मानसून से पहले लोक निर्माण विभाग की तगड़ी तैयारी, अब नाव से पार होगी यमुना

हर साल अक्टूबर में लगाए जाते हैं ये तीन पुल
तीन पांटून पुलों एतमादपुर, शाहजहांपुर और छांयसा को हर साल अक्टूबर में लगाया जाता है ताकि किसानों को खेतों से घर तक फसल लाने और रबी की बुवाई के समय सुविधाजनक रास्ता मिल सके। लेकिन 15 जून के बाद जब हरियाणा में वर्षा शुरू हो जाती है और ओखला बैराज से पानी छोड़े जाने की संभावना बढ़ जाती है तो पुलों के कैप्सूल बह जाने का खतरा उत्पन्न हो जाता है। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन्हें हटाना अनिवार्य हो जाता है।अब नाव से तय होगा यमुना पार का सफर
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पुल हटाने की प्रक्रिया के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अब ठेकेदार किसी भी समय इन पुलों को हटाने का कार्य शुरू कर सकता है। पंटून पुलों के हटने के बाद यमुना पार करने के लिए आम लोगों और किसानों को मोहना पुल या स्थानीय नावों का सहारा लेना होगा। प्रशासन ने सलाह दी है कि लोग सुरक्षित घाटों से ही नदी पार करें और नाव चलाने वाले लाइसेंस प्राप्त घाट संचालकों की सेवाएं लें। इस व्यवस्था का उद्देश्य न केवल जन-सुरक्षा सुनिश्चित करना है, बल्कि नदी की तेज धाराओं में किसी भी अप्रिय दुर्घटना को टालना भी है। यह सावधानी भरा कदम हर साल दोहराया जाता है, जिससे किसानों और ग्रामीणों को किसी बड़ी मुसीबत का सामना न करना पड़े। Delhi Newsदिल्ली की सड़कों से विदाई को तैयार 62 लाख वाहन! होगी डिजिटल पहरेदारी
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लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पुल हटाने की प्रक्रिया के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अब ठेकेदार किसी भी समय इन पुलों को हटाने का कार्य शुरू कर सकता है। पंटून पुलों के हटने के बाद यमुना पार करने के लिए आम लोगों और किसानों को मोहना पुल या स्थानीय नावों का सहारा लेना होगा। प्रशासन ने सलाह दी है कि लोग सुरक्षित घाटों से ही नदी पार करें और नाव चलाने वाले लाइसेंस प्राप्त घाट संचालकों की सेवाएं लें। इस व्यवस्था का उद्देश्य न केवल जन-सुरक्षा सुनिश्चित करना है, बल्कि नदी की तेज धाराओं में किसी भी अप्रिय दुर्घटना को टालना भी है। यह सावधानी भरा कदम हर साल दोहराया जाता है, जिससे किसानों और ग्रामीणों को किसी बड़ी मुसीबत का सामना न करना पड़े। Delhi Newsदिल्ली की सड़कों से विदाई को तैयार 62 लाख वाहन! होगी डिजिटल पहरेदारी
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