Greater Noida Farmer News : ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहित की जा रही जमीन के कास्तकार उजड़ना नहीं चाहते। उनकी मांग है कि उन्हें एक ही स्थान पर यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे बसाया जाए। आज अपनी इस मांग को मनवाने के लिए किसान यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के कार्यालय पर प्रदर्शन के लिए पहुंचे ।
Greater Noida Farmer News :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए गौतमबुद्ध नगर जनपद के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण प्रारंभ हो चुका है। 1334 हेक्टेयर जमीन पर बनने वाले इस एयरपोर्ट के निर्माण पर 29,650 करोड़ की लागत आएगी। इसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर को किया था। सरकार इस एयरपोर्ट के आसपास एक औद्योगिक हब बनाना चाहती है। इसके लिए 24 गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण प्रारंभ हो चुका है। उन्हें उचित मुआवजा देकर गांवों को खाली कराने की रणनीति बन रही है। इस जमीन पर शासन और किसानों के बीच सहमति भी बन चुकी है।
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खास बात यह है कि किसानों की मुआवजे की मांग पूरी हो चुकी है। इन्हें अब कहां बसाएंगे? इसे लेकर अभी संशय है। सूत्र बताते हैं कि प्राधिकरण और सरकार उन्हें एक्सप्रेस वे से इतर एक विशाल भूभाग पर बसाना चाहता है। जबकि किसानों की मांग है कि यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे उन्हें आशियाने देने की योजना बने।
अपनी इस मांग को लेकर आज 24 गांव के किसान यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण पर जा रहे हैं। इसी मूवमेंट से जुड़े रण्हेरा गांव के निवासी एक किसान ने बताया कि वे अपनी मांगों को लेकर प्राधिकरण के अधिकारियों को एक ज्ञापन देंगे। ज्ञापन में अपनी इस मांग को सही तरीके से उठाएंगे। यह ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम होगा।
दबाव का लगा रहे आरोप
प्राधिकरण पर प्रदर्शन करने के लिए जा रहे किसान सरकार पर दबाव बनाने का आरोप लगा रहे हैं। इनका कहना है कि वे विकास के पक्ष में हैं। वे चाहते हैं कि एयरपोर्ट के साथ-साथ औद्योगीकरण हो। लेकिन, उनके हक ना मारे जाएं। नोएडा के किसानों को देखकर ये किसान जागरूक हो रहे हैं। यहां प्राधिकरण ने किसानों की जमीन तीन रुपये गज के भाव लेकर लाखों रुपये मीटर बेची है। यहां के किसान अपने आप को ठगा महसूस करते हैं।
किसान पहुंचे प्राधिकरण
अपनी मांगों को लेकर 24 गांव के किसान यमुना विकास प्राधिकरण के कार्यालय पर पहुंच चुके हैं l किसानों ने अपने संबोधन में यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अरुण वीर सिंह को अपना भगवान बतायाl उन्होंने कहा कि उनके जैसा नेक इंसान यहां अफसर है यह फक्र की बात हैl वह उनके दरबार में आस लेकर आए हैंl उन्हें भरोसा है कि उनकी मांग जरूर पूरी होगीl किसानों का दावा है कि वह अपनी मांगों को पूरा होने के बाद ही घर लौटएंगे l साथ ही क्षेत्रीय नेताओं पर इशारो इशारो में किसानों ने दबाव बनाने का आरोप भी लगाया l
रण्हेरा मांगे मॉडल पुर
जेवर एयरपोर्ट जमीन के अधिग्रहण के बाद उपजे विवाद को हल करने के लिए यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के अधिकारी गंभीर हैl रण्हेरा निवासी सूबेदार गणपत सिंह बलभद्र प्रधान बृजपाल सिंह प्रीतम सिंह नीरज सिंह इस आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैंl किसानों की मांग है कि उन्हें फलेदा के आसपास ना बसाकर मॉडलपुर गांव के पास बसाया जाए l यह गांव उन्हीं 5 विस्थापित गांवों के पास है जहां पहले 5 गावों के किसानों को बसाया गया हैl फिलहाल रण्हेरा चोना करौली बांगर और कुरेन गांव के 15000 किसानों को विस्थापित करने की योजना है l इन किसानों का तर्क है कि वे अपना सामाजिक ताना-बाना बनाए रखना चाहते हैं इसीलिए सभी गांव आसपास बसाए जाए l खबर लिखे जाने तक प्राधिकरण के अधिकारियों और किसानों के बीच वार्ता के प्रयास चल रहे हैं l