Drone Pilot Jobs आवश्यकता है 1 लाख ड्रोन पायलट की, क्या है जरुरी योग्यता और वेतन

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Drone Pilot Jobs
locationभारत
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calendar01 Dec 2025 09:01 AM
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Drone Pilot Jobs : देश में युवाओं को रोजगार का एक बड़ा मौका मिलने जा रहा है। भारत में जल्द ही 1 लाख ड्रोन पायलट की आवश्यकता पड़ेगी, क्योंकि कई मंत्रालयों ने इस दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि ड्रोन पालयट की जॉब के लिए बहुत ज्यादा शैक्षणिक योग्यता की भी आवश्यकता नहीं होगी। कुछ महीनों की ट्रेनिंग के बाद युवा अपने करियर की उड़ान भर सकते हैं। ड्रोन सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए नीति आयोग और नागरिक उड्डयन मंत्रालय आपस में सहयोग भी कर रहा है।

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नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को ड्रोन सेक्टर में युवाओं के रोजगार के बहुत बड़े अवसर की बात की है। उन्होंने कहा है कि 12 केंद्रीय मंत्रालय ड्रोन सेवाओं के स्वदेशी मांग को बढ़ावा देने की कोशिशों में लगे हुए हैं। उनके मुताबिक आने वाले वर्षों में भारत में लगभग 1 लाख ड्रोन पायलटों की आवश्यकता पड़ेगी। उन्होंने नीति आयोग के एक कार्यक्रम में कहा है, 'हम ड्रोन सेक्टर को तीन पहियों पर आगे लेकर बढ़ रहे हैं। पहला पहिया है नीति। आपने देखा होगा कि हम कितनी तेजी से नीतियों को लागू कर रहे हैं। उनका कहना है कि दूसरा पहिया इस सेक्टर को प्रोत्साहन देना है। उनके मुताबिक इस दिशा में प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) स्कीम की व्यवस्था है, जिससे ड्रोन सेक्टर में निर्माण और सेवा को और ज्यादा बढ़ावा मिलेगा। तीसरा पहिया स्वदेशी डिमांड पैदा करना है और 12 मंत्रालय इसी दिशा में कोशिश कर रहे हैं।

ड्रोन पर दिल्ली में नीति आयोग के अनुभव स्टूडियो को लॉन्च करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'हमारे पास 2030 तक भारत को ग्लोबल ड्रोन हब बनाने की क्षमता है। इस प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए विभिन्न औद्योगिक और रक्षा से जुड़े क्षेत्रों में ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा देना हमारे लिए अति आवश्यक है, जैसा कि माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिशा में प्रकाश डाला है।' उन्होंने कहा है, 'हम ड्रोन सेवाओं को आसानी से उपलब्ध करवाने की दिशा में सक्रिय होकर कार्य कर रहे हैं। भारत जल्द ही ड्रोन इनोवेशन को अपनाने वाले उद्योगों की बहुत बड़ी संख्या देखेगा। आखिरकार यह एक ऐसी क्रांति की ओर ले जाएगा, जिससे हर नागरिक का जीवन प्रभावित होगा, जिससे प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य साकार होगा।'

केंद्रीय मंत्री के मुताबिक जिनके पास 12वीं पास होने का सर्टिफिकेट है, उन्हें ड्रोन पायलट के रूप में ट्रेनिंग दी जा सकती है। इसके लिए किसी कॉलेज की डिग्री की आवश्यकता नहीं है। उनका कहना है कि आने वाले वर्षों में हमें लगभग 1 लाख ड्रोन पायलटों की आवश्यकता पड़ेगी। यानी युवाओं के पास रोजगार का बहुत बड़ा अवसर है। सिंधिया ने दो ड्रोन प्रतियोगिताओं के लॉन्च की भी घोषणा की है, जो कि नीति आयोग और सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के सहयोग से होंगी।

ड्रोन पायलट का वेतन कितना होगा ? जब बात 1 लाख युवाओं को रोजगार मिलने की हो रही है, तो योग्यता के बाद सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि ड्रोन पायलटों को सैलरी कितनी मिलेगी? पीएम मोदी के मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसके बारे में कहा है, 'दो-तीन महीनों की ट्रेनिंग लेने के बाद वह व्यक्ति (युवक या युवती) ड्रोन पायलट की जॉब करेगा, जिसमें करीब 30,000 रुपये मासिक वेतन मिलेगा।' मंत्री ने जिन दो प्रतियोगिताओं की बात की है, वे हैं- 'ड्रोन फॉर सोशल इंपैक्ट कॉम्पिटिशन' और 'रोबोटिक्स वर्कशॉप एंड कॉम्पिटिशन'। पहली प्रतियोगिता स्टार्ट-अप समुदायों को अपनी क्षमता प्रदर्शित करने के लिए होगी और दूसरी अटल टिंकरिंग लैब के स्टूडेंट को नवाचार और समस्याओं के हल में अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए होगी।

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Mohali blast मोहाली धमाका : इन अनसुझले सवालों के जवाब कौन तलाश करेगा ?

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calendar10 May 2022 09:59 PM
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Mohali blast पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर देर शाम (Mohali blast) धमाके की जांच पड़ताल पंजाब पुलिस द्वारा तेजी से की जा रही है, लेकिन अभी तक भी वह बात सामने नहीं आ सकी है, जिनका जवाब मिलना बेहद जरुरी है। इस मामले को लेकर पुलिस अफसरों के बयान भी अलग अलग हैं।

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आपको बता दें कि पंजाब के मोहाली स्थित पुलिस पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर सोमवार की देर शाम ब्लास्ट हुआ था। यहां पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड फेंका गया था। इस हमले को लेकर आतंकी कनेक्शन से इनकार किया जा रहा है। लेकिन कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब तलाश किया जाना पंजाब पुलिस के लिए बेहद जरुरी है।

1. मोहाली में जो धमाका हुआ है, क्या उसे किसी आंतकवादी संगठन ने अंजाम दिया है। यह प्रश्न अब तक अनसुलझा है। पंजाब पुलिस की ओर से पहले कहा गया कि हमले में कोई आतंकी कनेक्शन नहीं है। लेकिन शनिवार की दोपहर पंजाब पुलिस के डीजीपी वीके भावरा ने भी कहा कि जो भी होगा वह बता दिया जाएगा। आज मीडिया से बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है कि हमले में टीएनटी का प्रयोग हुआ हो। आपको बता दें कि टीएनटी बेहद विस्फोटक सामग्री होती है।

2. पंजाब पुलिस और सरकार इस धमाके पर अलग अलग बातें कर रही हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज डीजीपी समेत कई बड़े अधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक के बाद उन्होंने कहा था कि धमाका मामले में कुछ गिरफ्तारी हुई हैं। वहीं डीजीपी ने जब मीडिया से बात की तो उन्होंने किसी भी तरह की गिरफ्तारी का जिक्र नहीं किया। हालांकि सूत्रों के अनुसार 11 लोग हिरासत में लिए गए हैं।

3. हमला होने के बाद पता चला है कि हमले में रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड का प्रयोग हुआ है। मुख्यालय भवन की तीसरी मंजिल पर ग्रेनेड दागा गया था। बाद में आशंका जताई गई कि पंजाब में ग्रेनेड फकेने के लिए प्रयोग आरपीजी रुस में बना आरपीजी RPG-26 Aglen हो सकता है। रुस से इसकी फोटो 2016 में सामने आई थी, दोनों एक जैसी हैं। इसे देखकर आरपीजी रुसी होने का शक है। हालांकि अब तक कुछ साफ नहीं हो सका है।

4. पंजाब में पिछले कुछ दिनों से खालिस्तानी समर्थक आंतकी फिर से सक्रिय दिख रहे हैं। पटियाला हिंसा में खालिस्थानी समर्थकों का नाम सामने आए थे। करनाल से दो खालिस्थानी समर्थक पकड़े भी गए थे। पंजाब के साथ साथ हिमाचल प्रदेश में भी खालिस्थानी सक्रिय हो रहे हैं। धर्मशाला में मौजूद हिमाचल विधानसभा के बाहर खालिस्थानी झंडे देखे गए थे। सिख फॉर ​जस्टिस की तरह से बार बार हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर को धमकी दी जा रही है। कहा जा रहा है कि हिमाचल में जनमत संग्रह कराकर इसे दुबारा पंजाब का हिस्सा बनाया जाएगा।

5 इस बात को अब तक साफ नहीं किया गया है कि जो हमला हुआ है, उसमें पाकिस्तानी आतंकियों का हाथ या नहीं। माना जा रहा है कि हमले में प्रयोग रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड को ड्रोन की मदद से पाक से भारत भेजा गया था। ऐसा इसलिए माना जा रहा है कि क्योंकि पाक ने पिछले कुछ समय से ड्रोन से गतिविधियां बढ़ाई हैं। ड्रग्स के साथ साथ हथियार भी ड्रोन की मदद से भारत भेजे जा रहे हैं।

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Qutub minar- नाम बदलकर विष्णु स्तंभ रखने की मांग के साथ हिंदू संगठन ने मीनार के पास किया हनुमान चालीसा का पाठ

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कुतुब मीनार के पास हनुमान चालीसा का पाठ
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calendar28 Nov 2025 10:42 PM
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Qutub minar- हिंदू संगठन के कुछ सदस्यों ने मंगलवार की सुबह देश की राजधानी दिल्ली में स्थित ऐतिहासिक इमारत कुतुब मीनार के पास हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसके साथ ही इस मीनार का नाम बदलकर विष्णु स्तंभ रखने की, की गई मांग। महाकाल मानव सेवा हिंदू संगठन के सदस्यों द्वारा देश की राजधानी दिल्ली में स्थित ऐतिहासिक इमारत कुतुब मीनार (Qutub minar) के पास 10 मई मंगलवार की सुबह से ही प्रदर्शन जारी है। हिंदू संगठन के सदस्यों का कहना है कि कुतुब मीनार असल में विष्णु स्तंभ है। जैन व हिंदू मंदिरों को गिरा के उसी जगह पर कुतुब मीनार का निर्माण किया गया है। अतः इसका नाम बदलकर विष्णु स्तंभ किया जाना चाहिए। हिंदू संगठन के प्रदर्शनकारियों का मानना है कि भारत एक सनातन भूमि है, अतः यहां स्थित सभी मुगलकालीन इमारतों एवं सड़कों के नाम बदलकर सनातनी सभ्यता के मुताबिक नाम रखने चाहिए।
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मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों में से कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया है इसके साथ ही कुतुब मीनार के पास हनुमान चालीसा (Hanuman chalisa at Qutub minar) का पाठ कर रहे सदस्यों को रोकने के लिए यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और राष्ट्रवादी शिव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभगवान गोयल को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।