Thursday, 4 July 2024

ग्रेटर नोएडा के छात्रों व अध्यापकों में शोक की लहर, हुई दुखद घटना

ग्रेटर नोएडा के छात्रों व अध्यापकों में एक दुखद घटना के कारण शोक की लहर व्याप्त है

ग्रेटर नोएडा के छात्रों व अध्यापकों में शोक की लहर, हुई दुखद घटना

Greater Noida News Live : ग्रेटर नोएडा के छात्रों व अध्यापकों में एक दुखद घटना के कारण शोक की लहर व्याप्त है। ग्रेटर नोएडा में पिछले कई वर्षों से स्पोर्ट् टीचर के रूप में कार्यरत संजीव सेवा का लंबी बीमारी के कारण दुखद निधन हो गया। उनके निधन से रेयान इंटरनेशनल स्कूल व ग्रेटर नोएडा में स्थित अन्य स्कूलों के छात्रों व अध्यापकों में शोक की लहर दौड़ गई है।

रेयान इंटरनेशनल स्कूल में थे स्पोर्ट् टीचर

ग्रेटर नोएडा में स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में स्पोर्ट टीचर व फुटबॉल कोच के रूप में कार्यरत संजीव सेवा रेयान इंटरनेशनल स्कूल के साथ ही ग्रेटर नोएडा के अन्य स्कूलों में भी एक कोच के रूप में काफी लोकप्रिय थे। स्पोर्ट् टीचर संजीव सेवा पिछले कुछ वर्षों से लीवर की बीमारी से ग्रसित थे और उन्हें कुछ दिनों पूर्व कैलाश अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। उपचार के दौरान ही संजीव सेवा को ब्रेन हेमरेज हो गया था। डॉक्टरों के लाख प्रयासों के बावजूद संजीव सेवा की जान नहीं बच पाई और उनका दुखद निधन हो गया।

छात्रों व अध्यापकों में शोक

Greater Noida News In Hindi 
ग्रेटर नोएडा के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में स्पोर्ट्स टीचर संजीव सेवा के निधन का समाचार मिलते ही ग्रेटर नोएडा के रेयान इंटरनेशनल स्कूल व ग्रेटर नोएडा में स्थित अन्य स्कूलों के छात्रों व अध्यापकों में शोक की लहर दौड़ गई। रेयान इंटरनेशनल स्कूल में आज अवकाश घोषित कर दिया गया। संजीव सेवा के शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने के लिए उनके शुभचिंतक, परिजन व अन्य लोग बड़ी संख्या में बीटा दो स्थित संजीव सेवा के आवास पर पहुंचे।

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क्या होता है ब्रेन हेमरेज 

ये एक आपातकालीन स्थिति है जिसमें दिमाग की नस फटने से दिमाग के अंदर खून बहता है.हाई ब्लड प्रेशर और ट्रॉमा (सिर पर चोट लगना) इसकी दो मुख्य वजहें हैं. ब्रेन हेमरेज के कई कारण हो सकते हैं. जब ब्रेन को सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है तो दिमाग के सेल्स मरने लगते हैं. ऐसे में शरीर के गतिविधियां प्रभावित होने लगते हैं. जिसे इंट्राक्रानियल हेमरेज या सेरेब्रल हेमरेज कहा जाता है. ऐसे में अगर तीन से चार मिनट से अधिक समय तक ऑक्सीजन की कमी हो जाए तो इससे दिमाग की नसें बुरी तरह से प्रभावित होती है. इससे दिमाग की नसें काफी ज्यादा प्रभावित होती है.खून पतला करने वाली दवाएं लेने से भी व्यक्ति के लिए खतरा बढ़ सकता है.दिमाग में हेमरेज होने की जगह के अनुसार इसके लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन इनमें चेहरे के एक भाग का सुन्न या कमज़ोर होना, बोलने में कठिनाई या चलने में कठिनाई शामिल हैं. हेमरेज के लिए आपातकालीन इलाज ज़रूरी है.

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