Chhattisgarh News : नक्सल प्रभावित क्षेत्र में चार ठेकेदार आठ दिनों से लापता

Thekedar
Four contractors missing for eight days in Naxalite affected area
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 12:39 AM
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बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में पिछले आठ दिनों से चार ठेकेदारों के कथित तौर पर लापता होने की जानकारी मिली है।

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बीजापुर जिले में कार्यरत सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सोमवार को बताया कि जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत गोरना क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य में लगे चार ठेकेदारों के 25 दिसंबर से कथित तौर पर लापता होने की सूचना है।

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जिले के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पुलिस को इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है। हालांकि लापता ठेकेदारों के परिजनों को आशंका है वे माओवादियों के कब्जे में हैं।

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सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बताया कि लापता ठेकेदारों की पहचान कोंडागांव निवासी निमेंद्र कुमार दीवान, नीलचंद्र नाग, बस्तर जिले के टेमरू नागर और दंतेवाड़ा जिले के चापड़ी बटैया के रूप में की गई है।

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उन्होंने बताया कि सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी और लापता ठेकेदारों के परिजनों ने स्थानीय मीडिया से बातचीत के दौरान नक्सलियों से अनुरोध किया है कि यदि ठेकेदार उनके कब्जे में हैं तो वह उन्हें रिहा कर दें।
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Jammu-Kashmir News : राजौरी में आईईडी विस्फोट में बच्चे की मौत, सात घायल

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Jammu-Kashmir News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 02:31 PM
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Jammu-Kashmir News : राजौरी/जम्मू। जम्मू-कश्मीर के डांगरी गांव में आतंकवादी हमले के पीड़ितों में से एक के घर के पास सोमवार को एक आईईडी विस्फोट में चार साल के एक बच्चे की मौत हो गई और सात लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि घायलों में से तीन बच्चे हैं।

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अधिकारियों के मुताबिक, रविवार की शाम को राजौरी जिले के इलाके में आतंकवादियों ने तीन घरों में गोलीबारी की, जिसमें चार नागरिकों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। बमुश्किल 14 घंटे के अंतराल पर हुई इन घटनाओं को लेकर पूर्ण बंद के बीच राजौरी शहर सहित जिले भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय अन्वेषण अधिकरण की एक टीम डांगरी पहुंच गई है और वह शुरुआती जांच करेगी। प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि यह विस्फोट आतंकी हमले के पीड़ित प्रीतम लाल के घर के पास हुआ। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी), जम्मू, मुकेश सिंह ने राजौरी में संवाददाताओं को बताया, परिष्कृत विस्फोटक उपकरण (आईईडी) एक बैग के नीचे रखा गया था। उसमें विस्फोट हुआ। एक बच्चे की मौत हो गई जबकि सात अन्य घायल हो गए। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और समूचे इलाके की घेराबंदी की गई है। जम्मू मंडल के आयुक्त रमेश कुमार के साथ घटनास्थल पर पहुंचे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सेना और पुलिस व्यापक तलाशी अभियान चला रहे हैं। सिंह ने कहा कि स्थानीय लोगों के मुताबिक, हमले में दो आतंकवादी शामिल थे। इससे पहले दिन में अधिकारी ने कहा था, विस्फोट उस घर के पास हुआ है जहां गोलीबारी की पहली घटना हुई थी। उन्होंने कहा कि एक अन्य आईईडी भी देखा गया है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि साढ़े नौ बजे के करीब जब विस्फोट हुआ तो उस वक्त रविवार को हुए हमले के पीड़ित के रिश्तेदार समेत कई लोग घर में मौजूद थे। अधिकारियों ने कहा कि हमले में मारे गए चार वर्षीय बच्चे की पहचान विहान कुमार के तौर पर की गई है। उन्होंने कहा कि घायलों की पहचान सान्वी शर्मा (4), कनाया शर्मा (14), वंशु शर्मा (15), समीक्षा देवी (20), शारदा देवी (38), कमलेश देवी (55) और समीक्षा शर्मा के तौर पर हुई है। रविवार के हमले पर सिंह ने कहा कि दो आतंकवादियों ने तीन घरों पर गोलीबारी की जिसमें चार लोग मारे गए और छह घायल हो गए। उन्होंने कहा कि घायलों की हालत स्थिर है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के डांगरी गांव में हुए आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने इस घटना में मारे गए नागरिकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। सिन्हा ने एक ट्वीट में कहा, मैं राजौरी में किए गए कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं लोगों को आश्वस्त करता हूं कि इस घृणित कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों का साथ हैं। सरपंच दीपक कुमार ने कहा कि यह पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से सुरक्षा में गंभीर चूक है। उन्होंने राजौरी में संवाददाताओं से कहा, यह सुरक्षा एजेंसियों द्वारा गंभीर सुरक्षा चूक है। अल्पसंख्यक समुदाय के लोग सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं। प्रशासन को कड़े कदम उठाने चाहिए।

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Rajsthan News : विधायकों के इस्तीफे के मामले में विधानसभा अध्यक्ष से निर्देश लें : हाईकोर्ट

Rajsthan high court
In case of resignation of MLAs, take instructions from the Assembly Speaker: High Court
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 02:31 PM
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जयपुर। राजस्थान उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के मामले में विधानसभा अध्यक्ष की ओर से हाजिर हुए महाधिवक्ता से कहा कि वह इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से निर्देश लें। कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष डॉ जोशी के समक्ष लंबित हैं। इस मामले में अब 16 जनवरी को सुनवाई होगी।

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मुख्य न्यायाधीश पंकज मिथल और न्यायमूर्ति शुभा मेहता की खंडपीठ ने विधानसभा अध्यक्ष की ओर से पेश हुए महाधिवक्ता को निर्देश दिया कि वे इस मामले में उन (अध्यक्ष) के निर्देश लें।

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याचिका दायर करने वाले और वकील के रूप में उपस्थित होने वाले भाजपा विधायक राजेंद्र राठौड़ ने विधानसभा अध्यक्ष की ओर से महाधिवक्ता एमएस सिंघवी की उपस्थिति पर आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया कि यह राज्य सरकार है जो अपने लाभ के लिए विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय का दुरुपयोग कर रही है। उल्लेखनीय है कि राठौड़ ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के 90 विधायकों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को दिये गये त्यागपत्र पर उन्हें निर्देशित करने के लिये उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की थी। अदालत में आज बहस करते हुए राठौड ने कहा कि यह मामला सुशासन का है। चूंकि विधानसभा अध्यक्ष पिछले 90 दिनों से इस मुद्दे पर डटे हुए हैं और अभी तक कोई फैसला नहीं आया है, इसलिए अदालत का इस मामले में दखल देना जरूरी है। न्यायमूर्ति एमएम श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति विनोद कुमार बहरवानी की खंडपीठ ने विधानसभा अध्यक्ष को नोटिस जारी किया।

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उल्लेखनीय है कि 25 सितंबर को विधानसभा के 90 से अधिक कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री के रूप में गहलोत के उत्तराधिकारी का नाम तय करने के लिए बुलाई गई विधायक दल की बैठक का विरोध करते हुए विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के नामांकन में अशोक गहलोत सबसे आगे थे। नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया के नेतृत्व में भाजपा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल भी 18 अक्टूबर को मामले में विधानसभा अध्यक्ष से मिला था और मंत्रियों सहित कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करने का अनुरोध किया था।