अब खुलेगी राजनीतिक दलों की पोल,SBI ने सौंपी चुनावी चंदे की जानकारी

Electoral Bond
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locationभारत
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calendar13 Mar 2024 07:26 PM
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Electoral Bond : अगले 24 घंटों में भारत के राजनीतिक दलों की बड़ी पोल खुलने वाली है। भारत के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने इलेक्ट्रोरल बांड (चुनावी चंदे) की पूरी जानकारी भारत के निर्वाचन आयोग (चुनाव आयोग) को सौंप दी है। अब चुनाव आयोग इलेक्ट्रोल बांड की पूरी जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड करके आम जनता के लिए उपलब्ध कराएगी। यह पूरी प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में ही चलाई जा रही है।

सुप्रीम कोर्ट में एसबीआई का एफिडेविड दायर

आपको बता दें कि बुधवार को भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविड (हल्पनामा) दाखिल किया है। इस विषय में साने आई मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि एसबीआई के सीएमडी दिनेश खारा ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि उन्होंने कोर्ट के आदेशों का पालन किया है. एसबीआई ने इलेक्टोरल बॉन्ड की खरीद और बिक्री, इसके खरीदार के नाम समेत सभी संबंधित जानकारी को लेकर रिपोर्ट तैयार की है और इसे समय रहते आयोग को मुहैया करा दिया गया है। एसबीआई ने अपने हलफनामे में कहा है कि बैंक ने सीलबंद लिफाफे में एक पेनड्राइव और दो पीडीएफ फाइल के जरिए सामग्री सौंपी है, जो पासवर्ड से संरक्षित हैं। जिस इलेक्टोरल बॉन्ड का भुगतान किसी पार्टी को नहीं हो पाया है. उसकी रकम पीएम रिलीफ फंड में जमा कर दी गई है। इस हलफनामे में बैंक ने आंकड़ों के जरिए बताया है कि पहली अप्रैल 2019 के बाद से 15 फरवरी 2024 तक कुल 22217 इलेक्टोरल बॉन्ड्स बिके हैं। इनमें से 22030 भुना लिए गए हैं। इनमे से 187 का भुगतान नहीं लिया गया है. जाहिर है कि नियमों के मुताबिक वो पीएम रिलीफ फंड में जमा कर दिए गए हैं। बता दें कि इससे पहले एसबीआई ने इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bond) से जुड़ी जानकारी साझा करने की समयसीमा 30 जून तक बढ़ाए जाने की सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी। लेकिन कोर्ट ने एसबीआई की मांग को खारिज कर दिया था और उसे 12 मार्च तक सारी डिटेल चुनाव आयोग के समक्ष साझा करने को कहा था। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को 'असंवैधानिक' करार देते हुए रद्द कर दिया था. साथ ही एसबीआई से 6 मार्च तक सारी डिटेल चुनाव आयोग के पास जमा करने को कहा था। इस पर एसबीआई ने 30 जून तक का समय मांगा था। सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने एसबीआई की मांग को खारिज करते हुए 12 मार्च तक सारी डिटेल चुनाव आयोग को देने का आदेश दिया है। साथ ही चुनाव आयोग को ये सारी डिटेल 15 मार्च की शाम 5 बजे तक वेबसाइट पर अपलोड करने को कहा है।

क्या है इलेक्टोरल बॉन्ड?

साल 2017 में केंद्र सरकार ने इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम की घोषणा की थी. इसे 29 जनवरी 2018 को कानूनी रूप से लागू किया गया था। सरकार का कहना था कि चुनावी चंदे में 'साफ-सुथरा' धन लाने और 'पारदर्शिता' बढ़ाने के लिए इस स्कीम को लाया गया है। एसबीआई की 29 ब्रांचों से अलग-अलग रकम के इलेक्टोरल बॉन्ड जारी किए जाते हैं। ये रकम एक हजार से लेकर एक करोड़ रुपये तक हो सकती है। इसे कोई भी खरीद सकता है और अपनी पसंद की राजनीतिक पार्टी को दे सकता है।

स्ष्ट ने जानकारी सार्वजनिक करने को क्यों कहा था?

2019 में इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम की वैधता को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी। 15 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने इस स्कीम को असंवैधानिक बताया था। कोर्ट ने कहा था कि इलेक्टोरल बॉन्ड को गोपनीय रखना संविधान के अनुच्छेद 19(1) और सूचना के अधिकार का उल्लंघन है। सुप्रीम कोर्ट का कहना था कि इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम के क्लॉज 7 में कहा गया है कि बॉन्ड के खरीदारों की जानकारी गोपनीय रखी जाएगी, लेकिन अदालत या कानूनी एजेंसियों के मांगने पर इसका खुलासा किया जा सकता है। इसलिए, इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम के प्रावधानों के अनुसार कोर्ट के आदेश पर एसबीआई को इसकी जानकारी सार्वजनिक करना जरूरी है।

धरती के भगवान को दिया गिफ्ट तो खैर नहीं, जाना पड़ सकता है जेल

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धरती के भगवान को दिया गिफ्ट तो खैर नहीं, जाना पड़ सकता है जेल

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New NMC Regulations
locationभारत
userचेतना मंच
calendar13 Mar 2024 07:10 PM
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New NMC Regulations : भारत ही नहीं पूरी दुनिया में डाक्टर का बड़ा महत्व है। भारत में तो डाक्टर को दूसरा भगवान या धरती का भगवान भी कहा जाता है। आए दिन आरोप लगते रहते हैं कि बहुत सारे डाक्टर दवा बनाने वाली कंपनी से मिलने वाले गिफ्ट (उपहार) के लालच में फंस जाते हैं। जो कंपनी जितना बड़ा उपहार डाक्टर को देती है। उतनी ही अधिक दवा डाक्टर उस कंपनी की लिखता है। अपनी कंपनी की दवा की बिक्री बढ़ाने के लिए दवा कंपनियां डाक्टरों को महंगे गिफ्ट देने के साथ ही साथ डाक्टरों को विदेशों की सैर भी कराती है। अब भारत सरकार ने धरती के भगवान यानि डाक्टरों को गिफ्ट देने पर कानूनी पाबंदी लगा दी है।

भारत सरकार का बड़ा फैसला

बुधवार से भारत में एक नया कानून लागू हो गया है। इस कानून के लागू होते ही धरती का भगवान कहे जाने वाले डाक्टर को गिफ्ट (उपहार) देने वाली व्यवस्था बैन कर दी गयी है। आपको बता दें कि डॉक्टरों को उपहार देने वाली दवा कंपनियों के खिलाफ भारत सरकार ने सख्त फैसला किया है। सरकार ने मंगलवार को फार्मास्युटिकल विपणन के लिए समान संहिता (यूसीपीएमपी) अधिसूचित की है, जिसके तहत कोई भी फार्मा कंपनी या उसका एजेंट किसी डॉक्टर व उनके परिजनों को किसी तरह का उपहार नहीं देगा। विदेशों के दौरे का प्रस्ताव देना भी अपराध की श्रेणी में आएगा। सभी फार्मास्युटिकल्स एसोसिएशन को लिखे पत्र में केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के संयुक्त सचिव रवींद्र प्रताप किसी सिंह ने कहा कि एसोसिएशन को आचार तरह समिति गठित करनी होगी। आधिकारिक वेबसाइट पर यूसीपीएमपी पोर्टल का एगा। जिक्र भी करना होगा। समान संहिता का पालन भी करना होगा।

करोड़ों रूपए के गिफ्ट देती हैं दवा कंपनी

आपको पता होगा कि वर्ष-2022 में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने डोलो-650 टैबलेट लिखने के लिए डॉक्टरों को एक हजार करोड़ रुपये के उपहार देने का आरोप लगाया था। इसके चलते यूनिफॉर्म कोड बनाने की मांग उठने लगी थी। सरकार ने साल 2014 में यूसीपीएमपी को लेकर दिशा निर्देश जारी किए थे, लेकिन यह कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं थे। नई संहिता के तहत यदि डॉक्टरों को अनैतिक रूप से नाधिकारिक दवा ब्रांडों को बढ़ावा देने का दोषी पाया पोर्टल का गया, तो फार्मा कंपनियों के खिलाफ संहिता का उसी प्रकार दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी, जैसी रिश्वत या इससे जुड़े क्ष कर बोर्ड मामलों में की जाती है। संहिता के मुताबिक, फार्मा कंपनियां कॉन्फ्रेंस या सेमिनार के नाम पर डॉक्टरों को विदेशी दौरों का प्रस्ताव नहीं दे पाएंगी। इतना ही नहीं, पांच सितारा होटल में ठहरने और महंगे व्यंजन व रिजॉर्ट बदेश जैसे शान शौकत भरे ऑफर भी नहीं दिए जा सकेंगे। संहिता में नकद या मौद्रिक अनुदान के भुगतान पर भी रोक लगाई है। संहिता में स्पष्ट किया गया है कि किसी भी ऐसे व्यक्ति को दव की के मुफ्त नमूने नहीं दिए जाएंगे, जो ऐसे उत्पाद को लिखने के जुड़े योग्य नहीं है। कंपनी को हर उत्पाद का नाम, डॉक्टर का नाम, दिए न की मात्रा, मुफ्त नमूनों की आपूर्ति की तारीख जैसे विवरण देने हों New NMC Regulations

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यूपी-बिहार जाने वालों की टेंशन खत्म, होली की मौके पर चलेंगी ये ट्रेने!

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 09:31 PM
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Indian Railway:  25 मार्च को देशभर में होली का त्योहार मनाया जाएगा। ऐसे में ज्यादातर लोग फेस्टिवल को अपने घर ही सेलिब्रेट करना ज्यादा पंसद करते है, और इसके लिए कई-कई दिन पहले ट्रेन की  करा लेते है। इसी वजह से कई लोगों को ट्रेन की टिकट मिलना मुश्किल हो जाता है। वहीं इस समस्या को हल करते हुए उत्तर रेलवे ने अपने घर जाने वालों यात्रियों को होली का तोहफा दिया।

इस दिन से होली के लिए चलेगी स्पेशल ट्रेन

आपको बता दें कि अपने घर जाने वाले यात्रियों के लिए रेलवे की ओर से स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है, जिनसे होली के मौके पर यात्रियों को ट्रेन टिकट की समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि होली के अवसर पर घर पहुंचने के लिए ट्रेन की टिकट मिलने में दिक्कत हो रही थी। इस परेशानी का करो हल करने के लिए उत्तर रेलवे की ओर से 16 स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही हैं। स्पेशल ट्रेनों की यह व्यवस्था 22 मार्च से 1 अप्रैल के बीच उपलब्ध कराई जा रही है। ये एक स्पेशल ट्रेनें बिहार और दिल्ली के बीच उत्तर प्रदेश के भी कई स्टेशनों से होकर जाएगी। जिससे यूपी के लोग भी इस फायदा उठा सकेंगे।

कौन-कौन सी चलेंगी स्पेशल ट्रेनें

आपको बता दें कि इनमें ट्रेन नंबर 04066/04065 को आनंद विहार से पटना(बिहार) जंक्शन से चलाई जाएगी। पटना से यह ट्रेन 22 मार्च से 29 मार्च के बीच के मंगलवार और शुक्रवार को चलाई जाएगी। वहीं 24 और 31 मार्च को ट्रेन नंबर 04062/04061 दिल्ली जंक्शन से चलेगी।

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इसके अलावा यही ट्रेन बरौनी(बिहार) जंक्शन से 25 मार्च और 1 अप्रैल को चलेगी। वहीं आनंद विहार टर्मिनल से गाड़ी नंबर 04060/04059, 22 से 29 मार्च के बीच के मंगलवार और शुक्रवार को ही चलाई जाएगी। इतना ही नहीं जयनगर(बिहार) से 23 और 30 मार्च के बीच बुधवार और शनिवार को ये ट्रेन चलेगी। इसके अलावा आनंद विहार टर्मिनल से सहरसा(बिहार) जंक्शन के लिए ट्रेन नंबर 01664/01663 चलेगी, जो कि दो बार चक्कर लगाएगी। यह ट्रेन आनंद विहार टर्मिनल से 25 मार्च को जबकि सहरसा से 27 मार्च को ही शुरू हो जाएगी। ट्रेन नंबर 04010/04009 आनंद विहार टर्मिनल से जोगबनी(बिहार) के बीच चलेगी। यह ट्रेन आनंद विहार से 26 मार्च को और जोगबनी से 28 मार्च ये ट्रेन चलेगी। वहीं ट्रेन नंबर 04068/04067 दिल्ली जंक्शन से दरभंगा(बिहार) जंक्शन के बीच दौड़ेगी। यह ट्रेन दिल्ली जंक्शन से 22 से 29 मार्च के बीच के मंगलवार और शुक्रवार को चलेगी। जबकि दरभंगा जंक्शन से यहीं गाड़ी 23 से 30 मार्च के बीच बुधवार और शनिवार को चलेगी। इसके अलावा दिल्ली से सीतामढ़ी(बिहार) जंक्शन के बीच ट्रेन नंबर 04004/ 04005 चलेगी। Indian Railway

अब Xiaomi फोन वाले YouTube पर नहीं कर पाएंगे ये काम

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