इजरायल कर रहा ताबड़तोड़ हमले, 400 से अधिक की हुई मौत

Untitled design 76 1
Israel:
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 04:47 PM
bookmark
Israel: इजरायल (Israel)और हमास के बीच जारी संघर्ष ने एक और गंभीर मोड़ लिया है। मंगलवार को इजरायल ने गाजा पट्टी पर भीषण हवाई हमले किए, जिसके परिणामस्वरूप 400 से अधिक फलस्तीनी मारे गए और 560 से ज्यादा लोग घायल हुए। यह हमला जनवरी में युद्ध विराम के बाद से इजरायल द्वारा गाजा पर किया गया सबसे बड़ा हवाई हमला था। इस हमले ने युद्धविराम को खतरे में डाल दिया है, जिससे क्षेत्रीय स्थिति और भी जटिल हो गई है।

हमास के प्रमुख नेता की मौत

इजरायली(Israel) सेना ने पिछले 24 घंटों में हुए हमलों के दौरान हमास के प्रधानमंत्री की हैसियत रखने वाले एस्साम दीब अब्दुल्ला अल-दलिस को मार गिराया। अल-दलिस गाजा में हमास का शासन संभालते थे। इस हमले से यह साफ संकेत मिलता है कि इजरायल(Israel) ने बंधकों की रिहाई को लेकर सैन्य दबाव बढ़ाने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल(Israel) गाजा में अपने सभी लक्ष्यों को हासिल करने तक हमले जारी रखेगा, जिनमें हमास का सफाया और सभी बंधकों की रिहाई शामिल हैं।

इजरायल(Israel) का कड़ा संदेश

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायल(Israel) के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि गाजा पर हवाई हमले केवल शुरुआत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल तब तक अपनी सैन्य कार्रवाई को जारी रखेगा, जब तक वह युद्ध के सभी लक्ष्यों को हासिल नहीं कर लेता। नेतन्याहू ने यह भी बताया कि पहले की बंधकों की रिहाई से यह साबित हो चुका है कि सैन्य दबाव के बिना यह संभव नहीं है। जबकि हमास ने इजरायल(Israel) पर युद्धविराम तोड़ने और स्थायी शांति के प्रयासों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है, मिस्त्र और अन्य मध्यस्थों ने संयम बरतने की अपील की है और सभी पक्षों से स्थायी समाधान की ओर बढ़ने की मांग की है।

मानवाधिकार संकट और बढ़ती मौतें

गाजा में इजरायली(Israel) हवाई हमले के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई है। हमलों में 404 लोगों की मौत हो गई है और 560 से अधिक लोग घायल हुए हैं। अस्पतालों में शवों की तादाद बढ़ रही है और गाजा में एक गंभीर मानवीय संकट उत्पन्न हो गया है। इजरायल(Israel) ने पिछले दो हफ्तों से गाजा के लिए आपूर्ति रोक दी है, जिससे खाद्य और चिकित्सा आपूर्ति की कमी हो गई है। स्थानीय निवासी इस हमले को लेकर बेहद भयभीत हैं और उन्हें युद्ध के फिर से शुरू होने का डर सता रहा है। इजरायल(Israel) और हमास के बीच तनावपूर्ण युद्धविराम के बावजूद, इजरायल(Israel) द्वारा गाजा पर किए गए ताजा हवाई हमले ने इस संघर्ष को और भी गंभीर बना दिया है। हमास की गिरफ्त में बंधक लोगों की रिहाई की प्रक्रिया और क्षेत्रीय शांति की उम्मीदें अब भी धुंधली हैं।Israel:

प्रयागराज के अभिषेक ने बनाई देश की पहली सस्ती सुपर इलेक्ट्रिक कार

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Sunita Williams : क्या है अंतरिक्ष से लौटने के बाद सुनीता की चुनौती ?

Sunita Williams 3
Sunita Williams
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:17 AM
bookmark
Sunita Williams : अंतरिक्ष यात्रियों के लिए पृथ्वी पर वापसी जितनी रोमांचक होती है, उतनी ही चुनौतीपूर्ण भी। हाल ही में, NASA की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर, नौ महीने लंबे अंतरिक्ष मिशन के बाद धरती पर लौट आए हैं। हालांकि, यह वापसी सिर्फ एक सफर का अंत नहीं, बल्कि एक नई यात्रा की शुरुआत है, जिसमें वे कई महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं से गुजरेंगे। आइए जानते हैं कि अंतरिक्ष से वापस आने के बाद उन्हें किन प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है।

स्वास्थ्य परीक्षण और पुनर्वास प्रक्रिया

अंतरिक्ष में लंबी अवधि तक रहने से मानव शरीर में कई बदलाव आते हैं। माइक्रोग्रैविटी के कारण मांसपेशियों और हड्डियों की मजबूती प्रभावित होती है, संतुलन प्रणाली कमजोर पड़ती है और रक्त संचार पर असर पड़ता है। इन प्रभावों से निपटने के लिए सुनीता और बुच को सबसे पहले फ्लोरिडा से जॉनसन स्पेस सेंटर, ह्यूस्टन ले जाया जाएगा, जहां उनकी गहन चिकित्सा जांच की जाएगी। NASA के फ्लाइट सर्जन और मेडिकल विशेषज्ञ उनके हृदय गति, रक्तचाप, तंत्रिका तंत्र और अन्य शारीरिक बदलावों का आकलन करेंगे। इन परीक्षणों के बाद, वे धीरे-धीरे पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल होने के लिए पुनर्वास कार्यक्रम से गुजरेंगे।

मिशन ब्रीफिंग और अनुभव साझा करना

हर अंतरिक्ष मिशन के बाद, अंतरिक्ष यात्री अपनी यात्रा से जुड़े अनुभवों को साझा करने के लिए विशेष ब्रीफिंग सत्र में भाग लेते हैं। इस दौरान वे मिशन के दौरान आई कठिनाइयों, वैज्ञानिक प्रयोगों और नई खोजों पर चर्चा करते हैं। यह प्रक्रिया NASA और अन्य वैज्ञानिक संस्थानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि इससे भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों की योजना बनाने में मदद मिलती है। सुनीता और बुच अपने मिशन की सफलता और चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।

परिवार और मानसिक स्वास्थ्य

अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने के कारण मानसिक और भावनात्मक चुनौतियां भी उत्पन्न होती हैं। पृथ्वी पर लौटने के बाद, सुनीता और बुच को अपने परिवार और दोस्तों से मिलने का मौका मिलेगा, जो उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक है। सुनीता विलियम्स ने पहले ही इस बात का जिक्र किया था कि वे अपने दो कुत्तों और परिवार से मिलने के लिए बेहद उत्साहित हैं। यह समय न केवल उनके लिए, बल्कि उनके परिवार के लिए भी महत्वपूर्ण है, जिन्होंने पूरे मिशन के दौरान तनाव और उत्सुकता का अनुभव किया।

शारीरिक चुनौतियां और रिकवरी

माइक्रोग्रैविटी के प्रभाव से शरीर में कई बदलाव आते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं:
  • मांसपेशियों और हड्डियों में कमजोरी: गुरुत्वाकर्षण की अनुपस्थिति में मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे चलने-फिरने में कठिनाई होती है।
  • संतुलन की समस्या: पृथ्वी पर लौटने के बाद, अंतरिक्ष यात्रियों को चक्कर आने और दिशा भ्रम जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • "बेबी फीट" प्रभाव: अंतरिक्ष में जूते न पहनने के कारण पैरों की त्वचा मुलायम हो जाती है और पृथ्वी पर लौटने पर असहज महसूस हो सकता है।
इन सभी चुनौतियों से निपटने के लिए सुनीता और बुच को विशेष व्यायाम और पुनर्वास प्रक्रियाओं से गुजरना होगा। उन्हें शारीरिक संतुलन और ताकत बढ़ाने के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों की देखरेख में विशिष्ट व्यायाम करने होंगे।

अंतरिक्ष यात्रा के बाद का जीवन

अंतरिक्ष यात्रा से लौटने के बाद, सुनीता और बुच का ध्यान अब अपने परिवार के साथ समय बिताने और सामान्य जीवन में वापस लौटने पर होगा। हालांकि, उनकी विशेषज्ञता और अनुभव का लाभ भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों की तैयारी में लिया जाएगा। उनकी यह यात्रा साबित करती है कि अंतरिक्ष में जाना जितना अद्भुत है, उतना ही महत्वपूर्ण है वापसी के बाद का पुनर्वास। वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं के लिए यह अध्ययन महत्वपूर्ण है, जिससे भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों के लिए अधिक सुरक्षित और प्रभावी रिकवरी प्रक्रियाएं विकसित की जा सकें। Sunita Williams   

Sunita Williams : सुनीता विलियम्स को स्ट्रेचर पर क्यों ले जाया गया?

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Sunita Williams : सुनीता विलियम्स को स्ट्रेचर पर क्यों ले जाया गया?

Sunita Williams 2
Sunita Williams
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:34 AM
bookmark
Sunita Williams : भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर अंतरिक्ष में 9 महीने से अधिक समय बिताने के बाद हाल ही में पृथ्वी पर लौटे। उनकी वापसी स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान के माध्यम से हुई। लेकिन जैसे ही वे पृथ्वी की सतह पर पहुंचे और कैप्सूल से बाहर आए, उन्हें स्ट्रेचर पर ले जाया गया। यह दृश्य देखकर कई लोगों के मन में सवाल उठने लगे कि आखिर उन्हें स्ट्रेचर पर क्यों ले जाया गया? क्या उनकी सेहत पर कोई प्रभाव पड़ा है? चलिए जानते है इसके पीछे का असली कारण ?

क्या सुनीता विलियम्स की सेहत ठीक है?

सबसे पहले यह स्पष्ट कर देना आवश्यक है कि सुनीता विलियम्स पूरी तरह से स्वस्थ हैं। वे न तो बीमार हैं और न ही किसी चोट से ग्रसित हैं। उन्हें स्ट्रेचर पर ले जाने की वजह कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं बल्कि एक निर्धारित वैज्ञानिक प्रक्रिया और प्रोटोकॉल है।

अंतरिक्ष यात्रा और शरीर में होने वाले बदलाव

अंतरिक्ष में लंबी अवधि तक रहने के दौरान मानव शरीर में कई प्रकार के अस्थायी बदलाव होते हैं। यह बदलाव गुरुत्वाकर्षण के अभाव के कारण होते हैं। अंतरिक्ष में भारहीनता की स्थिति में शरीर की मांसपेशियां और हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। वहीं, शरीर की तरल पदार्थों का पुनर्वितरण भी अलग तरीके से होता है, जिससे संतुलन और रक्त संचार प्रणाली प्रभावित होती है।

गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव में अचानक वापसी

जब अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर वापस लौटते हैं, तो वे फिर से गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव में आते हैं। लंबे समय तक भारहीनता में रहने के कारण उनका शरीर पृथ्वी के वातावरण और गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल होने में कुछ समय लेता है। जॉनसन स्पेस सेंटर के पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक जॉन डेविट के अनुसार, अंतरिक्ष यात्री जब पृथ्वी पर लौटते हैं तो उन्हें चक्कर आने, कमजोरी महसूस होने और मतली की समस्या हो सकती है। इस कारण से, उन्हें तुरंत चलने की अनुमति नहीं दी जाती, बल्कि स्ट्रेचर पर ले जाया जाता है ताकि उनके शरीर को धीरे-धीरे नए माहौल के अनुरूप ढाला जा सके।

नासा का प्रोटोकॉल और सुरक्षा उपाय

नासा और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियां अपने अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती हैं। यही कारण है कि वापसी के बाद अंतरिक्ष यात्रियों को स्ट्रेचर पर ले जाने का प्रोटोकॉल अनिवार्य होता है। यह एक एहतियाती कदम है जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनका शरीर धीरे-धीरे सामान्य हो और उन्हें किसी तरह की शारीरिक असुविधा न हो। लाइव साइंस के अनुसार, यह प्रक्रिया सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) मिशन के यात्रियों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह सभी अंतरिक्ष यात्राओं के लिए लागू होती है।  Sunita Williams   

सुनीता विलियम्स की वापसी: मोदी का संदेश और समंदर में लैंडिंग का राज

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।