प्रदूषण के मामले में यूपी का यह शहर अव्वल, दिल्ली को भी छोड़ा पीछे
गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर बन चुका है। CREA रिपोर्ट के अनुसार, टॉप 10 सबसे प्रदूषित शहरों में केवल NCR के शहर शामिल हैं जिनमें नोएडा, मेरठ, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली भी शामिल हैं। जानिए कौन से शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हैं और हवा की गुणवत्ता सुधारने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।

नवंबर 2025 में देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची सामने आई है जिसमें उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद पहले स्थान पर रहा। थिंक टैंक ‘सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर’ (CREA) की रिपोर्ट के अनुसार, गाजियाबाद में नवंबर महीने का औसत पीएम 2.5 स्तर 24 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। रिपोर्ट ने यह भी बताया कि एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) के हिसाब से गाजियाबाद में 19 दिन बहुत खराब, 10 दिन गंभीर और एक दिन खराब श्रेणी में रहा।
टॉप 10 प्रदूषित शहरों की सूची
गाजियाबाद के बाद नोएडा दूसरे, हरियाणा का बहादुरगढ़ तीसरे और दिल्ली चौथे नंबर पर रहा। कुल मिलाकर, टॉप 10 प्रदूषित शहरों की सूची में केवल NCR के शहर ही शामिल हैं। इस सूची में उत्तर प्रदेश के छह शहर, हरियाणा के तीन और दिल्ली शामिल हैं। दिल्ली में स्थिति और भी चिंताजनक रही। नवंबर में दिल्ली चौथा सबसे प्रदूषित शहर रही जहां मासिक औसत पीएम 2.5 स्तर 215 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गया। अक्टूबर की तुलना में यह आंकड़ा दोगुना हो गया। दिल्ली में कुल 23 दिन हवा बहुत खराब, 6 दिन गंभीर और एक दिन खराब रही।
पराली जलाने के कारण हो रहा प्रदूषण
रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि दिल्ली में पराली जलाने की घटनाओं का प्रदूषण में योगदान लगभग 7% रहा। पिछले साल यह योगदान 20% था। इसका मतलब यह है कि अन्य कारणों से भी प्रदूषण बढ़ा है और NCR की हवा लगातार खराब होती जा रही है। नवंबर 2025 में सबसे प्रदूषित शहरों की सूची इस प्रकार है।
गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)
नोएडा (उत्तर प्रदेश)
बहादुरगढ़ (हरियाणा)
दिल्ली (दिल्ली)
हापुड़ (उत्तर प्रदेश)
ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश)
बागपत (उत्तर प्रदेश)
सोनीपत (हरियाणा)
मेरठ (उत्तर प्रदेश)
रोहतक (हरियाणा)
पर्यावरणीय नियमों का पालन करना जरूरी
CREA की इस रिपोर्ट ने यह स्पष्ट किया कि NCR के शहरों में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि हवा रहने योग्य नहीं रही। प्रदूषण में वृद्धि के कारणों में वाहनों से निकलने वाला धुआँ, औद्योगिक गतिविधियां और निर्माण कार्य प्रमुख हैं। गाजियाबाद और उसके आसपास के शहरों में पर्यावरणीय नियमों का पालन सुनिश्चित करना अब बहुत जरूरी हो गया है।
नवंबर 2025 में देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची सामने आई है जिसमें उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद पहले स्थान पर रहा। थिंक टैंक ‘सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर’ (CREA) की रिपोर्ट के अनुसार, गाजियाबाद में नवंबर महीने का औसत पीएम 2.5 स्तर 24 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। रिपोर्ट ने यह भी बताया कि एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) के हिसाब से गाजियाबाद में 19 दिन बहुत खराब, 10 दिन गंभीर और एक दिन खराब श्रेणी में रहा।
टॉप 10 प्रदूषित शहरों की सूची
गाजियाबाद के बाद नोएडा दूसरे, हरियाणा का बहादुरगढ़ तीसरे और दिल्ली चौथे नंबर पर रहा। कुल मिलाकर, टॉप 10 प्रदूषित शहरों की सूची में केवल NCR के शहर ही शामिल हैं। इस सूची में उत्तर प्रदेश के छह शहर, हरियाणा के तीन और दिल्ली शामिल हैं। दिल्ली में स्थिति और भी चिंताजनक रही। नवंबर में दिल्ली चौथा सबसे प्रदूषित शहर रही जहां मासिक औसत पीएम 2.5 स्तर 215 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गया। अक्टूबर की तुलना में यह आंकड़ा दोगुना हो गया। दिल्ली में कुल 23 दिन हवा बहुत खराब, 6 दिन गंभीर और एक दिन खराब रही।
पराली जलाने के कारण हो रहा प्रदूषण
रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि दिल्ली में पराली जलाने की घटनाओं का प्रदूषण में योगदान लगभग 7% रहा। पिछले साल यह योगदान 20% था। इसका मतलब यह है कि अन्य कारणों से भी प्रदूषण बढ़ा है और NCR की हवा लगातार खराब होती जा रही है। नवंबर 2025 में सबसे प्रदूषित शहरों की सूची इस प्रकार है।
गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)
नोएडा (उत्तर प्रदेश)
बहादुरगढ़ (हरियाणा)
दिल्ली (दिल्ली)
हापुड़ (उत्तर प्रदेश)
ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश)
बागपत (उत्तर प्रदेश)
सोनीपत (हरियाणा)
मेरठ (उत्तर प्रदेश)
रोहतक (हरियाणा)
पर्यावरणीय नियमों का पालन करना जरूरी
CREA की इस रिपोर्ट ने यह स्पष्ट किया कि NCR के शहरों में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि हवा रहने योग्य नहीं रही। प्रदूषण में वृद्धि के कारणों में वाहनों से निकलने वाला धुआँ, औद्योगिक गतिविधियां और निर्माण कार्य प्रमुख हैं। गाजियाबाद और उसके आसपास के शहरों में पर्यावरणीय नियमों का पालन सुनिश्चित करना अब बहुत जरूरी हो गया है।












