Sawan 2023 : हर-हर महादेव के जयकारों से गूंजे शिवालय

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Sawan 2023
locationभारत
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calendar04 Jul 2023 06:36 PM
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Sawan 2023 : नोएडा/उज्जैन/गाजियाबाद। सावन का पवित्र महीना आज से शुरू गया है। सावन के पहले ही दिन मंगला गौरी व्रत पड़ रहा है। इस बार सावन की शुरुआत चार जुलाई से हुई और 31 अगस्त को समाप्त होगी। सावन और पुरुषोत्तम मास के विलय होने से इस बार उपासना के लिए शिवभक्तों को पूजा-अर्चना के लिये 59 दिन मिल रहे हैं। आज से शुरू हो रहे सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को है, जबकि इस बार सावन में आठ सोमवार पड़ेंगे। सावन का महीना शुरू होने पर आज शिवालयों में हर-हर महादेव के जयकारे सुबह से गूंज रहे हैं।

Sawan 2023

इस पावन अवसर पर मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। महाकाल का अभिषेक किया गया और विशेष पूजा की गई। मंदिर के कपाट रात 3 बजे से ही खोल दिए गए थे। इसके बाद भगवान महाकाल के भस्म आरती की गई। महाकाल के दर्शन के लिए रात से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ कतार लगाकर खड़ी हुई थी। नोएडा में भी मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। आज से कांवड़ यात्रा भी शुरू हो रही है। गाजियाबाद के प्रसिद्ध दूधेश्वरनाथ मंदिर में भी बड़ी संख्या में भक्तों ने देर रात से ही भोलेनाथ की पूजा-अर्चना शुरू कर दी थी।

मुख्यमंत्री योगी ने किया रूद्राभिषेक

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर के महंत योगी आदित्यनाथ ने आज पावन श्रावण मास के शुभारंभ अवसर पर श्री गोरखनाथ मंदिर में विधि-विधान से मंत्रोच्चारण के साथ रुद्राभिषेक और हवन-पूजन किया। महाराज जी ने देवाधिदेव महादेव से लोक-मंगल की प्रार्थना करते हुए सभी के लिए सुख-समृद्धि, शांति और आरोग्यता की कामना की। Sawan 2023

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Andhra Pradesh News : डिजिटल प्रौद्योगिकी में बड़े देशों से मुकाबला कर रहा भारत : मोदी

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India competing with big countries in digital technology: Modi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 08:57 PM
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पुट्टपर्ती (आंध्र प्रदेश)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज भारत कर्तव्यों को पहली प्राथमिकता बनाकर आगे बढ़ रहा है। इसी का नतीजा है कि भारत दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो चुका है। वह डिजिटल प्रौद्योगिकी और 5-जी जैसे क्षेत्रों में बड़े-बड़े देशों का मुकाबला कर रहा है।

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पीएम ने किया साईं हीरा वैश्विक सम्मेलन केंद्र का उद्घाटन यहां स्थित प्रशांति निलयम में मंगलवार को नवनिर्मित साईं हीरा वैश्विक सम्मेलन केंद्र का वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि आजादी के 100 वर्ष के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते हुए हमने हमारे 'अमृतकाल' को 'कर्तव्य काल' का नाम दिया है। हमारे कर्तव्यों में आध्यात्मिक मूल्यों का मार्गदर्शन भी है और भविष्य के संकल्प भी है। इसमें विकास भी है और विरासत भी है।

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अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी में भी लीड कर रहा भारत मोदी ने कहा कि आज एक ओर देश में आध्यात्मिक केंद्रों का पुनरुद्धार हो रहा है, तो दूसरी ओर भारत अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी में भी लीड कर रहा है। आज भारत दुनिया की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्था में शामिल हो चुका है। भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। डिजिटल प्रौद्योगिकी और 5-जी जैसे क्षेत्रों में हम बड़े-बड़े देशों का मुकाबला कर रहे हैं। दुनिया में आज जितने भी रियल टाइम ऑनलाइन लेनदेन हो रहे हैं, उसमें 40 प्रतिशत अकेले भारत में हो रहे हैं।

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भारत के नेतृत्व पर भरोसा कर रही दुनिया प्रधानमंत्री ने कहा कि समाज के हर वर्ग की भागीदारी से आज यह परिवर्तन आ रहा है, इसलिए विश्व भारत के नेतृत्व में भरोसा कर रहा है। भारत की अध्यक्षता में हो रही जी-20 बैठकों और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में योग सत्र के आयोजनों का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि दुनिया में आज भारत के प्रति आकर्षण भी बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति, हमारी विरासत, हमारा अतीत, हमारी धरोहर, इनके प्रति जिज्ञासा भी लगातार बढ़ती जा रही है। जिज्ञासा ही नहीं, बल्कि आस्था भी बढ़ रही है।

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समारोह में शामिल थे दुनियाभर के प्रमुख व्यक्ति उद्घाटन समारोह में दुनियाभर के प्रमुख गणमान्य व्यक्ति और श्रद्धालु उपस्थित थे। प्रशांति निलयम श्री सत्य साईं बाबा का मुख्य आश्रम है। समाजसेवी रयुको हीरा द्वारा प्रदत्त यह केंद्र सांस्कृतिक आदान-प्रदान, आध्यात्मिकता और वैश्विक सद्भाव को बढ़ावा देने वाले दृष्टिकोण का एक प्रमाण है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। #pmmodi #andhrapradeshnews
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Mahakal Bhasmarti : महाकाल गर्भगृह में प्रवेश बंद, क्यों लिया गया ये फैसला ?

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Mahakal Bhasmarti 
locationभारत
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calendar29 Nov 2025 09:40 PM
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Mahakal Bhasmarti : उज्जैन। इस बार सावन मास (Sawan 2023) 4 जुलाई, मंगलवार से शुरू होकर 31 अगस्त तक रहेगा। इस दौरान प्रमुख शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ेगी। लगभग सभी प्रमुख मंदिरों में सावन के लेकर व्यवस्थाओं में बदलाव किया गया है। उज्जैन का महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर भी इनमें से एक है। यहां मंदिर प्रबंध समिति ने श्रृद्धालुओं की संख्या को देखते हुए रोज होने वाली भस्मारती के समय में परिवर्तन किया है।

Mahakal Bhasmarti

सावन मास के दौरान भक्तों की संख्या को देखते हुए महाकाल मंदिर प्रंबंध समिति ने अपनी व्यवस्थाओं में परिवर्तन किए हैं। इसके अंतर्गत रोज सुबह 4 बजे की जाने वाली भस्म आरती सोमवार को छोड़कर तड़के 3 बजे की जाएगी। वहीं प्रत्येक सोमवार को इसका समय रात 2.30 बजे का रहेगा। इसके बाद भक्त दिन भर भगवान महाकाल के दर्शन कर जल-पुष्प चढ़ा सकेंगे।

क्यों खास है भस्मारती ?

12 ज्योतिर्लिगों में से एक मात्र महाकालेश्वर में ही भस्मारती की परंपरा है। मान्यता है कि किसी समय मुर्दे की भस्म से भस्मारती की जाती थी, लेकिन बाद में ये नियम बदल दिया गया। वर्तमान में कपिला गाय के गोबर से बने कंडे, शमी, पीपल, पलाश, बड़, अमलतास आदि पेड़ की लकडि़यों को जलाकर भस्म तैयार की जाती है। इसे से भस्मारती की जाती है।

कैसे करें भस्मारती के दर्शन ?

अगर आप भी सावन में महाकाल के भस्मारती के दर्शन करना चाहते हैं तो इसके लिए तीन माध्यम हैं। सबसे पहले है ऑनलाइन, इसके लिए आपको महाकाल मंदिर की वेबसाइट पर जाकर बुकिंग करनी होगी, ये व्यवस्था सशुल्क है। अगर यहां बुकिंग फुल हो जाएं तो फिर आपको मंदिर के समीप बने भस्मारती काउंटर पर जाकर एक फार्म भरना होगा। इसमें अधिकतम 150 लोगों को प्रतिदिन अनुमति दी जाती है। ये व्यवस्था नि:शुल्क है। इसके अलावा प्रोटोकॉल के तहत भी भस्मारती की अनुमति ली जा सकती है।

महाकाल गर्भगृह में प्रवेश

महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने एक निर्णय ये भी लिया है कि सावन मास के दौरान भक्तों का गर्भगृह में प्रवेश बंद रहेगा। ये नियम 4 जुलाई से लागू होगा, जो 11 सितंबर तक रहेगा, यानी लगभग 70 दिनों तक। सावन मास के प्रत्येक सोमवार और भादौ के प्रथम 2 सोमवार को भगवान महाकाल की 10 सवारी इस बार निकाली जाएगी। Mahakal Bhasmarti

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