MDA की बड़ी कार्रवाई, बिरयानी सेंटर से लेकर सोया चाप तक सब पर चला बुलडोजर

MDA
UP News
locationभारत
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calendar28 May 2025 10:04 PM
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UP News : दिल्ली रोड पर टीएमयू (TMU) के पास अवैध निर्माणों पर मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (MDA) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कई ढाबों और बिरयानी सेंटरों को जमींदोज कर दिया। इन निर्माणों में भाजपा नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद और रालोद नेता व पूर्व विधायक जाहिद हुसैन अंसारी से जुड़े ढाबे भी शामिल हैं।

इन प्रतिष्ठानों पर चला बुलडोजर

प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अनुभव सिंह के निर्देश पर गठित प्रवर्तन टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। अधिकारियों ने बताया कि इन ढाबों और दुकानों का न तो नक्शा पास था और न ही किसी तरह की वैध अनुमति ली गई थी। जिन प्रतिष्ठानों पर चला बुलडोजर चला है उनमें, बिस्मिल्ला बिरयानी सेंटर, नईम टी स्टॉल, जुबली सोया चाप ढाबा, अहमद बिरयानी सेंटर, साहिल टी स्टॉल, लंबरदार ढाबा, ज्ञानि ढाबा शामिल हैं। इनमें कुछ निर्माण लगभग 100 से 300 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में फैले थे। सभी अवैध निर्माणों को नोटिस देने और सामान हटाने का समय देने के बाद ध्वस्त किया गया।

राजनीतिक दिग्गजों के नाम भी आए सामने

कार्रवाई में जिन प्रतिष्ठानों को गिराया गया उनमें भाजपा के पूर्व सांसद वीर सिंह और रालोद के पूर्व विधायक जाहिद हुसैन अंसारी से जुड़े ढांचे भी शामिल थे। वीर सिंह ने बताया कि, उन्हें छह महीने पहले ही एमडीए का नोटिस मिला था और उन्होंने जवाब दाखिल कर ढाबा हटा दिया था। सिर्फ एक ट्यूबवेल की छोटी सी कोठरी बची थी। वहीं, पूर्व विधायक जाहिद हुसैन से संपर्क की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने प्रतिक्रिया नहीं दी।

कार्रवाई के दौरान हंगामा और विरोध

अवैध निर्माण ढहाए जाने के दौरान कुछ ढाबा संचालकों ने एमडीए अधिकारियों से ग्रीन बेल्ट को लेकर बहस और नोकझोंक की, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी के कारण विरोध बेअसर रहा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा।

MDA उपाध्यक्ष की सख्त चेतावनी

MDA उपाध्यक्ष अनुभव सिंह ने स्पष्ट किया कि बिना स्वीकृति के किसी भी प्रकार का निर्माण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे निर्माणों पर ध्वस्तीकरण के साथ-साथ जुर्माना और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नागरिकों से अपील की गई है कि वे किसी भी निर्माण कार्य से पहले प्राधिकरण से अनुमति जरूर लें और अवैध प्लाटिंग या निर्माण में निवेश करने से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करें। UP News

यूपी में इन 5 सरल तरीकों से राशन कार्ड बनवाना हुआ आसान, शुरू हुई नई सुविधा

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यूपी में इन 5 सरल तरीकों से राशन कार्ड बनवाना हुआ आसान, शुरू हुई नई सुविधा

Rashan card
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 May 2025 09:34 PM
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UP News : भारत में राशन कार्ड एक अत्यंत आवश्यक सरकारी दस्तावेज है, जो न केवल सस्ते दामों पर अनाज और अन्य आवश्यक वस्तुओं के लिए इस्तेमाल होता है, बल्कि पहचान प्रमाण और कई सरकारी योजनाओं के लिए भी अनिवार्य है। केंद्र सरकार ने मुफ्त राशन योजना को 2029 तक बढ़ा दिया है, ऐसे में राशन कार्ड का महत्त्व और भी बढ़ गया है। इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं के लिए एक नई सुविधा की शुरुआत की है, जिससे अब विवाहित महिलाएं आसानी से अपने ससुराल के राशन कार्ड में नाम जुड़वा सकेंगी।

महिलाओं के लिए नई व्यवस्था : शादी के बाद नाम जोड़ना हुआ आसान

अब विवाह के बाद महिलाएं बिना किसी लंबी कागजी प्रक्रिया के अपने माता-पिता के राशन कार्ड से नाम हटाकर पति के राशन कार्ड में दर्ज करवा सकती हैं। यह कार्य राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत होगा। प्रमुख सचिव रणवीर प्रसाद ने बताया कि ट्रायल के बाद यह सिस्टम लागू कर दिया गया है। इस व्यवस्था से खासकर ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को राहत मिलेगी।

राशन कार्ड बनवाने के 5 आसान तरीके

अब उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में राशन कार्ड बनवाना बेहद आसान हो गया है। जानिए ये 5 सुविधाजनक तरीके :

1 आनलाइन आवेदन (वेबसाइट के माध्यम से)

अधिकांश राज्यों में राशन कार्ड के लिए आनलाइन आवेदन प्रणाली शुरू हो गई है। कैसे करें आवेदन? -संबंधित राज्य की वेबसाइट (जैसे यूपी में FCS.UP.GOV.IN) पर जाएं -"नवीन राशन कार्ड हेतु आवेदन" चुनें -परिवार के मुखिया का नाम, आधार नंबर, परिवार की जानकारी भरें -आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें (जैसे: आधार कार्ड, वोटर आईडी, इनकम सर्टिफिकेट, निवास प्रमाण, फोटो) -फॉर्म सबमिट करें और रेफरेंस नंबर सुरक्षित रखें -दस्तावेज सत्यापन के बाद 30-45 दिन में राशन कार्ड मिल सकता है

2 आफलाइन आवेदन (दफ्तर जाकर)

जिनके पास इंटरनेट सुविधा नहीं है, वे खाद्य विभाग कार्यालय या सर्किल आॅफिस जाकर आवेदन कर सकते हैं। प्रक्रिया : -आफिस से फॉर्म प्राप्त करें या वेबसाइट से डाउनलोड करें -सभी जरूरी जानकारी भरें -दस्तावेज संलग्न करें : आधार, वोटर आईडी, आय प्रमाण, निवास प्रमाण, फोटो -संबंधित कार्यालय में फॉर्म जमा करें -जांच के बाद कार्ड जारी कर दिया जाएगा

3 जन सेवा केंद्र / CSC/ E MITRA के जरिए

-आप अपने निकटतम जन सेवा केंद्र (CSC) या E-MITRA केंद्र पर जाकर भी आवेदन कर सकते हैं। -सेंटर पर जाकर आवेदन करें -सभी आवश्यक दस्तावेज साथ लेकर जाएं -कर्मचारी द्वारा आनलाइन फॉर्म भरा जाएगा -मामूली शुल्क (20-50 रुपये) लिया जाएगा -रसीद लें और एप्लिकेशन स्टेटस चेक करते रहें

4 मोबाइल ऐप से आवेदन

कुछ राज्यों ने राशन कार्ड के लिए विशेष मोबाइल ऐप लॉन्च किए हैं (जैसे यूपी में राशन कार्ड सेवा ऐप)। ऐसे करें उपयोग: -प्ले स्टोर / ऐप स्टोर से ऐप डाउनलोड करें -मोबाइल नंबर और आधार से रजिस्ट्रेशन करें -आवेदन फॉर्म भरें और दस्तावेज अपलोड करें -फॉर्म सबमिट करें और रेफरेंस नंबर सुरक्षित रखें -जांच के बाद राशन कार्ड भेजा जाएगा या डाउनलोड किया जा सकेगा UP News

5 ग्राम पंचायत / नगर परिषद के माध्यम से

ग्राम प्रधान / नगर पालिका कार्यालय से भी आवेदन किया जा सकता है। -संबंधित कार्यालय से फॉर्म प्राप्त करें -सभी जरूरी जानकारी भरें -दस्तावेज प्रमाणित करवाएं (ग्राम प्रधान / अधिकारी से) -फॉर्म खाद्य विभाग को जमा करें -सत्यापन के बाद राशन कार्ड बनकर मिलेगा UP News

जरूरी दस्तावेजों की सूची

हर माध्यम से आवेदन करने के लिए नीचे दिए गए दस्तावेज जरूरी होंगे: -आधार कार्ड सभी सदस्यों का -वोटर आईडी पहचान प्रमाण हेतु -आय प्रमाण पत्र पात्रता निर्धारण हेतु -निवास प्रमाण बिजली बिल, पानी बिल या किराए की रसीद -पासपोर्ट साइज फोटो हालिया फोटो सभी सदस्यों की UP News

अब राशन कार्ड पाना हुआ बेहद सरल

उत्तर प्रदेश सरकार की नई व्यवस्था और केंद्र सरकार की योजनाओं के चलते अब राशन कार्ड बनवाना पहले से कहीं अधिक सहज, पारदर्शी और त्वरित हो गया है। खासकर महिलाओं को अब राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए बार-बार कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने होंगे। UP News

अगर हमला हुआ, तो जवाब पहले से भी ज्यादा भयानक होगा : शशि थरूर

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उत्तर प्रदेश में जल्दी ही होगा विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल

UP assembly elections
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:49 AM
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UP News : उत्तर प्रदेश में जल्दी ही बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम होने वाला है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव वर्ष-2027 में होना है। उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव से पहले प्रदेश में राजनीतिक सेमीफाइनल खेला जाएगा। उत्तर प्रदेश की सरकार ने प्रदेश में होने वाले चुनावी सेमीफाइनल की तैयारियां शुरू कर दी हैं। उत्तर प्रदेश की चुनाव आयोग ने भी प्रदेश के इस सेमीफाइनल को पूरा कराने की दिशा में काम शुरू कर दिया है।

उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव होंगे विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में वर्ष-2026 के शुरू में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने की तैयारियां चल रही हैं। उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव को प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2027 का सेमीफाइनल माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश में सक्रिय ज्यादातर राजनीतिक पार्टियों ने पंचायत चुनाव अकेले ही लडऩे का फैसला किया है। राजनीतिक दलों के द्वारा पंचायत चुनाव अकेले लड़ने का मतलब यह है कि उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन NDA तथा इंडिया अलायंस कहीं नजर नहीं आएगा। NDA तथा इंडिया गठबंधन में शामिल सभी राजनीतिक दलों के द्वारा अकेले-अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा से उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव का नजारा बेहद दिलचस्प होने वाला है। इस दौरान उत्तर प्रदेश में सक्रिय कांग्रेस, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और निषाद पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि वे बिना किसी गठबंधन के अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। समाजवादी पार्टी बूथ स्तर पर PDA पंचायत कर रही है तो बसपा फिर से संगठन को सक्रिय करने के लिए प्लान बना रही है।

कांग्रेस ने कर दी बड़ी घोषणा

कई दशकों से प्रदेश की सत्ता से बेदखल कांग्रेस बीते लोकसभा चुनाव के बाद अब आगामी पंचायत चुनाव में अपनी जमीन मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ने की बात कर रही है। खुद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने साफ कहा कि उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में कांग्रेस अकेले मैदान में उतरेगी। उन्होंने बताया कि पार्टी ग्रामीण इलाकों में पंचायत स्तर पर संगठन को मजबूत करने में जुटी है और अपने कार्यकर्ताओं को पंचायत चुनाव में अवसर देगी। कांग्रेस का फोकस विभिन्न जनपदों की पंचायत सीटों पर संगठन बढ़ाना और स्थानीय नेतृत्व को बढ़ावा देना है। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि उनकी पार्टी पंचायत चुनाव में अकेले लड़ेगी। साथ ही उनके बेटे डॉ. अरविंद राजभर ने वाराणसी दौरे पर कहा कि हम अपने कार्यकर्ताओं को मौका देंगे और किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। सुभासपा अपने जनाधार को मजबूत करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रियता बढ़ा रही है।

निषाद पार्टी का भी अकेले ही चुनाव लड़ने का ऐलान

निषाद समाज का प्रतिनिधित्त्व करने वाली निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के मत्स्य पालन मंत्री डॉ. संजय निषाद ने भी पंचायत चुनाव में अकेले उतरने का स्पष्ट संकेत दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पार्टी अपने संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी। निषाद पार्टी का दावा है कि उनकी जड़ें गांव-गांव तक फैली हैं और यह चुनाव उनकी राजनीतिक पहचान को और मजबूत करेगा। यहां बता दें कि, उत्तर प्रदेश में 57,691 ग्राम पंचायतें, 826 ब्लॉक और 75 जिला पंचायतें हैं। इनमें 2026 में जनवरी-फरवरी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने की संभावना है। UP News

उत्तर प्रदेश की धरती से बड़ी घोषणा करेंगे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

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