Delhi News : कांग्रेस की नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की सीट पर इस बार दो बिहारियों के बीच दिलचस्प मुकाबला होगा। कांग्रेस ने उत्तर पूर्वी दिल्ली की सीट से बिहार के बेगूसराय के रहने वाले कन्हैया कुमार को बिहार के मनोज तिवारी के सामने चुनौती देने के लिए खड़ा किया है। यानि यहां बिहार बनाम बिहार की लड़ाई देखने को मिलेगी।
कांग्रेस ने खेला मास्टर स्ट्रोक
कांग्रेस ने चुनावी समीकरण को ध्यान में रखते हुए बड़े ही रणनीतिक अंदाज में कन्हैया कुमार को मनोज तिवारी के विरोध में खड़ा किया है। आपको बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली से बीजेपी ने मनोज तिवारी को तीसरी बार मौका दिया है। अगर दिल्ली की 7 सीटों की बात करें तो बीजेपी ने बाकी किसी भी सीट पर अपने पुराने कैंडिडेट को रिपीट नहीं किया है। केवल मनोज तिवारी को तीसरी बार मौका मिला है। कन्हैया कुमार को यह सीट मिलने से ये चुनाव को काफी दिलचस्प बन गया है।
दिल्ली से बीजेपी ने सिर्फ मनोज तिवारी को किया रिपीट
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बात करें उत्तर पूर्वी दिल्ली की तो मनोज तिवारी वहां से सीटिंग एमपी है और दिल्ली की 7 सीटों में से केवल इसी एक सीट पर भाजपा ने उम्मीदवार को रिपीट किया है। वहीं बिहार के बेगूसराय के रहने वाले कन्हैया कुमार 2019 में बेगूसराय की सीट पर भाकपा की टिकट पर चुनाव लड़े थे लेकिन उन्हें बेगूसराय से बीजेपी के गिरिराज सिंह के सामने हार का सामना करना पड़ा था। मनोज तिवारी के सामने कन्हैया कुमार को खड़ा करना कांग्रेस का बड़ा दांव कहा जा सकता है। अगर बात इस सीट की करें तो उत्तर पूर्वी दिल्ली पर बिहारी मतदाताओं की बड़ी संख्या है। शायद यही वजह है की तीसरी बार भी बीजेपी ने मनोज तिवारी को ही यहां से रिपीट किया है। जिस तरह से बिहारी और पुर्वांचली मतदाताओं का दबदबा दिल्ली में बना हुआ है एक समय ऐसा था कि मनोज तिवारी को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया गया था। इस इलाके में पूर्वांचल के वोटो की भी अच्छी खासी संख्या है जिनके लिए कहा जाता है कि मनोज तिवारी उन पर पकड़ बनाए हुए हैं लेकिन अब एक बिहारी के खिलाफ एक बिहारी को उतार कर कांग्रेस ने इस लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है ।
आप के समर्थन से कन्हैया कुमार को हो सकता है फायदा
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कन्हैया कुमार की बात करें तो वाम दल से अपनी पारी की शुरुआत करने वाले कन्हैया कुमार ने जेएनयू में छात्र राजनीति के दौरान ही अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए थे । बीजेपी पर हमला बोलने वाले कन्हैया कुमार अपने तेज तर्रार् भाषणों के लिए भी जाने जाते हैं। कन्हैया कुमार भी बिहार की ही धरती से हैं। ऐसे में बिहारी वोट बैंक पर कन्हैया कुमार बड़ा असर डाल सकते हैं और साथ ही आम आदमी पार्टी का समर्थन जब कन्हैया कुमार को मिलेगा तो ऐसे में कन्हैया कुमार मजबूत स्थिति में आ सकते हैं। माना यह भी जा रहा है कि इस संसदीय क्षेत्र में मुस्लिम आबादी भी अच्छी खासी संख्या में रहती है और मुस्लिम आबादी का समर्थन भी कन्हैया कुमार के पक्ष में जा सकता है। साथ ही पूर्वांचल के वोटर भी कन्हैया को सपोर्ट कर सकते हैं । मनोज तिवारी की बात करें तो वह इस सीट से दो बार से सांसद है । 2014 के लोकसभा चुनाव में मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार आनंद कुमार को यहां से हराया था। 2019 में दूसरी बार मनोज कुमार तिवारी भाजपा के उम्मीदवार थे और उनका मुकाबला शीला दीक्षित से हुआ था। मनोज तिवारी ने शीला दीक्षित को भी बड़े अंतर से हराया था। आम आदमी पार्टी ने चुनाव में दिलीप पांडे को खड़ा किया था। हालांकि इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन के वजह से इस बार इस सीट पर कन्हैया कुमार का पलड़ा भारी माना जा रहा है ।