STF का एक्शन! Disha Patani के घर फायरिंग करने वाले बदमाशों का ऐसे हुआ एनकाउंटर

STF का एक्शन! Disha Patani के घर फायरिंग करने वाले बदमाशों का ऐसे हुआ एनकाउंटर
locationभारत
userचेतना मंच
calendar18 Sep 2025 09:06 AM
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बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर हुई फायरिंग के मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। यूपी STF ने दिल्ली और हरियाणा पुलिस की क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर संयुक्त ऑपरेशन में दोनों हमलावर गैंगस्टर्स को गाजियाबाद में एक एनकाउंटर में मार गिराया। मारे गए बदमाशों की पहचान रविंद्र उर्फ कल्लू (रोहतक निवासी) और अरुण (सोनीपत निवासी) के रूप में हुई है। Disha Patani 

कैसे हुआ एनकाउंटर?

यूपी STF के एएसपी राजकुमार मिश्रा ने इस एनकाउंटर की पूरी जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई टीम वर्क और सटीक इंटेलिजेंस पर आधारित थी। दिल्ली, हरियाणा और यूपी की एजेंसियां मिलकर इन बदमाशों की लोकेशन को लगातार ट्रैक कर रही थीं। इसी दौरान जानकारी मिली कि दोनों बदमाश बरेली की ओर बढ़ रहे हैं। पुलिस ने पहले ही घेराबंदी कर दी थी। जैसे ही पुलिस ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, दोनों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने भी गोली चलाई, जिसमें दोनों घायल हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

पुलिस के चार जवान भी घायल

इस मुठभेड़ में चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। इनमें दिल्ली क्राइम ब्रांच के सब-इंस्पेक्टर रोहित और हेड कांस्टेबल कैलाश के अलावा यूपी एसटीएफ के जवान अंकुर और जय शामिल हैं। पुलिस ने एनकाउंटर की जगह से एक ग्लॉक पिस्टल, एक जिगाना पिस्टल, कई जिंदा कारतूस और एक सफेद रंग की अपाचे बाइक बरामद की है।बता दें, फायरिंग के समय दिशा पाटनी के परिवार ने बताया था कि बदमाश सफेद अपाचे बाइक पर सवार होकर आए थे, जिसमें से एक ने हेलमेट पहना था और दूसरे के पास हथियार था।

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क्यों की गई थी फायरिंग?

जांच में सामने आया कि यह फायरिंग दिशा पाटनी की बहन खुशबू पाटनी द्वारा सोशल मीडिया पर दिए गए एक बयान के विरोध में की गई थी। दरअसल, खुशबू ने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के एक बयान का विरोध किया था, जिसे प्रेमानंद महाराज से भी जोड़ा गया। इसके बाद बदमाशों ने दिशा के बरेली स्थित घर पर फायरिंग की थी।उत्तर प्रदेश पुलिस के ADG (लॉ एंड ऑर्डर) अमिताभ यश ने बताया कि रविंद्र और अरुण दोनों रोहित गोल्डी बराड़ गैंग के सक्रिय सदस्य थे और इन पर पहले से ही कई मामले दर्ज थे। यह कार्रवाई संगठित अपराध के खिलाफ एक बड़ा कदम है।

सुरक्षा और कार्रवाई आगे भी जारी

फिलहाल बरेली और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एजेंसियां अब इस गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश में जुट गई हैं और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। Disha Patani 
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उत्तर प्रदेश का यह शहर में आवास, रोजगार ही नहीं लॉजिस्टिक और व्यावसायिक गतिविधियों का हब बनेगा

उत्तर प्रदेश का यह शहर में आवास, रोजगार ही नहीं लॉजिस्टिक और व्यावसायिक गतिविधियों का हब बनेगा
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 Sep 2025 07:22 PM
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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ अब केवल आवासीय क्षेत्र ही नहीं, बल्कि लॉजिस्टिक और व्यावसायिक गतिविधियों का हब बनने जा रही है। उत्तर प्रदेश के इस शहर में वरुण विहार योजना के तहत 15,000 से अधिक रिहायशी और व्यावसायिक प्लॉट्स उपलब्ध कराए जाएंगे। जो उत्तर प्रदेश के लोगों को घर के सपने के साथ नए रोजगार और निवेश के अवसर भी प्रदान करेंगे। UP News :

परियोजना का आकार और स्थान

एलडीए के अनुसार, यह योजना आगरा एक्सप्रेस-वे और किसान पथ से सीधे जुड़ी होगी। कुल 5,610 एकड़ क्षेत्रफल में विकसित होने वाले इस प्रोजेक्ट के लिए सदर और सरोजनीनगर तहसील के कई गांवों की जमीन चिन्हित की गई है, जैसे भलिया, आदमपुर इन्दवारा, बहरू, जलियामऊ, मदारपुर, इब्राहिमगंज, नकटौरा, गहलवारा, तेजकृष्ण खेड़ा, रेवरी, सकरा और दोना। अनुमान है कि इस योजना से लगभग 3 लाख से अधिक लोगों को आवासीय सुविधा मिलेगी।

लॉजिस्टिक पार्क और निवेश अवसर

इस मेगा प्रोजेक्ट का सबसे बड़ा आकर्षण होगा 300 एकड़ में विकसित होने वाला लॉजिस्टिक पार्क और ट्रांसपोर्ट नगर। आगरा एक्सप्रेस-वे से कनेक्टिविटी की वजह से यह क्षेत्र उत्तर भारत का प्रमुख लॉजिस्टिक हब बन सकता है। योजना के लागू होने से उद्योग, स्वास्थ्य, शिक्षा और परिवहन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश आएगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

आधुनिक सुविधाएं और ग्रीन स्पेस

एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के अनुसार, वरुण विहार को अंतरराष्ट्रीय मानकों पर विकसित किया जाएगा। 800 एकड़ में ग्रीन बेल्ट, वॉटर बॉडीज और पार्क को विकसित किया जाएगा। यहां पर अंतरराष्ट्रीय स्तर का गोल्फ कोर्स व सेंट्रल पार्क बनाया जाएगा। कुल मिलाकर, यह क्षेत्र लखनऊ के रियल एस्टेट और लॉजिस्टिक हब के रूप में नई पहचान बनाएगा।

इन्फ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी

वरुण विहार योजना में 25 सेक्टर होंगे, जिनमें ग्रिड पैटर्न पर सड़कें व भूमिगत केबल लाइन और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाएगा। आईएसबीटी (इंटर स्टेट बस टर्मिनल) भी प्रस्तावित है, जिससे शहर और आसपास के जिलों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। एलडीए किसानों से आपसी सहमति के आधार पर जमीन अधिग्रहण कर रहा है। अधिकारियों का दावा है कि यह प्रोजेक्ट लखनऊ को उत्तर भारत का बड़ा रियल एस्टेट और लॉजिस्टिक हब बनाएगा। योजना से आम नागरिकों को घर बनाने का अवसर मिलेगा, जबकि लॉजिस्टिक और व्यावसायिक हब रोजगार और निवेश के नए अवसर खोलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे राजधानी की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और लखनऊ निवेशकों की पहली पसंद बनेगा। UP News
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उत्तर प्रदेश के इस IAS अधिकारी की हो रही है खूब चर्चा

उत्तर प्रदेश के इस IAS अधिकारी की हो रही है खूब चर्चा
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 Sep 2025 06:11 PM
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उत्तर प्रदेश के IAS अधिकारी आए दिन चर्चा में रहते हैं। वर्तमान में उत्तर प्रदेश के एक खास IAS अधिकारी की अधिक ही चर्चा हो रही है। उत्तर प्रदेश के इस खास IAS अधिकारी की चर्चा होने का कारण भी महत्वपूर्ण है। हम यहां विस्तार के साथ बता देते हैं कि उत्तर प्रदेश के इस खास IAS अधिकारी की बहुत अधिक चर्चा क्यों हो रही है।   UP News

उत्तर प्रदेश के इस IAS अधिकारी का नाम बना चर्चा का विषय

उत्तर प्रदेश के जिस IAS अधिकारी का नाम चर्चा का विषय बना हुआ है। वह IAS अधिकारी हैं विजय विश्वास पंत। उत्तर प्रदेश सरकार ने IAS अधिकारी को हाल ही में लखनऊ का कमिश्नर बनाया है। लखनऊ में कमिश्नर बनाए जाने से पहले विजय विश्वास पंत प्रयागराज में कमिश्नर के पद पर तैनात थे। विजय विश्वास पंत वही अधिकारी हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ के दौरान खूब सुर्खियां बटोरी थीं। मूलरूप से उत्तराखण्ड प्रदेश के रहने वाले विजय विश्वास पंत को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का खास अधिकारी माना जाता है। प्रयागराज के महाकुंभ को सफलता के साथ सम्पन्न कराने के ईनाम के तौर पर विजय विश्वास पंत को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की प्रशासनिक मशीनरी का प्रमुख बनाया गया है। लखनऊ के कमिश्नर पद को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।

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उत्तर प्रदेश के IAS विजय विश्वास पंत का परिचय

उत्तर प्रदेश के IAS अधिकारी विजय विश्वास पंत वर्ष-2004 बैच के IAS अधिकारी हैं। मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में IAS की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद वह 2006 में सहारनपुर में जॉइंट मजिस्ट्रेट बनाए गए थे। विजय विश्वास पंत ने 2007 में वाराणसी के सीडीओ और फिर 2008 में महोबा के डीएम के रूप में कार्यभार संभाला। वह यूपी में मैनपुरी, कानपुर, सोनभद्र के जिलाधिकारी की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। विजय विश्वास पंत आजमगढ़ और फिर प्रयागराज के कमिश्नर रहे। अब उन्हें लखनऊ की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उत्तराखंड के नैनीताल निवासी विजय विश्वास पंत का जन्म 17 जनवरी 1979 को हुआ था। शिक्षित और अनुशासित परिवार में जन्म लेने वाले पंत के पिता PCS अधिकारी और मां गणित की लेक्चरर थीं। नैनीताल और रानीखेत में स्कूली पढ़ाई के बाद पंत ने बी.टेक की पढ़ाई की। इसके बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गए और सफलता हासिल की।    UP News