Tribute : नोएडा मीडिया क्लब ने दी स्वर्गीय शंभू दयाल गौड़ को श्रद्धांजलि

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calendar02 Dec 2025 03:01 AM
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Tribute : नोएडा। नोएडा मीडिया क्लब ने वरिष्ठ पत्रकार दिनेश गौड़ के पिता स्वर्गीय शंभू दयाल गौड़ (पूर्व प्रधानाध्यपक) की स्मृति में शोक सभा आयोजित कर अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। पत्रकार दिनेश गौड़ के पिताजी की पहचान एक अध्यापक के साथ साथ समाजसेवक के रूप में भी थी। उनका स्वर्गवास चार नवंबर को हो गया था। उनके लिए पूरे देश से शोक संवेदनाएं आयीं।

Tribute :

नोएडा मीडिया क्लब में भी एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें सबसे पहले स्वर्गीय शंभू दयाल गौड़ की तस्वीर पर माल्यार्पण कर सभी ने दो मिनट का मौन रखकर उनको श्रद्धासुमन अर्पित किए। उसके उपरांत उत्तर प्रदेश नारायणी साहित्य अकादमी के प्रदेशाध्यक्ष वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार प्रदीप मिश्र 'अजनबी' ने अकादमी के द्वारा शोक संवेदना संदेश को पढ़ते हुए स्वर्गीय शंभू दयाल गौड़ के एक शिक्षक के रूप में किए गए महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डालकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

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पत्रकार दिनेश गौड़ को पत्रकारों और साहित्यकारों ने सांत्वना दी। इस मौके पर नोएडा मीडिया क्लब के पदाधिकारी देवेंद्र बसोया (सरंक्षक), सुरेश चौधरी (सरंक्षक), वरिष्ठ पत्रकार संतोष सिंह, रिंकू यादव (उपाध्यक्ष), इकबाल चौधरी, (उपाध्यक्ष), सौरव राय (उपाध्यक्ष), हरवीर चौहान (प्रवक्ता), नारायणी साहित्य अकादमी की अध्यक्ष डॉक्टर पुष्पा सिंह बिसेन, प्रदीप मिश्र, मनोहर त्यागी, एके लाल, अंजना भागी, देवेंद्र कुमार,अरुण सिन्हा, दिनेश गौड़, सुनील अवाना, देवमणि शुक्ला, संगीता चौधरी, प्रिया राणा, सुमन चौधरी, कृष्ण कुमार, अभिषेक शर्मा, गुरुचरण गुप्ता, जितेंद्र रेड्डी, प्रदीप देव आदि ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। भोपाल मध्य प्रदेश से पधारे भाजपा प्रदेश महामंत्री तथा पूर्व भाजयुमो के राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रवक्ता राहुल कोठरी आदि ने दिवंगत पुण्य आत्मा को श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
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नोएडा के कमिश्नर आलोक सिंह लाइन हाजिर, लक्ष्मी सिंह सँभालेंगी नोएडा की कमान

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calendar29 Nov 2022 01:52 PM
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राजकुमार चौधरी  लखनऊ / लखनऊ । अभिमान कभी नहीं पालना चाहिए उसका एक न एक दिन अंत जरूर होता हैl यह कहावत इस वक्त गौतम बुध नगर के कमिश्नर और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आलोक सिंह पर सटीक बैठ रही हैl उन्हें नोएडा से रुखसत कर दिया गया हैl कमिश्नर आलोक सिंह की नई तैनाती पुलिस मुख्यालय लखनऊ में की गई है आलोक सिंह को लाइन हाजिर किया गया है l उनके स्थान पर तेजतर्रार महिला आईपीएस अधिकारी लक्ष्मी सिंह को बतौर कमिश्नर नोएडा भेजा गया हैl शासन ने देर रात उत्तर प्रदेश में बड़े बदलाव किए है l नोएडा एक अंतरराष्ट्रीय शहर है l इसकी सुरक्षा व्यवस्था और पुलिसिंग को और दुरुस्त करने के लिए शासन ने लगभग 3 साल पहले बड़ा फैसला किया थाl गौतमबुधनगर को कमिश्नरेट और आईपीएस अधिकारी आलोक सिंह को यहां कमिश्नर बनाकर भेजा गया था l नोएडा के नागरिकों का साफ आरोप है कि आलोक सिंह ने पुलिस को एक पॉलीटिशियन की तरह चलायाl श्रीकांत त्यागी प्रकरण में जिस तरह से पुलिसिंग हुई वह बेहद शर्मनाक थी । यह प्रकरण आलोक के साथ हमेशा जुड़ा रहेगा । पहले तो एक महिला के साथ अभद्रता करने वाले गुण्डे श्रीकांत त्यागी को कई दिनों तक आजाद छोड़ा उसके बाद उसको वी वी आई पी की तरह जेल भेजने की औपचारिकता निभाई गई । इससे यह मामला पूरी दुनिया में सुर्खी बना और नोएडा या यू कहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पुलिस की बदनामी हुईl गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश के बाद कार्रवाई के लिए गौतम बुध नगर के सांसद डॉ महेश शर्मा को स्वयं घटनास्थल पर जाना पड़ा और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एडीजी लाइन आर्डर प्रशांत कुमार व तत्कालीन एसीएस होम अवनीश अवस्थी को फोन करना पड़ा l शर्मिंदगी जाहिर करते हुए उनका एक वीडियो मीडिया पर भी वायरल हुआ l इस प्रकरण में भारतीय जनता पार्टी के तमाम बड़े नेता मीडिया को जवाब देते थक गए l सूत्र बताते हैं कि बड़ा राजनीतिक रसूख रखने वाले कमिश्नर आलोक सिंह ने गौतम बुध नगर में पुलिस कर्मियों व पुलिस व्यवस्था को अपना मोहरा बनाकर रख दिया था l उनके कार्यकाल के दौरान माफियाओं और घोटालेबाजों का राज रहा । भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता सिंगा पंडित के दो पैर सरेआम तोड़ दिए गए l आरोपियों को गिरफ्तार करने में नोएडा पुलिस नाकाम रही l नोएडा पुलिस इसे लेनदेन का मामला बताती रही । उत्तराखंड एसटीएफ ने तकरीबन 12 दिन बाद इस घटना का खुलासा किया और कुख्यात शूटरों को देहरादून से गिरफ्तार कर नोएडा पुलिस की पोल खोल दी l इस खुलासे के बाद नोएडा पुलिस ने अपनी राय बदली और उत्तराखंड पुलिस की राह पर इन्वेस्टिगेशन शुरू कीl इस घटना में शामिल एक सूटर को आनन-फानन में ग्रेटर नोएडा के कासना से गिरफ्तार करने का दावा किया गया l सूत्र बताते हैं की आलोक सिंह की इसी अति की वजह से इनकी अपमानजनक विदाई हुई है l गौतम बुध नगर के कमिश्नर पद से हटाकर उन्हें सीधे लखनऊ मुख्यालय भेजा गया है l आईपीएस लॉबी में इस तरह की तैनाती को लाइन हाजिर माना जाता है l वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी लक्ष्मी सिंह को गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट का पुलिस आयुक्त बनाया गया हैl  

वे 2000 बैच की IPS अधिकारी है ।

बता दें कि यूपी सरकार ने पिछले हफ्ते लखनऊ, गौतम बौद्ध नगर (नोएडा), वाराणसी और कानपुर के पुलिस कमिश्नरेटों के अलावा 3 नए पुलिस आयुक्तालयों की घोषणा की थीl राज्य सरकार ने इसी क्रम में कुछ और तबादले भी किए हैंl इसी क्रम में अशोक मुथा जैन को वाराणसी का नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया हैl 2003 बैच के आईपीएस अधिकारी अजय मिश्रा को गाजियाबाद का कमिश्नर तैनात किया गया है वही 2004 बैच के आईपीएस और गौतम बुध नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रहे I G डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह को आगरा का कमिश्नर तैनात किया गया है जबकि 1999 बैच के आईपीएस अधिकारी रमित शर्मा को प्रयाग राज की कमान सौंपी गई है ।
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Action 50.64 करोड़ का भुगतान न करने पर दो शिक्षण संस्थानों के आवंटन रद्द

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calendar01 Dec 2025 12:33 AM
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Action ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कड़क हुआ है। जमीन लेकर पैसे का भुगतान न करने पर प्राधिकरण ने दो शिक्षण संस्थानों के आवंटन रद्द कर दिए हैं। दोनों भूखंडों पर प्रीमियम व लीजरेंट को मिलाकर करीब 50.64 करोड़ रुपये की धनराशि बकाया थी। इन दोनों भूखंडों पर अब तक किसी तरह के निर्माण भी नहीं हुए हैं, जिसके चलते प्राधिकरण ने यह कार्रवाई की है। प्राधिकरण इन दोनों भूखंडों को अपने कब्जे में लेकर नई स्कीम के जरिए आवंटित करेगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी के निर्देश पर लंबे अर्से से बकाया रकम का भुगतान न करने और परियोजना को पूरा न करने वाले आवंटियों के खिलाफ प्राधिकरण ने आवंटन निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। प्राधिकरण ने विगत बुधवार को एक बिल्डर को आवंटित दो भूखंडों के आवंटन निरस्त कर दिये थे। अब दो शिक्षण संस्थानों के आवंटन रद्द किए गए हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ अदिति सिंह ने बताया कि प्रियदर्शिनी कॉलेज ऑफ कंप्यूटर साइंस को 1999 में भूखंड संख्या-6ए, सेक्टर नॉलेज पार्क वन में 28750 वर्ग मीटर जमीन आवंटित की गई थी। संस्था को इस भूखंड के एवज में बतौर प्रीमियम धनराशि व लीज रेंट करीब 25.73 करोड़ रुपये जमा करने थे। संस्था ने सभी मदों में मिलाकर अब तक करीब 2.25 करोड़ रुपये धनराशि ही जमा की गई है। आवंटी को 2013, 2014, 2015, 2017, 2018, 2019 व 2020 में कई बार डिफॉल्टर नोटिस और कैंसिलेशन नोटिस जारी किए गए। इसी प्रकरण में एसीईओ स्तर पर ही सुनवाई हुई और बकाया भुगतान के लिए अंतिम अवसर भी दिया गया, लेकिन संस्था ने प्रीमियम या फिर लीज रेंट के रूप में कोई भुगतान नहीं किया, जिसके चलते संस्था का आवंटन निरस्त कर दिया गया है। वहीं, प्राधिकरण के संस्थागत विभाग ने ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा एजुकेशनल इंस्टीट्यूट बनाने के लिए सोहो फूड एंड वेबरेजेस (सोहो मास्कोट फाउंडेशन) को 2014 में भूखंड संख्या-07, सेक्टर टेकजोन-7 में 20 हजार वर्ग मीटर का भूखंड आवंटन भी निरस्त कर दिया है। इस संस्था पर करीब 20.08 करोड़ रुपये प्रीमियम और करीब 4.83 करोड़ रुपये लीज रेंट बकाया हो चुका था। नौ किस्तें बकाया हो चुकी थीं। इस दौरान संस्था को कई बार डिफॉल्टर नोटिस और फिर कैंसिलेशन नोटिस जारी की गई, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया, जिसके चलते संस्था आवंटन निरस्त कर दिया गया है। प्राधिकरण ने कहा है कि अगर दोनों आवंटियों की प्राधिकरण पर कोई देयता बनती है तो उसे गणना कराकर वापस किया जाएगा। प्राधिकरण शीघ्र ही इन दोनों प्लॉटों को भी अपने कब्जे में ले लेगा। प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी का कहना है कि प्राधिकरण का बकाया भुगतान न देने और परियोजना को पूरा न करने वाले किसी भी आवंटी को बख्शा नहीं जाएगा। उनके आवंटन रद्द किए जाएंगे। उनसे प्राप्त भूखंडों को नई योजनाओं के जरिए आवंटित किया जाएगा, ताकि निवेश आ सके और लोगों को रोजगार व अन्य सुविधाएं मिल सकें।