Health : 'काला जीरा'- मसाला भी, औषधि भी!

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calendar01 Dec 2025 11:45 AM
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 विनय संकोची Health : भारतीय मसालों (Indian Spices)के अतिरिक्त आयुर्वेद में औषधि के रूप में उपयोग में लाए जाने वाले 'काला जीरा' के गुणों के बारे में ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं है। काले जीरे का स्वाद सामान्य जीरे से थोड़ा अलग, कड़वाहट लिए होता है और यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है। अपने एंटीमाइक्रोबियल गुणों के कारण काला जीरा पेट संबंधी समस्याओं से मुक्ति के लिए रामबाण औषधि माना जाता है। अंग्रेजी में ब्लैक क्यूमिन के नाम से जाना पहचाना जाने वाला काला जीरा की जड़ों का स्वाद नारियल जैसा होता है और इसकी पत्तियां हर्ब्स के तौर पर प्रयोग की जाती हैं। उर्दू में जीराह, संस्कृत में जरणा, कृष्ण जीरा, बहुगंधा, गुजराती में शहजीरू, तमिल में शिरागम, मराठी में जिरोगिरे, कश्मीरी में गुन्यान कहे जाने वाले काले जीरे का पुराने समय से ही सिरदर्द, दंतशूल, अस्थमा, अर्थराइटिस आदि रोगों के उपचार में प्रयोग होता रहा है। अब तो मधुमेह, हाइपरटेंशन आदि में भी काला जीरा औषधि के रूप में अपनाया जाने लगा है। आइए जानते हैं 'काला जीरा' के औषधीय गुणों व विभिन्न रोगों में इसके उपयोग के बारे में। • थोड़ा सा काला जीरा भूनकर रुमाल में बांधकर सूंघने से कफ से बंद हो गई नाक खुल जाती है और सर्दी-जुकाम में भी आराम मिलता है। • रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से शरीर में नई-नई बीमारियां घर करने लगती हैं। काले जीरे के नियमित सेवन से न केवल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में त्वरित वृद्धि होती है, अपितु जल्द थकान और कमजोरी महसूस होने की शिकायत से भी राहत मिलती है। • काले जीरे के सेवन से पाचन संबंधी गड़बड़, पेट फूलना, पेट दर्द, दस्त, गैस्ट्रिक, पेट में कीड़े आदि समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। थोड़ा-सा काला जीरा खाने से अपच की शिकायत में भी लाभ होता है। • चूंकि काला जीरा एंटीबैक्टीरियल गुणों से युक्त है, इसलिए यह संक्रमण को रोकने में प्रभावी है। काले जीरे के बारीक चूर्ण का लेप लगाने से घाव, फोड़े-फुंसियां आसानी से ठीक हो जाते हैं। • काला जीरा मधुमेह के उपचार में भी काफी प्रभावी माना जाता है। भोजन में काले जीरे की संतुलित मात्रा को शामिल करने से रक्त में शुगर के स्तर को कम करने में सहायता मिल सकती है। • काला जीरा गर्भावस्था के समय गर्भ की सूजन को कम करता है। इसके अतिरिक्त काले जीरे में आयरन की प्रचुर मात्रा दूध उत्पादन कर स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए बेहद उपयोगी है। • काला जीरा दांत और सिरदर्द की समस्या में लाभकारी है। दांत में दर्द होने की स्थिति में काले जीरे के तेल की कुछ बूंदे गर्म पानी में डालकर कुल्ला करने से दर्द में राहत मिलती है। काले जीरे के तेल को माथे पर लगाने से सिर दर्द ठीक हो जाता है। • काले जीरे का तीन माह तक नियमित सेवन करने से वजन घटाने में सहायता मिल सकती है। • नियमित रूप से काले जीरे के चूर्ण का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है, रक्तचाप नियंत्रित रहता है और हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है। • काले जीरे को संभावित कैंसर से लड़ने वाले प्रभावों के साथ एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में पाया गया है। शोध में काले जीरे में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी कैंसर गुण पाए जाने के प्रमाण मिले हैं। यह शोध कार्य पूर्णता की दिशा में आगे बढ़ रहा है बताया जाता है। • खून की कमी वाले लोगों के लिए काले जीरे का सेवन लाभदायक हो सकता है, क्योंकि यह आयरन का एक अच्छा स्रोत है। आयरन की कमी को काले जीरे के सेवन से दूर कर रक्ताल्पता से छुटकारा पाया जा सकता है। • काला जीरा बालों और त्वचा के लिए भी उपयोगी है। निषेध : रक्तचाप के रोगियों, ब्लीडिंग डिसऑर्डर की समस्या से ग्रस्त लोगों, डायबिटीज के पेशेंट्स, किसी प्रकार की एलर्जी से पीड़ितों को काला जीरा के सेवन से बचना चाहिए। क्योंकि काले जीरे की तासीर गर्म होती है, इसलिए एक दिन में इसकी 1 से 3 ग्राम मात्रा से ज्यादा लेना वर्जित है। विशेष : यहां 'काला जीरा' के गुण व उपयोग की विशुद्ध सामान्य जानकारी दी गई है, जिसकी सफलता का दावा हम नहीं करते हैं। काला जीरा निस्संदेह गुणकारी है, लेकिन इसका लाभ तभी मिल सकता है, जब इसके गुण-दोष और उचित मात्रा के साथ सटीक उपयोग विधि को जानने वाले आयुर्वेदाचार्य के परामर्श पर इसका निश्चित अवधि तक सेवन किया जाए। सामान्य जानकारी को चिकित्सकीय उपचार मानने की भूल हानिकारक हो सकती है। 
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Health : सबसे शुद्ध और गुणकारी है 'सेंधा नमक'

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calendar12 Apr 2022 04:05 PM
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विनय संकोची Health: व्रत के दौरान सबसे ज्यादा खाए जाने वाले 'सेंधा नमक'(Rock salt)  से अधिकांश लोग परिचित हैं। आयुर्वेद के अनुसार सबसे शुद्ध माने जाने वाला सेंधा नमक सफेद और गुलाबी रंग का होता है। इसे पिंक साल्ट, पहाड़ी नमक, लाहौरी नमक, हिमालयन साल्ट आदि नामों से जाना जाता है। इसमें शर्करा, कैलोरी, प्रोटीन, फैट, फाइबर और कार्ब्स नहीं होते। यह शुद्ध सोडियम का स्रोत है। इसमें पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन, सोडियम, जिंक, मिनिरल्स तथा भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। आयुर्वेद सेंधा नमक को स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक मानता है और सामान्य नमक के बदले इसे अपनाने की सलाह देता है। आइए जानते हैं 'सेंधा नमक' के गुण और उपयोग के बारे में। • उलटे सीधे खानपान से शरीर में विषाक्त तत्व जमा हो जाते हैं, जो अनेक शारीरिक समस्याओं के कारण बनते हैं। सेंधा नमक के उपयोग से शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ को बाहर निकाला जा सकता है। शरीर को डिटॉक्स करने से तमाम तरह के रोगों से मुक्ति पाई जा सकती है। • सेंधा नमक को गुनगुने पानी में मिलाकर गरारे करने से गले के दर्द, सूजन, टॉन्सिल और सूखी खांसी में आराम मिलता है। दमा(Asthma) और ब्रोंकाइटिस (Bronchitis)जैसी समस्याओं सेंधा नमक का भाप लेना बहुत लाभदायक होता है। सेंधा नमक सायनस(Sinus) की परेशानी में भी आराम देता है। • पाचन संबंधी परेशानियां होना आजकल आम बात है। पाचन संबंधी परेशानियों को दूर करने में रामबाण की तरह काम करता है सेंधा नमक। इसके नियमित सेवन करने से खुलकर भूख लगती है और पेट में गैस नहीं बनती है। • सेंधा नमक दिल का भी सच्चा दोस्त होता है। सेंधा नमक कोलेस्ट्रोल(cholesterol), उच्च रक्तचाप(High Blood pressure) , हृदयाघात (Heart Attack) आदि से लड़ने में मदद करता है, जिससे दिल को सुरक्षित रखा जा सकता है। सेंधा नमक के सेवन से रक्त संचार सुचारू रहता है, जो पूरे शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक है। • शरीर में मैग्नीशियम(Magnesium)  की कमी होने से इंसुलिन हार्मोन (Insulin Hormone)के स्तर में कमी आ जाती है, जो मधुमेह की समस्या को बढ़ा और बिगाड़ सकती है। इंसुलिन प्रतिरोध कम करने का एक अच्छा उपाय सेंधा नमक का नियमित सेवन है।सेंधा नमक शरीर में मैग्नीशियम की कमी को दूर कर मधुमेह से बचाने और छुटकारा दिलाने में सहायक हो सकता है। • आजकल हर दूसरा आदमी तनाव में घिरा दिखाई पड़ता है, सेंधा नमक ऐसे लोगों की सहायता कर सकता है। सेंधा नमक को अपने खाने में इस्तेमाल करने के अलावा, पानी में इसका चूर्ण मिलाकर स्नान करने से भी तनाव मुक्ति का एहसास किया जा सकता है। • एक गिलास पानी में आधा चम्मच सेंधा नमक चूर्ण मिलाकर नियमित सेवन करने से गठिया और गुर्दे की पथरी के अलावा मांसपेशियों की ऐंठन-जकड़न में भी चमत्कारी लाभ हो सकता है। • सेंधा नमक में लेक्सेटिव के गुण विद्यमान होते हैं, जो पेट को साफ रखने में सहायक होते हैं। पेट साफ होने का मतलब अनेक बीमारियों से बचाव होना भी है। • सेंधा नमक के उपयोग से वजन घटाने में भी सहायता मिल सकती है। इसके अतिरिक्त पानी में सेंधा नमक मिलाकर नहाने से सिर दर्द में आराम आता है। • शैम्पू में थोड़ी सी मात्रा सेंधा नमक मिलाकर सिर धोने से डैंड्रफ से छुटकारा पाया जा सकता है। निषेध : मधुमेह और किडनी की समस्या से पीड़ितों को सेंधा नमक के इस्तेमाल से बचना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को भी इसका सेवन वर्जित माना गया है। विशेष : यहां सेंधा नमक के संबंध में विशुद्ध सामान्य जानकारी प्रस्तुत की गई है। जिसकी सफलता का हम कोई दावा नहीं करते हैं। औषधि के रूप में सेंधा नमक का उपयोग/प्रयोग योग्य आयुर्वेदाचार्य से परामर्श के बिना न करें। 
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Noida News: नोएडा के स्कूल में 3 टीचर समेत 13 स्टूडेंट कोरोना पॉजिटिव पाए गए

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Noida News 13 students including 3 teachers were found corona positive in Noida school
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calendar02 Dec 2025 03:07 AM
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Noida News:  नोएडा के सेक्टर-40 स्थित एक निजी स्कूल में सोमवार को 13 विद्यार्थियों और 3 शिक्षकों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। स्कूल प्रबंधन (School Management) ने 18 अप्रैल 2022 तक स्कूल बंद कर दिया है। मंगलवार को 12वीं के विद्यार्थियों की प्री-बोर्ड परीक्षाएं (Pre-Board Examinations) भी ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी। स्थानीय स्कूल ने सकुर्लर जारी कर दिया है। इस बात को लेकर स्थानीय स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट पर है। स्कूल के प्रबंधक ने बताया कि, बीते 5 दिनों में कक्षा 9 वीं (Section-E), 12वीं (Section-B) और कक्षा 12वीं (Section-D) में 13 बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, 3 शिक्षकों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। >> ये भी पढ़े:- Deoghar: देवघर के त्रिकुट पहाड़ पर हादसा, रोप- वे की ट्रॉली टूटने से कई लोग घायल स्कूल प्रबंधन ने संक्रमण के फैलने के कारण सभी कक्षाएं 18 अप्रैल तक स्थगित कर दी हैं। स्कूल में 12 व 13 अप्रैल को ऑनलाइन पढ़ाई होगी, जबकि शेष चार दिन स्कूल पूरी तरह से बंद रहेगा। इस दौरान प्रबंधन स्कूल को सेनेटाइज करेगा। अभिभावकों से अपील की गई है कि किसी भी छात्र में कोरोना के लक्षण नजर आए तो उनकी जांच कराए। 18 अप्रैल को कोरोना संक्रमित बच्चों की तीनों कक्षाओं के सभी बच्चों को 24 घंटे पहले की ही RTPCR व एंटीजन नेगेटिव रिपोर्ट (Antigen Negative Report) के साथ ही बच्चों को स्‍कूल भेजें। >> ये भी पढ़े:- Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में पुलिस भर्ती की तैयारी कर रही छात्रा बीच सड़क से हुई अगवा

Noida News: कोरोना से बचाव के उपाय

  • कोई भी बच्चा कोरोना से संक्रमित मिलने पर ऑनलाइन कक्षा होगी
  • प्रति दिन स्कूलों में छात्रों की होगी थर्मल स्क्रीनिंग
  • बिना मास्क स्कूलों में स्टाफ व छात्रों को प्रवेश नहीं मिलेगा
  • छुट्टी के दिन स्कूल में चलेगा सेनेटाइजेशन अभियान
  • हल्के लक्षण होने पर अभिभावक बच्चों की जांच
  • 24 घंटे पहली नेगेटिव रिपोर्ट पर ही बच्चों को कक्षा में बैठने देंगे

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