China : चीन धमकी, जरूरत पड़ी तो बलपूर्वक ताइवान को साथ जोड़ेंगे

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 08:03 AM
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    Sanghai : संघाई। चीन के विदेश मंत्रालय ने ताइवान को धमकी दी है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह उसे बलपूर्वक अपने साथ जोड़ेगा। दरअसल, जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को अंतिम विदाई देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में ताइवान के उप राष्ट्रपति की मौजूदगी से चीन बेहद खफा है। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि जापान में उसके दूतावास ने वहां की सरकार के साथ ताइवान के उपराष्ट्रपति विलियम लाई के पूर्व जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के अंतिम संस्कार में शामिल होने पर अपना विरोध दर्ज कराया है। गौरतलब है कि शिंजो आबे ताइवान के बड़े समर्थक थे। ताइवान के इस कदम से चीन बुरी तरह बौखला गया है। ताइवान के स्वतंत्र रूप से राजनीतिक उपस्थिति दर्ज कराने को लेकर चीन ने आपत्ति दर्ज कराने के साथ ही कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह ताकत के बल पर ताइवान को फिर अपने साथ जोड़ेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि ताइवान के अधिकारियों ने राजनीतिक उद्देश्य से इस अवसर का फायदा उठाने की कोशिश की और चीन ने जापान के समक्ष इसकी कड़ी शिकायत दर्ज कराई है। वांग ने प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि यह एक राजनीतिक योजना है, जो कभी सफल नहीं हो सकती। गौरतलब है कि शिंजो आबे ताइवान के एक बड़े समर्थक थे। दूसरी तरफ चीन, ताइवान को अपना क्षेत्र बताते हुए उस पर दावा करता है। वह लोकतांत्रिक रूप से चुनी गयी ताइवान की सरकार को मान्यता देने से इनकार करता है। ताइवान और चीन 1949 के गृह युद्ध में अलग हो गए थे।
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Shinzo Abe Death: चुनावी सभा में जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या

Japan
Shinzo Abe Death
locationभारत
userचेतना मंच
calendar08 Jul 2022 10:13 PM
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Tokyo: टोक्यो। भारत के अभिन्न सहयोगी रहे जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे  (Former Japanese Prime Minister Shinzo Abe) के शुक्रवार की सुबह एक हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह वारदात उस दौरान हुई, जब वह एक चुनावी सभा को सम्बोधित कर रहे थे। पुलिस ने 42 साल के हमलावर को मौके पर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी का नाम यामागामी तेत्सुया बताया गया है। वह आबे की नीतियों से नाखुश था। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि गोलियां लगने के फौरन बाद आबे गिर पड़े। उन्हें हेलिकॉप्टर से नारा मेडिकल यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल ले जाया गया। लगभग  6 घंटे तक मेडिकल टीम ने उन्हें बचाने की कोशिश की। डॉक्टरों के मुताबिक इलाज के दौरान आबे को दिल का दौरा भी पड़ा। घटना भारतीय समयानुसार सुबह 8 बजे (जापान के समय के मुताबिक सुबह 11.30) की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi)  ने आबे के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। मोदी ने एक ट्वीट में कहा- भारत और जापान के रिश्तों और ग्लोबल पार्टनरशिप में आबे की अहम भूमिका रही। आज पूरे भारत में शोक है। इस मुश्किल वक्त में हम पूरी ताकत के साथ अपने जापानी भाई-बहनों के साथ खड़े हैं। उन्होंने शिंजो के सम्मान में कल यानी 9 जुलाई को एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा भी की। आबे पर फायरिंग उस वक्त की गई, जब वे चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान फायरिंग की आवाज आई और आबे गिर पड़े। शुरुआती रिपोर्ट्स में कहा गया कि किसी ने उन्हें सीने पर गोली मारी।बाद में ये साफ हुआ कि उन पर पीछे से फायरिंग हुई। हमलावर यामागामी तेत्सुया को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से गन बरामद हुई है। ये किसी टीवी कैमरे की तरह नजर आती है। जापानी मीडिया के मुताबिक, हमलावर ने हैंडमेड गन का इस्तेमाल किया। वो मेरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स का मेंबर था। जापानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोली लगने के बाद शिंजो को दिल का दौरा भी पड़ा। हालांकि, अभी इसके बारे में आधिकारिक बयान नहीं आया है। चश्मदीदों के मुताबिक, मौके पर गोली चलने की आवाज सुनाई दी और आबे के शरीर से खून बहता दिखा। जापान में रविवार को उच्च सदन के चुनाव होने हैं। शिंजो इसके लिए कैंपेनिंग कर रहे थे। सड़क पर एक छोटी सी सभा थी, जिसमें 100 से ज्यादा लोग शामिल थे। जब आबे भाषण देने आए तो पीछे से एक हमलावर ने गोली चलाई। जो वीडियो सामने आ रहे हैं, उनमें हमले के बाद धुंआ दिखाई दिया। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई। शिंजो आबे पर हमला करने के बाद हमलावर ने भागने की कोशिश की। हालांकि, मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने उसे पकड़ लिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। 67 साल के शिंजो लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) से जुड़े हैं। 2006 से 07 के दौरान प्रधानमंत्री रहे। इसके बाद, 2012 से 2020 तक 8 साल तक प्रधानमंत्री रहे। उनके नाम सबसे लंबे समय (9 साल) तक PM पद पर रहने का रिकॉर्ड है। इससे पहले यह रिकॉर्ड उनके चाचा इसाकु सैतो के नाम था। आबे को एक आक्रामक नेता माना जाता है। शिंजो को आंत से जुड़ी बीमारी अल्सरट्रेटिव कोलाइटिस थी, इसकी वजह से उन्हें 2007 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। मोदी के साथ आबे के अच्छे संबंध रहे। उनकी गुजरात और बनारस यात्रा काफी चर्चित रही। 25 जनवरी 2021 को भारत ने आबे को पद्म विभूषण से सम्मानित किया था।
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Sidhu Moose wala पाक में हो रहे उप-चुनाव में सिद्धू मूसेवाला के फोटो का हो रहा जमकर प्रयोग

Musewala
Sidhu Moose wala
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:14 AM
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Sidhu Moose wala खबर, पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से है, जहां पर भारत के दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मुसेवाला के फोटो को चुनावी पोस्टर में जमकर प्रयोग किया जा रहा है। पाकिस्तान में उप चुनाव हो रहे हैं और यहां पर पाकिस्तानी नेता इमरान खान की पार्टी प्रत्याशी द्वारा सिद्धू मुसेवाला के नाम और फोटो का जमकर प्रयोग कर रहे हैं।

Sidhu Moose wala in Pakistan

आपको बता दें कि भारत के मशहूर पंजाबी गायक दिवंगत सिद्धू मूसेवाला का देहांत हुए एक माह से अधिक का समय बीत चुका है। सिद्धू मूसेवाला के फैंस इस सदमे से उबर नहीं पाए हैं। वहीं पुलिस उनके हत्यारों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए लगातार कोशिश कर रही है। सिद्धू मूसेवाला के फैन्स सिर्फ भारत में ही नहीं है, बल्कि उनके चाहने वाले पाकिस्तान में भी हैं, लिहाजा पाकिस्तान में होने जा रहे उपचुनाव में सिद्धू मूसेवाला के पोस्टर्स का इस्तेमाल वोटरों को लुभाने के लिए किया जा रहा है।

पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी 'पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ' वोटरों को लुभाने के लिए अपने पोस्टर्स में सिद्धू मूसेवाला के फोटो का इस्तेमाल कर रही है। आपको बता दें कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुल्तान में पीपी 217 सीट पर उप चुनाव हो रहे हैं और इस सीट पर इमरान खान की पार्टी की तरफ से जैन कुरैशी चुनावी मैदान में हैं। ज़ैन कुरैशी का एक पोस्टर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस पोस्टर में सिद्धू मूसेवाला के एक मशहूर गाने 295 को उनके फोटो के साथ छापा गया है।

आपको बता दें कि ज़ैन कुरैशी पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पीटीआई के डिप्टी चेयरमैन शाह महमूद कुरैशी के बेटे हैं, जो इमरान खान के काफी करीबी माने जाते हैं। इमरान की पार्टी ने उन्हें जीत दिलाने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है। वो पिछले चुनाव में भी जीते थे, लेकिन जब इमरान खान की सरकार गिर गई, तो उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया था।

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पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार उप चुनाव में सिद्धू मूसेवाला की तस्वीर इस्तेमाल करने के बारे में ज़ैन कुरैशी से सवाल किया, तो उन्होंने इसकी जानकारी होने से इनकार कर दिया। हालांकि, उन्होंने ये माना कि उन्हें उनके कुछ दोस्तों ने चुनावी पोस्टर्स में मूसेवाला की तस्वीर होने की बात बताई और उन्हें तस्वीरें भी भेजी, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लेकिन, उन्होंने कहा कि, उन्हें नहीं पता कि ये तस्वीर पोस्टर पर किसने छपवाई है।

हालांकि, ज़ैन कुरैशी ने कहा कि जिसने भी ये पोस्टर छपवाई है वो उसका शुक्रिया अदा करना चाहेंगे, क्योंकि ये पोस्टर काफी ज्यादा वायरल हो गया है और अभी तक ऐसा कोई भी फोटो वायरल नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि वो पता करने की कोशिश करेंगे, कि ये पोस्टर किसने और किस मकसद से छपवाई है।

पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार ज़ैन कुरैशी जिस चुनावी क्षेत्र से आते हैं, उन क्षेत्रों में भारतीय पंजाबी गायब काफी ज्यादा प्रसिद्ध हैं और ज़ैन कुरैशी को इसका लाभ हो सकता है। खासकर सिद्धू मूसेवाला को इस क्षेत्र में लोग काफी पसंद करते थे और उनकी मौत की खबर ने लोगों को गमगीन कर दिया था। इसीलिए इमरान खान की पार्टी ने मूसेवाला की लोकप्रियता का फायदा उठाने की कोशिश की है।