Rahul Gandhi : राहुल ने गांधी, नेहरू, इंदिरा और वाजपेयी की समाधियों पर श्रद्धांजलि अर्पित की

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Rahul Gandhi: Rahul paid tribute to the mausoleums of Gandhi, Nehru, Indira and Vajpayee
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Dec 2022 03:47 PM
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  Rahul Gandhi :  कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू और लाल बहादुर शास्त्री की समाधियों के अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता रहे और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि पर सोमवार को श्रद्धांजलि अर्पित की।

Rahul Gandhi :

  गांधी ने सबसे पहले अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की समाधि 'वीर भूमि' पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने इंदिरा गांधी की समाधि 'शक्ति स्थल', नेहरू की समाधि 'शांति वन', लाल बहादुर की समाधि 'विजय घाट', महात्मा गांधी की समाधि राजघाट और वाजपेयी की समाधि 'सदैव अटल' जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। गांधी परिवार का कोई सदस्य या कांग्रेस का कोई शीर्ष नेता पहली बार वाजपेयी की समाधि पर पहुंचा है। वाजपेयी की 25 दिसंबर को जयंती थी। कांग्रेस के अनुसार, पहले राहुल गांधी का शनिवार शाम ही इन नेताओं की समाधियों पर जाने का कार्यक्रम था, लेकिन शनिवार शाम पदयात्रा के पूरा होने में समय लग जाने के कारण इस कार्यक्रम में बदलाव किया गया। 'भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo yatra) में करीब 3,000 किलोमीटर की दूरी तय करके दिल्ली पहुंचने के बाद राहुल गांधी ने इन प्रमुख नेताओं की समाधियों पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। पदयात्रा करते हुए राहुल और कई अन्य 'भारत यात्री' शनिवार को दिल्ली में दाखिल हुए थे। कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई यह यात्रा अब तक नौ राज्यों-तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान,हरियाणा और दिल्ली से गुजर चुकी है। यात्रा लगभग आठ दिनों के विराम के बाद उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और अंत में जम्मू कश्मीर की ओर बढ़ेगी।

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Rajsthan News : सौगातों का पिटारा खोल सीएम अशोक गहलोत ने जताया ​जोगिन्दर अवाना पर भरोसा

Jogindar
Opening a box of gifts, CM Ashok Gehlot expressed confidence in Joginder Awana
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Dec 2022 12:04 AM
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Rajsthan News : भरतपुर। नदबई विधानसभा क्षेत्र के विधायक व देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री) जोगिन्दर सिंह अवाना की ओर से आयोजित जनसभा में रविवार को राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सौगातों का पिटारा खोल दिया। उन्होंने नदबई विधानसभा के लिए 1500 करोड़ रुपये की 50 से अधिक परियोजनाओं का ऐलान किया। जनसभा के बाद जोगिन्दर सिंह अवाना ने बताया कि मुख्यमंत्री की इन घो​षणाओं के बाद क्षेत्र के विकास को पंख लगना तय है।

Rajsthan News : जोगिन्दर अवाना के बुलावे पर उच्चैन में उमड़ा जनसैलाब

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गौरतलब है कि नदबई विधानसभा क्षेत्र के विधायक व देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री) जोगिन्दर सिंह अवाना का संबंध नोएडा से भी है। वह नोएडा के सेक्टर—11 के झुंडपुरा गांव के मूल निवासी हैं। दरअसल, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर विधायक चुने गए थे। लेकिन, बाद में उन्होंने अशोक गहलोत की सरकार को बचाने के लिए बसपा के सभी छह विधायकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे।

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अपनी निष्ठा और अथक परिश्रम के कारण वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबियों में गिने जाने लगे। नदबई के विधायक चुने जाने के बाद जोगिन्दर सिंह अवाना ने अपने को राजस्थान के बड़े गुर्जर नेताओं में शुमार किया। राजस्थान की राजनीति के जानकारों का मानना है कि राजस्थान में गुर्जर बिरादरी का दखल राज्य की तमाम सीटों पर है। गुर्जर बिरादरी के मतदाता किसी भी पार्टी की सरकार बनाने या उसे सत्ता से हटाने का माद्दा रखते हैं। माना जाता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निष्ठा के इनाम के तौर पर ही जोगिन्दर सिंह अवाना को देवनारायण बोर्ड का अध्यक्ष बनाया था। इतिहास की मानें तो भगवान देवनारायण गुर्जरों के ईष्टदेव के रूप में स्थापित हैं।

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कैबिनेट मंत्री का दर्जा पाने के बाद जोगिन्दर सिंह अवाना ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निराश नहीं किया। उन्होंने क्षेत्र की जनता की समस्याओं के समाधान और विकास के लिए जो काम किया, उससे उनकी लोकप्रियता पूरे प्रदेश में फैली। मुख्यमंत्री को भी अब यह भरोसा हो गया है कि जोगिन्दर अवाना पार्टी के लिए काफी अहम हो सकते हैं। यही कारण है कि रविवार को उच्चैन में आयोजित जनसभा के दौरान अशोक गहलोत ने सौगातों का पिटारा खोल दिया। उन्होंने वर्षों से टूटी पड़ी सड़कों के नए सिरे से निर्माण कार्य का ना सिर्फ शिलान्यास किया, बल्कि क्षेत्र के विकास के लिए 50 से ​अधिक परियोजनाओं के लिए 1500 करोड़ रुपये देने का ऐलान कर दिया।

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National News : गूगल के प्रतिस्पर्धा-रोधी कदमों से भारतीय उपभोक्ताओं, अर्थव्यवस्था को नुकसान : मैपमायइंडिया

Mapmyindia
Google's Anti-Competition Moves Harm Indian Consumers, Economy: MapMyIndia
locationभारत
userचेतना मंच
calendar25 Dec 2022 11:24 PM
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नई दिल्ली। गूगल की प्रतिस्पर्धा-रोधी गतिविधियां 'स्वदेशी' प्रतिस्पर्धियों को नुकसान पहुंचाकर भारतीय उपभोक्ताओं और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रही है। स्वदेशी नेविगेशन फर्म मैपमायइंडिया के एक शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही।

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भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने अक्टूबर में गूगल पर एंड्रायड मोबाइल उपकरणों के संबंध में कई बाजारों में अपनी प्रमुख स्थिति का दुरुपयोग करने के लिए 1,337.76 करोड़ रुपये का भारी जुर्माना लगाया था। इसके साथ ही सीसीआई ने गूगल को अनुचित कारोबारी तरीके बंद करने का निर्देश भी दिया। गूगल ने सीसीआई के इस आदेश के खिलाफ अपीलीय न्यायाधिकरण एनसीएलएटी में अपील की है।

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मैपमायइंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एवं कार्यकारी निदेशक रोहन वर्मा ने एक बयान में कहा कि यह इस मामले का विस्तार से अध्ययन करने वाले लोगों, उद्योग, सरकार और नियामकों की आम धारणा है कि गूगल के पास प्रतिस्पर्धा को बाधित करने वाली एकाधिकार स्थिति है। वह प्रतिस्पर्धा-रोधी तरीकों से नये बाजारों में अपने एकाधिकार को कायम रखती है। उन्होंने कहा कि ऐसे में गूगल ने वैकल्पिक ऑपरेटिंग सिस्टम, ऐप स्टोर और मैप्स जैसे ऐप के लिए उपयोगकर्ताओं के बीच प्रसार को बहुत मुश्किल बना दिया है।

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रोहन वर्मा ने कहा कि 2020 में कोविड महामारी के दौरान मैपमायइंडिया ने लोगों को आसपास के कंटेनमेंट जोन और स्वास्थ्य परीक्षण तथा उपचार केंद्रों के बारे में जानकारी देकर उन्हें सुरक्षित रहने में मदद की थी। जबकि गूगल मैप ने ऐसी सुविधाएं नहीं दीं। लेकिन, गूगल ने मैपमायइंडिया के ऐप को अपने प्ले स्टोर से ही हटा दिया था।

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वर्मा ने कहा कि कंपनी ने गूगल को मैपमायइंडिया ऐप हटाने के बारे में कई बार लिखा और इसका जिक्र सोशल मीडिया पर भी किया। कुछ जगहों पर इस बारे में खबर प्रकाशित होने के बाद गूगल ने इसे फिर से अपने प्ले स्टोर पर जगह दी। उन्होंने कहा कि गूगल की ऐसी गैर-प्रतिस्पर्धी गतिविधियां मैपमायइंडिया जैसे भारतीय स्वदेशी प्रतिस्पर्धियों का गला घोंटकर भारतीय उपभोक्ताओं और भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाती हैं।

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