लखीमपुर खीरी मामला : वरुण गांधी ने सीएम योगी को लिखा पत्र

Varun Gandhi Writes Letter to CM Yogi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 04:04 AM
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पीड़ितों के परिजनों को एक-एक करोड़ का मुआवजा भी मिले

नई दिल्ली। भाजपा सांसद वरुण गांधी ने लखीमपुर हिंसा के मामले में उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच कराने की मांग की है। इसके साथ ही वरुण गांधी ने पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की भी मांग मुख्यमंत्री से की है। बता दें कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के लखीमपुर खीरी दौरे से पहले हुई हिंसा में आठ लोगों की मृत्यु के बाद पैदा हुए हालातों के मद्देनजर राज्य प्रशासन ने वहां धारा 144 लगा रखी है। वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री को ल‍िखे पत्र में कहा है क‍ि लखीमपुर खीरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन को निर्दयतापूर्वक कुचलने की जो हृदय विदारक घटना हुई है, उससे देश के नागरिकों में भारी पीड़ा और रोष है। इस घटना से एक दिन पहले ही देश ने अंहिसा के पुजारी महात्मा गांधी जी की जयंती मनाई थी। अगले ही दिन लखीमपुर खीरी में जो भी घटित हुआ वह किसी भी सभ्य समाज में अक्षम्य है। आंदोलनकारी किसान भाई हमारे अपने नागरिक हैं। यदि कुछ मुद्दों को लेकर किसान भाई पीड़ित हैं और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध प्रर्दशन कर रहें हैं तो हमें उनके साथ बड़े ही संयम एवं धैर्य के साथ बर्ताव करना चाहिए। बीजेपी सांसद ने पत्र में आगे ल‍िखा है क‍ि हमें हर हाल में अपने किसानों के साथ केवल और केवल गांधीवादी व लोकतांत्रिक तरीके से कानून के दायरे में रहकर संवेदनशीलता के साथ पेश आना होगा। इस घटना में शहीद हुए किसान भाइयों को श्रद्धांजलि देते हुए मैं उनके परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट करता हूं। मेरा आपसे निवेदन है कि इस घटना में संलिप्त तमाम संदिग्धों को तत्काल चिन्हित कर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा कायम कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने लिखा कि इस विषय में आदरणीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई द्वारा समयबद्ध सीमा में जांच करवाकर दोषियों को सजा दिलवाना ज्यादा उपयुक्त होगा। इसके अलावा पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा भी दिया जाए। कृपया यह भी सुनिश्चित करने का कष्ट करें कि भविष्य में किसानों के साथ इस प्रकार का कोई भी अन्याय या अन्य ज्यादती ना हो। आशा है इस घटना की गंभीरता को देखते हुए आप मेरे निवेदन पर तत्काल कार्रवाई करने का कष्ट करेंगे। वहीं इस घटना की वजह से विरोधियों के निशाने पर आए स्थानीय सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने भी अपने ड्राइवर और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या का आरोप लगाते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ से 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवई करने की मांग की है। उन्होंने इस पूरे प्रकरण में साजिश की जांच करने की भी मांग की है।

बता दें कि, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। यह घटना तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई। उप मुख्यमंत्री को कार्यक्रम स्थल पर लाने के लिए जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं के दो वाहनों द्वारा कथित रूप से प्रदर्शनकारियों को टक्कर मारे जाने के बाद नाराज किसानों ने दोनों वाहनों में आग लगा दी थी। इस घटना में चार किसानों तथा वाहनों पर सवार चार अन्य लोगों की मौत हो गई थी। किसान केशव प्रसाद मौर्य के बनबीरपुर दौरे का विरोध कर रहे थे जो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्रा का पैतृक गांव है।

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बुजुर्गों के साथ हो रहे अत्याचार के मामले में यूपी अव्वल

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar24 Nov 2025 11:53 PM
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राष्ट्रीय ब्यूरो। रामराज्य की परिकल्पना वाला सूबा उत्तरप्रदेश बुजुर्गों के साथ अत्याचार के मामले  में पूरे देश में अव्वल है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़े बताते हैं कि बीते मई माह से सरकारी हेल्पलाइन सुविधा ‘एल्डरलाइन’  के जरिए मदद मांगने के लिए उत्तरप्रदेश से 79  हजार से ज्यादा फोन कॉल आए।

टाटा ट्रस्ट के सहयोग से बुजुर्ग लोगों की सहायता के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय हेल्पलाइन के आंकड़े बताते हैं कि मई माह से कुल 3.39 लाख से अधिक फोन आए। जिसमें 79 हजार से अधिक फोन कॉल अकेले उत्तरप्रदेश से रहे। वहीं दूसरे स्थान पर पड़ोसी राज्य उत्तराखंड रहा जहां 54,432 फोन कॉल आए। इसके अलावा तेलंगाना से 42,610,तमिलनाडु से 27,708 और कर्नाटक से 22,711 कॉल आए। आंकड़ो के मुताबिक महिलाओं की तुलना में पुरुषों ने ज्यादा मदद मांगी। मंत्रालय के मुताबिक जिन कारणों से बुजुर्गों ने हेल्पलाइन के जरिए संपर्क किया,उनमें कोविड सहायता 13,496,पेंशन 8,952,दुर्व्यवहार1,890, स्वास्थ्य संबंधी सहायता 1,202,बचाव 423 और वृद्धाश्रमों से जुड़े 623 मामले मामले शामिल रहे। हालांकि मंत्रालय ने कहाकि जो भी कॉल आए  उनमें से 3,02,195 कॉल सेवा योग्य नहीं थी।

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मेरठ में भीषण सड़क हादसा

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Road Accident
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 01:58 AM
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नई दिल्ली। दिल्‍ली-मेरठ एक्‍सप्रेस-वे पर परतापुर टोल के पास सोमवार अल-सुबह एक दर्दनाक हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। मारे गए सभी लोग एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं ये सभी बिजनौर के रहने वाले हैं।

दिल्‍ली-मेरठ एक्‍सप्रेस-वे पर सोमवार तड़के एक दर्दनाक हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार दिल्ली एयरपोर्ट से परिवार के तीन सदस्यों को छोड़कर परिवार के बाकी सदस्य ब्रेजा में सवार होकर लौट रहे थे। एक्सप्रेस-वे पर परतापुर टोल के पास खड़े ट्रक में ब्रेजा कार टकरा गई। ब्रेजा में सवार चार महिलाओं समेत पांच लोगों की मौके पर मौत हो गई। कार में सवार सात माह का बच्चा सुरक्षित बताया जा रहा है। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। इंस्पेक्टर शैलेंद्र प्रताप पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। मृतक के परिवार को मामले की सूचना दी गई है। जानकारी के अनुसार सभी मृतक बिजनौर के रहने वाले बताए जा रहे हैं।

मिली जानकारी के अनुसार बिजनौर के मोहल्ला मिर्दगान के रहने वाले जहीर खान दुबई में फर्नीचर का काम करते हैं। जहीर कोरोना में लाकडाउन की वजह से घर आए हुए थे। सोमवार को उनकी दुबई की फ्लाइट थी। जहीर और उनका बेटे समेत तीन लोगों को छोड़ने के लिए परिवार के सदस्य ब्रेजा और स्विफ्ट में सवार होकर एयरपोर्ट गए थे। वहां से लौटते समय दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर परतापुर टोल के पास ब्रेजा के चालक ताजिम निवासी मालिवाला बिजनौर को नींद की झपकी आ गई, जिससे टोल के पास साइड में खड़े ट्रक में पीछे से ब्रेजा टकरा गई। हादसे को देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि ब्रेजा की स्पीड सौ से ज्यादा होगी।

हादसे में सात माह का बच्चा सुरक्षित

कहते हैं ना 'जाको राखे साइयां मार सके ना कोय' इसी कहावत को इस हादसे ने एक बार फिर चरितार्थ कर दिया है। जानकारी के अनुसार ब्रेजा में जहीर की बेटी अलमास उसका पति गुलशन, छोटी बेटी फाजिला, सास नसीमा खातून पत्नी शाहिद और भाई की बेटी जुबेरिया पुत्री जमील सवार थी। हादसे में पांचों लोगों की मौके पर मौत हो गई। अलमास की गोद में सात माह का उसका बेटा उमेर था। उमेर की हादसे के दौरान जान बच गई है। हादसे को देखकर तत्काल ही आसपास के लोग घटनास्थल पर इकट‌्ठा हो गये। तब तक पीछे से स्विफ्ट में सवार होकर जहीर की पत्नी गुलशन और परिवार के अन्य सदस्य भी घटना स्थल पर आ गए। हादसे को देखकर उनके होश उड़ गए। जानकारी मिलने के बाद पुलिस और एंबुलेंस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस की मदद से सात माह के बच्चे को एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसका उपचार चल रहा है।

इस मामले में एसपी सिटी, विनीत भटनागर का कहना है कि एक्सप्रेस वे पर हादसे में ब्रेजा सवार पांच लोगों की मौत हो गई है। ट्रक को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। कार में सवार सात माह के बच्चे को उपचार दिलाया जा रहा है।