Gangajal : गंगा जल अब नही रहा प्राणदायनि





Jat Mahakumbh / जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव से जाट समाज एकजुट होता दिखाई दे रहा है। रविवार को जयपुर में आयोजित हुआ जाट मेला यानि जाट महाकुंभ इसका उदाहरण है। इस जाट मेले में जहां जाट समाज से राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठाई गई, वहीं दूसरी ओर किसान नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर किसान आंदोलन की चेतावनी दी है।
जातिगत जनगणना और ओबीसी आरक्षण को लेकर जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में जाट महाकुंभ में सभी पार्टियों के नेता जुटे। महाकुंभ में प्रदेश भर से जाट समाज के लोगों ने शिरकत की। जयपुर में आयोजित जाट कुंभ में महाराजा भरतपुर विश्वेंद्र सिंह, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत, भाजपा नेता, कांग्रेस अध्यक्ष, बीजेपी अध्यक्ष, राजस्थान सरकार के चार जाट मंत्री तथा केंद्र सरकार में मंत्री कैलाश समेत देशभर के लोगों ने भाग लिया। प्रतापगढ़ से 50, चित्तौड़गढ़ से करीब 100 लोगों समेत करीब एक लाख लोग उपस्थित हुए।
दूसरी तरफ, जाट समाज के अध्यक्ष राजाराम मील ने कहा कि सरकार समाज को कम आंकने लगी थीं, इसलिए उन्हें ये ताकत दिखाई है। तो मंत्री हेमाराम चौधरी ने इशारों-इशारों में मंत्रियों के पास कोई अधिकार नहीं होने की बात कहकर सियासी चर्चा छेड़ दी है। मील ने भी राजस्थान के मंत्रियों को पावरलेस कहा।
महाकुंभ को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने जाट महाकुंभ में लोगों से फिर आंदोलन के लिए तैयार रहने को कहा है। राकेश टिकैत ने कहा कि एक बड़ा आंदोलन फिर करना होगा। किसान की जमीन छीनने का बड़ा षड्यंत्र रचा जा रहा है। पूरे देश भर में जमीन बचानी है। सरकारों की पॉलिसी खराब है। जिसके पास 10 साल पुराना ट्रैक्टर खेत में काम कर रहा है, ट्रैक्टर तैयार रखें, खेत में काम करने वाला ट्रैक्टर हमारे आंदोलन में सड़क पर टैंक का काम करेगा। आप तैयार रहना, समय और जगह बता दी जाएगी। टिकैत ने कहा कि सरकारों की गलत नीतियों पर फिर आंदोलन होगा। अगला आंदोलन एमएसपी पर खरीद के लिए कानून बनाने का होगा, हमारी फसलें बिकने का होगा, मोटे अनाज का होगा।
[video width="640" height="352" mp4="https://chetnamanch.com/wp-content/uploads/2023/03/WhatsApp-Video-2023-03-05-at-9.23.59-PM.mp4"][/video]जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील ने खुलकर कहा कि सरकारें जाटों की ताकत को कमतर आंकने लग गईं, इसलिए ताकत और एकजुटता दिखाने के लिए हमने महाकुंभ रखा और सब पार्टियों के नेताओं को एक मंच पर लाए। एक जमाना था कि जब केंद्र और राज्य में जाट समाज के बड़े-बड़े ताकतवर मंत्री हुआ करते थे। आज हालत यह है कि केंद्र में केवल 2 राज्य मंत्री हैं। वही हालत राजस्थान सरकार के मंत्रियों में है।
Jat Mahakumbh / जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव से जाट समाज एकजुट होता दिखाई दे रहा है। रविवार को जयपुर में आयोजित हुआ जाट मेला यानि जाट महाकुंभ इसका उदाहरण है। इस जाट मेले में जहां जाट समाज से राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठाई गई, वहीं दूसरी ओर किसान नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर किसान आंदोलन की चेतावनी दी है।
जातिगत जनगणना और ओबीसी आरक्षण को लेकर जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में जाट महाकुंभ में सभी पार्टियों के नेता जुटे। महाकुंभ में प्रदेश भर से जाट समाज के लोगों ने शिरकत की। जयपुर में आयोजित जाट कुंभ में महाराजा भरतपुर विश्वेंद्र सिंह, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत, भाजपा नेता, कांग्रेस अध्यक्ष, बीजेपी अध्यक्ष, राजस्थान सरकार के चार जाट मंत्री तथा केंद्र सरकार में मंत्री कैलाश समेत देशभर के लोगों ने भाग लिया। प्रतापगढ़ से 50, चित्तौड़गढ़ से करीब 100 लोगों समेत करीब एक लाख लोग उपस्थित हुए।
दूसरी तरफ, जाट समाज के अध्यक्ष राजाराम मील ने कहा कि सरकार समाज को कम आंकने लगी थीं, इसलिए उन्हें ये ताकत दिखाई है। तो मंत्री हेमाराम चौधरी ने इशारों-इशारों में मंत्रियों के पास कोई अधिकार नहीं होने की बात कहकर सियासी चर्चा छेड़ दी है। मील ने भी राजस्थान के मंत्रियों को पावरलेस कहा।
महाकुंभ को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने जाट महाकुंभ में लोगों से फिर आंदोलन के लिए तैयार रहने को कहा है। राकेश टिकैत ने कहा कि एक बड़ा आंदोलन फिर करना होगा। किसान की जमीन छीनने का बड़ा षड्यंत्र रचा जा रहा है। पूरे देश भर में जमीन बचानी है। सरकारों की पॉलिसी खराब है। जिसके पास 10 साल पुराना ट्रैक्टर खेत में काम कर रहा है, ट्रैक्टर तैयार रखें, खेत में काम करने वाला ट्रैक्टर हमारे आंदोलन में सड़क पर टैंक का काम करेगा। आप तैयार रहना, समय और जगह बता दी जाएगी। टिकैत ने कहा कि सरकारों की गलत नीतियों पर फिर आंदोलन होगा। अगला आंदोलन एमएसपी पर खरीद के लिए कानून बनाने का होगा, हमारी फसलें बिकने का होगा, मोटे अनाज का होगा।
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