Yogi Adityanath : केवल असहमति के आधार पर कार्यवाही बाधित करना लोकतंत्र, राज्य के हित में नहीं

Yogi Adityanath
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के द्वारा सदन में अभिभाषण की शुरुआत के साथ ही बजट सत्र प्रारम्भ हो जाएगा और इसकी कार्यवाही 10 मार्च तक चलेगी। प्रत्येक दिन के लिए निर्धारित मुद्दों पर बातचीत करने के लिए सदन की कार्यवाही को देर शाम तक भी संचालित किया जा सकता है।जनहित के मुद्दों पर जवाब देने को तैयार है
Yogi Adityanath ने कहा कि सरकार जनहित में उपयोगी सभी मुद्दों पर बातचीत करने और विपक्ष के सवालों के जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 25 करोड़ लोगों के लिए आगामी 22 फ़रवरी को सत्र 2023-24 का बजट प्रस्तुत किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर विपक्ष से भी विचार - विमर्श किया जायेगा।Yogi Adityanath
उन्होंने कहा कि बजट सत्र विधानसभा में चर्चा का एक अच्छा अवसर प्रदान करने के लिए है। ऐसे में सरकार के साथ -साथ विपक्ष को भी इस अवसर का फायदा उठाते हुए प्रभावी तथ्यों के साथ चर्चा करनी चाहिए। बता दें कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष की तरफ से राज्यपाल वापस जाओ' और 'तानाशाही की यह सरकार नहीं चलेगी, नहीं चलेगी' के नारे लगा रहे थे। हालांकि इसी शोरगुल के बीच उन्होंने अपना भाषण जारी रखा।UP Budget : विधानसभा सत्र शुरू होते ही हंगामा
अगली खबर पढ़ें
Yogi Adityanath
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के द्वारा सदन में अभिभाषण की शुरुआत के साथ ही बजट सत्र प्रारम्भ हो जाएगा और इसकी कार्यवाही 10 मार्च तक चलेगी। प्रत्येक दिन के लिए निर्धारित मुद्दों पर बातचीत करने के लिए सदन की कार्यवाही को देर शाम तक भी संचालित किया जा सकता है।जनहित के मुद्दों पर जवाब देने को तैयार है
Yogi Adityanath ने कहा कि सरकार जनहित में उपयोगी सभी मुद्दों पर बातचीत करने और विपक्ष के सवालों के जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 25 करोड़ लोगों के लिए आगामी 22 फ़रवरी को सत्र 2023-24 का बजट प्रस्तुत किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर विपक्ष से भी विचार - विमर्श किया जायेगा।Yogi Adityanath
उन्होंने कहा कि बजट सत्र विधानसभा में चर्चा का एक अच्छा अवसर प्रदान करने के लिए है। ऐसे में सरकार के साथ -साथ विपक्ष को भी इस अवसर का फायदा उठाते हुए प्रभावी तथ्यों के साथ चर्चा करनी चाहिए। बता दें कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष की तरफ से राज्यपाल वापस जाओ' और 'तानाशाही की यह सरकार नहीं चलेगी, नहीं चलेगी' के नारे लगा रहे थे। हालांकि इसी शोरगुल के बीच उन्होंने अपना भाषण जारी रखा।UP Budget : विधानसभा सत्र शुरू होते ही हंगामा
संबंधित खबरें
अगली खबर पढ़ें







