Edible Oil : महंगाई से मिलेगी राहत, खाद्य तेल के आयात शुल्क में हो सकती है कटौती

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 05:16 AM
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Edible Oil : कोरोना महामारी के आने के बाद देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा। साथ ही लोगों के कमाई पर भी इसका काफी प्रभाव पड़ा। बीते कुछ वक्त में खाद्य सामग्रियों की कीमतों में तेजी से इजाफा देखने को मिला है हालांकि अब केंद्र सरकार आम आदमी पर महंगाई का बोझ कम करने के लिए खाद्य तेलों (Edible Oil) के आयात शुल्क में कटौती करने की तैयारी कर रही है।

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सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार खाद्य तेलों के आयात पर लगने वाले कर में कटौती कर सकती है। खाद्य तेलों के आयात पर लगाए जाने वाले शुल्क में 2021 जून में भी कटौती की गई थी। साथ ही अक्टूबर 2021 में सूरजमुखी के तेल, सोयाबीन ऑयल और पाम ऑयल अक्टूबर 2022 मार्च तक के लिए सभी आयात शुल्क हटा दिए गए थे।

वहीं अगस्त 1 सितंबर में कस्टम ड्यूटी को भी घटाया गया था तथा उसे सितंबर अंत तक जारी रखने की योजना सरकार द्वारा बनाई गई थी। मगर जब खुदरा भाव में कमी नहीं हुई तब केंद्र सरकार ने कस्टम ड्यूटी को उसी तरह आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया गया था। मौजूदा कर प्रणाली 5.5 फ़ीसदी शुल्क कच्चे खाद्य तेल के आयात पर लगता है।

गौरतलब है कि मौजूदा कर प्रणाली में बेसिक कस्टम ड्यूटी को शामिल नहीं किया गया है। इस हिसाब से मौजूदा खाद्य तेल आयात पर लगने वाला शुल्क पहले के शुल्क से लगभग 8 फ़ीसदी कम है। मौजूदा वक्त में चलने वाला कर प्रणाली चुप करो पर आधारित है पहला सोशल वेलफेयर से तथा दूसरा एग्रीकल्चर इन्फ्राट्रक्चर डेवलपमेंट सेस। बता दें फरवरी 2022 में केंद्र सरकार ने एग्रीकल्चर इन्फ्राट्रक्चर डेवलपमेंट सेस को 2.5 फ़ीसदी तक घटा दिया था।

देश मैं खाद्य तेलों की कीमतों में इजाफा होने का सबसे बड़ा कारण है वैश्विक स्तर पर तेल उत्पादन की चयन का प्रभावित होना मौजूदा वक्त में वैश्विक स्तर पर उत्पादन सुचारू रूप से नहीं चल रहा। इसी कारण से इसका असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा जिसके कारण तेल की कीमतों में लगातार इजाफा देखने को मिला।

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108 feet tall Hanuman statue Unveil: PM मोदी ने हनुमान जी की 108 फीट ऊंची मूर्ति का किया अनावरण

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108 Feet Hanuman Statue Hanuman Jayanti
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 11:06 PM
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108 feet tall Hanuman statue Unveil: PM नरेंद्र मोदी आज हनुमान जयंती के मौके पर गुजरात के मोरबी में भगवान हनुमान की 108 फीट ऊंची मूर्ति का अनावरण (108 feet tall Hanuman statue Unveil) किया. भगवान हनुमान से संबंधित चार धाम परियोजना (Char Dham Project) के तहत देश के चारों दिशाओं में हनुमान की मूर्ति स्थापित की जानी है. इस कड़ी में यह हनुमान की दूसरी मूर्ति है जो पश्चिम दिशा में स्थापित की गई. >> ये भी पढ़े:- 108 Feet Hanuman Statue Hanuman Jayanti: गुजरात में हनुमान जी की 108 फीट की प्रतिमा का अनावरण करेंगे PM मोदी इसकी स्थापना मोरबी के बापू केशवानंद आश्रम (Bapu Kesavananda Ashram) में की गई है. इस श्रृंखला की पहली मूर्ति वर्ष 2010 में उत्तर दिशा में यानी शिमला में स्थापित की गई है. दक्षिण दिशा में यह मूर्ति रामेश्वरम में स्थापित की जानी है और इसका काम भी शुरू हो चुका है. इस मौके पर पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लोगों को संबोधित भी किया. >> ये भी पढ़े:- COVID-19 4th Wave: IIT ने किया था जून में कोरोना की चौथी लहर आने का दावा, अब XE वैरिएंट ने बढ़ाया डर [caption id="attachment_21265" align="aligncenter" width="601"]108 feet tall Hanuman statue Unveil Source- ANI Twitter[/caption] पीएम नरेंद्र मोदी ने हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti 2022) पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात के मोरबी में हनुमान जी की 108 फीट की प्रतिमा का अनावरण किया. यह मूर्ति हनुमान जी 4 धाम परियोजना के तहत देश भर में 4 दिशाओं में स्थापित की जा रही 4 मूर्तियों में से दूसरी है. >> ये भी पढ़े:- Free Electricity to Punjab: पंजाब में एक जुलाई से हर घर को मिलेगी 300 यूनिट फ्री बिजली
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Land Price: उत्तर प्रदेश में घर बनाना पड़ेगा महंगा, जमीन के दाम में 15 प्रतिशत की हुई बढ़ोतरी

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Source: ET Realty
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userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 04:20 PM
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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में आम आदमी के लिए अपना घर बनाना काफी महंगा हो चुका है। यहां आवास विकास परिषद द्वारा जमीनों (Land Price) के रेट में 5 से 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की है।  हालांकि परिषद द्वारा फ्लैट की कीमतों को नहीं बढ़ाया गया है। जमीनों के दाम बढ़ने से तत्काल प्रभाव से लागू होना शुरु हो जाएंगे। वहीं आवास विकास परिषद की बात करें तो इस कदम से माना गया है कि दूसरे प्राधिकरण (Land Price) और निजी कंपनियां में आने वाले दिनों में जमीन के दाम में बढ़ोतरी की जा सकती है। आवास विकास वाले इस कदम से सबसे अधिक महंगी जमीन लखनऊ, गोंडा, वाराणसी, गोरखपुर और बाराबंकी की योजनाओं की हो चुकी है। परिषद ने वाराणसी की बात करें तो पांडेपुर योजना, गोरखपुर की बेतियाहाता दक्षिणी योजना, गोंडा की भरतपुर योजना, बाराबंकी की ओवरी योजना और लखनऊ की वृंदावन योजना में 15 फीसदी तक दाम में बढ़ोतरी कर दी है। वहीं बलिया, गाजीपुर, आजमगढ़, प्रयागराज, मिर्जापुर, प्रतापगढ़, फतेहपुर, बस्ती, गोरखपुर, अयोध्या, सुल्तानपुर, गोंडा, झांसी, बांदा में आवास विकास की जमीन की कीमत में 10 प्रतिशत तक ही बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा जालौन, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, मथुरा, हाथरस, कासगंज, अलीगढ़, मेरठ, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर में भी जमीन के दाम 10 फ़ीसदी तक बढ़ना शुरु हो गए हैं। इसके साथ मुरादाबाद, रामपुर, सीतापुर, उन्नाव, हरदोई, लखीमपुर में भी 10 फ़ीसदी की बढ़ोतरी कर दी गई है। हालांकि एक राहत इस बात से मिली है कि फिलहाल कानपुर, फर्रुखाबाद, इटावा, बहराइच, औरैया, कन्नौज, बरेली में जमीन के रेट में कोई उछाल नहीं की गई है। पीलीभीत, संभल, अमरोहा, शाहजहांपुर, बिजनौर, हापुड़ और बागपत में भी दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है।