Greater Noida News ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में तीन दिन से नर्सिंग स्टाफ हड़ताल पर है। नर्सिंग स्टाफ के धरने पर बैठने से अस्पताल में ओपीडी, इमरजेंसी सेवाएं ठप हैं। हर दिन हजारों मरीजों को बिना इलाज लौटना पड़ रहा है। नर्सिंग स्टाफ कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर अस्पताल प्रबंधन का विरोध किया। कोरोना काल से अस्पताल में तैनात नर्सिंग स्टाफ परमानेंट नौकरी की मांग को लेकर जमकर हंगामा विरोध कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
दरअसल ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्स् अस्पताल में सोमवार सुबह 8 बजे अस्पताल के नर्सिंग के स्टाफ कर्मचारी धरने पर बैठ गए। जब इस बारे में कर्मचारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने कोरोना काल में अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाई थी। लेकिन अभी तक अस्पताल प्रबंधक द्वारा उन्हें परमानेंट नहीं किया गया है। जबकि परमानेंट स्टाफ के लिए वैकेंसी निकली जा रही हैं। यह सरासर नाइंसाफी है जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। नर्सिंग स्टाफ के धरने पर बैठने से अस्पताल में मरीज दूसरे अस्पताल में जाने लगे हैं, वहीं कुछ बीमार लोगों को इलाज ना मिलने के कारण वापस लौटना पड़ रहा है।
अपनी बातों से मुकर गया अस्पताल प्रबंधन
उन्होंने बताया कि अस्पताल के डायरेक्टर राकेश गुप्ता ने नर्सिंग स्टाफ से वादा किया था कि कोरोना काल के बाद उनकी 25% तनख्वाह बढ़ा दी जाएगी लेकिन अभी तक हमारे पगार में कोई भी इजाफा नहीं हुआ है। जब इस बारे में राकेश गुप्ता से बात की गई तो वह अपनी बातों से मुकर गए। जिसको लेकर कर्मचारियों द्वारा जमकर हंगामा किया गया। कर्मचारियों ने अस्पताल प्रबंधन पर अनदेखी करने का आरोप लगाया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस द्वारा काफी मशक्कत के बाद कर्मचारियों को समझ कर शांत कराया गया।
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