Fourth Sawan Somwar 2023: विष्कुंभ योग में होगा सावन का चौथा सोमवार, शिव पूजा में इन बातों का रखना होगा खास ख्याल 

SHHIV
Fourth Sawan Somwar 2023
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 03:11 AM
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Fourth Sawan Somwar 2023: 31 जुलाई 2023 को सावन अधिकमास में आने वाला चतुर्थ सोमवार व्रत रखा जाएगा. सावन माह के दौरान आने वाला हर सोमवार शिव पूजन एवं शिव रुद्राभिषेक जैसे कार्यों हेतु अति विशिष्ट समय होता है. इसी क्रम में अब सावन अधिकमास में आने वाला चतुर्थ सोमवार व्रत 31 जुलाई 2023 को रखा जाएगा. इस दिन पर कुछ शुभ योगों को साथ ही कुछ कठोर योग भी निर्मित होंगे. विष्कुंभ योग की स्थिति रात्रि तक बनी रहने वाली है. ऎसे में इस समय पर पूजा से संबंधित नियमों को ध्यान में रखते हुए व्रत का पालन करना आवश्यक होगा. Fourth Monday (Adhik Mas) इस बार अधिकमास के चलते सावन माह वृद्धिदायक है तो ऎसे में सोमवार व्रत कुल 8 होंगे जिसमें से अब आने वाला सोमवार का व्रत सावन सोमवार में 4 होगा लेकिन अधिकमास का दूसरा सावन सोमवार व्रत होगा . शिववास नन्दी का समय इस दिन सुबह 07:26 तक रहने वाला है और इस समय के दौरान रुद्राभिषेक के लिए बहुत ही शुभ समय मिलने वाला है. सावन के चौथे सोमवार के दिन त्रयोदशी तिथि सुबह 07:26 पर ही समाप्त हो जाएगी इसके बाद चतुर्दशी तिथि का आरंभ होगा श्रावण अधिक मास के इस सोमवार के दिन पर चतुर्दशी तिथि का क्षय भी रहने वाला है. ऎसे में इस समय पर कई नियमों को ध्यान में रखते हुए पूजा का लाभ प्राप्त कर सकते हैं आईये जानें इस बार सावन के चतुर्थ सोमवार में पंचांग की स्थिति कैसी रहेगी तथा पूजा विधि महत्व का फल.

सावन सोमवार 2023 पंचांग Fourth Monday (Adhik Mas)

Fourth Sawan Somwar 2023 31 जुलाई को सोमवार के दिन भगवान शिव के निमित्त सावन सोमवार का व्रत किया जाएगा. सावन के चौथे सोमवार के दिन सुबह तक प्रदोष तिथि की प्राप्ति होगी अर्थात त्रयोदशी तिथि सुबह 07:26 पर समाप्त होगी. सोमवार चतुर्थ व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह 04:18 से 05:00 तक रहने वाला है.

chautha sawan somwar ka Panchang

सोमवार चतुर्थ व्रत के दिन अभिजित मुहूर्त का समय 12:00 से 12:54 तक रहने वाला है. सोमवार चतुर्थ व्रत के दिन विजय मुहूर्त का समय दोपहर 14:43 से 15:37तक रहेगा.  सोमवार चतुर्थ व्रत के दिन अमृत काल का समय 14:41 से 16:07 तक रहने वाला है. सोमवार चतुर्थ व्रत के दिन गोधूलि मुहूर्त का समय शाम 19:13 से 19:34 तक रहेगा.   सोमवार चतुर्थ व्रत के दिन रवि योग का समय सुबह 05:42 से 18:58 तक रहेगा निशिता मुहूर्त पूजा का समय रात्रि 12:07 से 12:49 (01अगस्त) तक रहेगा. 

सावन अधिकमास सोमवार में विष्कुंभ योग के साथ चतुर्दशी तिथि क्षय 

Fourth Sawan Somwar 2023 इस बार श्रावण अधिक मास की त्रयोदशी तिथि सुबह समाप्त होगी और उसके बाद चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ लेकिन वह सूर्योदय से पूर्व समाप्त हो जाने के कारक्ष क्षय तिथि कहलाएगी. 01 अगस्त की सुबह 03:51 तक चतुर्दशी के पश्चात पूर्णिमा तिथि लग जाएगी. इस रोज आप पूरे दिन भगवान शिव की पूजा करने में आवश्यक होगा की तिथि पूजन के साथ सर्प पूजन भी किया जाए.

सोमवार व्रत में होगा पूर्वाषाढा़ नक्षत्र और धनु राशि 

Fourth Sawan Somwar 2023 सोमवार के व्रत के दिन पर कई तरह के योग होने के साथ ही पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र की स्थिति का होना विशेष रहेगा. सोमवार के दिन चंद्रमा धनु राशि में गोचरस्थ रहेगा तथा रात्रि में मकर राशि में प्रवेश करेगा. धनु राशि के जातकों के लिए सोमवार व्रत के दिन भगवान शिव की कृपा विशेष रुप से प्राप्त होगी.

सावन सोमवार के दिन रुद्राभिषेक समय Best time for Rudrabhishek इस बार सावन के चतुर्थ सोमवार के दिन रुद्राभिषेक का समय प्रात:काल में ही अधिक विशेष रुप से प्राप्त होगा. 31 जुलाई 2023 को शिववास नन्दी का प्रभाव सुबह 07:26 तक ही प्राप्त होने वाला है. ऎसे में रुद्राभिषेक के लिए श्रेष्ठ समय सुबह का ही होगा. एस्ट्रोलॉजर राजरानी

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Fourth Sawan Somwar 2023: 31 जुलाई 2023 को सावन अधिकमास में आने वाला चतुर्थ सोमवार व्रत रखा जाएगा. सावन माह के दौरान आने वाला हर सोमवार शिव पूजन एवं शिव रुद्राभिषेक जैसे कार्यों हेतु अति विशिष्ट समय होता है. इसी क्रम में अब सावन अधिकमास में आने वाला चतुर्थ सोमवार व्रत 31 जुलाई 2023 को रखा जाएगा. इस दिन पर कुछ शुभ योगों को साथ ही कुछ कठोर योग भी निर्मित होंगे. विष्कुंभ योग की स्थिति रात्रि तक बनी रहने वाली है. ऎसे में इस समय पर पूजा से संबंधित नियमों को ध्यान में रखते हुए व्रत का पालन करना आवश्यक होगा. Fourth Monday (Adhik Mas) इस बार अधिकमास के चलते सावन माह वृद्धिदायक है तो ऎसे में सोमवार व्रत कुल 8 होंगे जिसमें से अब आने वाला सोमवार का व्रत सावन सोमवार में 4 होगा लेकिन अधिकमास का दूसरा सावन सोमवार व्रत होगा . शिववास नन्दी का समय इस दिन सुबह 07:26 तक रहने वाला है और इस समय के दौरान रुद्राभिषेक के लिए बहुत ही शुभ समय मिलने वाला है. सावन के चौथे सोमवार के दिन त्रयोदशी तिथि सुबह 07:26 पर ही समाप्त हो जाएगी इसके बाद चतुर्दशी तिथि का आरंभ होगा श्रावण अधिक मास के इस सोमवार के दिन पर चतुर्दशी तिथि का क्षय भी रहने वाला है. ऎसे में इस समय पर कई नियमों को ध्यान में रखते हुए पूजा का लाभ प्राप्त कर सकते हैं आईये जानें इस बार सावन के चतुर्थ सोमवार में पंचांग की स्थिति कैसी रहेगी तथा पूजा विधि महत्व का फल.

सावन सोमवार 2023 पंचांग Fourth Monday (Adhik Mas)

Fourth Sawan Somwar 2023 31 जुलाई को सोमवार के दिन भगवान शिव के निमित्त सावन सोमवार का व्रत किया जाएगा. सावन के चौथे सोमवार के दिन सुबह तक प्रदोष तिथि की प्राप्ति होगी अर्थात त्रयोदशी तिथि सुबह 07:26 पर समाप्त होगी. सोमवार चतुर्थ व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह 04:18 से 05:00 तक रहने वाला है.

chautha sawan somwar ka Panchang

सोमवार चतुर्थ व्रत के दिन अभिजित मुहूर्त का समय 12:00 से 12:54 तक रहने वाला है. सोमवार चतुर्थ व्रत के दिन विजय मुहूर्त का समय दोपहर 14:43 से 15:37तक रहेगा.  सोमवार चतुर्थ व्रत के दिन अमृत काल का समय 14:41 से 16:07 तक रहने वाला है. सोमवार चतुर्थ व्रत के दिन गोधूलि मुहूर्त का समय शाम 19:13 से 19:34 तक रहेगा.   सोमवार चतुर्थ व्रत के दिन रवि योग का समय सुबह 05:42 से 18:58 तक रहेगा निशिता मुहूर्त पूजा का समय रात्रि 12:07 से 12:49 (01अगस्त) तक रहेगा. 

सावन अधिकमास सोमवार में विष्कुंभ योग के साथ चतुर्दशी तिथि क्षय 

Fourth Sawan Somwar 2023 इस बार श्रावण अधिक मास की त्रयोदशी तिथि सुबह समाप्त होगी और उसके बाद चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ लेकिन वह सूर्योदय से पूर्व समाप्त हो जाने के कारक्ष क्षय तिथि कहलाएगी. 01 अगस्त की सुबह 03:51 तक चतुर्दशी के पश्चात पूर्णिमा तिथि लग जाएगी. इस रोज आप पूरे दिन भगवान शिव की पूजा करने में आवश्यक होगा की तिथि पूजन के साथ सर्प पूजन भी किया जाए.

सोमवार व्रत में होगा पूर्वाषाढा़ नक्षत्र और धनु राशि 

Fourth Sawan Somwar 2023 सोमवार के व्रत के दिन पर कई तरह के योग होने के साथ ही पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र की स्थिति का होना विशेष रहेगा. सोमवार के दिन चंद्रमा धनु राशि में गोचरस्थ रहेगा तथा रात्रि में मकर राशि में प्रवेश करेगा. धनु राशि के जातकों के लिए सोमवार व्रत के दिन भगवान शिव की कृपा विशेष रुप से प्राप्त होगी.

सावन सोमवार के दिन रुद्राभिषेक समय Best time for Rudrabhishek इस बार सावन के चतुर्थ सोमवार के दिन रुद्राभिषेक का समय प्रात:काल में ही अधिक विशेष रुप से प्राप्त होगा. 31 जुलाई 2023 को शिववास नन्दी का प्रभाव सुबह 07:26 तक ही प्राप्त होने वाला है. ऎसे में रुद्राभिषेक के लिए श्रेष्ठ समय सुबह का ही होगा. एस्ट्रोलॉजर राजरानी

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Nag Panchami 2023 Date: नागपंचमी कब है जानें मुहूर्त और दान की विधि, सावन के सोमवार पर अद्भुत संयोग

Naag
Nag Panchami 2023 Date
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calendar27 Jul 2023 08:23 PM
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Nag Panchami 2023 Date:  Nag Panchami Kab Hai  21 अगस्त 2023 को नागपंचमी का पर्व मनाया जाएगा. नागपंचमी का पर्व श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन पर मनाया जाता है. इस दिन का हिंदू धर्म में विशेष महत्व रहा है. इस दिन नागों की पूजा की जाती है और उन्हें धारण करने वाले भगवान महादेव का पूजन भी इस दिन अवश्य किया जाता है. नाग पंचमी एक लोक परंपराओं से निकला पर्व है. 21 अगस्त सोमवार के दिन शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन नाग पंचमी के साथ श्रावण सोमवार का व्रत भी होगा. इस दिन लोग नागों कि पूजा करते हैं तथा भगवान शिव का अभिषेक करते हैं तथा श्री विष्णु का पूजन भी इस समय पर किया जाता है. नाग पंचमी का पर्व सावन माह में आने वाली शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष दोनों ही तिथियों में मनाया जाता है. लेकिन शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन मनाई जाने वाली नाग पंचमी का विशेष महत्व रहा है जिसे काफी व्यापक रुप से भक्तों के मध्य मनाते हुए देखा जा सकता है. इस समय पर लोग सुबह से ही शिव मंदिरों में जाकर नागों की पूजा करते हैं.

नागपंचमी तारीख और मुहूर्त पंचांग Nag Panchami 2023 Muhurat  

श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि का आरंभ 20 अगस्त को रात्रि 12:33 पर होगी. पंचमी तिथि 21 अगस्त को रात्रि 02:01 मिनट समाप्त होगी. उदया तिथि आधार पर 21 अगस्त के दिन नाग पंचमी का पर्व मनाया जाएगा. नाग पंचमी के दिन चित्रा नक्षत्र संपूर्ण दिन रहने वाला है. नाग पंचमी के दिन शुभ योग का समय बना रहने वाला है. नाग पंचमी के दिन चंद्रमा प्रात:काल समय कन्या राशि में होगा उसके पश्चात 17:30 पर तुला राशि में गोचरस्थ होगा.

नाग पंचमी पर सर्प दोष से मुक्ति 

Nag Panchami 2023 Date नाग पंचमी के दिन पूजा का प्रभाव कई रुपों में प्राप्त होता है. यह ज्योतिष की अवधारणा में भी गहाराई से जुड़ा है. राहु केतु जैसे ग्रह दोष एवं सर्प दोष से मुक्ति के लिए इस दिन किया गया पूजन विशेष लाभ देता है. इन खराब दोषों से व्यक्ति को मुक्ति प्राप्त होती है.

नाग पंचमी के दिन होगा सावन सोमवार 

Nag Panchami 2023 Date नाग पंचमी के दिन ही सावन का सोमवार भी होगा. ऎसे में सावन सोमवार के व्रत का संयोग होने के कारण यह दिन बहुत ही शुभ फलों को देने वाला होगा. इस दिन भगवान शिव के पूजन के साथ साथ नाग देवता का पूजन होगा. नाग पंचमी के दिन पर प्रात:काल समय ही यदि दूध एवं गेहूं का दान किया जाए तो इसके द्वारा मनोकामनाएं पूर्ण होती है.

नागपंचमी का धार्मिक आध्यात्मिक महत्व Nag Panchami Significance  

धर्म शास्त्रों में मौजूद नागों की कथाओं एवं सांपों का श्री विष्णु एवं भगवान शिव के साथ संबंधित होना इसकी महत्ता का उल्लेख इसे धर्म के करीब ले आता है. शरीर में मौजूद कुंडलिनी शक्ति का आधार भी सर्प की अवधारणा द्वारा ही अभिव्यक्त किया जाता है. ऎसे में नागों का पूजन एवं उनके प्रति भक्ति का प्रकाट्य स्वाभाविक रुप से दिखाई देता है. नागों को आर्थिक समृद्धि के साथ साथ जीवन की शक्ति का मुख्य आधार भी माना गया है. नाग पंचमी तिथि का संबंध जहां नागों से हैं वहीं यह तिथि श्री से भी संबंध रखती है श्री के अनेक अर्थ प्राप्त होते हैं जिसमें से एक अर्थ लक्ष्मी के रुप में भी मिलता है. इसी तरह से नाग पूजन की परंपरा जीवन के अनेक रुपों के साथ जुड़ती दिखाई देती है. एस्ट्रोलॉजर राजरानी

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