NATIONAL NEWS: सरकार वीडियो के जरिये शुरू करेगी डिजिटल डाक टिकट प्रदर्शनीः वैष्णव




Delhi News : पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को कहा कि धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द, सहिष्णुता भारत का डीएनए है तथा भारत अकेला ऐसा देश है, जहां सभी धर्मों, सम्प्रदायों के मानने वाले लोग मिल-जुलकर रहते हैं।
संत गुरु रविदास जी की जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में नकवी ने यह भी कहा कि संत रविदास जी की सोच, संदेश का संकल्प ही एक भारत, श्रेष्ठ भारत का मूल मंत्र है।
उन्होंने कहा कि संत रविदास जी ने जिस जाति प्रथा के कुप्रभाव के प्रति आज से सैंकड़ों साल पहले अपने सन्देश से सचेत किया था, वह आज भी सार्थक है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नकवी ने कहा कि संतों की सोच और सूफियों के सबक का नतीजा है कि दुनिया की उठापटक, उथल-पुथल के बीच हिन्दुस्तान आज विश्व को राह दिखा रहा है, यह इन्हीं महान संतों-सूफियों की तपस्या की ताक़त है।
उन्होंने यह भी कहा कि धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द, सहिष्णुता भारत का डीएनए है।
नकवी के अनुसार, भारत आज पूरी दुनिया के लिए सामाजिक समरसता, भाईचारे, सहिष्णुता की मिसाल है। भारत दुनिया का अकेला ऐसा देश है, जहां सभी धर्मों, सम्प्रदायों के मानने वाले करोड़ों लोग शांति एवं सौहार्द के साथ रह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि संत रविदास जी के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए ही मोदी सरकार धर्म, जाति, क्षेत्र की सीमाओं को तोड़ कर समावेशी-सर्वस्पर्शी विकास के रास्ते पर चल रही है, हर भारतवासी की सुरक्षा, समृद्धि, सशक्तिकरण हो रहा है।
Delhi News : पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को कहा कि धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द, सहिष्णुता भारत का डीएनए है तथा भारत अकेला ऐसा देश है, जहां सभी धर्मों, सम्प्रदायों के मानने वाले लोग मिल-जुलकर रहते हैं।
संत गुरु रविदास जी की जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में नकवी ने यह भी कहा कि संत रविदास जी की सोच, संदेश का संकल्प ही एक भारत, श्रेष्ठ भारत का मूल मंत्र है।
उन्होंने कहा कि संत रविदास जी ने जिस जाति प्रथा के कुप्रभाव के प्रति आज से सैंकड़ों साल पहले अपने सन्देश से सचेत किया था, वह आज भी सार्थक है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नकवी ने कहा कि संतों की सोच और सूफियों के सबक का नतीजा है कि दुनिया की उठापटक, उथल-पुथल के बीच हिन्दुस्तान आज विश्व को राह दिखा रहा है, यह इन्हीं महान संतों-सूफियों की तपस्या की ताक़त है।
उन्होंने यह भी कहा कि धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक सौहार्द, सहिष्णुता भारत का डीएनए है।
नकवी के अनुसार, भारत आज पूरी दुनिया के लिए सामाजिक समरसता, भाईचारे, सहिष्णुता की मिसाल है। भारत दुनिया का अकेला ऐसा देश है, जहां सभी धर्मों, सम्प्रदायों के मानने वाले करोड़ों लोग शांति एवं सौहार्द के साथ रह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि संत रविदास जी के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए ही मोदी सरकार धर्म, जाति, क्षेत्र की सीमाओं को तोड़ कर समावेशी-सर्वस्पर्शी विकास के रास्ते पर चल रही है, हर भारतवासी की सुरक्षा, समृद्धि, सशक्तिकरण हो रहा है।

Adani Group Case : नई दिल्ली। कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अडाणी समूह की हर तरीके से मदद कर रही है, ताकि वह बंदगाह के क्षेत्र में एकाधिकार स्थापित कर सके। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से यह सवाल भी किया कि क्या गंभीर आरोपों का सामना कर रहे किसी कारोबारी समूह को बंदरगाह जैसे महत्वपूर्ण रणनीतिक क्षेत्र में वर्चस्व बनाने दिया जा सकता है?
कांग्रेस नेता रमेश ने कांग्रेस की ‘हम अडाणी के हैं कौन’ श्रृंखला के तहत पिछले कुछ दिनों की तरह शनिवार को भी सरकार और प्रधानमंत्री से कुछ सवाल किए।
उन्होंने अडाणी समूह द्वारा कुछ बंदरगाहों का अधिग्रहण किए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि क्या आपका (प्रधानमंत्री) इरादा अपने पसंसदीदा कारोबारी समूह द्वारा हर महत्वपूर्ण निजी बंदरगाह का अधिग्रहण होने देना है या फिर दूसरी निजी कंपनियों के लिए भी कोई मौका है?
कांग्रेस महासचिव ने यह सवाल भी किया कि क्या राष्ट्रीय सुरक्षा के नजरिये से यह सही है कि धनशोधन और शेल कंपनियों के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे समूह को बंदरगाह जैसे महत्वपूर्ण रणनीतिक क्षेत्र में वर्चस्व बनाने दिया जाए ?
रमेश ने आरोप लगाया कि हवाई अड्डों के साथ बंदरगाह के क्षेत्र में सरकार अडाणी की एकाधिकार स्थापित करने में मदद कर रही है।
उन्होंने यह भी पूछा कि क्या अडाणी के वाणिज्यिक हितों की पूर्ति के लिए रियायत संबंधी समझौतों को बदला गया है?
अमेरिका की वित्तीय शोध कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले समूह पर फर्जी लेनदेन और शेयर की कीमतों में हेरफेर सहित कई गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद समूह के शेयर की कीमतों में गिरावट आई है।
वहीं, अडाणी समूह ने कहा है कि वह सभी कानूनों और सूचना प्रकट करने संबंधी आवश्यकताओं का अनुपालन करता है।
Adani Group Case : नई दिल्ली। कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अडाणी समूह की हर तरीके से मदद कर रही है, ताकि वह बंदगाह के क्षेत्र में एकाधिकार स्थापित कर सके। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से यह सवाल भी किया कि क्या गंभीर आरोपों का सामना कर रहे किसी कारोबारी समूह को बंदरगाह जैसे महत्वपूर्ण रणनीतिक क्षेत्र में वर्चस्व बनाने दिया जा सकता है?
कांग्रेस नेता रमेश ने कांग्रेस की ‘हम अडाणी के हैं कौन’ श्रृंखला के तहत पिछले कुछ दिनों की तरह शनिवार को भी सरकार और प्रधानमंत्री से कुछ सवाल किए।
उन्होंने अडाणी समूह द्वारा कुछ बंदरगाहों का अधिग्रहण किए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि क्या आपका (प्रधानमंत्री) इरादा अपने पसंसदीदा कारोबारी समूह द्वारा हर महत्वपूर्ण निजी बंदरगाह का अधिग्रहण होने देना है या फिर दूसरी निजी कंपनियों के लिए भी कोई मौका है?
कांग्रेस महासचिव ने यह सवाल भी किया कि क्या राष्ट्रीय सुरक्षा के नजरिये से यह सही है कि धनशोधन और शेल कंपनियों के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे समूह को बंदरगाह जैसे महत्वपूर्ण रणनीतिक क्षेत्र में वर्चस्व बनाने दिया जाए ?
रमेश ने आरोप लगाया कि हवाई अड्डों के साथ बंदरगाह के क्षेत्र में सरकार अडाणी की एकाधिकार स्थापित करने में मदद कर रही है।
उन्होंने यह भी पूछा कि क्या अडाणी के वाणिज्यिक हितों की पूर्ति के लिए रियायत संबंधी समझौतों को बदला गया है?
अमेरिका की वित्तीय शोध कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले समूह पर फर्जी लेनदेन और शेयर की कीमतों में हेरफेर सहित कई गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद समूह के शेयर की कीमतों में गिरावट आई है।
वहीं, अडाणी समूह ने कहा है कि वह सभी कानूनों और सूचना प्रकट करने संबंधी आवश्यकताओं का अनुपालन करता है।