्देशो में यह भी कहा गया है कि, शपथ ग्रहण समारोह में सभी विधानसभा के कार्यकर्ताओ को आना है. 3. हर विधानसभा से दो - दो कार्यकर्ताओ को 24 मार्च 2022 को ही आने के लिए कहा गया है. 4. उत्तर प्रदेश के हर जिले से BJP जिलाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि, वे कार्यकर्ताओ की लिस्ट तैयार करे. 5. BJP के सभी कार्यकर्ताओ से कहा गया है की, वे अपनी-अपनी गाड़ियों में BJP के झंडे जरूर लगाए. बता दू कि शपथ ग्रहण समारोह से 1 दिन पहले 24 मार्च को भारतीय जनता पार्टी विधायक दल की बैठक होगी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लखनऊ आएगे. इस दिन ही विधायक दल की बैठक (Legislative Party Meeting) में नेता का चुनाव किया जाएगा.   [caption id="" align="alignnone" width="863"]UP-BJP-instructions-to-the-workers Source by Aaj Tak[/caption]
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UP news: UP में BJP ने हासिल किया बहुमत

UP Elections 2022 में 403 विधानसभा सीटों में से BJP गठबंधन ने 273 सीटे हासिल की है. इसमें भारतीय जनता पार्टी को 255 और उसके 2 सहयोगी दल, अपना दल को 12 और निषाद पार्टी को 6 सीटे मिली है. वहीं, सपा के गठबंधन ने 125 सीटों पर विजय प्राप्त की है. इसमें से समाजवादी पार्टी को 111, उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल को 8 और सुहेलदेव BJP को 6 सीटो पर कामयाबी मिली है. मायावती की बहुजन समाज पार्टी सिर्फ 1 सीट हासिल कर सकी है. इसके अलावा कांग्रेस को केवल 2 सीट मिली है. 2 सीटें अन्य के खाते में आई है. (UP news)
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Devotee Story :भक्त भुवन सिंह

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 01:29 AM
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 विनय संकोची महाराना उदयपुर के एक प्रमुख दरबारी थे भुवन सिंह चौहान, जो भगवान श्रीकृष्ण के परम भक्त थे। महाराज शिकार के शौकीन थे। एक दिन महाराज उदयपुर अपने सामंतों के साथ शिकार खेलने निकले। उन्होंने एक हिरनी का पीछा तो किया लेकिन उसको शिकार नहीं बना पाए। महाराज खुद तो रुक गए और भुवन सिंह को हिरनी के पीछे भेज दिया। कुछ आगे जाने पर भुवन सिंह ने एक पेड़ की आड़ में डर के मारे कांपती निरीह हिरनी को खड़े पाया। उस समय उनके भी सिर पर शिकार का भूत सवार था। उन्होंने तलवार के एक ही वार से हिरनी के दो टुकड़े कर दिए। हिरनी के पेट में जो बच्चा पल रहा था, वह भी कट गया। मरते समय हिरनी ने जिस तरह कातर दृष्टि से भुवन सिंह को देखा, उससे वह सिहर उठे। उन्हें अपने इस कृत्य पर स्वयं से घृणा हुई। उसी क्षण भुवन सिंह ने मन ही मन संकल्प किया - ' आज से लोहे की नहीं काठ की तलवार रखूंगा, जिससे किसी भी जीव की हत्या ना हो सकेगी।' अपने संकल्प के अनुसार भुवन सिंह ने काठ कि तलवार बनवाकर म्यान में रखना शुरू कर दिया। यह बात दरबार के एक सामंत को पता चली तो उसने महाराणा को बताई। महाराणा को विश्वास ही नहीं हुआ। जब चुगलखोर सामंत ने बार-बार कहा तो महाराना ने सोचा कि भुवन सिंह की तलवार देखने में कोई बुराई तो है नहीं। अब महाराना के सामने धर्म संकट उपस्थित हो गया। यदि महाराना भुवन सिंह से तलवार दिखाने को कहते और तलवार लोहे की निकलती, तो वह क्या उत्तर देते। महाराना ने तिकड़म लड़ाई। उन्होंने एक भोज का आयोजन कर सभी दरबारियों को न्योता दिया। भोज के बाद अपनी तलवार म्यान से निकाल कर महाराज ने कहा - 'देखें, किसकी तलवार सबसे अधिक चमकती है।' भुवन सिंह उच्च श्रेणी के सामंत थे। उन्हें पहले तलवार निकालनी चाहिए थी, लेकिन वह चुप बैठे रहे। महाराज ने भुवन सिंह से तलवार दिखाने को कहा। अपने आराध्य श्रीकृष्ण का स्मरण कर भुवन सिंह ने तलवार म्यान से बाहर खींच ली। भक्त वत्सल भगवान की कृपा का चमत्कार हुआ। म्यान से बाहर निकलते ही बिजली की कौंध गई, सभी चकित रह गए। भुवन सिंह ने मन ही मन परमेश्वर का धन्यवाद किया। जिस सामंत ने शिकायत की थी राजा ने उसे मृत्युदंड की सजा सुना दी। भुवन सिंह से रहा नहीं गया, उन्होंने सिर झुकाकर महाराना को सब सच-सच बता दिया कि कैसे हिरनी की हत्या के बाद उनका हृदय परिवर्तन हो गया था और उन्होंने लकड़ी की तलवार रखनी शुरू कर दी थी। सत्य से अवगत होने पर महाराना के आश्चर्य का ठिकाना न रहा। महाराना ने खड़े होकर कहा - 'आज मैं आप जैसे महान भक्त के दर्शन कर धन्य हो गया। दर्शन तो मैं रोज ही किया करता था, लेकिन आपकी भक्ति का महत्व आज समझ पाया हूं। अब आपको मेरे दरबार में नहीं आना पड़ेगा। अब तो आप उन राजराजेश्वर की भक्ति कीजिए, मैं खुद ही आपके चरणों में हाजिर हुआ करूंगा।' उस दिन के बाद से भुवन सिंह के पास श्रीकृष्ण की भक्ति के अतिरिक्त अन्य कोई कार्य नहीं रहा।
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Health : सेहत का साथी है 'आंवला'

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 12:19 PM
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विनय संकोची Health : फाइलेंथस वंश का पादप आंवला एक फलदार वृक्ष है, जिसके पीले फूल घंटाकार और फल हरे चिकने और गूदे वाले होते हैं। संस्कृत में आंवला को अमृता, अमृत फल, आमलकी, पंचरसा आदि नाम दिए गए हैं। आयुर्वेद में आंवले को सर्वोत्कृष्ट औषधि के रूप में मान्यता प्राप्त है। प्राचीन ग्रंथों में आंवले को माता के समान रक्षा करने वाला कहा गया है। महर्षि चरक के मतानुसार शारीरिक अवनति को रोकने वाले दृव्यों में आंवला सबसे प्रमुख है। आंवला विटामिन-सी का सर्वोत्तम प्राकृतिक स्रोत है और बड़ी बात यह है कि आंवला में विद्यमान विटामिन-सी कभी नष्ट नहीं होता है। मान्यता है कि आंवला फल श्रीहरि विष्णु को बहुत प्रिय है। आंवला वृक्ष को पूजनीय घोषित किए जाने के पीछे संभवत यही भावना रही होगी कि कोई इस गुणकारी वृक्ष को नुकसान पहुंचाने का प्रयास न करे। आंवला (Gooseberry) के 100 ग्राम गूदे में 720 मिलीग्राम विटामिन-सी (Vitamin-C) पाया जाता है, जबकि इतने ही आंवला रस में विटामिन-सी की मात्रा 921 मिलीग्राम होती है। इसके अतिरिक्त आंवले में प्रोटीन(Protein) , खनिज द्रव्य(Minerals) , कार्बोहाइड्रेट(Carbohydrates) , कैल्शियम(Calcium,) , फास्फोरस(Phosphorus) , आयरन(Iron) , निकोटीनिक एसिड(Nicotinic Acid), गैलिक एसिड(Gallic Acid), टैनिक एसिड(Tannic Acid), ग्लूकोज(Glucose), एल्ब्यूमिन(Albumin) आदि तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। बेहद गुणकारी अमृत फल आंवला के नियमित सेवन से बुढ़ापा पास नहीं आता है, स्मरण शक्ति बढ़ती है। मधुमेह और दिल की बीमारी का इलाज भी आंवले में छिपा हुआ है।आइए जानते हैं की आंवला किस-किस शारीरिक व्याधि में कितना लाभकारी होता है। • मधुमेह के रोगियों की संख्या में निरंतर वृद्धि चिंता का विषय है। आज लगभग हर घर में मधुमेह का एक रोगी मिल जाता है। आंवला मधुमेह पीड़ितों के लिए किसी औषधि से कम नहीं है। आंवले में पाए जाने वाले खनिज 'क्रोमिक' न केवल कार्बोहाइड्रेट के पाचन में सहायक है, अपितु शरीर में इंसुलिन के स्तर को भी नियंत्रित रखता है। आंवला अथवा इसके चूर्ण आदि के नियमित सेवन से मधुमेह को नियंत्रण में रखा जा सकता है। • आंवला रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाने में सहायक है। हीमोग्लोबिन कम होने पर रोजाना आंवले के रस का सेवन करने से अप्रत्याशित लाभ होता है। आंवला लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण कर खून की कमी नहीं होने देता है। • नेत्र ज्योति बढ़ाने में आंवला अत्यंत लाभकारी है। एक चम्मच आंवला चूर्ण को शहद के साथ सेवन करने से लाभ होता है। इस प्रयोग से मोतियाबिंद की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। • आंवला याददाश्त बढ़ाने में भी बहुत सहायता करता है। यदि हर सुबह आंवला के मुरब्बे को गाय के दूध के साथ खाया जाए, तो भुलक्कड़पन दूर होता है। रोजाना आंवले का रस पीने से भी फायदा होता है। • आमला में हृदय रोग के खतरे को काफी कम करने वाले तत्व हैं। आंवले में एंटीऑक्सीडेंट और पोटेशियम जैसे कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक हैं। एंटीऑक्सीडेंट खून में बैड कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) के ऑक्सीकरण को रोककर दिल की सेहत में सुधार करता है। • आंवला रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायता करता है। आंवला का रस विटामिन-सी का उत्तम स्रोत है, जो जल में घुलनशील विटामिन है और एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के विरुद्ध कोशिकाओं के रक्षण के अतिरिक्त विटामिन-सी प्रतिरक्षा प्रणाली को सुदृढ़ बनाता है। • आंवला वजन घटाने में भी सहायक है। आंवले में पर्याप्त मात्रा में अमीनो एसिड होता है, जो शरीर के मेटाबॉलिक रेट को सुधारने का काम करता है। सुबह सवेरे खाली पेट आंवले के सेवन से शरीर में फैट नहीं जमता है। • आंवला में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट के कारण त्वचा के दाग धब्बों से भी मुक्ति मिलती है। इसके लिए आंवले का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाया भी जा सकता है। आंवला बालों को काला और चमकदार बनाने का काम बखूबी करता है। खाली पेट आंवला खाने या आंवले के पानी से बाल धोने से बाल चमकदार नजर आते हैं। • आंवला में कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में होता है, इसी कारण आंवला के नियमित सेवन से हड्डियां मजबूत होती है और जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। • आंवला पाचन तंत्र को ठीक कर पेट की समस्याओं से छुटकारा दिलाता है। खाली पेट आंवला सेवन से कब्ज और एसिडिटी में राहत मिलती है।

 विशेष : आंवला निश्चित रूप से बेहद स्वास्थ्यकर है। यहां आंवला के गुणों के संबंध में सामान्य जानकारी उपलब्ध कराई गई है, यदि आंवले को रोग विशेष में औषधि के रूप में प्रयोग करना है, तो योग्य चिकित्सा विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें। यह आवश्यक है।