हरियाणा सरकार का बड़ा आदेश, अंबाला में आज से इंटरनेट सेवाएं बंद
चेतना मंच | December 14, 2024 12:03 PM
Haryana News
Haryana News : हरियाणा सरकार ने आगामी विरोध प्रदर्शनों और किसान संगठनों द्वारा “दिल्ली कूच” के आह्वान के मद्देनजर 14 दिसंबर से लेकर 17 दिसंबर तक अंबाला जिले में मोबाइल इंटरनेट, SMS और डोंगल सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने का आदेश दिया है। बता दें कि हरियाणा सरकार द्वारा दिए गए इस आदेश का उद्देश्य सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की गलत सूचना फैलाने से बचना और संभावित कानून-व्यवस्था की समस्याओं को रोकना है। आपको बता दें कि 101 किसानों का जत्था दिल्ली की ओर बढ़ चुका है। ऐसे में शंभू बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
शांति और व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास
सरकारी आदेश के अनुसार, इंटरनेट सेवाएं 14 दिसंबर, सुबह 6:00 बजे से लेकर 17 दिसंबर, रात 11:59 बजे तक बंद रहेगी। हालांकि, व्यक्तिगत एसएमएस, बैंकिंग संचार, वॉयस कॉल और ब्रॉडबैंड जैसी आवश्यक सेवाओं को प्रभावित किए बिना शांति और व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास किया जाएगा।
क्यों उठाया गया ये कदम?
हरियाणा सरकार ने यह कदम किसानों के “दिल्ली कूच” आह्वान के संदर्भ में उठाया है, क्योंकि इस आह्वान के कारण अंबाला जिले में सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, शांति व्यवस्था में विघ्न डालने और सार्वजनिक कानून व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंका थी। प्रशासन का कहना है कि सोशल मीडिया और मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के माध्यम से भड़काऊ सामग्री और गलत सूचना से माहौल और बिगड़ सकता है, जिससे हिंसा और अन्य अव्यवस्था फैलने की संभावना है।
हरियाणा सरकार ने जारी किए निर्देश
इसके अलावा, अंबाला जिले के कुछ खास गांवों जैसे डांगडेहरी, लोहगढ़, सद्दोपुर, मानकपुर, बारी घेल, छोटी घेल, लहारसा, कालू माजरा, देवी नगर और काकरू में यह इंटरनेट सेवा निलंबित की जाएगी। यह आदेश इन गांवों में शांति और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए जारी किया गया है। हरियाणा सरकार ने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए निर्देश भी जारी किए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या हिंसा को रोका जा सके। Haryana News
दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती लाल कृष्ण आडवाणी, फिर से बिगड़ी तबीयत
चेतना मंच | December 14, 2024 11:49 AM
Lal Krishna Advani
Lal Krishna Advani : बीजेपी के वरिष्ठ नेता और भारतीय राजनीति के महत्वपूर्ण शख्सियत लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई है। इस कारण उन्हें 14 दिसंबर को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल, उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है और कुछ देर में मेडिकल बुलेटिन जारी किए जाने की संभावना है।
स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं आडवाणी
लालकृष्ण आडवाणी, जिनकी उम्र 97 साल है, पिछले कुछ महीनों से स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। उन्हें पिछले चार-पाँच महीनों में कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस साल अगस्त में भी उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था। स्वास्थ्य समस्याओं के चलते वे राष्ट्रपति भवन में आयोजित भारत रत्न सम्मान समारोह में भी भाग नहीं ले सके थे और उन्हें घर पर ही यह सम्मान प्राप्त हुआ था।
प्रधानमंत्री मोदी ने आडवाणी को दी थी जन्मदिन की शुभकामनाएं
8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आडवाणी को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी थीं। इस अवसर पर पीएम मोदी आडवाणी के आवास पर गए थे और उन्हें गुलदस्ता भेंट किया। पीएम मोदी ने इस मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी साझा की थी, जिसमें वे आडवाणी को जन्मदिन की बधाई देते हुए नजर आ रहे थे।
आडवाणी का जन्म और राजनीतिक सफर
लालकृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 को कराची में हुआ था। उन्होंने 1942 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़कर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के तीन बार राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे, 1986 से 1990 तक, फिर 1993 से 1998 और 2004 से 2005 तक। इसके अलावा, आडवाणी अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में गृह मंत्री और उपप्रधानमंत्री भी रहे थे। वह बीजेपी के सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष रहने वाले नेता भी हैं।
‘जान जाए पर फेमस होने का जुनून ना जाए’, चलती ट्रेन में हुआ कुछ ऐसा कि लोगों की निकली चीख
चेतना मंच | December 14, 2024 11:36 AM
Viral Video
Viral Video : रील बनाकर इंटरनेट पर वायरल होने का क्रेज लोगों से क्या कुछ नहीं करवाता! अक्सर लोग जरा सा व्यूज पाने के लिए अपनी जान तक की परवाह नहीं करते और वीडियो के चक्कर में एक-दूसरे की जान लेने पर उतारू हो जाते हैं। वायरल होने का चस्का लोगों को कुछ इस कदर लगा है कि लोग हर काम करने को तैयार हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियोज वायरल (Viral Video) हो चुके हैं जिसमें वीडियो के चलते लोगों की जान जा चुकी है लेकिन इसके बावजूद लोगों के सिर से रील बनाने का भूत उतरने का नहीं ले रहा है। हाल ही में एक ऐसा ही वीडियो वायरल (Viral Video) हुआ है जिसमें एक महिला के साथ चलती ट्रेन में कुछ ऐसा हो गया कि लोगों की सांसे अटक गई।
क्या है हालिया Viral Video में?
दरअसल हाल ही में सोशल मीडिया पर जो वीडियो काफी तेजी से वायरल हुआ है उसमें एक महिला को चलती ट्रेन में खरतनाक रील बनाते हुए देखा जा सकता है। वायरल वीडियो में एक महिला ट्रेन की रेलिंग पकड़कर लटकती हुई नजर आ रही है। हैरानी की बात तो ये है कि महिला ऐसा स्टेशन पर रुकी ट्रेन में नहीं बल्कि चलती ट्रेन में कर रही है। वीडियो में महिला ने अपना आधा शरीर ट्रेन से बाहर निकाल रखा है और आंख बंद करके हवा को महसूस कर रही है, लेकिन इस दौरान तेज रफ्तार चलती ट्रेन में महिला का सिर अचानक पेड़ की टहनियों में जा टकराया और वो ट्रेन से नीचे गिर पड़ी। यहां देखें वीडियो…
A Chinese tourist had a heart-stopping moment while traveling on Sri Lanka’s coastal railway line. She fell from the train after being struck by a tree branch while trying to record a video.
Fortunately, she landed on a bush, which broke her fall and miraculously left her… pic.twitter.com/GmKnViyC0U
जानकारी के मुताबिक ये वीडियो श्रीलंका का है। जहां एक चीनी महिला पर्यटक चलती ट्रेन में रील बनाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन इस दौरान महिला बड़े हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे के बाद ट्रेन में बैठे लोगों का कलेजा मुंह को आ गया और उन्होंने चीख-पुकार शुरू कर दी। वहीं महिला के साथ हुए इस हादसे के बाद वीडियो बनाने वाला ट्रेन रुकवाने के लिए शोर मचाने लगता है। ‘द सन’ की रिपोर्ट केअनुसार, जब ट्रेन अगले स्टेशन पर रुकी तो महिला के साथी घटना स्थल पर उसे ढूंढने पहुंचे। गिरने के बाद महिला झाड़ियों में फंस गई थी, जिसकी वजह से उसे गंभीर चोट नहीं आई। हालांकि, महिला के हाथ और पैरों में चोट के निशान थे।
यूजर्स जमकर कर रहे कमेंट्स
श्रीलंका का ये वीडियो इंटरनेट पर काफी वायरल हो रहा है जिसने यूजर्स को हैरानी में डाल दिया है। वीडियो के कैप्शन में कुछ यूजर्स के बीच तीखी बहस शुरू हो गई है तो कुछ यूजर्स ने महिला की फ्रिक करते हुए तरह-तरह के कमेंट्स किए हैं। एक यूजर ने कमेंट कर लिखा, सौभाग्य से महिला झाड़ियों पर गिरी जिससे उसकी जान बच गई। दूसरे यूजर ने लिखा, भगवान का लाख-लाख शुक्र है कि महिला सुरक्षित है। इसी तरह अन्य यूजर्स ने भी खूब सारे कमेंट्स किए हैं। Viral Video
Law Of Suicide Incitement : 34 वर्षीय इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या ने लोगों को झकझोर दिया है। उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर जान दे दी। आत्महत्या से पहले अतुल ने डेढ़ घंटे का एक वीडियो और 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा। इसमें उन्होंने अपने दर्द और उत्पीड़न के बारे में विस्तार से लिखा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि किसी को आत्महत्या के लिए उकसाने की सजा भी हो सकती हैं?
आत्महत्या के आरोपियों पर मामला दर्ज
अतुल के भाई ने बेंगलुरु पुलिस में उनकी पत्नी और ससुराल वालों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
आत्महत्या के लिए उकसाने का कानून
अगर कोई व्यक्ति सुसाइड नोट में किसी का नाम लिखकर आत्महत्या करता है, तो आरोपी पर IPC की धारा 108 के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है। दोषी पाए जाने पर 10 साल तक की सजा और जुर्माना हो सकता है। पुलिस बिना वारंट के आरोपी को गिरफ्तार कर सकती है। यह गैर-जमानती अपराध है।
सुसाइड नोट के महत्व और जांच प्रक्रिया
सुसाइड नोट को प्राथमिक साक्ष्य माना जाता है, लेकिन केवल इसके आधार पर किसी को दंडित नहीं किया जा सकता।
सुसाइड नोट की प्रामाणिकता की जांच- यह जांचा जाता है कि सुसाइड नोट लिखने वाला वास्तव में पीड़ित ही था। हैंडराइटिंग एनालिसिस, स्याही और कागज की जांच की जाती है।
आरोपों की तथ्यात्मक जांच- सुसाइड नोट में लगाए गए आरोपों की गहराई से पड़ताल की जाती है। इसमें शामिल घटनाओं और परिस्थितियों के सबूत जुटाए जाते हैं।
कानूनी कार्यवाही का अगला चरण
सुसाइड नोट की प्रमाणिकता और आरोपों की पुष्टि के बाद पुलिस एफआईआर दर्ज करती है। इसके बाद और सबूत जुटाए जाते हैं। आरोपी के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चलाया जाता है। अंतिम फैसला अदालत द्वारा सुनाया जाता है। सुसाइड नोट महत्वपूर्ण साक्ष्य होता है, लेकिन कानून के तहत आरोपी को दोषी ठहराने के लिए ठोस सबूत और सही प्रक्रिया का पालन किया जाता है।
मुरादाबाद जेल अधीक्षक हुए सस्पेंड, संभल हिंसा के आरोपियों की…
चेतना मंच | December 14, 2024 10:43 AM
UP News
UP News : उत्तर प्रदेश के संभल हिंसा मामले में मुरादाबाद जेल अधीक्षक पीपी सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। यह कार्रवाई जेल में बंद हिंसा के आरोपियों से समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं की मुलाकात कराए जाने के बाद की गई है। बता दें कि इससे पहले मुरादाबाद के जेलर वीरेंद्र विक्रम यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को भी सस्पेंड किया गया था। DIG जेल की जांच में यह पाया गया था कि जेल अधिकारियों ने नियमों का उल्लंघन करते हुए सपा नेताओं को आरोपियों से मिलवाने की अनुमति दी थी, जिसके बाद यह कड़ी कार्रवाई की गई।
पुलिस और जेल के महकमे में मचा हड़कंप
जानकारी के मुताबिक, जेल अधीक्षक पीपी सिंह की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी और उनके खिलाफ शासन को एक पत्र भेजा गया था, जिसके आधार पर उन्हें सस्पेंड किया गया। इस मामले ने पुलिस और जेल महकमे में हड़कंप मचा दिया है, क्योंकि यह मुद्दा बड़े राजनीतिक और प्रशासनिक विवाद का कारण बन गया है। मामले की शुरुआत 24 नवंबर को हुई थी जब उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क उठी। हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई और करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए थे जिनमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल थे। इस हिंसा के बाद पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जिनमें अधिकांश अज्ञात आरोपित हैं।
मुरादाबाद जेल में पहुंचे थे आरोपियों के मिलने
सपा के नेताओं का प्रतिनिधिमंडल, जिसमें पूर्व सांसद एसटी हसन, विधायक समरपाल सिंह, नवाब जान खां समेत अन्य नेता शामिल थे, मुरादाबाद जेल में बंद हिंसा के आरोपियों से मिलने पहुंचे थे। यह मुलाकात बिना अनुमति के कराई गई थी, और आरोप है कि यह मुलाकात सपा नेताओं के राजनीतिक दबाव में करवाई गई थी। इस मामले में सपा नेताओं का कहना था कि वे आरोपियों से मिलने का अधिकार रखते हैं, जबकि प्रशासन और पुलिस ने इसे नियमों का उल्लंघन माना।
कार्रवाई के बाद मामला हुआ और भी गंभीर
हिंसा के आरोपियों में समाजवादी पार्टी के संभल से सांसद जिया उर रहमान बर्क और संभल के विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल भी शामिल हैं। पुलिस ने इन नेताओं के खिलाफ भी आरोप लगाए हैं, जिनके खिलाफ जांच चल रही है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद प्रशासन में आंतरिक विवाद और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। जेल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के बाद यह मामला और गंभीर हो गया है, जिससे पुलिस और प्रशासन के कामकाजी माहौल पर असर पड़ा है। UP News
साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन को हाई कोर्ट से मिली जमानत
चेतना मंच | December 14, 2024 10:43 AM
Allu Arjun
Allu Arjun : साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन को तेलंगाना हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आज (14 दिसंबर) सुबह हैदराबाद सेंट्रल जेल से रिहा कर दिया गया। उनके पिता अल्लू अरविंद और ससुर कंचरला चंद्रशेखर जेल के बाहर उन्हें लेने पहुंचे। जेल के बाहर उनके प्रशंसकों ने बड़े उत्साह के साथ अपने पसंदीदा अभिनेता का स्वागत किया।
फैन्स का किया धन्यवाद
रिहाई के बाद अल्लू अर्जुन ने अपने घर पहुंचकर फैन्स का प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “आप सभी के प्यार और सपोर्ट के लिए मैं दिल से आभारी हूं। आज मैं यहां हूं, तो यह सब आप लोगों की वजह से है।”
जेल से बाहर आकर क्या बोले अल्लू अर्जुन?
मीडिया से बातचीत में अल्लू अर्जुन ने कहा, “चिंता की कोई बात नहीं है। मैं ठीक हूं और कानून में यकीन रखता हूं। मामला अदालत में है, इसलिए मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा। मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं और पुलिस के साथ सहयोग करूंगा।”
पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना
अल्लू अर्जुन ने उस घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण” बताया, जिसमें एक महिला की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा, “जिस महिला की जान गई है, उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मैं उनकी हर संभव मदद करने को तैयार हूं।” अल्लू अर्जुन ने बताया कि घटना अनजाने में हुई थी। उन्होंने कहा, “जब मैं फिल्म देखने गया था, तब यह हादसा हो गया। यह जानबूझकर नहीं किया गया था। पिछले 20 वर्षों से मैं सिनेमाघरों में फिल्में देखने जाता हूं, लेकिन इस बार स्थिति अलग थी।”
सबसे पहले कहां पहुंचे अल्लू अर्जुन?
जेल से रिहाई के बाद अल्लू अर्जुन सबसे पहले अपने प्रोडक्शन हाउस Geetha Arts के ऑफिस गए। यह प्रोडक्शन कंपनी उनके पिता अल्लू अरविंद ने 1972 में शुरू की थी। इसके बाद वह अपने घर पहुंचे, जहां उनके स्वागत के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
गिरफ्तारी का कारण
4 दिसंबर को हैदराबाद के संध्या थिएटर में फिल्म ‘पुष्पा 2’ की स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसमें एक महिला की मौत हो गई थी। इस मामले में 13 दिसंबर की रात अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार किया गया और चंचलगुडा सेंट्रल जेल भेजा गया।
जमानत आदेश में देरी
तेलंगाना हाई कोर्ट ने अल्लू अर्जुन को 50,000 रुपये के निजी मुचलके पर अंतरिम जमानत दी। हालांकि, जमानत आदेश की प्रतियां समय पर अपलोड न होने के कारण उन्हें जेल में रात गुजारनी पड़ी। उनके वकील ने जेल प्रशासन पर आदेश का पालन न करने का आरोप लगाते हुए इसे अवैध हिरासत बताया और कानूनी कार्रवाई की बात कही।
‘पुष्पा 2’ की धमाकेदार सफलता
अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना की फिल्म ‘पुष्पा 2: द रूल’ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही है। फिल्म ने दर्शकों के बीच नया क्रेज पैदा कर दिया है और रिकॉर्डतोड़ कमाई कर रही है।
Raj Kapoor 100th Birth Anniversary: खास सेलिब्रेशन के बीच Google पर पूछे गए पॉपुलर सवाल, पढ़े जवाब भी
Supriya Srivastava | December 14, 2024 9:08 AM
Raj Kapoor 100th Birth Anniversary: 14 दिसंबर को फिल्म जगत के शोमैन राज कपूर की 100वीं बर्थ एनिवर्सरी है। इसे धूमधाम से मनाने के लिए पूरे कपूर खानदान के साथ बॉलीवुड की कई बड़ी-बड़ी हस्तियां एकत्रित हुई। इसके साथ ही इस खूबसूरत मौके को सेलिब्रेट करने के लिए कपूर खानदान की तरफ से फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया गया है, जिसमें 13 से लेकर 15 दिसंबर तक राज कपूर की की सुपर डुपर हिट फिल्मों को एक बार फिर देश के कई बड़े सिनेमा घरों में बड़े पर्दे पर रिलीज किया जा रहा है।
राज कपूर की 100वीं बर्थ एनिवर्सरी का सेलिब्रेशन पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसी बीच सर्च इंजन गूगल पर भी लोग राज कपूर से जुड़े सवाल पूछ रहे हैं। राज कपूर का फिल्मी सफर कैसा था इसके बारे में तो अधिकतर लोगों को जानकारी है, लेकिन उनके जीवन से जुड़े कई ऐसे सवाल है जिसके बारे में लोगों को काफी उत्सुकता है। गूगल पर राज कपूर से जुड़े कुछ ऐसे ही सवाल खूब पूछे जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं इन दिनों गूगल पर राज कपूर से जुड़े कौन से सवाल सबसे ज्यादा पूछे जा रहे हैं और साथ ही जानेंगे इन सवालों से जुड़े जवाब भी।
Raj Kapoor 100th Birth Anniversary:
राज कपूर के कितने बच्चे हैं?
राज कपूर के बारे में गूगल पर जो सवाल सबसे ज्यादा पूछा जा रहा है वह उनके फैमिली और बच्चों से जुड़ा हुआ है। गूगल पर सबसे अधिक लोगों ने राज कपूर के बच्चों के बारे में जानने की कोशिश की है। तो हम आपको बता दें कि शोमैन राज कपूर के तीन लड़के और दो लड़कियां हैं। इनमें रणधीर कपूर (करिश्मा और करीना के पिता) सबसे बड़े हैं। दूसरे नंबर पर उनकी बेटी रितु नंदा है, जो लाइमटाइम से दूर ही रहना पसंद करती हैं। तीसरे नंबर पर फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर थे, जिनका अप्रैल 2020 में देहांत हो गया। चौथे नंबर पर उनकी बेटी रीमा जैन है और पांचवें नंबर पर अभिनेता राजीव कपूर थे, जिन्होंने साल 2021 में इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
राजकपूर को शोमैन क्यों कहा जाता है?
गूगल पर कई लोगों ने यह जानने की कोशिश की है कि राज कपूर को शोमैन क्यों कहा जाता था। तो आपको बता दे राजकपूर एक्टिंग में बहुत ही माहिर थे, वह वो भी किरदार को करने के लिए पर्दे पर उतरते थे, उसी में पूरी तरह से डूब जाते थे। वही जब डायरेक्टर के तौर पर काम करते थे तो जब तक उन्हें परफेक्ट शॉट नहीं मिलता था तब तक एक्टर से काम करवाते रहते थे। उन्होंने जितनी फिल्में बनाई है या जितनी फिल्मों में अभिनय किया है, उन सभी फिल्मों में एक्टिंग या इमोशन में कोई कमी नहीं निकाली जा सकती। यही वजह है कि राज कपूर को एशिया के शोमैन का खिताब मिला।
राजकपूर की पत्नी कौन थी?
गूगल पर कई लोगों ने राज कपूर की पत्नी के बारे में भी जानने का प्रयास किया है। तो आपको जानकारी के लिए बता दे राज कपूर की पत्नी का नाम कृष्णा कपूर था। ये उस समय रीवा में आईजी के पद पर तैनात करतार नाथ मल्होत्रा की बेटी थी। राजकपूर के पिता पृथ्वीराज कपूर ने खुद उनकी बेटी कृष्णा मल्होत्रा का हाथ राजकपूर के लिए मांगा था। 12 मई 1946 में राज कपूर और कृष्णा की शादी रीवा में धूमधाम से हुई थी।
राज कपूर की पहली और आखिरी फिल्म कौन सी थी?
गूगल पर कई लोगों ने राज कपूर की पहली और आखिरी फिल्म के बारे में भी सवाल पूछा है। राज कपूर ने 11 साल की उम्र में ही एक्टिंग के क्षेत्र में कदम रखा था। उनकी पहली फिल्म इंकलाब थी जिसमें उन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया था। इसके बाद साल 1943 में ‘हमारी बात’ में बतौर अभिनेता नजर आए थे। वहीं अभिनेता के तौर पर उनकी आखिरी फिल्म ‘वकील बाबू’ 1982 में रिलीज हुई थी। जबकि बतौर निर्देशक उन्होंने आखिरी बार ‘राम तेरी गंगा मैली’ में काम किया था, जिसमें उनके छोटे बेटे राजीव कपूर ने अभिनय किया था।
राज कपूर का मुंबई का स्टूडियो क्यों बिका?
साल 1948 में राज कपूर ने मुंबई में अपना ड्रीम स्टूडियो आरके स्टूडियो बनवाया था। इस स्टूडियो में कई बड़ी फिल्मों की शूटिंग हुई। साथ में कई बड़ी पार्टियां भी ऑर्गेनाइज की गई। आरके स्टूडियो की होली की पार्टी बहुत ही पॉपुलर थी। 16 सितंबर 2017 को आरके स्टूडियो में आग लग गई थी, जिससे काफी नुकसान हुआ। बाद में कपूर खानदान ने इसके मरम्मत के बारे में सोचा था। लेकिन इसमें काफी अधिक खर्च था। यही वजह है कि साल 2018 में गोदरेज प्रॉपर्टीज के साथ 200 करोड़ में इसकी डील फाइनल हो गई।
राज कपूर का निधन कैसे हुआ?
गूगल पर कई लोगों ने राज कपूर के निधन को लेकर भी सवाल किया है। तो आपको बता दें कि 2 जून 1988 में राज कपूर ने मात्र 63 साल की अवस्था में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। खबरों के मुताबिक राज कपूर का निधन अस्थमा के बिगड़ने की वजह से हुआ था। जब उनके निधन की खबर सामने आई थी तो पूरा देश गम में डूब गया था। Raj Kapoor 100th Birth Anniversary
भगवान गौतम बुद्ध ने इशारों ही इशारों में दे दी बड़ी शिक्षा
चेतना मंच | December 14, 2024 9:00 AM
Bhagwan Gautam Buddha
Bhagwan Gautam Buddha : भगवान गौतम बुद्ध 2500 साल पहले हुए थे। पिछले 2500 सालों से भगवान गौतम बुद्ध की दी गई शिक्षा पूरी दुनिया में फैली हुई है। भगवान गौतम बुद्ध की शिक्षा को मानने वाले करोड़ों लोग पृथ्वी के हर कोने पर मौजूद हैं। भगवान गौतम बुद्ध के मानने वालों का स्पष्ट मत है कि दुनिया में पूरी वैज्ञानिकता के साथ आध्यात्मिक ज्ञान देने वाले भगवान गौतम बुद्ध अकेले महापुरुष हुए हैं। भगवान गौतम बुद्ध ने इशारों ही इशारों में जो शिक्षा पूरी मानवता को प्रदान की है वह शिक्षा सदैव मौजूद रहेगी।
भगवान गौतम बुद्ध ने लौटाया अनोख गिफ्ट
भगवान गौतम बुद्ध के जीवन परिचय को जानने से पहले हमें उनकी शिक्षा को जान लेना चाहिए। बुद्धत्व प्राप्त होने के बाद भगवान गौतम बुद्ध घूम-घूमकर परम ज्ञान तथा परम सत्य का संदेश देते थे। भगवान गौतम बुद्ध भिक्षा ग्रहण करके अपना जीवन यापन करते थे। भिक्षा ग्रहण करने को मिश्राटन कहा जाता है। एक दिन भगवान गौतम बुद्ध एक गांव में मिश्राटन कर रहे थे। तभी एक व्यक्ति ने उनका घनघोर अपमान किया। उस व्यक्ति ने भगवान गौतम बुद्ध को ढोंगी, पाखंडी, झूठा और ना जाने क्या-क्या कहा। इतने अपमानजनक शब्द सुनकर भी भगवान गौतम बुद्ध जरा भी विचलित नहीं हुए। उनके विचलित ना होते देखकर अपमान करने वाले को भी आश्चर्य हुआ। उसने भगवान गौतम बुद्ध से पूछा कि मैं आपका अपमान कर रहा हूं। आपके ऊपर कोई प्रभाव क्यों नहीं पड़ रहा है ? इस भगवान गौतम बुद्ध ने कहा कि यह बताओ कि यदि कोई व्यक्ति किसी को उपहार (गिफ्ट) दे। सामने वाला व्यक्ति उस गिफ्ट को लेने की बजाय कहे कि यह गिफ्ट आप ही रख लो तो वह गिफ्ट किसका हुआ? उस पर वह व्यक्ति बोला कि इस प्रकार तो वह गिफ्ट उस देने वाला का ही हुआ। बुद्ध बोले कि बस इतनी सी ही बात है कि आप मुझे गिफ्ट पर गिफ्ट दे रहे थे किन्तु मैंने आपका वह गिफ्ट (अपमानजनक शब्द) लिया ही नहीं। यह शिक्षा सुनकर वह व्यक्ति भगवान गौतम बुद्ध के चरणों में गिर गया और भगवान गौतम बुद्ध का भिक्षुक बन गया। इस प्रकार एक छोटे से संकेत से भगवान बुद्ध ने बहुत बड़ी शिक्षा दे दी थी।
पूरे गांव ने दी भगवान गौतम बुद्ध को गालियां
एक बार भगवान गौतम बुद्ध अपने सैकड़ों भिक्षुकों के साथ गांव दर गांव भ्रमण कर रहे थे। मार्ग में ब्राहमणों का एक गांव पड़ता था। भगवान गौतम बुद्ध के भिक्षुक आनंद ने उनसे कहा कि हमें इस गांव के अंदर से ना जाकर बाहर ही बाहर आगे जाना चाहिए। आनंद जानते थे कि वह गांव भगवान गौतम बुद्ध के घोर विरोधियों का गांव था। भगवान गौतम बुद्ध ने कहा कि हम इस गांव के लोगों को भी ज्ञान का संदेश जरूर देंगे। भगवान गौतम बुद्ध ने जैसे ही ब्राहमणों के उस गांव में प्रवेश किया तो पूरा गांव उनके पीछे एकत्र हो गया। गांव वालों ने भगवान गौतम बुद्ध को गालियां देनी शुरू कर दी। गांव वालों ने उन्हें इतनी गालियां दी कि गिनी भी नहीं जा सकती थीं। भगवान बुद्ध प्रेम पूर्वक आगे बढ़ते रहे। धीरे-धीरे भगवान गौतम बुद्ध उस गांव से बाहर निकल गए। उस गांव की सीमा ठाकुर समाज के एक गांव से मिलती थी। दोनों गांव में आपस में बैर था। बैर भी इतना था कि एक-दूसरे के गांव की सीमा में जाने वाले की हत्या तक कर दी जाती थी। ब्राहमण समाज के लोग भगवान गौतम बुद्ध को अपने ही गांव की सीमा पर घेरकर खड़े हो गए। उन्होंने पूछा कि हमने आपको इतनी गालियां दी हैं किन्तु आपने एक भी गाली का उत्तर नहीं दिया। इस पर भगवान गौतम बुद्ध ने प्रेम पूर्वक उत्तर दिया कि आप लोगों ने मुझे कुछ देने का प्रयास किया किन्तु मैंने आपके दिए हुए को ग्रहण ही नहीं किया। भगवान बुद्ध की इस सहनशीलता तथा क्रोध पर नियंत्रण के कारण उस गांव के सभी नागरिक भगवान गौतम बुद्ध के अनुयाई हो गए तथा उनसे परम शांति का ज्ञान प्राप्त किया।
भगवान गौतम बुद्ध के ऊपर थूक दिया
भगवान गौतम बुद्ध एक पेड़ के नीचे बैठकर अपने शिष्यों को ज्ञान दे रहे थे। तभी वहां पर उनका एक दुश्मन आया और प्रवचन करते समय ही भगवान गौतम बुद्ध के मुंह पर थूक दिया। भगवान गौतम बुद्ध ने अपने अंगोछे से थूक को साफ किया और दोनों हाथ जोड़कर थूकने वाले व्यक्ति से कहा कि क्या आप कुछ और भी कहना चाहते हैं? इस पर भगवान बुद्ध के शिष्य आनंद से नहीं रहा गया। आनंद बोले कि भगवान आप हमें आज्ञा दें तो हम इस व्यक्ति को उचित दंड देना चाहते हैं। इस पर भगवान बुद्ध ने कहा कि आनंद यह व्यक्ति कुछ कहना चाहता था किन्तु इसकी भाषा कमजोर है। इसी कारण इस व्यक्ति ने ऐसा व्यवहार किया है। यह सुनते ही वह व्यक्ति भगवान गौतम बुद्ध के चरणों में लेटकर माफी मांगने लगा। भगवान गौतम बुद्ध ने आनंद से कहा कि देखों उसकी भाषा अभी भी कमजोर है। फिर भगवान गौतम बुद्ध ने उस व्यक्ति को दीक्षा प्रदान की और परम सत्य का ज्ञान व दिया। इसी प्रकार की अनेक घटनाएं भगवान गौतम बुद्ध के जीवन में घटी। इन घटनाओं के बीच भगवान गौतम बुद्ध ने इशारों ही इशारों में बहुत बड़ा ज्ञान पूरी मानवता को दिया था। यहां तक कि उनकी हत्या का प्रयास करने वालों को भी भगवान गौतम बुद्ध ने ज्ञान दिया था।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती के एडमिट कार्ड जारी, शुरू होगी फाइनल प्रक्रिया
चेतना मंच | December 13, 2024 5:53 PM
UP News
UP News : उत्तर प्रदेश पुलिस की भर्ती की प्रक्रिया के तहत फाइनल स्टेज आ गई है। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती तथा प्रोन्नति बोर्ड ने फाइनल प्रक्रिया के लिए एडमिट कार्ड जारी करने शुरू कर दिए हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस की भर्ती प्रक्रिया के तहत डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (DV) तथा फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट (PST) के लिए एडमिट कार्ड जारी करने के दिशा निर्देश सामने आ गए हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती के एडमिट कार्ड 16 दिसंबर से मिलेंगे
उत्तर प्रदेश पुलिस के भर्ती बोर्ड ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है। नोटिफिकेशन में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड ने बताया है कि कांस्टेबल भर्ती के DV/PST 26 दिसंबर से शुरू होंगे। DV/PST राउंड के एडमिट कार्ड 16 दिसंबर 2024 से डाउनलोड कर सकेंगे। लिखित परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर डीवी व पीएसटी राउंड के लिए 174316 अभ्यर्थियों को शॉर्टलिस्ट किया गया था। नोटिफिकेशन में बोर्ड ने कहा, ‘आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर सीधी भर्ती-2023 की दिनांक 23, 24, 25 30 व 31 अगस्त 2024 को सम्पन्न लिखित परीक्षा में अभिलेखों की संवीक्षा तथा शारीरिक मानक परीक्षण (DV/PST) हेतु अर्ह पाए गए अभ्यार्थियों की DV/PST दिनांक 26 दिसंबर 2024 से आरम्भ की जाएगी। इस प्रक्रिया में सम्मिलित होने हेतु अर्ह अभ्यर्थियों के लिए एडमिट कार्ड डाउनलोड किए जाने हेतु वेब लिंक दिनांक 16-12-2024 को बोर्ड की वेबसाईट पर उपलब्ध करा दिया जाएगा।’
बोर्ड ने कहा है कि अगर किसी अभ्यर्थी को एडमिट कार्ड डाउनलोड करने में दिक्कत होती है तो वह हेल्पलाइन नंबर 8867786192 पर संपर्क कर सकता है। एडमिट कार्ड का लिंक uppbpb.gov.in पर जारी होगा। अभ्यर्थी एडमिट कार्ड में दिए गए परीक्षा केंद्र पर तय तिथि व समय पर प्रवेश पत्र में दिए गए संबंधित डॉक्यूमेंट्स व ऑरिजनल डॉक्यूमेंट्स की एक सेल्फ अटेस्टेड कॉपी के साथ उपस्थित होना सुनिश्चित करेंगे।
उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती के खास नियम
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए जनरल, ओबीसी और एससी वर्ग की न्यूनतम लंबाई 168 सेमी होनी चाहिए। इसके साथ उम्मीदवार का सीना बिना फुलाए 79 सेमी और फुलाकर 84 सेमी होना चाहिए। एससी वर्ग से आने वाले उम्मीदवारों की न्यूनतम लंबाई 160 सेमी निर्धारित है। इसके साथ सीना बिना फुलाए 77 सेमी एवं फुलाकर 82 सेमी होना चाहिए।
महिला वर्ग की बात करें तो सेलेक्ट होने वाली कैंडिडेट्स के लिए न्यूनतम लंबाई 152 सेमी तय की गई है। वहीं एसटी वर्ग से आने वाली महिला उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम लंबाई 147 सेमी निर्धारित है। महिलाओं का न्यूनतम वजन 40 किलो होना चाहिए। यदि कोई अभ्यर्थी जो अपनी पीएसटी से संतुष्ट न हो तो ठीक परीक्षण के बाद उसी दिन अपील कर सकता है। यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में करीब 48 लाख पंजीकृत थे जिसमें से लगभग 32 लाख ने एग्जाम दिया। यूपी पुलिस कांस्टेबल री-एग्जाम का आयोजन 23, 24, 25, 30 व 31 अगस्त 2024 को कुल 10 पालियों में कराया गया था। फिजिकल टेस्ट सफल होने के लिए पुरुष उम्मीदवारों को 25 मिनट में 4.8 किमी की दौड़ पूरी करनी होगी। वहीं महिला उम्मीदवारों को 14 मिनट में 2.4 किमी की दौड़ पूरी करनी अनिवार्य है। UP News
ऋतिक रोशन के चाचा पर यौन उत्पीड़न का आरोप, बंगाली सिंगर ने कहा ‘ उन्होंने मेरी स्कर्ट…
Supriya Srivastava | December 13, 2024 5:52 PM
Bollywood News: राकेश रोशन के भाई और रितिक रोशन के चाचा राजेश रोशन जाने-माने म्यूजिक कंपोजर रह चुके हैं। 50 साल से अधिक इस क्षेत्र में काम कर चुके राजेश रोशन का नाम एक बार फिर सुर्खियों में छाया हुआ है। लेकिन इस बार इनका नाम उनके किसी अचीवमेंट की वजह से नहीं, बल्कि इन पर लगे एक संगीन आरोप की वजह से सुर्खियों में छाया हुआ है। इन पर बंगाली सिंगर लग्नजिता चक्रवर्ती ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। जब से यह खबर सामने आई है, इनके चाहने वाले इस खबर पर यकीन ही नहीं कर पा रहे हैं।
बंगाली सिंगर लग्नजिता चक्रवर्ती ने लगाया राजेश रोशन पर आरोप:
बंगाली सिंगर लग्नजिता चक्रवर्ती ने आपने एक पॉडकास्ट के दौरान राजेश रोशन को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। पॉडकास्ट के दौरान अपने साथ हुई घटना को रिकॉल करते हुए लग्नजिता ने बताया कि सालों पहले मुंबई में राजेश रोशन ने उन्हें सेक्सुअली हराश किया था।
पॉडकास्ट के दौरान लग्नजिता ने बताया कि – “जब मैं मुंबई में रहती थी तो उन्होंने मुझे अपने सांताक्रूज स्थित घर में मिलने के लिए बुलाया था। यह एक आलीशान जगह थी, जिसे काफी अच्छी तरह से सजाया गया था। मैं वहां पहुंची और बैठ गई। वह मेरे बगल में बैठ गए। मैंने कई विज्ञापन जिंगल गाए। मेज पर एक आईपैड था। उन्होंने मुझसे अपना कुछ काम दिखाने के लिए कहा। जैसे ही मैं आईपैड ब्राउज किया, मैंने देखा कि वह मेरी तरफ बढ़ रहे हैं। मैंने इस पर गौर कर लिया था, लेकिन तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उसी समय बिना किसी देरी के रोशन ने अपना हाथ मेरी स्कर्ट के अंदर डाल दिया। मैंने उससे ज्यादा कुछ नहीं कहा। मैं बस उठी और वहां से बाहर चली गई। मैंने इस पर ज्यादा हंगामा नहीं किया, क्योंकि मुझे लगता है कि यह उनकी समस्या और गलती थी कि उन्होंने ऐसा व्यवहार किया। यह मेरी गलती नहीं थी।”
लग्नजिता चक्रवर्ती ने आगे यह भी बताया कि इकलौते राजेश रोशन ही नहीं है जिन्होंने उनके साथ ये हरकत की। बल्कि बॉलीवुड, एक्टिंग एरिया के साथ म्यूजिक इंडस्ट्री में इस तरह की हरकते होना बहुत ही आम है।
कौन हैं बंगाली गायिका लग्नजिता चक्रवर्ती ?
सिंगर लग्नजिता चक्रवर्ती बंगाली म्यूजिक इंडस्ट्री की जानी मानी बैकग्राउंड सिंगर हैं। ये फिल्म ‘छोटूशकोन’ के लोकप्रिय गीत, ‘बसंतो एशे गेचे’ के लिए मशहूर हैं । इसके साथ ही इन्होंने कई विज्ञापन और जिंगल्स में अपनी आवाज दी है।
Indian Army : भारत दुनिया में अपनी मजबूत सैन्य उपस्थिति और अच्छे कारणों से जाना जाता है। 1.3 अरब से अधिक लोगों की आबादी और विशाल भूभाग के साथ, इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि देश के पास अपने हितों की रक्षा के लिए एक विविध और शक्तिशाली सेना है। भारतीय सेना विश्व की अन्य सभी सेनाओं में से दूसरी सबसे बड़ी सेना है। सेना भारत की अन्य सभी सशस्त्र सेनाओं का सबसे बड़ा घटक भी है। भारतीय सेना में 12 लाख से अधिक सैनिक सक्रिय रूप से कार्यरत हैं। सेना में 34 डिवीजन हैं। भारतीय सेना का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। भारतीय सेना की समग्र कमान सेनाध्यक्ष (COAS) के अधीन है। भारत में पांच प्रकार की सेनाएं हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी विशिष्ट भूमिकाएं और जिम्मेदारियां हैं।
भारतीय सेना
भारतीय सेना भारतीय सेना की सबसे बड़ी शाखा है और देश की भूमि सीमाओं की रक्षा के लिए जिम्मेदार है। यह 1.3 मिलियन से अधिक सक्रिय कर्मियों से बना है और इसे दुनिया की सबसे शक्तिशाली और अच्छी तरह से प्रशिक्षित सेनाओं में से एक माना जाता है। भारतीय सेना को विभिन्न डिवीजनों में विभाजित किया गया है, जैसे पैदल सेना, तोपखाने और बख्तरबंद कोर।
भारतीय नौसेना
भारतीय नौसेना भारतीय सेना की दूसरी सबसे बड़ी शाखा है और देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। यह 60,000 से अधिक सक्रिय कर्मियों से बना है और हिंद महासागर में इसकी मजबूत उपस्थिति है। भारतीय नौसेना आधुनिक जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों से सुसज्जित है और इसे दुनिया की सबसे शक्तिशाली नौसेनाओं में से एक माना जाता है।
भारतीय वायु सेना
भारतीय वायु सेना भारतीय सेना की तीसरी सबसे बड़ी शाखा है और देश के हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। यह 150,000 से अधिक सक्रिय कर्मियों से बना है और हिंद महासागर में इसकी मजबूत उपस्थिति है। भारतीय वायु सेना आधुनिक लड़ाकू विमानों, परिवहन विमानों और हेलीकॉप्टरों से सुसज्जित है और इसे दुनिया की सबसे शक्तिशाली वायु सेनाओं में से एक माना जाता है।
भारतीय तटरक्षक
भारतीय तटरक्षक एक अर्द्धसैनिक संगठन है जो देश के तटीय क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। यह 10,000 से अधिक सक्रिय कर्मियों से बना है और आधुनिक जहाजों, विमानों और हेलीकॉप्टरों से सुसज्जित है। भारतीय तटरक्षक बल तस्करी, समुद्री डकैती और अवैध आप्रवासन को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भारतीय विशेष बल
भारतीय विशेष बल एक विशेष अभियान इकाई है जो गुप्त अभियानों को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है। वे उच्च प्रशिक्षित और कुशल कर्मियों से बने हैं और नवीनतम हथियारों और उपकरणों से लैस हैं। भारतीय विशेष बल आतंकवाद विरोधी और विशेष टोही अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
भारतीय सेना की संरचना
डिवीजन- भारतीय सेना में प्रत्येक डिवीजन का नेतृत्व जनरल कमांडिंग ऑफिसर (जीओसी) द्वारा किया जाता है। रैंक मेजर जनरल की होगी। डिवीजन में पंद्रह हजार युद्ध योग्य सैनिकों और आठ हजार सहायक तत्वों की ताकत है। वर्तमान में भारत की सेना में सैंतीस डिवीजन हैं, जिनमें चार पुनर्गठित आर्मी प्लेन्स इन्फेंट्री डिवीजन (रैपिड) एक्शन डिवीजन, पैदल सेना के अठारह डिवीजन, दस माउंटेन डिवीजन, शस्त्रागार के तीन डिवीजन और तोपखाने के दो डिवीजन शामिल हैं। प्रत्येक डिवीजन में ब्रिगेडियरों की एक निश्चित संख्या होती है।
ब्रिगेड
सहायक तत्वों के साथ लगभग तीन हजार सैनिक एक ब्रिगेड बनाते हैं। इन्फैंट्री की एक ब्रिगेड में कई सेवाओं और हथियारों के साथ सामान्य रूप से तीन इन्फैंट्री बटालियन शामिल होती हैं। प्रत्येक ब्रिगेड का नेतृत्व एक ब्रिगेडियर करता है। सेना के विभिन्न डिवीजनों में ब्रिगेड की मौजूदगी के साथ-साथ हमारी सेना में पांच आर्मर ब्रिगेड भी शामिल हैं जो स्वतंत्र हैं। इसके अलावा, भारतीय सेना के पास स्वतंत्र तोपखाने की पंद्रह ब्रिगेड के साथ-साथ स्वतंत्र इन्फैंट्री की सात ब्रिगेड, स्वतंत्र पैराशूट की एक ब्रिगेड, स्वतंत्र वायु रक्षा की तीन ब्रिगेड, स्वतंत्र वायु रक्षा के दो समूह और चार इंजीनियर ब्रिगेड हैं जो स्वतंत्र हैं। सभी स्वतंत्र ब्रिगेडों का नेतृत्व सीधे कोर के कमांडर द्वारा किया जाता है।
बटालियन
कर्नल बटालियन का कमांडर होता है। यह पैदल सेना की महत्वपूर्ण लड़ाकू इकाई है। एक बटालियन में लड़ाकू कर्मी होते हैं जिनकी संख्या नौ सौ से अधिक होती है।
कंपनी
एक कंपनी का नेतृत्व कैप्टन या मेजर द्वारा किया जाता है। सैनिकों के लगभग 120 समूह एक कंपनी बनाते हैं।
प्लाटून
एक प्लाटून अनुभाग और कंपनी के बीच मध्यवर्ती के रूप में कार्य करता है। लेफ्टिनेंट या कैप्टन प्लाटून का प्रमुख होता है। अधिकारियों (कमीशन) की उपस्थिति के आधार पर, सूबेदार रैंक का एक कनिष्ठ अधिकारी भी प्लाटून का नेतृत्व कर सकता है। 32 सैनिकों की कुल उपस्थिति से एक प्लाटून बनती है।
अनुभाग
अनुभाग भारतीय सेना में मौजूद सभी सैन्य संगठनों में सबसे छोटा है। एक सेक्शन में 10 सैन्यकर्मी होते हैं। सार्जेंट रैंक या हवलदार रैंक का एक अधिकारी (कमीशन नहीं) अनुभाग का प्रमुख होता है।
भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल
भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट-जनरल का पद भारतीय सेना के जनरल के पद से नीचे है। लेफ्टिनेंट जनरल भारतीय सेना में थ्री-स्टार जनरल रैंक का एक अधिकारी होता है। मेजर जनरल के पद से ऊपर का पद लेफ्टिनेंट जनरल का होता है।
भारतीय सैन्यशक्ति-एक नज़र में
भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली सेना है। सबसे शक्तिशाली सेना के मामले में अमेरिका पूरी दुनिया में पहले स्थान पर है। रक्षा संबंधी डेटा रखने वाली वेबसाइट ग्लोबल फायरपावर की ‘सैन्य ताकत सूची-2023’ में दुनिया के 145 देशों की सेनाओं की क्षमताओं का विश्लेषण कर रैंकिंग जारी की है। इस इंडेक्स में सबसे ताकतवर सेना के मामले में अमेरिका टॉप पर है। दूसरे नंबर पर रूस, तीसरे पर चीन और पांचवें स्थान पर ब्रिटेन है। भारत ने चौथे स्थान पर अपना कब्जा बनाए रखा है। पिछले साल भी इस सूची में भारत चौथे नंबर पर ही था। छठवें पर दक्षिण कोरिया, सातवें पर पाकिस्तान, आठवें पर जापान, नौवें पर फ्रांस और 10वें स्थान पर इटली है।
भारत की तुलना में पाकिस्तान के सैनिक आधे से भी कम
भारत में 14.44 लाख सक्रिय सैन्यकर्मी हैं, जो दुनिया में दूसरे नंबर पर है। भारत की तुलना में पाकिस्तान के सैनिक आधे से भी कम हैं। भारत के पास पैरामिलिट्री फोर्स भी पाकिस्तान से ज्यादा है। भारत की पैरामिलिट्री फोर्स में 25,27,000 सैनिक हैं। वहीं पाकिस्तान में इनकी संख्या सिर्फ पांच लाख है।
भारत के पास 4500 टैंक. 538 लड़ाकू विमान
भारतीय सेना के पास 4,500 टैंक और 538 लड़ाकू विमान हैं। जबकि, चीन के पास 20 लाख सैनिक हैं। अमेरिका की पावरइंडेक्स वैल्यू 0.0712 है। रूस की वैल्यू 0.0714 है। वहीं चीन की वैल्यू 0.0722 है। भारत की बात करें तो इसकी रैंकिंग वैल्यू 0.1025 है। पाकिस्तान की वैल्यू 0.1694 है।
ग्लोबल फायर पावर के मुताबिक यह मिलिट्री यूनिट, आर्थिक स्थिति, क्षमताएं और भूगोल को देखकर किसी देश का पावर इंडेक्स निर्धारित करता है। किसी देश की कुल मारक क्षमता को पावर इंडेक्स कहा जाता है।
भूटान सबसे कम शक्तिशाली देश
ग्लोबल फायर पावर की सूची में शामिल कुल 145 देशों में से भूटान सैन्य रूप से सबसे कम शक्तिशाली देश है। भूटान 145वें स्थान पर है, इसके बाद बेनिन 144वें, मोल्दोवा 143वें, सोमालिया 142वें और लाइबेरिया 141वें स्थान पर है। इस सूची में सूरीनाम 140वें, बेलीज 139वें और पश्चिम अफ्रीकी देश सिएरा लियोन 138वें स्थान पर है। आइसलैंड 137वें और मध्य अफ्रीकी गणराज्य 136वें स्थान पर है।
लब्बोलुबाव
भारत की सेना में वर्तमान में 1.2 मिलियन से अधिक सक्रिय सैनिक हैं और इस प्रकार यह पूरी दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी सेना है। यह तथ्य स्वयं इस तथ्य का वर्णन करता है कि कार्मिकों के प्रबंधन के लिए विभिन्न रैंकों के अधिकारियों की व्यापक संख्या की आवश्यकता होती है। इस प्रकार, इन कर्मियों को प्रबंधित करने के लिए भारतीय सेना के पास व्यापक संख्या में डिवीजन हैं। ब्रिगेड से शुरू होकर अनुभाग तक। एक ओर जहां इस डिविजन में तीन हजार जवान होते हैं वहीं दूसरी ओर भारतीय सेना की सबसे छोटी डिविजन होने के कारण इस सेक्शन में भारतीय सेना के 10 सैन्यकर्मियों का एक समूह शामिल होता है। हमारे देश को सुरक्षित रखने में विभिन्न प्रभाग और सभी रैंक के अधिकारी प्रमुख भूमिका निभाते हैं।
उत्तर प्रदेश के 77 हजार कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा
चेतना मंच | December 13, 2024 4:44 PM
UP News
UP News : उत्तर प्रदेश के 77 हजार सरकारी कर्मचारियों की नौकरी के लिए खतरा पैदा हो गया है। उत्तर प्रदेश सरकार की निजीकरण की योजना के कारण सरकारी कर्मचारियों की नौकरी पर बड़ा सवालिया निशान लग गया है। सरकारी कर्मचारी संगठनों का आरोप है कि या तो 77 हजार कर्मचारियों को नौकरी छोड़नी पड़ेगी या फिर सरकारी नौकरी छोड़कर प्राइवेट नौकरी करनी पड़ेगी। उत्तर प्रदेश के सरकारी कर्मचारी प्राइवेट नौकरी को “लाला की नौकरी” बता रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार की निजीकरण की योजना के कारण आई समस्या
दरअसल 77 हजार सरकारी कर्मचारियों के लिए यह समस्या उत्तर प्रदेश सरकार की निजीकरण की योजना के कारण आई है। उत्तर प्रदेश सरकार की निजीकरण की योजना उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन को निजी हाथों में सौंपने के रूप में सामने आई है। उत्तर प्रदेश सरकार की योजना यह है कि उत्तर प्रदेश की बिजली व्यवस्था को प्राइवेट कंपनी को सौंप दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश की बिजली व्यवस्था को प्राइवेट हाथों में सौंपने की तैयारी की भनक लगते ही बिजली विभाग के कर्मचारियों में भारी आक्रोश फैल गया है। इस आक्रोश के बीच उत्तर प्रदेश के सभी कर्मचारी संगठन एकजुट होकर बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश की बिजली व्यवस्था को निजी हाथों में सौंपने का बड़ा फैसला कर लिया है। उत्तर प्रदेश सरकार अंदर ही अंदर प्रदेश की बिजली व्यवस्था को निजी हाथों में सौंपने की योजना पर काम कर रही है। उत्तर प्रदेश सरकार के अंतरंग सूत्रों का दावा है कि जैसे उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा शहर की बिजली व्यवस्था को नोएडा पॉवर कंपनी (NPCL) को सौंपा गया है। उसी प्रकार पूरे प्रदेश की बिजली व्यवस्था को प्राइवेट कंपनियों को सौंपना है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन प्रबंधन द्वारा प्रदेश की बिजली कंपनियों को सहभागिता के आधार पर निजी क्षेत्र को दिए जाने के लिए बुने जा रहे ताने-बाने के कुछ संकेत बाहर आए हैं। सूत्र बता रहे हैं कि सबसे पहले पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वाराणसी और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम आगरा को निजी क्षेत्र में दिया जाना है। इन दोनों बिजली कंपनियों को निजी क्षेत्र में दिए जाने का फैसला बहुत ही उच्च स्तर से लिया जा चुका है। इस संबंध में देश के दो बड़े निजी घरानों को आश्वासन भी दिया जा चुका है। इन दोनों कंपनियों को जल्द से जल्द इन दोनों निजी घरानों को दिए जाने का दबाव उत्तर प्रदेश के बिजली विभाग पर डाला गया है।
इस संबंध में देश की राजधानी दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक कई स्तर पर वार्ता हो चुकी है। जो चर्चाएं सामने आ रही हैं उसके मुताबिक, यूपी की इन दो बड़ी बिजली वितरण कंपनियों को सहभागिता के आधार पर निजी क्षेत्र में दिए जाने के बाद मध्यांचल, पश्चिमांचल, केस्को को भी सहभागिता के आधार पर निजी क्षेत्र को दिए जाने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।
उत्तर प्रदेश में निजीकरण का खुला विरोध
निजीकरण के विरोध में पिछले कई दिनों से बिजली कर्मियों का विरोध जारी है। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन प्रबंधन द्वारा पूर्वांचल व दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के फैसले से 77491 कार्मिक अब पशोपेश में आ गए हैं। निजीकरण के बाद क्या स्थिति बनेगी? इसको लेकर इन कार्मिकों की बेचैनी बढ़ी हुई है।
उत्तर प्रदेश के कर्मचारियों की संघर्ष समिति द्वारा जगह जगह पोस्टर चस्पा किए गए हैं। जिसमें मोटे अक्षरों में लिखा है कि निजीकरण से बड़े पैमाने पर छेटनी होगी। लिखा है कि निजीकरण होने पर पूर्वांचल व दक्षिणांचल निगम में अभियंता संवर्ग के 1519 तथा अवर अभियंता संवर्ग के 2154 पद समाप्त हो जाएंगे। इन दोनों बिजली कंपनियों से इतर उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन में 385 पद रिक्त हैं। इस लिहाज से अभियंता व अवर अभियंता संवर्ग के कुल 385 कार्मिक ही समायोजित किए जा सकेंगे। जिसका सीधा अर्थ यह है कि इन दोनों संवर्गों में बड़े पैमाने पर छंटनी तय है। इनके अलावा पूर्वांचल में 15236 तथा दक्षिणांचल में 8582 कर्मचारी हैं। यह कामन कैडर से हैं! इन कर्मचारियों के सामने विकल्प होगा कि वे निजी कंपनी का कर्मचारी बनना स्वीकार कर लें। निजी कंपनी उन्हें अपनी सेवा में लेने को तैयार नहीं होती है तो इनकी छंटनी भी तय है।
निजीकरण के साथ ही 50 हजार आउटसोर्स कार्मिकों की सेवाएं समाप्त हो जाएंगी इसके बाद सबसे बड़ी संख्या निविदा-संविदा कर्मियों की है। दोनों कंपनियों में इन आउटसोर्स कर्मियों की संख्या 50 हजार के करीब है। निजी क्षेत्र के आने पर इनकी सेवाएं स्वयं समाप्त हो जाएंगी। इस प्रकार उत्तर प्रदेश सरकार के सरकारी कर्मचारी डरे हुए हैं। उनका कहना है कि निजीकरण का फैसला उत्तर प्रदेश सरकार का तानाशाहीपूर्ण फैसला है। कर्मचारी संगठनों ने साफ कहा है कि वें अपने 77 हजार साथियों की नौकरी नहीं जाने देंगे। UP News
‘वो जीतने ही आया था तो उसे हराओगे कैसे’? Gukesh D को लेकर CM का बड़ा ऐलान
चेतना मंच | December 13, 2024 4:26 PM
Gukesh D Chess Champion
Gukesh D Chess Champion : भारत के युवा ग्रैंडमास्टर गुकेश डी. (Gukesh D) ने 12 दिसंबर को सिंगापुर में हुए विश्व शतरंज चैंपियनशिप के फाइनल में चीन के डिंग लिरेन को हराकर 18 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन का खिताब अपने नाम किया है। गुकेश डी. (Gukesh D) के जीत हासिल करने के बाद देशभर में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है और लोग गुकेश डी. (Gukesh D) को ढ़ेर सारी बधाईयां दे रहे हैं। महज 18 साल की उम्र में विश्व शतरंज चैंपियन (World Chess Champion) का खिताब जीतकर गुकेश में दुनियाभर में देश का नाम रोशन किया है। कल (12 दिसंबर) से ही गुकेश को बधाई देने वालों का तांता लग गया है। जिनमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, क्रिकेटर, फिल्मी हस्तियां और आम लोग शामिल हैं।
सीएम एम. के. स्टालिन ने किया बड़ा ऐलान
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने गुकेश की इस शानदार जीत के बाद उन्हें सम्मानित करने का ऐलान किया। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने गुकेश को 5 करोड़ रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है। इस पुरस्कार की घोषणा ने गुकेश की सफलता को और भी खास बना दिया है, साथ ही उन्हें प्रोत्साहन देने के लिए तमिलनाडु सरकार की ओर से एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
सबसे युवा खिलाड़ी बने Gukesh D
बता दें कि, गुकेश ने विश्व शतरंज चैंपियनशिप के 14वें और आखिरी राउंड में डिंग लिरेन को हराकर 7.5-6.5 से जीत हासिल की। इससे पहले दोनों खिलाड़ी 13 राउंड में 2-2 मैच जीतने के बाद ड्रॉ रहे थे, जिससे टाईब्रेकर की स्थिति बन सकती थी, लेकिन गुकेश ने ऐसी स्थिति पैदा ही होने नहीं दी और डिंग लिरेन को हराकर बाजी मार गए। इस जीत के साथ 18 साल के डी. गुकेश सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बन गए और विश्वनाथन आनंद के बाद भारत की ओर से शतरंज खिताब जीतने वाले दूसरे शख्स बन गए।
लोकसभा में सुपरहिट रहा प्रियंका गांधी का पहला भाषण
चेतना मंच | December 13, 2024 3:40 PM
Priyanka Gandhi First Speech
Priyanka Gandhi First Speech : कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी के पहले भाषण (Priyanka Gandhi First Speech) पर पूरी दुनिया की नजर टिकी हुई थी। शुक्रवार को लोकसभा में प्रियंका गांधी ने अपना पहला भाषण दिया। यह प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) का पहला संसदीय भाषण था। ज्यादातर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि प्रियंका गांधी का लोकसभा में पहला भाषण सुपरहिट भाषण रहा है। प्रियंका गांधी ((Priyanka Gandhi) ने अपने पहले भाषण में केन्द्र सरकार पर जोरदार हमला बोला।
संविधान से लेकर संभल तक की चर्चा की प्रियंका गांधी ने
सांसद बनने के बाद प्रियंका गांधी ((Priyanka Gandhi) ने लोकसभा में अपना पहला भाषण दिया है। प्रियंका गांधी के पहले भाषण में संविधान से लेकर संभल तक की खूब चर्चा थी। अपने पहले भाषण में प्रियंका गांधी ने कहा कि, हमारे देश में संवाद और चर्चा की गौरवशाली परंपरा रही है, जो दर्शन ग्रंथों, वेदों और इस्लाम, सूफी, जैन, बौद्ध धर्मों में भी दिखती है। इसी परंपरा से उभरा हमारा स्वतंत्रता संग्राम। प्रियंका गांधी ने कहा कि, हमारा स्वतंत्रता संग्राम अद्वितीय था, अहिंसा पर आधारित था, बहुत लोकतांत्रिक था। इसमें देश के युवा, किसान, अधिवक्ता चाहे वे किसी भी धर्म या जाति से थे, सबने आजादी की लड़ाई लड़ी। इस लड़ाई से साहस की आवाज निकली, जो आज हमारा संविधान है। उन्होंने कहा, संभल के कुछ लोग मिलने आए थे, उनमें दो बच्चे थे, अदनान और उजैर, एक मेरे बच्चे की उम्र का था और दूसरा उससे छोटा। दोनों दर्जी के बेटे थे और वे अपने बेटे को कुछ बनाना चाहते थे। रोजाना उनके पिताजी उन्हें स्कूल छोड़ते थे, उन्होंने भीड़ देखी और घर आने की कोशिश की तो पुलिस ने गोली मार दी। वह मुझसे कहता है कि मैं बड़ा होकर डॉक्टर बनकर पिता का सपना पूरा करूंगा। संविधान ने उसके दिल में यह आशा डाली है।
केंद्र सरकार पर साधा निशाना
अपने पहले भाषण में प्रियंका गांधी ने कहा कि, सरकार आरक्षण को कमजोर करने की कोशिश कर रही है और अगर लोकसभा में ये नतीजे नहीं आते तो वे संविधान को बदलने के लिए भी शुरू कर देते। उन्हें इस चुनाव में पता चला कि देश की जनता ही संविधान को बचाती है और हार-जीत के बाद उन्हें अहसास हुआ कि यह देश में नहीं चलेगा। प्रियंका ने बिना नाम बताए पीएम मोदी पर निशाना साधा, कहा कि जब विपक्ष ने जाति जनगणना की मांग उठाई तो उन्होंने कहा कि भैंस चुरा लेंगे, मंगलसूत्र चुरा लेंगे, ये उनकी गंभीरता है। प्रियंका गांधी ने कहा कि आप महिला शक्ति की बात करते हैं, क्योंकि आज चुनाव की वजह से इतनी बात हो रही है। उन्होंने कहा कि संविधान ने महिलाओं को अधिकार दिया और उन्हें वोट में बदल दिया। आज आपको पहचानना पड़ा कि महिलाओं की शक्ति के बिना आपकी सरकार नहीं बन सकती, इसलिए नारी शक्ति अधिनियम को लागू क्यों नहीं करते? क्या आज की महिला 10 साल इंतजार करेगी? उन्होंने कहा कि, सत्ता पक्ष के साथी पुरानी बातें करते हैं। नेहरू जी ने क्या किया? वर्तमान की बात करिए। आप क्या कर रहे हैं? आपकी जिम्मेदारी क्या है? पूरी जिम्मेदारी जवाहरलाल नेहरू की है? इस सरकार ने वायनाड से ललितपुर तक बेरोजगारी से जूझ रही जनता को क्या दिया है? प्रियंका गांधी ने उद्योगपति गौतम अडानी का नाम लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा, कहते हुए, “देश देख रहा है कि ये सब कुछ हो रहा है कि एक व्यक्ति को बचाने के लिए हो रहा है। सारे मौके, सारे संसाधन एक व्यक्ति को दिए जा रहे हैं। आम लोगों के मन में ये धारणा बन रही है कि सरकार अडानी के मुनाफे के लिए काम कर रही है, जिनकी गरीबी बढ़ी है, उनकी अमीरता भी बढ़ी है।
आप भी सुनें प्रियंका गांधी का पहला भाषण
यहां नीचे दिये गए वीडियो में आप भी प्रियंका गांधी का पहला भाषण सुन सकते हैं।
#WATCH | Speaking in Lok Sabha during discussion on the 75th anniversary of the adoption of the Constitution of India, Congress MP Priyanka Gandhi Vadra says, “A few people from the bereaved families of Sambhal had come to meet us. There were two children among them – Adnan and… pic.twitter.com/bfjRC3wT6b
नोएडा की बेटी ने रच दिया इतिहास, 15 साल की उम्र में कमाल
चेतना मंच | December 13, 2024 3:25 PM
Noida News
Noida News : नोएडा की बेटी दीपशिखा ने बड़ा इतिहास रच दिया है। मात्र 15 साल की उम्र में दीपशिखा की चित्रकारी को नेशनल एरोनॉटिक्स एण्ड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के वार्षिक कैलेंडर पर स्थान मिला है। इतना ही नहीं नोएडा की इस बेटी को नासा (NASA) के कैलेंडर पर चौथी बार स्थान मिला है। दीपशिखा की इस बड़ी उपलब्धि से पूरा नोएडा शहर सम्मानित हुआ है।
नोएडा के DPS स्कूल की छात्रा है दीपशिखा
आपको बता दें कि दीपशिखा नोएडा शहर में स्थापित दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) की छात्रा है। दीपशिखा की बनाई हुई पेंटिंग को चौथी बार नासा के कैलेंडर में प्रकाशित करने के लिए चयनित किया गया है। नासा के वर्ष-2025 के कैलेंडर के लिए नोएडा की बेटी दीपशिखा की दो पेंटिंग सलैक्ट हुई हैं। दरअसल नासा की तरफ से हर साल स्कूली बच्चों के लिए वार्षिक आर्ट वर्क कैलेंडर प्रतियोगिता आयोजित कराई जाती है। वर्ष-2025 के लिए नासा ने 18 से 22 नवंबर के बीच देश भर के बच्चों की आर्ट वर्क प्रतियोगिता आयोजित कराई थी। इस प्रतियोगिता के लिए नोएडा के सेक्टर-30 में स्थित 10वीं कक्षा की छात्रा दीपशिखा की दो पेंटिंग सलेक्ट हुई हैं।
नोएडा की बेटी को चौथी बार मिला है सम्मान
आपको बता दें कि नोएडा की बेटी दीपशिखा को चौथी बार नासा के कैलेंडर में अपना पेंटिंग प्रकाशित कराने का सम्मान मिला है। पहले भी तीन बार अलग-अलग आयु वर्ग में दीपशिखा की पेंटिंग को नासा के कैलेंडर में प्रकाशन का अवसर मिल चुका है। दीपशिखा मात्र 15 वर्ष की 10वीं कक्षा की छात्रा हैं। इतनी कम उम्र में नासा का चौथा सम्मान दीपशिखा, उनके परिवार तथा नोएडा शहर के लिए गर्व की बात है।
बड़े सम्मान को पाकर भावुक हुई नोएडा की बेटी
नासा के सम्मान को प्राप्त करके नोएडा की बेटी दीपशिखा भावुक भी हैं तथा खुश भी हैं। दीपशिखा ने बताया कि उनकी पेंटिंग का चयन होना खुशी की बात है। नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के तहत 18 से 22 नवंबर के बीच सोशल मीडिया पर प्रतिदिन बच्चों के द्वारा बनाई गई पेंटिंग पोस्ट की गई थी, जिस पर लोगों ने वोट किए। इसमें से प्रतिदिन सबसे ज्यादा वोट मिलने वाली दो पेंटिंग को 2025 के कैलेंडर में स्थान प्राप्त किया है। इस दौरान दीपशिखा ने भी सभी से उनके एक्स हैंडल पर जाकर अपने के लिए वोट करने की अपील की। नासा की इस प्रतियोगिता में विश्वभर से छात्रों ने प्रतिभाग किया था। वह बीते वर्ष भी 10 से 12 आयुवर्ग में सर्वश्रेष्ठ चुनी गई थी।
दीपशिखा ने बताया कि उनको रंगों से बहुत प्यार है। बचपन से ही वह रंगों से खेलती थी। उनकी मां ने उनकी प्रतिभा को समझा और प्रोत्साहित किया। सबसे पहले नासा की ओर से 2019 में हुई प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। इस दौरान मेरी पेंटिंग का चयन हुआ। इसके बाद 2020, 2022 में नासा की प्रतियोगिता के लिए आवेदन किया और मेरी पेंटिंग का चयन हुआ। अब 2025 के लिए नासा के कैलेंडर में मेरी दो पेंटिंग का चयन हुआ है। इस बार नासा की ओर से पिछले 10 सालों में हुई प्रतियोगिता में आई पेंटिंग पर वोटिंग कराकर इन पेंटिंग का चयन किया गया है। Noida News
चूना लगाने के लिए ठग अपना रहे हैं नया पैंतरा, कहीं अगली बारी आपकी तो नहीं?
चेतना मंच | December 13, 2024 2:58 PM
Greater Noida News
Greater Noida News : बेटे के इलाज के लिए बैंक से पैसे निकालने गया एक व्यक्ति उस समय हक्का-बक्का रह गया। जब बैंक कर्मियों ने बताया कि उसके खाते में पैसे नहीं है। पीड़ित ने जब स्टेटमेंट निकलवाई तो पता चला कि चार लोगों ने फर्जीवाड़ा कर फर्जी तरीके से 13,75000 रुपए निकाल लिए हैं। पीड़ित ने थाना रबूपुरा में चारों आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है।
रकम जानकर शख्स के उड़े होश
कालूपुर गांव निवासी हरिप्रकाश में दर्ज कराई रिपोर्ट बताया कि झज्जर स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में उसका बचत खाता खुला हुआ है। 12 सितंबर 2024 को वह अपने बेटे के इलाज के लिए पैसे निकालने के लिए बैंक की शाखा में गया। बैंक कर्मियों ने बताया कि जितना पैसा वह निकलना चाह रहा है उतना पैसा उनके खाते में नहीं है। इस पर उसने अपने खाते की स्टेटमेंट निकलवाई तो उसके होश उड़ गए।
फर्जी तरीके से निकाले गए पैसे
स्टेटमेंट के जरिए पता चला कि 23 अप्रैल से लेकर जुलाई माह तक 1135000 पंकज माथुर द्वारा उनके खाते से फर्जी तरीके से निकाले गए हैं। इसके अलावा 90000 रुपए टिंकू माथुर, 100000 रुपए बब्बू तथा 50000 रुपए विराट द्वारा फर्जी तरीके से निकाले गए हैं। स्टेटमेंट के आधार पर हरि प्रकाश ने आरोपियों के खिलाफ फर्जी तरीके से खाते से पैसे निकालने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। थाना प्रभारी का कहना है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। Greater Noida News
दहेज के लालच में हैवान बन बैठे ससुराल वाले, गर्भवती को घर से किया बेदखल
चेतना मंच | December 13, 2024 2:27 PM
Greater Noida News
Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा से दहेज प्रथा (Dowry System) का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सबको हिलाकर रख दिया है। दरअसल दहेज के लालची ससुरालियों ने मायके से दहेज में क्रेटा कार व 10 लाख रुपए न लाने पर 8 महीने की गर्भवती महिला (Pregnant Woman) को मारपीट कर घर से निकाल दिया। पीड़िता का आरोप है कि, उसके पति व ससुराल वालों ने उसकी तथा उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की भी हत्या करने का प्रयास किया। पीड़िता की शिकायत पर थाना दनकौर पुलिस ने ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
शादी के समय हैसियत अनुसार दिया था दहेज
जनपद बुलंदशहर निवासी पूनम (काल्पनिक नाम) ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि उसकी शादी गांव मिल्क लच्छी निवासी अनमोल के साथ हुई थी। शादी के समय परिजनों ने अपनी हैसियत अनुसार दान-दहेज दिया था। शादी से पहले उसके परिवार वालों को बताया गया कि लड़का एक प्रतिष्ठित कंपनी में इंजीनियर है। शादी होकर जब वह ससुराल पहुंची तो पता चला कि उसका पति किसी कंपनी में इंजीनियर नहीं है और ना ही कोई काम धाम करता है। पूनम के मुताबिक शादी के कुछ समय बाद ही उसके पति अनमोल, ससुर खन्नेश, देवर अंकित ने उस पर मायके से क्रेटा कार और 10 लाख रुपए लाने का दवाब डालना शुरू कर दिया।
शराबी पति आए दिन करता है मारपीट
उसके द्वारा इनकार करने पर पति व ससुराल वालों ने उसका उत्पीड़न करना शुरू कर दिया। उसका पति अनमोल शराब के नशे में उसके साथ आए दिन मारपीट करता था ससुराल वालों की दहेज की मांग से परेशान होकर उसने दो बार में एक लाख रुपये अपने मायके से लाकर उन्हें दिए लेकिन उनकी दहेज की मांग बढ़ती ही गई। पूनम के मुताबिक उसके पति ने उसके 6 माह के गर्भ को गिराने के लिए कई बार प्रयास किया। 8 दिसंबर की रात्रि को दहेज की मांग को लेकर उसके साथ गाली-गलौज व मारपीट की गई। इस दौरान उसके पति ने गला दबाकर उसे जान से मारने का भी प्रयास किया।
लोभी ससुरालवालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
पूनम के अनुसार ससुराल वालों ने इस दौरान उसके पेट में लात मारकर गर्भ में पल रहे बच्चे को भी करने का प्रयास किया। शोर शराबा सुनकर आस-पड़ोस के लोगों ने उसे इनके चंगुल से छुड़ाया जिसके बाद उसने अपने पिता व पुलिस को इस घटना की जानकारी दी। थाना दनकौर प्रभारी ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर उसके पति ससुर व देवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। Greater Noida News
उत्तर प्रदेश सरकार देगी अध्यापकों को नव वर्ष का बड़ा तोहफा
चेतना मंच | December 13, 2024 2:06 PM
UP News
UP News : उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के अध्यापकों (Teachers) को नव वर्ष (New Year) का बड़ा तोहफा देने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश के हजारों अध्यापकों को सरकारी तोहफे का बड़ा फायदा मिलेगा। उत्तर प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले अध्यापकों को बड़ा तोहफा देने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। हम आपको विस्तार से बता रहे हैं कि क्या है अध्यापकों को मिलने वाला उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा तोहफा।
उत्तर प्रदेश सरकार दिसंबर में ही देगी अध्यापकों को तोहफा
उत्तर प्रदेश सरकार ने नव वर्ष से पूर्व ही दिसंबर में अध्यापकों को तोहफा देने का बड़ा फैसला किया है। नव वर्ष का यह तोहफा सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले अध्यापकों को दिया जाएगा। नव वर्ष का तोहफा देने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे अध्यापकों के अंतर्जनपदीय तबादले शुरू किए जा रहे हैं। यह पिछले 6 महीनों में दूसरा अवसर है जब उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों के अध्यापकों के अंतर्जनपदीय तबादले शुरू हो रहे हैं। अंतर्जनपदीय तबादले अध्यापकों की मांग के आधार पर किए जाएंगे। यही कारण है कि अध्यापकों के इन तबादलों को म्यूचुअल ट्रांसफर कहा जाता है। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग (Basic Education Department of Uttar Pradesh) ने प्रदेश में अध्यापकों के म्यूचुअल तबादलों का पूरा प्रस्ताव बनाकर सरकार के पास भेज दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार जल्दी ही म्यूचुअल ट्रांसफर करने के आदेश जारी करने वाली है।
क्या है उत्तर प्रदेश में अध्यापकों के लिए नई योजना?
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग ने परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को नए साल का तोहफा देने का फैसला किया है। छह महीने में दूसरी बार म्यूचुअल ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। बेसिक शिक्षा परिषद ने सर्दी की छुट्टियों में एक से दूसरे जिले में पारस्परिक स्थानान्तरण की तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह छह महीने में दूसरी बार होगा जब शिक्षकों को अंतर्जनपदीय म्यूचुअल ट्रांसफर का अवसर मिलेगा। शिक्षक सेवा नियमावली के अनुसार, गर्मी और सर्दी की छुट्टियों में तबादले का प्रावधान है। इस बार भी जिले से जिले की बजाय स्कूल से स्कूल में स्थानान्तरण की योजना है। यह प्रक्रिया 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश में पूरी की जाए। इससे पहले इसी साल गर्मी की छुट्टियों में 19 जून को 2796 परिषदीय शिक्षकों (1398 जोड़े) का तबादला हुआ था। हालांकि, तबादले का शासनादेश दो जून 2023 को जारी हुआ था, लेकिन कानूनी अड़चन के कारण शिक्षकों को साल भर इंतजार करना पड़ा था। UP News
युवा क्यों लटक रहे फांसी के फंदे पर? ग्रेटर नोएडा में दो युवकों ने की आत्महत्या
चेतना मंच | December 13, 2024 1:55 PM
Greater Noida News
Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के थाना फेस-2 क्षेत्र में अलग-अलग स्थान पर दो युवकों ने फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जिस कारण आत्महत्या की वजह का खुलासा नहीं हो पाया है।
थाना प्रभारी ने बताया कि, पुलिस को सूचना मिली कि होजरी कॉम्प्लेक्स स्थित एक निर्मार्णाधीन कंपनी में एक व्यक्ति का शव फंदे पर लटका हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारा। मृतक की पहचान आजमगढ़ निवासी अमन पुत्र जितेंद्र निषाद के रूप में हुई जो लिफ्ट इंस्टॉलेशन का काम करता था। निर्माणाधीन कंपनी में भी वह लिफ्ट का काम कर रहा था। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
एक और मामला आया सामने
वहीं थाना क्षेत्र केरवि एन्क्लेव में रहने वाले सरवन प्रजापति को परिजन गंभीर स्थिति में सेक्टर-110 स्थित यथार्थ अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। थाना प्रभारी में बताएं की मूल रूप से जनपद मऊ का रहने वाला सरवन वर्तमान में रवि एंक्लेव में रह रहा था। परिजन उसे फोन मिला रहे थे लेकिन उसका फोन पिक नहीं हो रहा था इसके बाद परिजन उसके कमरे पर पहुंचे तो वह उन्हें फंदे पर लटका हुआ मिला।
पुलिस कर रही मामलों की जांच
सरवन के जीवित होने की आस में परिजन उसे यथार्थ अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल से सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस के मुताबिक सरवन के पास से भी कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। दोनों युवकों ने आत्महत्या क्यों की इन कारणों की जांच की जा रही है। Greater Noida News
उत्तर प्रदेश का विवादित कानून रहेगा या जाएगा, सुनवाई जनवरी में
चेतना मंच | December 13, 2024 1:47 PM
UP News
UP News : उत्तर प्रदेश का एक विवादित कानून लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। उत्तर प्रदेश का यह विवादित कानून कायम रहेगा अथवा समाप्त हो जाएगा? यह सवाल लगातार पूछा जा रहा है। भारत का सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court of India) जनवरी के पहले सप्ताह में उत्तर प्रदेश के विवादित कानून पर सुनवाई करेगा। इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के विवादित कानून के नए दिशा निर्देश बनाकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के सामने रखने का बड़ा फैसला किया है। उत्तर प्रदेश सरकार के वकील ने सरकार के बड़े फैसले की जानकारी सुप्रीम कोर्ट को भी दे दी है।
क्या है उत्तर प्रदेश का विवादित कानून?
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश गैंगस्टर्स और असामाजिक गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम शुरू से ही विवादित रहा है। उत्तर प्रदेश के इस कानून को गैंगस्टर एक्ट (Gangster Act) कहा जाता है। वर्ष 1986 में लागू किए गए उत्तर प्रदेश गैंगस्टर एक्ट पर पहले दिन से ही विवाद रहा है। उत्तर प्रदेश गैंगस्टर एक्ट में दो से 10 साल तक की कैद तथा कम से कम पांच हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान है। हालांकि, किसी सरकारी कर्मी या सरकारी कर्मी के परिवार के सदस्य के खिलाफ अपराध में कम से कम तीन साल की जेल की सजा हो सकती है। किसी गैंगस्टर की मदद करने वाले सरकारी कर्मी को तीन से 10 साल की जेल की सजा हो सकती है। उत्तर प्रदेश गैंगस्टर एक्ट को उत्तर प्रदेश पुलिस का बड़ा हथियार माना जाता है। आरोप है कि किसी भी नागरिक के विरुद्ध मनमानी ढंग से उत्तर प्रदेश पुलिस गैंगस्टर एक्ट का उपयोग करती है। उत्तर प्रदेश गैंगस्टर एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने दिए बदलने के संकेत
उत्तर प्रदेश गैंगस्टर एक्ट पर सुनवाई के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार ने एक्ट को बदलने के संकेत दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट के सामने उत्तर प्रदेश सरकार के वकील ने इस विषय पर अपना पक्ष रखा है। इस पक्ष में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश सरकार उन मौजूदा आपराधिक मामलों पर फिर से विचार करेगी जिन में सख्त गैंगस्टर विरोधी कानून को लागू किया गया है। यूपी सरकार ने शीर्ष अदालत को यह भी बताया कि कानून के प्रावधानों को कैसे लागू किया जाए, इस पर नए दिशा-निर्देश तैयार किए जा रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुइयां की पीठ ने उत्तर प्रदेश सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे एडिशनल सॉलिसिटर जनरल केएम नटराज से कहा कि, उत्तर प्रदेश गैंगस्टर्स और असामाजिक गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के कुछ प्रावधान कठोर प्रतीत होते हैं। सरकार को यह जांच करनी चाहिए कि इसे कहां लागू किया जाना चाहिए और कहां नहीं। जवाब में नटराज ने कहा, अदालत के पहले के आदेश के अनुपालन में सरकार उत्तर प्रदेश गैंगस्टर्स और असामाजिक गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधानों को लागू करने के नए दिशा-निर्देश तैयार कर रही है। यह लगभग तैयार है और हम इसे रिकॉर्ड में रखेंगे। नटराज ने बताया कि मौजूदा मामले को भी जांचा जाएगा। पीठ ने इसके बाद अगली सुनवाई जनवरी के पहले हफ्ते में करने का फैसला किया। UP News
नशा मुक्ति केन्द्र के वॉर्डन की हत्या में चार गिरफ्तार, बेरहमी से उतारा था मौत के घाट
चेतना मंच | December 13, 2024 1:27 PM
Greater Noida News
Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के थाना दादरी क्षेत्र के समाउद्दीनपुर गांव में स्थित नवजीवन नशा मुक्ति केंद्र में युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती चार नशेडिय़ों ने युवक को चाकू से गोद कर बेहरमी से मौत के घाट उतार दिया था।
थाना प्रभारी अरविंद कुमार ने बताया कि ग्राम समाउद्दीनपुर स्थित नवजीवन नशा मुक्ति केंद्र में जनपद ग्राम निवासी (27 वर्षीय) अरविंद को परिजनों ने 6 दिसंबर को भर्ती कराया था। उसे पहले भी कई बार नशा छुड़ाने के लिए परिजनों ने केंद्र में भर्ती कराया था। नशा मुक्ति केंद्र में काम करने को लेकर वह अन्य नशेड़ियों पर रौब जमता था। 15 दिन पहले भी उसकी केंद्र में भर्ती घोड़ी बछेड़ा के मोहित रावल व डाढा गांव के रहने वाले लक्की से वाद विवाद हुआ था। इसी बात-बात के बाद मोहित रावल व लक्की ने उसकी हत्या की योजना बनाई। मंगलवार देर रात के अंधेरे में आरोपियों ने अरविंद पर चाकू से ताबड़तोड़ बरकार गंभीर रूप से घायल कर दिया शोर शराबा होने पर नशा मुक्ति केंद्र के मैनेजर रॉबिन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे घोषित कर दिया।
आरोपियों के पास से बरामद हुए चाकू व मफलर
थाना प्रभारी ने बताया कि इस संबंध में मृतक के चचेरे भाई गौरव भाटी ने मोहित रावल, लक्की व अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस वारदात के अभियुक्त लक्की भाटी, मोहित रावल, शीलू, विजेंद्र उर्फ लीला को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से दो चाकू व मफलर बरामद हुआ है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अरविंद उन पर धौंस जमाकर जबरन काम करता था। इसी कारण उन्होंने उसकी हत्या की है। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश किया है। Greater Noida News
बिग ब्रेकिंग : हैदराबाद पुलिस की गिरफ्त में ‘पुष्पा’, जानिए पूरा मामला
चेतना मंच | December 13, 2024 1:02 PM
Allu arjun
Allu Arjun : इस समय की सबसे बड़ी खबर हैदराबाद से आ रही है। ‘पुष्पा’ फेम अभिनेता अल्लू अर्जुन को हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें बंजारा हिल्स घर से गिरफ्तार किया गया है। पुष्पा फेम अभिनेता अल्लू अर्जुन (Allu Arjun) को भगदड़ की घटना में एक महिला की मौत के मामले में गिरफ्तार किया है।
भगदड़ के दौरान हुई थी महिला की मौत
आपको बता दें कि ‘पुष्पा-2’ फिल्म इस समय पूरी दुनिया में धूम मचा रही है। फिल्म एक हजार करोड़ से ज्यादा का बिजनेस कर चुकी है। पिछले दिनों ‘पुष्पा-2’ फिल्म का प्रीमियर हुआ था। यहां संध्या थियेटर में प्रीमियर के दौरान भगदड़ मच गयी थी जिसके बाद एक महिला की मौत हो गयी थी। इस मामले में हैदराबाद पुलिस ने अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार किया है।
Allu Arjun को भेजा गया न्यायिक हिरासत में
बता दें कि एक्टर अल्लू अर्जुन को गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट में सुनवाई के बाद अल्लू अर्जुन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इस केस में मृतक महिला के पति ने एक्टर का समर्थन करते हुए कहा कि, वह केस वापस लेने के लिए तैयार हैं। इसके बाद अल्लू अर्जुन को पुलिस की गाड़ी द्वारा नामपल्ली कोर्ट में पेश किया गया जहां उनकी सुनवाई की गई। Allu Arjun
प्रभारी मंत्री कुंवर ब्रजेश सिंह ने किया जिला अस्पताल में NRC का निरीक्षण
चेतना मंच | December 13, 2024 12:45 PM
Noida News
Noida News : नोएडा के सेक्टर-39 स्थित राजकीय चिकित्सालय की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए आज उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के मंत्री तथा गौतमबुद्धनगर के प्रभारी मंत्री कुंवर ब्रजेश सिंह ने दौरा किया। इस दौरान प्रभारी मंत्री ने अस्पताल के विभिन्न वार्डों तथा अन्य विभागों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में स्थापित 10 बेड के पोषण पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) का भी निरीक्षण किया।
विभिन्न सुविधाओं का भी लिया जायजा
प्रभारी मंत्री ने अस्पताल की विभिन्न सुविधाओं का भी जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री ने साफ-सफाई व अन्य सुविधाओं व रखरखाव को लेकर संतोष जताया। प्रभारी मंत्री के साथ जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ. सुनील कुमार शर्मा, अस्पताल की अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. रेनू अग्रवाल तथा एसीपी प्रवीन कुमार सिंह, भाजपा के नोएडा महानगर के महासचिव उमेश त्यागी, गणेश जाटव तथा अन्य डॉक्टर तथा पैरामेडिकल स्टाफ भी मौजूद था।
पहले ही दिया जा चुका है अस्पताल को ये प्रमाण पत्र
बता दें कि आज तथा कल अस्पताल को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वसन मानक एनक्यूएस प्रमाण पत्र दिये जाने को लेकर दिल्ली की एक टीम अस्पताल का निरीक्षण करके निर्धारित मानकों का जायजा लेगी। प्रदेश स्तर पर अस्पताल को यह प्रमाण पत्र पूर्व में ही दिया जा चुका है। इसी परिपेक्ष्य में आज प्रभारी मंत्री ने अस्पताल का जायजा लिया। Noida News
बम धमकी के बाद केजरीवाल ने जताई चिंता, ट्वीट कर कहा…
चेतना मंच | December 13, 2024 12:31 PM
Arvind Kejriwal
Arvind Kejriwal : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दिल्ली के स्कूलों को बार-बार बम से उड़ाने की धमकी मिलने पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। शुक्रवार को दिल्ली के छह से ज्यादा प्रमुख स्कूलों को बम धमकी वाले ईमेल मिले जिसके बाद स्कूलों को खाली कराया गया और अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर गहन जांच की। हालांकि कोई संदिग्ध उपकरण नहीं मिला। अरविंद केजरीवाल ने इस घटना को लेकर बच्चों की सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और शैक्षणिक व्यवधान को लेकर गंभीर चिंता जाहिर की है।
दूसरी बार मिली स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी
केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा, “इस सप्ताह यह दूसरी बार है जब दिल्ली के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है, जो बेहद गंभीर और चिंताजनक है। अगर यह जारी रहा तो इससे बच्चों पर कितना बुरा असर पड़ेगा? उनकी पढ़ाई का क्या होगा?” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस तरह की घटनाएं लगातार जारी रहती हैं, तो बच्चों की शैक्षणिक और मानसिक सेहत पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।
क्या था धमकी भरा मैसेज?
वहीं, शुक्रवार को बम धमकी पाने वाले स्कूलों में पश्चिम विहार का भटनागर पब्लिक स्कूल, श्रीनिवासपुरी का कैम्ब्रिज स्कूल, ईस्ट ऑफ कैलाश का दिल्ली पब्लिक स्कूल, डिफेंस कॉलोनी का दिल्ली पब्लिक स्कूल और रोहिणी का वेंकटेश पब्लिक स्कूल शामिल थे। धमकी में कहा गया कि इन स्कूलों के परिसर में कई विस्फोटक सामग्री रखी गई हैं और यह धमकी एक गुप्त डार्क वेब समूह द्वारा दी गई है। ईमेल में यह भी लिखा था कि बम इमारतों को नष्ट करने और लोगों को गंभीर नुकसान पहुंचाने के लिए पर्याप्त शक्तिशाली हैं।
पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
इन धमकियों के बाद पुलिस और बम निरोधक टीमों ने तुरंत स्कूलों में पहुंचकर जांच शुरू की, और सुरक्षा प्रोटोकॉल को बढ़ा दिया। हालांकि, अब तक किसी भी प्रकार के विस्फोटक उपकरण का कोई पता नहीं चला है। अधिकारियों ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है। यह घटनाक्रम दिल्ली में बच्चों के लिए एक नई चिंता का कारण बन गया है, क्योंकि बम धमकी के ऐसे मामले बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। केजरीवाल ने इस स्थिति की गंभीरता को समझते हुए इसे शीघ्र सुलझाने की आवश्यकता जताई है।
बड़ी साजिश! एक ही दिन में दिल्ली के स्कूलों और RBI को उड़ाने की धमकी
चेतना मंच | December 13, 2024 11:56 AM
Delhi News
Delhi News : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को एक बार फिर चार प्राइवेट स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। धमकी मिलने के बाद पुलिस और दिल्ली दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। जिन स्कूलों को धमकी मिली है, उनमें ईस्ट ऑफ कैलाश का डीपीएस, सलवान स्कूल, मॉडर्न स्कूल और कैंब्रिज स्कूल शामिल हैं। हालांकि, जांच के दौरान अभी तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। यह धमकी इस सप्ताह में स्कूलों को मिलने वाली दूसरी धमकी है। इससे पहले सोमवार को भी दिल्ली के कई स्कूलों को बम रखे होने की धमकी दी गई थी लेकिन जांच के बाद कोई ठोस सबूत नहीं मिला था।
पहले भी मिल चुकी है धमकी
बता दें कि इससे पहले 9 दिसंबर को दिल्ली के 44 स्कूलों को इसी तरह के धमकी भरे ईमेल प्राप्त हुए थे। पुलिस ने इन धमकियों को अफवाह बताया था लेकिन फिर भी बम निरोधक टीम और पुलिस ने स्कूलों में पहुंचकर गहन जांच की थी। दिल्ली अग्निशमन सेवा के अधिकारियों ने बताया कि, इस बार भी धमकी भरे ईमेल की सूचना सुबह 4:21 बजे पश्चिम विहार के भटनागर इंटरनेशनल स्कूल, 6:23 बजे श्री निवास पुरी के केम्ब्रिज स्कूल और 6:35 बजे ईस्ट ऑफ कैलाश के डीपीएस से प्राप्त हुई थी।
बढ़ाई गई इलाकों में सुरक्षा
धमकी देने वाले ई-मेल में लिखा था कि स्कूल परिसर में कई विस्फोटक सामग्री लगाई गई हैं और यह सामग्री आसपास के लोगों को नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखती है। ईमेल में यह भी कहा गया कि स्कूलों में बच्चों के बैग की जांच नहीं की जाती, और 13 से 14 दिसंबर तक होने वाली पैरेंट्स टीचर मीटिंग और खेल दिवस पर बम विस्फोट किए जाने की धमकी दी गई। धमकी में यह भी कहा गया कि विस्फोटों के लिए डार्क वेब ग्रुप्स और रेड रूम्स शामिल हैं। इन धमकियों के बाद, स्कूल प्रशासन ने अभिभावकों से अनुरोध किया कि वे अपने बच्चों को स्कूल न भेजें और पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच जारी रखी है। पुलिस और बम निरोधक टीम श्वान दस्तों के साथ सभी स्कूलों में पहुंच चुकी हैं और इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
RBI को भी मिली उड़ाने की धमकी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आज (13 दिसंबर) को दिल्ली के 4 स्कूलों के अलावा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को एक धमकी भरा ई-मेल मिला है, जिसमें बैंक को विस्फोटकों से उड़ाने की धमकी दी गई है। यह ई-मेल रूसी भाषा में था और RBI के गवर्नर के मेल आईडी पर भेजा गया था। धमकी मिलने के बाद मुंबई पुलिस ने सतर्क हो गई है और MRA मार्ग पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस इस मामले की सख्ती से जांच कर रही है। Delhi News
बुरा फंसे BJP विधायक हरीश शाक्य! कोर्ट के आदेश पर धोखाधड़ी-गैंगरेप का मुकदमा दर्ज
चेतना मंच | December 13, 2024 11:33 AM
UP News
UP News : उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में BJP के बिल्सी विधायक हरीश शाक्य (BJP MLA Harish Shakya), उनके भाई, भतीजे और 15 अन्य लोगों के खिलाफ गैंगरेप और धोखाधड़ी के आरोप में FIR दर्ज करने का आदेश दिया गया है। यह आदेश एमपी-एमएलए कोर्ट ने बुधवार को एक याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया जिसमें पीड़िता के पति ने भूमि विवाद से जुड़े एक मामले में न्याय की मांग की थी। कोर्ट ने सिविल लाइंस थाने को मामले की निष्पक्ष जांच करने और 10 दिन के भीतर FIR दर्ज करने का निर्देश दिया है।
करीब 18 करोड़ रुपये की थी जमीन
जानकारी के मुताबिक याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में बताया कि, उसके पिता ने कुछ समय पहले सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के बुधबई गांव में एक जमीन खरीदी थी। यह जमीन करीब 18 करोड़ रुपये की थी लेकिन विधायक शाक्य और याचिकाकर्ता के बीच 16.5 करोड़ रुपये में सौदा तय हुआ। इस सौदे के तहत विधायक ने जमीन की कीमत का 40 प्रतिशत रकम अग्रिम देने का वादा किया था और बाकी रकम बैनामा के समय दी जानी थी। इसके बाद शाक्य ने एक लाख रुपये का एडवांस भी दिया था।
जमीन को एक बिल्डर को बेचने की कोशिश
याचिकाकर्ता का आरोप है कि, इसके बाद विधायक और उनके गुर्गों ने 40 प्रतिशत राशि दिए बिना ही समझौते पर दबाव डालना शुरू कर दिया। जब समझौता नहीं हुआ तो पुलिस ने उनके चचेरे भाई को गिरफ्तार कर लिया और प्रताड़ित किया। याचिकाकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि जब उसने जमीन को एक बिल्डर को बेचने की कोशिश की तो विधायक के गुर्गों ने उसे रोक दिया। इसके बाद पुलिस ने उसे तीन दिन तक हिरासत में रखकर पीटा। विधायक और उनके साथियों ने उसे पुलिस से छुड़ाकर अपने साथ ले गए और प्रताड़ित किया। याचिकाकर्ता ने दावा किया कि विधायक और उनके साथियों ने उसकी पत्नी के साथ सामूहिक बलात्कार भी किया।
BJP विधायक ने मामले की जानकारी होने से किया इंकार UP News
वहीं BJP विधायक हरीश शाक्य ने इस मामले में कोई भी जानकारी होने से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि अगर अदालत ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है तो वह पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने न्यायपालिका पर पूरा विश्वास जताया और कहा कि वे अदालत के आदेश का पालन करेंगे। जानकारी के अनुसार, बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने कहा कि, पुलिस को अभी तक अदालत के आदेश की प्रति नहीं मिली है लेकिन जैसे ही उन्हें आदेश की प्रति प्राप्त होगी, वे एफआईआर दर्ज करेंगे और कानूनी कार्रवाई शुरू करेंगे। UP News
मुकेश खन्ना ने दिया Pushpa 2 का रिव्यू, फिल्म की इस बात से थोड़े निराश हैं अभिनेता
Supriya Srivastava | December 13, 2024 11:09 AM
Mukesh khanna on Pushpa 2: टेलीविजन जगत के पॉपुलर अभिनेता मुकेश खन्ना अक्सर सोशल मीडिया पर विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार देते हुए नजर आते हैं। अब अभिनेता ने हाल ही में रिलीज हुई साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की सुपर डुपर हिट मूवी पुष्पा 2 को लेकर अपना रिव्यू दिया है। अभिनेता ने पुष्पा 2 के रिव्यु के साथ, बॉलीवुड पर पर तंज भी कसा है।चलिए जानते हैं फिल्म पुष्पा 2 को लेकर मुकेश खन्ना का क्या है विचार।
पुष्पा 2 को लेकर क्या कहना है मुकेश खन्ना का(Mukesh khanna on Pushpa 2):
टेलीविजन अभिनेता मुकेश खन्ना ने अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा 2 अच्छी है। यूं तो उन्हें यह फिल्म बेहद पसंद आई और उन्होंने अभिनेता अल्लू अर्जुन की जमकर तारीफ भी की। लेकिन फिर भी एक बात को लेकर वो थोड़े निराश हैं। वैसे तो मुकेश खन्ना जल्दी किसी से इंप्रेस नहीं होते हैं, लेकिन साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन से वह काफी इंप्रेस हुए हैं।
मुकेश खन्ना ने पुष्पा 2 (Mukesh khanna on Pushpa 2) के ओपनिंग से लेकर एंडिंग तक का बारीकी से विश्लेषण किया है। साथी फिल्म में अल्लू अर्जुन की एक्टिंग को 10 में से 8- 9 नंबर दिए हैं। मुकेश खन्ना ने कहा है कि – ‘मुझे लगता है कि मुझे अल्लू अर्जुन की और फिल्में देखनी होंगी। साथ ही मैं यह भी कहना चाहता हूं कि उनमें शक्तिमान बनने वाली बात है। मैं ये नहीं कह रहा है कि वह यह रोल कर रहे हैं। मैं सिर्फ सजेस्ट कर रहा हूं कि यह रोल उन पर अच्छा लगेगा। उनकी पर्सनैलिटी वैसी है।’
पुष्पा 2 की इस बात से थोड़े निराश हैं मुकेश खन्ना:
मुकेश खन्ना को पुष्पा 2 पसंद आई है, लेकिन वो एक बात से थोड़े निराश भी है। दरअसल पुष्पा 2 में स्मगलिंग को ग्लोरिफाई किया गया है। मुकेश खन्ना का कहना है कि किसी भी फिल्म में गलत की जीत होना कहीं से भी सही नहीं है, और स्मगलिंग को ग्लोरिफाई करना भी उन्हें सही नहीं लगा है।
झांसी में NIA की टीम पर हमला, 100 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद फोर्स
चेतना मंच | December 13, 2024 11:03 AM
UP News
UP News : उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की टीम पर हमले के मामले में पुलिस ने 100 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। यह घटना तब हुई जब NIA की टीम विदेशी फंडिंग के एक मामले में जांच और पूछताछ करने के लिए मुफ्ती खालिद के घर पहुंची थी। इस छापेमारी के दौरान ग्रामीणों ने टीम को रोकने की कोशिश की और उस पर हमला कर दिया। जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करते हुए मामले को नियंत्रित करने के लिए पुलिस फोर्स का सहारा लेना पड़ा।
विरोध में उतरे स्थानीय लोग
बता दें कि NIA की टीम ने पहले मुफ्ती खालिद के रिश्तेदार साबिर नदवी से एक घंटे तक पूछताछ की थी। साबिर नदवी (जो मुकरयाना में छोटी मस्जिद में रहते हैं) से पूछताछ के बाद टीम खालिद के घर पहुंची। इस दौरान स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं जब टीम द्वारा मुफ्ती खालिद को हिरासत में लेने की कोशिश की गई स्थानीय लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। इसके कारण NIA की टीम को खालिद को सुरक्षित तरीके से हिरासत में लेने के लिए पुलिस फोर्स की मदद लेनी पड़ी। बता दें कि, घटना के बाद खालिद के घर के बाहर मस्जिद से यह घोषणा की गई कि NIA की कार्रवाई के दौरान मुफ्ती खालिद को किसी से मिलने की इजाजत नहीं दी जा रही थी। इस घोषणा के बाद लोग इकट्ठा हो गए और उनकी भीड़ ने NIA की टीम पर हमला किया। उन्होंने खालिद को छुड़ाने के लिए उग्र प्रदर्शन किया लेकिन NIA की टीम ने स्थिति को नियंत्रित किया और खालिद को फिर से हिरासत में लिया।
उत्तर प्रदेश समेत अन्य स्थानों पर की गई थी छापेमारी UP News
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, यह कार्रवाई NIA की उस जांच का हिस्सा थी जो विदेशी फंडिंग के मामलों में की जा रही थी। NIA की टीम ने पहले भी जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश सहित अन्य स्थानों पर छापेमारी की थी और इस दौरान मुफ्ती खालिद के घर पर कार्रवाई की गई। यह मामला इसलिए भी संवेदनशील था क्योंकि यह विदेशी फंडिंग के नेटवर्क से जुड़ा हुआ था जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। इस घटना के बाद पुलिस ने उन 100 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की जिन्होंने NIA की टीम पर हमला करते हुए अशांति फैलाई। जानकारी के मुताबिक, पुलिस का कहना है कि, NIA की टीम पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में नहीं होने दिया जाए। NIA की टीम और पुलिस दोनों ने अब सुरक्षा बढ़ा दी है और इलाके पर निगरानी रखी जा रही है। UP News
रूस में बैठकर RBI को उड़ाने की प्लानिंग! आखिर किसके निशाने पर भारतीय रिजर्व बैंक
चेतना मंच | December 13, 2024 10:23 AM
RBI
RBI : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को एक धमकी भरा ई-मेल मिला है जिसमें बैंक को विस्फोटकों से उड़ाने की धमकी दी गई है। यह ई-मेल रूसी भाषा में था और RBI के गवर्नर के मेल आईडी पर भेजा गया था। धमकी मिलने के बाद मुंबई पुलिस ने सतर्क हो गई है और MRA मार्ग पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस इस मामले की सख्ती से जांच कर रही है।
धमकी भरे मेल में क्या लिखा था?
धमकी देने वाले ने ई-मेल में स्पष्ट रूप से लिखा था कि भारतीय रिजर्व बैंक को विस्फोटकों से उड़ाने की योजना बनाई गई है। इस प्रकार धमकी भरा मेल मिलने के बाद सुरक्षा चिंता का विषय बन गया है, जिसके बाद संबंधित अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में कदम उठाए हैं। यह धमकी भरा ई-मेल RBI के गवर्नर के मेल आईडी पर भेजा गया था और इसमें रूस से भेजे गए संदिग्ध संदेश का पता चला है, जिससे कुछ सुरक्षा विशेषज्ञों को लगता है कि यह एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर की गई धमकी हो सकती है। फिलहाल पुलिस इस मेल के स्रोत की पहचान करने के लिए तकनीकी और साइबर जांच कर रही है।
इससे पहले भी आ चुकी है धमकी भरी कॉल
यह घटना देश में हाल के समय में धमकी भरे ई-मेल और कॉल की बढ़ती घटनाओं का हिस्सा है। इससे पहले नवंबर 2024 में भी भारतीय रिजर्व बैंक के ग्राहक सेवा विभाग को एक धमकी भरा कॉल आया था। इस कॉल में शख्स ने खुद को लश्कर-ए-तैयबा का सीईओ बताया था और बैंक को धमकी दी थी। उस समय भी फोन करने वाले ने कहा था कि “बैक का पीछे का रास्ता बंद कर दो, इलेक्ट्रिक कार खराब हो गई है”, और इसके बाद फोन काट दिया।
मामले की हो रही गंभीरता से जांच
हालांकि, इस तरह की धमकियों और घटनाओं के बावजूद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सक्रिय हैं और इस प्रकार के मामलों की गंभीरता से जांच कर रही हैं। इन धमकियों से न केवल वित्तीय संस्थानों बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा भी प्रभावित होती है, और इस प्रकार की घटनाओं के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जा रहा है। मुंबई पुलिस और अन्य एजेंसियां इस मामले की तहकीकात में जुटी हुई हैं और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही आरोपी तक पहुंचा जा सकेगा।
प्रयागराज के 12 ज्योतिर्लिंग पार्क का आज उद्घाटन करेंगे प्रधानमंत्री मोदी, जाने इस पार्क की खासियत
Supriya Srivastava | December 13, 2024 8:53 AM
12 ज्योतिर्लिंग पार्क, प्रयागराज। महाकुंभ को लेकर नैनी जिले के अरैल में यमुना नदी के तट पर प्रयागराज में भारत के मानचित्र के आकार में 40,000 वर्ग मीटर का शिवालय थीम पार्क तैयार किया गया है। इस पार्क की ख़ासियत यह है कि इसमें भारत के सभी 12 ज्योतिर्लिंगों के साथ देश के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों का एक मॉडल बनाया जा रहा है। जिसे नगर प्रशासन द्वारा तैयार किया जा रहा है।
शिवालय थीम पार्क में होंगे 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन:
शिवालय पार्क में गुजरात के सौराष्ट्र में सोमनाथ मंदिर, आंध्र प्रदेश में मल्लिकार्जुन और श्रीशैलम, मध्य प्रदेश में महाकालेश्वर, उज्जैन, ओंकारेश्वर, केदारनाथ, भीमाशंकर, विश्वेश्वर, त्र्यंबकेश्वर, वैद्यनाथ, नागेश्वर, रामेश्वर, घृष्णेश्वर और काशी मंदिर विश्वनाथ की तैयार प्रतिकृतियां हैं।
कैसा बना है 12 ज्योतिर्लिंग पार्क:
जैसे ही आप पार्क में प्रवेश करेंगे, सबसे पहले आपको एक संरचना दिखाई देगी जो समुद्र मंथन की कहानी कहती है। उनके पीछे आप विशाल नंदी महाराज को देख सकते हैं। पास में ही शिव त्रिशूल तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा देश के सात अन्य प्रमुख शिव मंदिरों के मॉडल लगभग तैयार हैं। कलाकारों ने पार्क में देश के अन्य सांस्कृतिक स्मारकों के डिजाइन भी बनाए हैं। पूरे पार्क में विशेष लाइटिंग भी लोगों को विशेष रूप से आकर्षित करेगी।
मनोरंजन का फुल पैकेज है शिवालय थीम पार्क (12 ज्योतिर्लिंग पार्क) :
पार्क में आने वाले बच्चों के लिए एक अलग क्षेत्र बनाया गया है। जहां वो अपनी मनपसंद चीजों का आनंद उठा सकते हैं। पार्क के अंदर बच्चों के लिए झूले आदि की भी व्यवस्था है। इसके अलावा यह फूड कोर्ट और रेस्तरां की सुविधा भी है, जहां आप अपनी मनपसंद फूड का लुफ्त उठा सकते हैं। । यहां आपको ओपन-एयर थिएटर का आनंद लेने का भी अवसर मिलता है।
इस पार्क में आने वाले पर्यटक बोटिंग का भी मजा ले सकते हैं। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि इस पार्क में आने वाले लोगों को भरपूर आनंद आने वाला है। यह पहला सिटी ही नहीं बल्कि देश का पहला ऐसा पार्क होगा जहां आप पूरे देश को महसूस कर सकेंगे।
शिवालय थीम पार्क बनाने में इस्तेमाल हुआ है वेस्ट मटेरियल:
शिवालय थीम पार्क के निर्माण की खास बात यह है कि इसका अधिकांश हिस्सा बेकार सामग्री से बनाया गया है। पार्क में बनने वाली संरचनाओं की नींव इमारतों के निर्माण या विध्वंस से बचे मलबे से बनाई जाएगी। इसके अलावा इसके लिए जरूरी लोहा भी ज्यादातर घरों से लकड़ी आदि इकट्ठा करके जुटाया जाता है। पार्क के डिजाइन से जुड़े कलाकारों का कहना है कि बेहद जरूरी होने पर ही बाहरी स्रोतों से लोहा खरीदा जाता है। डेवलपर जेड टेक इंडिया लिमिटेड तीन साल की अवधि के लिए रखरखाव के लिए भी जिम्मेदार होगा। इसे तैयार करने में कुल 17 अरब रुपए खर्च हुए थे। तैयारी के लिए देश भर से कलाकारों को आमंत्रित किया गया था।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे 12 ज्योतिर्लिंग पार्क (शिवालय थीम पार्क) प्रयागराज का अनावरण:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे। वो प्रयागराज जाएंगे और दोपहर करीब 12:15 बजे संगम नोज पर पूजा और दर्शन करेंगे। पीएम दोपहर करीब 12:40 बजे अक्षय वट वृक्ष की पूजा करेंगे। पूजा के बाद पीएम मोदी हनुमान मंदिर और सरस्वती कूप में दर्शन और पूजा करेंगे। दोपहर करीब 1:30 बजे वह महाकुंभ प्रदर्शनी स्थल का भ्रमण करेंगे। इसके बाद दोपहर करीब 2 बजे वह प्रयागराज में 6,670 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शुभारंभ करेंगे।
चीनी खिलाड़ी को हराकर भारत के गुकेश बने सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन, रचा इतिहास
चेतना मंच | December 12, 2024 7:44 PM
New World Champion
New World Champion : सिंगापुर में हुई वर्ल्ड शतंरज चैंपियनशिप में भारत के गुकेश ने चीन के डिंग लिरेन को हराकर खिताब जीत लिया है। इसी जीत के साथ ही गुकेश चेस जगत के इतिहास में सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन भी बन गए हैं। चेन्नई के रहने वाले ग्रैंडमास्टर डी गुकेश सिर्फ 18 साल के हैं। गुकेश ने वर्ल्ड चैंपियनशिप के सबसे आखिरी राउंड में निर्णायक जीत दर्ज करते हुए चीन के दिग्गज खिलाड़ी डिंग लिरेन को हरा दिया। डिंग ने पिछले साल ये चैंपियनशिप जीती थी। इसके साथ ही विश्वनाथ आनंद के बाद वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का खिताब जीतने वाले गुकेश सिर्फ दूसरे भारतीय ग्रैंडमास्टर बन गए हैं।
काफी उतार चढ़ाव वाला रहा यह मुकाबला
सिंगापुर में हो रहे इस मुकाबले में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिला। पिछले कई दिनों से चल रही वर्ल्ड चैंपियशिप में चीन के डिंग और भारत के गुकेश के बीच कड़ी टक्कर चल रही थी।12 दिसंबर को चैंपियनशिप के 14वें और आखिरी राउंड में दोनों के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा था, उसी समय डिफेंडिंग चैंपियन लिरेन ने एक छोटी सी गलती की, जो उन्हें भारी पड़ गई और इसका फायदा उठाते हुए इस 18 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी गुकेश ने मौके पर चौका लगा दिया। इसी के साथ भारत के डी गुकेश शतरंज की दुनिया के नए चैंपियन बन गए।
विश्व के सबसे युवा चैंपियन बने गुकेश
पिछले साल के विश्व चैंपियन चीन के डिंग पर विजय पाते ही जहां गुकेश नये विश्व शतरंज चैंपियन बने, वहीं वो विश्व के सबसे युवा चैंपियन होने का भी रिकार्ड अपने नाम कर लिया। अभी वे मात्र 18 साल के हैं। गुकेश ने इस साल के शुरुआत में हुए कैंडिडेट्स टूनार्मेंट जीतकर चैलेंजर के रूप में इस चैंपियनशिप में प्रवेश किया था। और उन्होंने डिफेंडिंग चैंपियन डिंग को हराकर सबको हतप्रभ कर दिया। और इसी के साथ गुकेश ने शतरंज की दुनियां मे एक बार फिर भारत की बादशाहत कायम कर दी।
वर्ल्ड चैंपियनशिप में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय बने
वर्ल्ड चैंपियनशिप में पहुंचने वाले गुकेश विश्वनाथन आनंद के बाद सिर्फ दूसरे भारतीय हैं। गुकेश ने इस विश्व स्तरीय मुकाबले को जीतकर दुनिया के सबसे युवा विश्व शतरंज चैंपियन बनने का रिकार्ड भी अपने नाम कर लिया। इससे पहले केवल विश्वनाथन आनंद ने ही इस चैंपियनशिप को जीतकर भारत का नाम रोशन किया था। अब डिफेंडिंग चैंपियन डिंंग को हराकर शतरंज की दूनियां में बादशाहत कायम करने वाले गुकेश दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं।
आखिर गडकरी ने क्यों कहा-मुझे अपना चेहरा छिपाना पड़ता है, जानें सच
चेतना मंच | December 12, 2024 6:21 PM
Gadkari's Outspokenness
Gadkari’s Outspokenness : केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी अपनी बेबाक बयानी के लिए काफी मशहूर हैं। उन्होंने गुरुवार को लोकसभा में एक बार फिर अपनी बेबाक बयानी का मुजाहरा पेश किया है। उन्होंने कहा कि सड़क हादसों की संख्या देश में लगातार बढ़ती जा रही है। इसका आंकड़ा इतना विभत्स है कि उन्हें विश्व सम्मेलनों में अपना मुंह छिपाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि हमारे तमाम प्रयासों के बावजूद सड़क हादसों में कोई कमी नहीं हो पा रही है।
लगातार बढ़ रही है सड़क हादसों की संख्या
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए बताया कि सड़क हादसों की संख्या देश में लगातार बढ़ती जा रही है। भारत में हर साल 1.7 लाख से अधिक लोगों की मौत सड़क हादसों में हो जाती है। इतने लोग तो न ही किसी जंग में मरते हैं, न ही महामारी या किसी दंगे में मरते हैं। यहां सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों में 60 फीसदी लोगों की उम्र 18 से 34 साल के बीच होती है। सड़क दुर्घटनाओं को लेकर भारत का रिकॉर्ड इतना गंदा है कि उन्हें विश्व सम्मेलनों में इसे लेकर मुंह छिपाना पड़ता है। उनके मंत्रालय के तमाम प्रयासों के बावजूद सड़क हादसों में कमी तो नहीं हो सकी बल्कि इसमें बढ़ोत्तरी ही हुई है।
कानून का डर जरूरी
केंद्रीय मंंत्री ने कहा, देश में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसे रोकने के लिए लोगों में कानून का डर होना बहुत जरूरी है। लोगों को अपना व्यवहार बदलना होगा और समाज का भी पूरी तरह सहयोग करना होगा। तब जाकर सड़क हादसों को रोकने में सफलता मिल सकती है। गडकरी लगातार सड़क हादसों को रोकने की बात करते रहे हैं। उन्होंने बताया कि देश में रोजाना कहीं न कहीं सड़क हादसे होते ही रहते हैं और इन हादसों में बड़ी संख्या में लोग मारे भी जाते हैं। गडकरी ने लोकसभा में कहा कि लोगों को सड़क हादसों को रोकने के लिए काफी मशक्कत करनी होगी। कानून का डर भी लोगों में बहुत जरूरी है।
जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं
केंद्रीय सड़क मंत्री गडकरी सड़क हादसों से जुड़े खराब रिकॉर्ड के बारे मे कहते हैं कि मैं जब भी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में जाता हूं और वहां पर सड़क हादसों पर चर्चा होती है, तो सड़क हादसों के आंकड़ों के कारण मैं अपना चेहरा छिपाने की कोशिश करता हूं। यह बात उन्होंने भरी संसद में अपने मंत्रालय की ओर से बताया। उन्होंने सांसदों से भी सड़क हादसों को रोकने के लिए अपने स्तर पर प्रयास करने को कहा। देश में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ती संख्या को परिवहन विभाग के सहयोग से सभी स्कूलों-संस्थाओं आदि में जागरुकता कार्यक्रम करके उन्हें इस बारे में जागरूक किया जा सकता है। लोगों में जागरूकता के द्वारा उनके व्यवहार में मानवीयता का समावेश करना होगा।
अब ट्रेन में सीट पाना होगा आसान, जल्द लॉन्च होने वाला है रेलवे का नया ऐप
चेतना मंच | December 12, 2024 5:00 PM
Unreserved Ticket Booking
Unreserved Ticket Booking : हर किसी को अपनी लाइफ में ट्रेन में सफर करने से पहले जद्दोजहद करना पड़ता है। ऐसे में लोग काफी परेशान हो जाते हैं और कई दिन पहले से ही ट्रेन की ऑनलाइन टिकट बुक करा लेते हैं। हालांकि कई लोगों को इसके बावजूद कई तरह की दिक्कतें फेस करनी पड़ती है। जिसके बाद लोग लम्बे समय तक कहीं आने-जाने से कतराते हैं, लेकिन अब आपको ट्रेन का सफर करने में जद्दोजहद नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि रेलवे का नया ऐप ट्रेन यात्रा को और भी आसान और सुविधाजनक बनाने के लिए जल्द ही लॉन्च होने जा रहा है। इस ऐप के माध्यम से यात्री अब अनरिजर्व्ड सीट्स को बुक कर सकेंगे, जिससे उन्हें ट्रेन में सीटों के लिए लंबी कतारों या परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा इस ऐप में कई अन्य सुविधाएं भी शामिल होंगी जो यात्रियों का अनुभव बेहतर बनाएंगी।
यात्री इस ऐप के माध्यम से अनरिजर्व्ड सीट्स की बुकिंग कर सकेंगे, जिससे उन्हें किसी भी ट्रेन यात्रा में आसानी होगी। अब यह काम भी डिजिटल तरीके से किया जा सकेगा।
कंप्लेंट और फीडबैक (Complaints and Feedback)
यात्रियों को अब किसी भी समस्या या शिकायत के लिए कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऐप के जरिए आप सीधे रेलवे से संपर्क कर सकते हैं और अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं।
ट्रेन ट्रैकिंग (Train Tracking)
यात्री अपनी ट्रेन की स्थिति और ट्रैकिंग की जानकारी भी इस ऐप पर प्राप्त कर सकते हैं, जिससे वे यात्रा के दौरान ट्रेन के टाइमिंग और लोकेशन के बारे में अपडेटेड रहेंगे।
आसान और सुविधाजनक एक्सपीरियंस (Easy and Convenient Experience)
यह ऐप भारतीय रेलवे की सेवा को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाकर यात्रियों के अनुभव को और बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसका उद्देश्य न केवल यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाना है, बल्कि रेलवे की कमाई में भी इजाफा करना है।
रेल मंत्री ने संसद में बताया कि यह ऐप जल्द ही यात्रियों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा और यह भारतीय रेलवे के लिए एक बेहतरीन कदम साबित होगा। इस ऐप का उद्देश्य यात्रियों को हर प्रकार की ट्रेन सेवा एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराना है, जिससे उनका यात्रा अनुभव और भी बेहतर हो सके।
कैसे करें ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग? How to book train tickets online?
अगर आप ट्रेन का टिकट बुक करना चाहते हैं, तो IRCTC की वेबसाइट या ऐप का उपयोग कर सकते हैं। निम्नलिखित स्टेप्स से आप ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं-
सबसे पहले आपको IRCTC के वेबसाइट या ऐप पर लॉगइन करना होगा।
‘Book Your Ticket’ या ‘तत्काल बुकिंग’ विकल्प पर क्लिक करें।
बोर्डिंग और डेस्टिनेशन स्टेशन, यात्रा की तिथि, क्लास, ट्रेन और यात्री विवरण भरें।
पेमेंट के लिए क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग या यूपीआई का इस्तेमाल करें।
पेमेंट के बाद टिकट की पुष्टि की जाएगी और आप अपना टिकट डाउनलोड कर सकते हैं।
सर्दियों में सेहत का राज, बाजरे की रोटी और सरसों का साग, जानें फायदें
चेतना मंच | December 12, 2024 4:34 PM
Health Tips
Health Tips : डायबिटीज एक खतरनाक बीमारी है, जो शरीर को धीरे-धीरे प्रभावित करती है। इसे कंट्रोल में रखने के लिए गट हेल्थ का ध्यान रखना जरूरी है। इस संदर्भ में, मोती बाजरा एक बेहतरीन विंटर सुपरफूड साबित हो सकता है। इसके पोषक तत्व शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं और कई बीमारियों से बचाव करते हैं।
बाजरे की रोटी
बाजरे की रोटी में आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, जो शारीरिक कार्यों के लिए आवश्यक हैं। यह न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।
बाजरे की रोटी के स्वास्थ्य लाभ
बाजरे की रोटी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन क्रिया को सुधारने और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। बाजरे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह रक्त में शर्करा को धीरे-धीरे छोड़ता है और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। बाजरा खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे दिल की सेहत बेहतर रहती है। बाजरे की रोटी आपको भरा हुआ महसूस कराती है, जिससे अधिक खाने की आदत कम होती है और वजन नियंत्रित रहता है।
बाजरा का महत्व
बाजरा एक प्राचीन अनाज है, जो दशकों तक हाशिए पर रहा, लेकिन अब इसके स्वास्थ्य लाभों के कारण यह फिर से लोकप्रिय हो रहा है। इसकी अद्भुत पोषक तत्वों की वजह से यह कई पुरानी बीमारियों से बचाव कर सकता है। बाजरा न केवल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी बेहतर है। यह सूखा प्रतिरोधी है और इसके उत्पादन के लिए कम पानी की आवश्यकता होती है, जो इसे एक स्थायी और पर्यावरण अनुकूल अनाज बनाता है।
सर्दियों में बाजरा का सेवन
आधुनिक समय में अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों की खपत बढ़ी है, जैसे कि अधिक कार्ब्स, चीनी और वसा। लोग अब अपने आहार में अच्छे प्रोटीन, फाइबर और सूक्ष्म पोषक तत्वों को शामिल करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बाजरा अब फिर से मुख्य आहार का हिस्सा बन रहा है, क्योंकि यह पौष्टिक, सस्ता और पर्यावरण के लिए फायदेमंद है।
सर्दियों में बाजरा का लाभ
बाजरा, विशेष रूप से सर्दियों में, एक पारंपरिक भारतीय रोटी के रूप में खाया जाता है। यह शरीर में गर्मी बनाए रखने, पाचन में मदद करने, हड्डियों को मजबूत करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए फायदेमंद है। अगर इसे सरसों के साग जैसे व्यंजनों के साथ खाया जाए तो इसके लाभ और बढ़ जाते हैं।बाजरा प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, मैग्नीशियम और आयरन जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो हमारे शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी हैं। यह एक सस्ता और पौष्टिक विकल्प है, जिसे हमें अपनी डाइट में अवश्य शामिल करना चाहिए। Health Tips
Noida News : नोएडा में पिछले दिनों बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में आयोजित सर्वधर्म समाज के प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश युवा व्यापार मंडल की टीम, प्रदेश उपाध्यक्ष निखिल अग्रवाल की अध्यक्षता में प्रवीण गर्ग, मनीष शर्मा, अमित गोयल व अन्य सैकड़ों व्यापारी। हिन्दू युवा वाहिनी के अध्यक्ष टीसी गौड के आह्वान पर हिन्दू युवावाहिनी की कार्यकारिणी के सभी सदस्य, सेक्टर-15 से ऋषि शर्मा, सेक्टर-71 से प्रदीप मिश्रा, गजेंद्र शर्मा, तुषार गोयल, सेक्टर-19 से विभिन्न सेक्टरों से सामाजिक कार्यकर्ता सब ही पैदल मार्च करते इस प्रदर्शन में सम्मिलित हुए।
प्रदर्शन में समाजसेवी हाथ में झंडा लिए बहुत आक्रोश से अपने इस कष्ट को बयां करते हुए नोएडा हाट की ओर जा रहे थे और नारे लगा रहे थे कि ‘माता-बहनों का यह अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान’। इस आवाज को सुनकर मेरे जहन में कुछ सवाल उठे। यदि जिंदगी में हमने जैसा सोचा सब कुछ वैसा ही हो जाए तो फिर वह जिंदगी तो ख्वाब बन जाएगी। ख्वाब पूरे करने को तो जागना पड़ता है। वहां जाकर सब कुर्सी पर बैठ गए, विभिन्न हिन्दू संगठनों के नेता बड़े मंच पर विराजमान थे। सभी ने अपना 2 वक्तव्य रखा जिसे सबने ध्यान से सुना और सबने समझा भी कि हिन्दू बंटेगा, तो कटेगा। सब ही कष्ट में थे। अब हम क्या करें? क्योंकि नेता नहीं लड़ते, लड़ते तो कार्यकर्ता हैं और मरता आम आदमी है।
अब प्रश्न य़ह भी उठता है कि क्या हमने अपनी मां बहन को सुरक्षित करने की तैयारी शुरू कर दी है? ताकि उनका अपमान करने से पहले कोई 100 बार विचार करे न कि बेटा गलत करे और माता-पिता लड्डू बांटे। क्रोध और आक्रोश किसी भी समाज में अधिक या कम नहीं था। क्योंकि अन्याय कमजोर से ही शुरू होता है। तो क्या यह आवश्यक नहीं कि जो समय हमें मिला हुआ है? हम उस समय को ही अच्छा बनाएं। ना कि अच्छे समय का अभी भी इंतजार करे कि कोई हमारा भला करेगा। क्या आपको नहीं लगता कि मानव-मानव के इस संघर्ष का कारण गरीबी तथा अभाव से पिंड छुड़ाने को झपट लेना बल्कि मारकर छीन लेना आसान रास्ता चलने की शुरुआत है ये। आसान तो कुछ भी नहीं होता कठिनाइयां तो उसमें भी बहुत हैं पहले बहुत सारी भीड़ को पैदा करें, खिलाएं, पालें तब फल की उम्मीद करें। ऐसे तो समय हमारे पास भी है। यही सोच हमने अपने साथियों के साथ इस समस्या को साँझा करने को मीटिंग रखी क्योंकि अब हमें इस चिंतन से बाहर आना होगा की जो किसी का हक या खुशी छीन लेता है? उसका इलाज वक्त करता है। यह जुमला पढऩे में अच्छा लगता है। पर सच तो सच है न-कि झपटने वाले इस बेशर्मी को करने से मालिक भी तो हो जाता हैं। यूं हमने बहुत अच्छे निर्णय भी लिए कि अब हम रिश्तों में से ‘मैं’ को दूर करके ‘हम’ को खूबसूरती दें। यदि एक मकान है उसमें दो पुत्र हैं तो वे दोनों साथ होकर रहें। बेच कर दोनॉ अलग-अलग फ्लैट में बुजुर्ग माता-पिता तड़पते अकेले। ऐसे में भी यदि दूसरा बच्चा बेटी है तो उस घर में रहने वाले को ये ही बेचैनी रहती है कि इसको बेचकर मेरे ही नाम दूसरा घर लिया जाए की सोच से बाहर आना होगा ताकि हमारे भी परिवार बंटें न कि हमारे युवा या युवतियां आत्महत्या को अग्रसर हों। हम से ‘मैं’। इस बंटने पर लगाम लगे।
‘मैं’ ना तो राँग है, ना ही ‘मैं’ राइट पर यहीं से शुरू होती हैं बंटने की फाइट। स्वयं में गुण और सिर्फ अच्छा देखना और ‘हम’ में दोष क्या यह अहंकार नहीं है? यह तो बिल्कुल भी सद्गुण नहीं है। परिवारों से टूटकर अपनों से अलग फ्लैट में जाकर एक गेट जिस पर कुछ अनजान लोग ‘गार्ड’ बैठे होते हैं उनको अपना सुरक्षा कवच मानना? ज्यादा सोचना बंद कीजिए। हकीकत की दुनिया में कदम रखिए। पहले परिवरों को जोडें फिर अपने अगल-बगल फिर सेक्टर बाकी सब स्वयं ही जुडऩे लगेगे।]
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संतानों को स्वस्थ व श्रेष्ठ बनाएं बेटा यदि 6 फीट तो बेटी भी 6 फीट हो। बच्चे परिवार में खेलकूद कर हृष्ट-पुष्ट हों। अंतत: होशियार होना अच्छी बात है परंतु होशियारी का अंत अब जीरो मिलने लगा है। तो यह कैसी समझदारी है। लंबी छलांग एकदम तो नहीं लगा पाएंगे परंतु यदि निरंतर कदम बढ़ाएंगे एक-दूसरे के लिए समर्पण, अपना समय, साथ देंगे। बच्चे पढऩे अवश्य जाएं पर पढक़र ऑफिस में ही रोजगार मिलेगा यह अहंकार ना पालें। हर काम सीखें, काम करें। यदि सेहतमंद मजबूत समाज बनाएंगे तो यूँ प्रदर्शन की आवश्यकता ही नहीं होगी। हम तो सीख देने वाले बनेंगे कि अब और नहीं ‘बंटेंगे या कटेंगे’? Noida News :