Chanakya Niti : पति व पत्नी दोनों रखें पूर्ण संतुष्टि का ख्याल तो आप होंगे मालामाल

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Chanakya Niti Tips
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 01:50 PM
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सार

Chanakya Niti : दुनिया के सबसे बड़े ऋषि के रुप में स्थापित आचार्य चाणक्य की नीति में एक से बढ़कर एक ज्ञानवर्धक शिक्षा दी गई है। इन शिक्षाओं में आज के युग के हिसाब से सबसे अहम शिक्षा पति तथा पत्नी के रिश्तों को लेकर है।

विस्तार

Chanakya Niti : सब जानते हैं कि आचार्य चाणक्य महान अर्थशास्त्री और एक प्रसिद्ध कूटनीतिज्ञ थे। उन्होंने चाणक्य नीति में मनुष्य के जीवन के हर पहलू के विषय में लिखा है। चाणक्य नीति का सबसे अहम हिस्सा पुरूषों व महिलाओं को लेकर लिखा गया है। चाणक्य का दावा है कि यदि पति व पत्नी एक दूसरे की इच्छाओं का ध्यान रखते हुए संपूर्ण संतुष्टि प्रदान करे तो ऐसे स्त्री व पुरुष का परिवार हमेशा धनाड्य व खुशहाल होता है।

Chanakya Niti Tips

पति व पत्नी के लिए खास टिप्स

आचार्य चाणक्य अपनी सबसे प्रसिद्ध रचना चाणक्य नीति में सबकुछ बताने का प्रयास करते हैं। पति व पत्नी को शिक्षा देते हुए आचार्य चाणक्य लिखते हैं कि जब भी पति किसी बात को लेकर परेशान होता है तो पत्नी को चाहिए कि वह अपने पति को भरपूर समय दे। उसकी हर बात सुने और दोनों मिलकर समस्या का हल तलाश करें। ऐसा करने से घर परिवार में शांति स्थापित होती है। पति अधिक ऊर्जा के साथ काम कर सकता है जिससे घर की आमदनी बढ़ती है।

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आचार्य चाणक्य आगे बताते हैं कि पति पत्नी के रिश्ते का मूल आधार शारीरिक संबंधों से संपूर्ण संतुष्टि पर टिका होता है। इसलिए यह आवश्यक है कि पति व पत्नी एक दूसरे को संपूर्ण रुप से संतुष्ट अवश्य रखें। एक दूसरे को संपूर्ण संतुष्टि प्रदान करने वाले पति व पत्नी के परिवार में हमेशा खुशहाली रहती है। खुशहाल परिवार खूब धन धान कमाता है और हमेशा मालामाल रहता है।

प्रेम इच्छा का करें सम्मान

चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि प्रत्येक पत्नी का यह कर्तव्य है कि वह अपने पति की प्रेम इच्छा का पूरा सम्मान करे। ऐसा करने वाली पत्नियां हमेशा सुखी रहती है और उनके पति उनसे भरपूर प्यार करते रहते हैं। अपने पति को संपूर्ण संतुष्टि प्रदान करने वाली पत्नी को यह खतरा कभी नहीं रहताकि उसका पति कहीं बाहर किसी दूसरी महिला से संबंध स्थापित करेगा।

चाणक्य नीति में स्पष्ट कहा गया है कि यदि पति पत्नी को एक दूसरे के प्रति पूरी तरह से वफादार रहना है तो उन्हें अपने शारीरिक संबंधों (सेक्स लाइफ) को अधिक से अधिक संतुष्टि प्रदान करने वाले संबंध बनाने पड़ेंगे। जिन घरों में पति व पत्नी एक दूसरे को संपूर्ण संतुष्टि प्राप्त करते हैं उन घरों में कभी भी धन का अभाव नहीं होता है। Chanakya Niti

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रमेश बिधूडी की गालियाँ, यह संयोग है अथवा कोई बड़ा प्रयोग ?

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BJP MP Ramesh Bidhuri
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 09:34 PM
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रवि अरोड़ा Ramesh Bidhuri : संसद की नई इमारत में आखिर नई इबारत लिख ही दी गई। 125 साल से जो बातें भगवा ब्रिगेड गली- गली चौराहे- चौराहे कहती आ रही थी, वह संसद में भी उसके एक कारकुन ने दोहरा ही दी। मुस्लिम होने के नाते यकीनन अमरोहा के सांसद दानिश अली ने पहली बार ये शब्द नहीं सुने होंगे। बेशक दक्षिणी दिल्ली के भाजपा सांसद रमेश बिधूडी ने भी नफरतियों का ओहदेदार होने के चलते पहली बार ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया होगा। पहली बार हुआ है तो बस इतना कि 75 सालों से जिन शब्दों को संसद में कहने से परहेज़ किया जा रहा था, वह झिझक भी अब समाप्त कर ही दी गई।

Ramesh Bidhuri

शर्म का वह घूंघट उतार दिया गया है जो नफरतियों को भीतर ही भीतर खाए जाता है। यह भी भला कोई बात हुई कि जिन गालियों के दम पर संसद की आलीशान इमारत में पहुंचे, वहीं पर उन गालियों को नहीं दे सकते ? चलिए यह बाधा भी अब इन लोगों ने पार कर ली। बस अब किसी दिन मां बहन की गालियां और संसद में दे दें तो अमृतकाल का अमृत कलश छलके।

वे नादान ही कहना पड़ेगा जिन्हें लगता है कि रमेश बिधूड़ी ने संसद में जो गालियां दीं, वह अचानक उनके मुंह से निकल गईं। वे जाहिल माने जायेंगे जिन्हे लगता है कि अपने सांसद की बेइज्जती बसपा सुप्रीमो मायावती बर्दाश्त नहीं करेंगी। वे बेवकूफ ही कहलाएंगे जिन्हें लगता है कि बिधूड़ी की राजनीति अब खत्म हो जाएगी। उन्हें तो बाल मना ही कहा जा सकता है जो मानेंगे की कि लोकसभा अध्यक्ष बिधूड़ी का भी राहुल गांधी जैसा हश्र करेंगे। अजी, अंधे को भी दिख रहा है कि यह गालियां तो अब बिधूड़ी की राजनीति के लिए लॉन्चिंग पैड ही साबित होने जा रही हैं। चालीस साल की राजनीति, तीन तीन बार विधायक और दो बार से सांसद होने के बावजूद बड़ा नेता नहीं बन पाया मगर अब रास्ता खुल गया है।

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बिधूड़ी ही तो ओपनिंग बैट्स मैन साबित हुए हैं वरना अब तक पार्टी केवल रैलियों में ही 'गोली मारो सालों को' कह कर काम चला रही थी। कार्यकर्ताओं को भी हनुमान जयंती जैसे जुलूसों का रूट मस्जिदों की तरफ से तय करने भर से ही संतोष करना पड़ रहा था मगर अब कुछ बात आगे बढ़ी है। संसद में बकी गईं बिधुड़ी की गालियों पर भगवा ब्रिगेड ने जमकर ठहाका लगाया। रविशंकर प्रसाद और डॉक्टर हर्षवर्धन जैसे मोदी जी की सरकार के दो पूर्व मंत्री तो कैमरे में कैद भी हो गए। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अभी तक दानिश अली से मिलना गंवारा नहीं किया। मोदी जी ने 'मन से माफ न करने' जैसी बात भी नहीं की। राजनाथ सिंह ने सफाई में अगर मगर किया। बाकी नेताओं ने मुंह में दही जमा ली, अब इनका अर्थ भी कोई न लगाए तो उसे नादान न कहें तो क्या कहें।

बीरेन सिंह , ब्रज भूषण शरण सिंह, चिन्मयानंद और कुलदीप सेंगरों जैसों की जमात के बावजूद जो लोग भाजपा को अब भी संस्कारी पार्टी मानने से इंकार करते थे, रमेश बिधूड़ी उनकी आंखें खोलने को अवतरित हुए हैं। सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का नारा देने वाले मगर फिर भी कपड़ों से आदमी को पहचान लेने वाले और नफरतियों को ट्वीटर पर फॉलो करने वाले प्रधानमंत्री की सदाशयता पर फिर कोई उंगली न उठे, इस लिए ही बिधूड़ी जी आगे आए हैं। अब कोई लाख कहे कि बि​धूड़ी पर कार्रवाई नहीं हुई तो यह भाजपा की मर्दाना कमजोरी मानी जायेगी मगर अपने राम तो अच्छी तरह समझ चुके हैं कि यह संयोग नहीं प्रयोग था और इसके नतीजे भी जल्द सामने आने लगेंगे। Ramesh Bidhuri

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Women Reservation Bill: बिना OBC कोटे के महिला आरक्षण लागू नहीं होने देंगे, उमा भारती का बड़ा बयान

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Women Reservation Bill
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:03 PM
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Women Reservation Bill : महिला आरक्षण बिल को लेकर BJP सांसद उमा भारती लगातार मुखर रही हैं। वहीं इस बीच उन्होंने एक बड़ा बयान दिया है। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने महिला आरक्षण में OBC महिलाओं को आरक्षण देने की मांग की है। उमा भारती ने कहा है कि बिना ओबीसी महिला आरक्षण के इसे लागू नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि मैं न अपनी पार्टी को कमजोर करना चाहती हूं और न अपनी सरकार को। मगर मैं 60 फीसदी आबादी का प्रतिनिधित्व करती हूं, उन 60 फीसदी आबादी को उनका स्थान दिलवाकर रहूंगी।

Women Reservation Bill

उमा भारती ने आगे कहा कि 33 फीसदी आरक्षण जो पारित हुआ है, हमें स्वीकार है लेकिन ये लागू हम तभी होने देंगे, जब इसमें ओबीसी आरक्षण का संशोधन लागू हो जाएगा। दरअसल, जब से यह बिल संसद से पास हुआ है, तब से उमा भारती एक ही चीज बोल रही हैं कि इस बिल में SC, ST, के साथ OBC की महिलाओं को जोड़ा जाए।

उमा भारती ने PM मोदी को लिखा पत्र

बता दें कि उमा भारती ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है। इसमें उन्होंने मांग की है कि महिला कोटे की आधी सीटें SC/ST और OBC के लिए आरक्षित की जाएं। आपको बता दें कि इस बिल को संसद से पास कर दिया गया है। राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद यह बिल कानून बन जाएगा। लोकसभा में यह बिल बुधवार (20 सितंबर) को पारित हुआ।

इस बिल के पक्ष में 454 और विरोध में 2 वोट पड़े थे। AIMIM के दो सांसदों इसका विरोध किया था, जिसमें एक असदुद्दीन ओवैसी थे। वहीं, इसके अगले दिन यानी 21 सितंबर को इस ऐतिहासिक बिल को राज्यसभा से पास कर दिया गया। इसी के साथ 27 साल का इंतजार खत्म हो गया। राज्यसभा में इस बिल के पक्ष में 215 वोट पड़े। किसी ने इसका विरोध नहीं किया। Women Reservation Bill

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