Amaranth Yatra 2023: ख्राने पीने की इन चीजों पर लगाया गया बेन, जारी की गई गाइड लाइन

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Amaranth Yatra
locationभारत
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calendar29 Nov 2025 06:25 PM
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Amaranth Yatra 2023 : जम्मू। आगामी अमरनाथ यात्रा में 40 से अधिक खाद्य पदार्थों पर प्रतिबंध लगाया गया है और तीर्थयात्रियों को प्रतिदिन कम से कम पांच किलोमीटर पैदल चलकर शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर करने की सलाह दी गई है। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने बृहस्पतिवार को जारी गाइड लाइन में यह जानकारी दी।

Amaranth Yatra 2023

प्रतिबंधित खाद्य पदार्थों में ‘कोल्ड ड्रिंक’ और ‘फास्ट फूड’ भी शामिल हैं। स्वास्थ्य परामर्श में दक्षिण कश्मीर में स्थित हिमालय के तीर्थस्थल की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं से कहा गया है कि वे प्रतिदिन सुबह और शाम लगभग चार से पांच किलोमीटर की सैर करना शुरू करें ताकि उनका शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर रहे।

अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू होगी। इसके लिए दो रास्ते हैं, जिनमें अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर लंबा नुंवान-पहलगाम का मार्ग है और गांदरबल जिले में दुर्गम चढ़ाई वाला 14 किलोमीटर लंबा रास्ता शामिल है।

अधिकारियों ने कहा कि अमरनाथ यात्रा शुरू करने से पहले प्रतिबंधित खाद्य पदार्थों और ऐसे खाद्य पदार्थों की सूची पर नजर डालें, जिन्हें आप यात्रा के दौरान ले जा सकते हैं।

इन चीजों पर लगाया गया प्रतिबंध

श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की सलाह के अनुसार जिन खाद्य पदार्थों पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें पुलाव, तला चावल, पूड़ी, पिज्जा, बर्गर, भरवां परांठा, डोसा, मक्खन-ब्रेड, अचार, चटनी, तला पापड़, चाउमीन सहित अन्य तले हुए खाद्य पदार्थ शामिल हैं।

श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने चावल के कुछ व्यंजनों के साथ अनाज, दालों, हरी सब्जियों और सलाद जैसे स्वस्थ खाद्य पदार्थों की सिफारिश की है।

बोर्ड के मुताबिक, गांदरबल और अनंतनाग जिलों के जिलाधिकारी प्रतिबंधित खाद्य पदार्थों के उल्लंघन के लिए लगाए जाने वाले दंड को निर्दिष्ट करते हुए रणबीर दंड संहिता के तहत उचित आदेश जारी करेंगे।

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Cyclone Biparjoy : कोशिश है कि कम से कम हो नुकसान : अतुल करवाल

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Trying to minimize the damage: Atul Karwal
locationभारत
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calendar29 Nov 2025 05:18 PM
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नयी दिल्ली। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक (डीजी) अतुल करवाल ने गुरुवार को कहा कि गुजरात में चक्रवात बिपारजॉय के संभावित खतरे के मद्देनजर लगभग एक लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ सहित अन्य एजेंसियां यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही हैं कि चक्रवात से जानमाल का कम से कम नुकसान हो।

Cyclone Biparjoy

बड़े जहाजों को गहरे समुद्र में भेजा गया करवाल ने कहा कि चक्रवात के मद्देनजर मछली पकड़ने वाली नौकाओं को तटों पर खड़ा कर दिया गया है। बड़े जहाजों को गहरे समुद्र में भेज दिया गया है, चार हजार से अधिक होर्डिंग को हटा दिया गया है। नमक मजदूरों एवं गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है।

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अलर्ट पर हैं 15 टीमें एनडीआरएफ महानिदेशक ने बताया कि एनडीआरएफ ने देश के उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में 15 टीमों को अलर्ट पर रखा है। जरूरत पड़ने पर उन्हें हवाई मार्ग से गुजरात व महाराष्ट्र लाया जा सके तथा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए तैनात 33 दलों को मदद उपलब्ध कराई जा सके। करवाल के मुताबिक, चक्रवाती तूफान की दस्तक और तेज हवाओं के साथ होने वाली भारी बारिश से गुजरात के सबसे ज्यादा प्रभावित होने की आशंका के मद्देनजर राज्य में एनडीआरएफ के 18 दल तैनात किए गए हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, ‘बिपारजॉय’ के गुरुवार की शाम अधिकतम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान (वीएससीएस) के रूप में जखौ बंदरगाह के पास टकराने का अनुमान है।

Cyclone Biparjoy

पेड़ और खंभे काटने वाले कटर से लैस हैं टीमें करवाल ने गुजरात सरकार के अधिकारियों द्वारा साझा की गई सूचना के आधार पर दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि राज्य के तटीय क्षेत्रों और निचले इलाकों से गुरुवार सुबह नौ बजे तक लगभग एक लाख लोगों को निकाला गया। उन्होंने कहा कि गुजरात में त्वरित राहत अभियान चलाने के लिए हमने एनडीआरएफ के 18 दलों को तैयार रखा है। करवाल के मुताबिक, कच्छ जिले में एनडीआरएफ के सर्वाधिक चार दल तैनात किए गए हैं। करवाल ने कहा कि हमारा मकसद यह सुनिश्चित करना है कि चक्रवात से जान-माल का कम से कम नुकसान हो। हमने अपनी कई टीम को पेड़ और खंभे काटने वाले कटर से लैस किया है, ताकि चक्रवात का प्रभाव खत्म होने के बाद संचार सेवाओं की जल्द से जल्द बहाली सुनिश्चित की जा सके।

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कुछ इलाकों में हो सकता है बाढ़ का खतरा एनडीआरएफ महानिदेशक ने कहा कि भारी बारिश के कारण कुछ निचले इलाकों को बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इन इलाकों में फंसे लोगों को निकालने के लिए हमारी टीम के पास इन्फ्लेटेबल बोट (ऐसी नौकाएं, जिनका तत्काल हवा भरकर इस्तेमाल किया जा सकता है) होंगी। उत्तर (बठिंडा, पंजाब), पूर्वी (मुंडली, ओडिशा) और दक्षिण (अराकोणम, चेन्नई) में एनडीआरएफ की पांच-पांच टीमों को तैयार रखा गया है। जरूरत पड़ने पर उन्हें भारतीय वायुसेना के विमान से तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाया जाएगा। हमने जरूरत से ज्यादा तैयारी की है। सभी एजेंसियां जान-माल का ​​कम से कम नुकसान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से काम कर रही हैं। वहीं केंद्र-शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव के दीव में एक दल को भेजा गया है। दीव उत्तर में गुजरात के गिर सोमनाथ और अमरेली जिलों से, जबकि बाकी तीन दिशाओं में अरब सागर से घिरा हुआ है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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'यूपी में का बा' फेम नेहा सिंह राठौर के निशाने पर केंद्र सरकार, नया गाना तेजी से हो रहा वायरल

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locationभारत
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calendar01 Dec 2025 01:32 AM
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Neha Singh Rathore: यूपी-बिहार की सुप्रसिद्ध लोक गायिका नेहा सिंह राठौर एक बार फिर अपने नए गाने के साथ हाजिर है। लगातार अपने गानों के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों, राजनीति इत्यादि पर व्यंग कसने वाली लोक गायिका ने अपने नए गाने में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। नेहा सिंह राठौर का नया गाना 'साहेबवा के देबो चुनि-चुनि गारी' काफी तेजी से वायरल हो रहा है।

नेहा सिंह राठौर (Neha Singh Rathore) ने नए गाने में सरकार पर साधा निशाना -

लोक गायिका नेहा सिंह राठौर अपने नए गाने 'साहेबवा के देबो चुनि-चुनि गारी' में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। इनका नया गाना काफी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे अब तक लगभग 68 हजार लोग देख चुके हैं।

इन के नए गाने के बोल कुछ इस तरह हैं -

'साहेबवा के देबो चुनि-चुनि गारी,  चौकीदरवा के देबो चुनि-चुनि गारी, 15 लाख के वादा जे कइले, 9 साल बीतल पैसा न अइले, एजी चौबीस में मामला विरोधियन के भारी। झोला उठाओ, झोला लेके चले जाओ, मन की बात कहीं और सुनाओ, एजी चौबीस में ढील होई लंबरदारी। जंतर मंतर पर बेटी रोवेली, चौकीदरवा के बाट जोहेली, चौकीदरवा के मंत्री भईल व्याभिचारी। चौदह में एगो आवेल फकीर हो, दो करोड़ नौकरी के खीचला लकीर हो, एजी नौकरी न चौकरी बढ़ल बेरोजगारी, दुलेरवा, बबुआ बेचे तरकारी। सुन सुन साहेब करप्शन का खेल हो, पटरी से रेल हो जाला डिरेल हो, एजी मुर्बी में फूल टूटल केेकर जिम्मेदारी। सूट दुई लखिया, हो चश्मा दुइ लखिया पुछल सवाल तो चोरावे ला अखियां, ई फकीरवा के बाटे अडनिया से यारी।'

अपने गानों से विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर आवाज उठाती हैं नेहा सिंह राठौर -

बिहार की बेटी और उत्तर प्रदेश की बहु नेहा सिंह राठौर (Neha Singh Rathore) अपने गानों के माध्यम से अक्सर विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालती रहती हैं। अपने गानों से यह समय-समय पर सरकार पर भी निशाना साधते नजर आई हैं। उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान अपने गाए हुए गाने ' यूपी में काबा से' पॉपुलैरिटी हासिल करने के बाद ये आज जाना माना नाम बन चुकी है। यूट्यूब पर इनके लाखों फॉलोअर है। अपनी बिंदास गायकी से जिस तरह ये समाज के विभिन्न मुद्दों को उठाती हैं। इसे लोग बेहद पसंद करते हैं, और समय-समय पर इनसे अलग-अलग मुद्दों पर गीत लिखने की डिमांड भी करते हैं।

यूपी में का बा फेम नेहा सिंह राठौर का नया गाना ‘कवच ना रहे ट्रेन में दुर्घटना भईल भारी’ देखें वायरल वीडियो