Umeshpal Murder Case : बरेली जेल में बना था उमेशपाल की हत्या का फुलप्रूफ प्लान, देखें वीडियो

Asad
Full proof plan of Umeshpal's murder was made in Bareilly Jail, watch video
locationभारत
userचेतना मंच
calendar24 Apr 2023 08:36 PM
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बरेली (उप्र)। प्रयागराज में उमेशपाल और दो पुलिसकर्मियों की हत्‍या में नामजद असद और अन्‍य शूटरों का बरेली जेल से निकलते हुए एक वीडियो वायरल हुआ है। माना जा रहा है कि उमेशपाल की हत्या की साजिश बरेली जेल में रची गई थी। बरेली जेल से निकलते हुए जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह 12 फरवरी का है और उमेशपाल की हत्या 24 फरवरी को हुई थी। पुलिस अब इस मामले में कानूनी कार्रवाई कर रही है। [video width="360" height="270" mp4="https://chetnamanch.com/wp-content/uploads/2023/04/nVkVfVxvj2lR_vPt.mp4"][/video]

Umeshpal Murder Case

24 फरवरी को हुई थी उमेशपाल और दो सिपाहियों की हत्या

प्रयागराज में विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल एवं दो पुलिसकर्मियों की 24 फरवरी को धूमनगंज इलाके में हुई हत्‍या कर दी गई थी। इस मामले में नामजद शूटरों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में बरेली जिला जेल से माफिया एवं पूर्व सांसद अतीक अहमद के बेटे असद और उसके साथी निकलते हुए दिख रहे हैं।

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एसएसपी ने की वीडियो की पुष्टि, 12 फरवरी को हुई थी मुलाकात

बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रभाकर चौधरी ने बताया कि बरेली जेल में अशरफ से मिलने आए शूटरों का वीडियो सार्वजनिक हुआ है। उन्‍होंने कहा कि जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि 12 फरवरी का यह वीडियो अतीक के भाई पूर्व विधायक अशरफ से जेल में असद एवं उसके सहयोगियों की मुलाकात के बाद निकलते समय का है। यह विशेष जांच दल (एसआईटी) के हाथ लगा है। इस अवैध मुलाकात की पुष्टि हो चुकी है। वीडियो में अतीक के बेटे असद, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम, उस्मान एवं अन्य आरोपी एक साथ निकलते दिख रहे हैं। जेल प्रशासन ने बाकायदा शूटरों का जेल से निकलते वीडियो भी बरेली पुलिस एवं प्रयागराज पुलिस को सौंपा।

Umeshpal Murder Case

13 को मुठभेड़ में मारे गए थे असद और गुलाम

गौरतलब है कि 15 अप्रैल की रात को प्रयागराज में चिकित्सकीय परीक्षण के लिए मेडिकल कालेज ले जाते समय पुलिस अभिरक्षा में अतीक अहमद और अशरफ पर तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलीबारी कर उनकी हत्‍या कर दी। इसके दो दिन पहले झांसी में उ.प्र. पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने एक मुठभेड़ में असद और गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके पहले छह मार्च को उस्‍मान भी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था, जबकि गुड़डू मुस्लिम फरार है। अतीक, अशरफ, असद, गुलाम और गुडडू मुस्लिम समेत कई आरोपी उमेश पाल और दो पुलिसकर्मियों की हत्‍या के मामले में नामजद किये गये थे। पुलिस ने रिमांड पर अतीक को गुजरात की साबरमती जेल तथा अशरफ को बरेली जेल से लेकर पूछताछ के लिए प्रयागराज ले गयी थी, जहां 15 अप्रैल की रात दोनों की हत्‍या कर दी गयी।

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52 मिनट की मुलाकात में रची गई हत्या की साजिश

उमेशपाल एवं दो पुलिसकर्मियों के हत्याकांड के बाद बरेली के बिथरी चैनपुर थाने में अतीक के भाई अशरफ, उसके साले सद्दाम, गुर्गे लल्ला गद्दी, जेल वार्डन शिवहरि अवस्थी, कैंटीन संचालक दयाराम उर्फ नन्हें, जेल अधिकारी, कर्मचारी एवं अज्ञात के खिलाफ षड्यंत्र रचने, रंगदारी, अपराधियों को संरक्षण देने और अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी। लल्ला गद्दी समेत नौ आरोपियों को इस आधार पर जेल भेजा गया कि वे अशरफ के साले सद्दाम के लिए काम करते थे। सद्दाम एवं लल्ला गद्दी के जरिये ही आरोपी बरेली जिला जेल में अवैध रूप से अशरफ से मिले। एसटीएफ की जांच में अतीक अहमद के बेटे असद का आधार कार्ड पर्ची के साथ मिला था। सात-आठ लोग 12 फरवरी को दोपहर 1 बजकर 22 मिनट पर जेल आए थे और 3 बजकर 14 मिनट पर वे वहां से गये। वे पौने दो घंटे जेल में रहे। उत्तर प्रदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Atiq Murder Case : अतीक, अशरफ की हत्या की स्वतंत्र जांच वाली याचिका पर सुनवाई 28 अप्रैल को

Atiq 6
Hearing on petition for independent investigation of Atiq, Ashraf's murder on April 28
locationभारत
userचेतना मंच
calendar24 Apr 2023 07:08 PM
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नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की स्वतंत्र जांच का अनुरोध करने वाली याचिका पर 28 अप्रैल को सुनवाई करेगा। अदालत ने सुनवाई के लिए सोमवार को अपनी सहमति दे दी।

Atiq Murder Case

15 अप्रैल की रात हुई थी अतीक और अशरफ की हत्या

गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद (60) और उसके भाई एवं पूर्व विधायक अशरफ की 15 अप्रैल की रात को मीडिया से बातचीत के दौरान तीन हमलावरों ने नजदीक से गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के समय अतीक और अशरफ को पुलिस चिकित्सा जांच करवाने के लिये अस्पताल लेकर जा रही थी। वकील विशाल तिवारी के जरिए दायर याचिका में 2017 के बाद से उत्तर प्रदेश में हुई 183 मुठभेड़ों की जांच कराने का भी अनुरोध किया गया है।

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कई न्यायाधीश कोरोना संक्रमित

विशाल तिवारी ने प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा की पीठ के समक्ष मामले को तत्काल सुनवाई के लिए पेश किया। उन्होंने पीठ को बताया कि उनकी याचिका पर सोमवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन इसे सूचीबद्ध नहीं किया गया। प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि चूंकि पांच न्यायाधीश उपलब्ध नहीं हैं तो जिन कुछ मामलों में तारीखें दी गयी थीं, उन्हें सूचीबद्ध नहीं किया गया है। हम शुक्रवार (28 अप्रैल) को इसे सूचीबद्ध करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने बताया कि उच्चतम न्यायालय के कुछ न्यायाधीश कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, जबकि कुछ अन्य वजहों से उपलब्ध नहीं हैं।

Atiq Murder Case

छह साल में 183 अपराधियों को मार गिराया

उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाल में कहा था कि उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार के छह साल में मुठभेड़ों में 183 कथित अपराधियों को मार गिराया, जिनमें अतीक अहमद का बेटा असद और उसका साथी भी शामिल हैं। उच्चतम न्यायालय में दायर याचिका में अतीक और अशरफ की हत्या की जांच करने के लिए एक स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति गठित करने का अनुरोध किया गया है। इसमें कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) के बयान के मुताबिक 2017 के बाद से 183 मुठभेड़ हुई है। इन मुठभेड़ों और अतीक तथा अशरफ की पुलिस हिरासत में हत्या की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय के किसी पूर्व न्यायाधीश की अगुवाई में एक स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति का गठन कर कानून के शासन की रक्षा के लिए निर्देश जारी करने का अनुरोध किया जाता है।

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जब पुलिस दुस्साहसी बनती है तब कानून व्यवस्था ढह जाती है

अतीक की हत्या का जिक्र करते हुए याचिका में कहा गया है कि पुलिस का ऐसा कृत्य लोकतंत्र तथा कानून के शासन के लिए गंभीर खतरा है। यह पुलिसिया राज की ओर ले जाता है। याचिका में कहा गया है कि लोकतांत्रिक समाज में पुलिस को अंतिम निर्णय सुनाने का जरिया या दंड देने वाला प्राधिकरण बनने नहीं दिया जा सकता। दंड देने का अधिकार केवल न्यायपालिका को है। इसमें कहा गया है कि न्यायेत्तर हत्या या फर्जी पुलिस मुठभेड़ की कानून में कोई जगह नहीं है। याचिका के अनुसार, जब पुलिस दुस्साहसी बन जाती है तो पूरी कानून व्यवस्था ढह जाती है। लोगों के मन में पुलिस के खिलाफ डर पैदा होता है, जो लोकतंत्र के लिए बहुत खतरनाक है। इससे और अपराध जन्म लेते हैं। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Assam : अमृतपाल के लिए डिब्रूगढ़ में सख्त की गई सुरक्षा

Assam
Security tightened in Dibrugarh for Amritpal
locationभारत
userचेतना मंच
calendar23 Apr 2023 08:24 PM
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डिब्रूगढ़ (असम)। खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह को पंजाब से असम की जेल में लाने की खबरों के मद्देनजर डिब्रूगढ़ में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पंजाब पुलिस के महानिरीक्षक सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि अमृतपाल सिंह को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत डिब्रूगढ़ ले जाया जाएगा।

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तीन स्तरीय होगी सुरक्षा व्यवस्था

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि डिब्रूगढ़ के जिस केंद्रीय कारागार में अमृतपाल सिंह को रखा जाएगा, वहां बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि जेल परिसर के चारों ओर असम पुलिस के विशिष्ट ब्लैक कैट कमांडो, सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) और जेल सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। जेल के अंदर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। डिब्रूगढ़ यातायात पुलिस से भी हवाई अड्डे से जेल तक 15 किलोमीटर लंबे रास्ते को बाधा मुक्त रखने को कहा गया है। सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों के अलावा एक विशेष दल को भी तैनात किया गया है।

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आज सुबह गिरफ्तार हुआ था अमृतपाल

सूत्रों के अनुसार, अमृतपाल सिंह को एक विशेष विमान से लाया जा रहा है, जिसने बठिंडा से सुबह उड़ान भरी। पंजाब पुलिस ने एक महीने से अधिक समय से फरार अमृतपाल सिंह को आज सुबह करीब छह बजकर 45 मिनट पर रोडे गांव से गिरफ्तार कर लिया। उसके नौ सहयोगी इस समय डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार में बंद हैं। ‘वारिस पंजाब दे’ (डब्ल्यूपीडी) के चार सदस्यों को 19 मार्च को यहां लाए जाने के बाद से जेल परिसर और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।