Mainpuri Bye Election 2022 अधिकार सेना के संयोजक अमिताभ ठाकुर ने उतारा प्रत्याशी

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Mainpuri Bye Election 2022
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 09:29 AM
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Mainpuri Bye Election 2022:  मैनपुरी संसदीय सीट के उपचुनाव में पूर्व आईपीएस एवं अधिकार सेना के संयोजक अमिताभ ठाकुर की पार्टी भी मैदान में उतरेगी। अमिताभ ठाकुर ने शनिवार को प्रत्याशी के नाम का एलान कर दिया। उन्होंने सैफई निवासी रौली यादव को उम्मीदवार बनाया है। सांसद मुलायम सिंह यादव के निधनोपरान्त खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर इन दिनों नामांकन प्रक्रिया चल रही है।

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संयोजक अधिकार सेना अमिताभ ठाकुर शनिवार को मैनपुरी में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ताधारी भाजपा जो खुद को डबल इंजन की पार्टी कहती है। मेरी नजर में वह ट्रिपल इंजन की पार्टी है। भाजपा हर व्यवस्था का अपने फायदे के लिए अनुचित प्रयोग करने में माहिर है।

उन्होंने उप चुनाव में भी गड़बड़ी की आशंका जताई। बताते चले  कि मैनपुरी सीट पर पांच दिसंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा ने अभी अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है। सपा ने डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाया है। वहीं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने रमाकांत कश्यप को प्रत्याशी बनाया है। रमाकांत कश्यप इटावा के रहने वाले हैं। अभी किसी भी प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल नहीं किया है।

Painful Real Story पिता और भाई करते रहे दुष्कर्म, मां भी बोली कोई हर्ज नहीं

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Painful Real Story पिता और भाई करते रहे दुष्कर्म, मां भी बोली कोई हर्ज नहीं

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Painful Real Story
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 09:49 PM
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Painful Real Story: उत्तर प्रदेश से एक लड़की की ऐसी दर्दभरी कहानी सामने आई है। यूपी में योगी की सरकार में बेटियों की सुरक्षा का दावा किया जाता है। लेकिन इस लड़की की दर्दभरी दास्तां सुनकर आप भी यही कहेंगे कि बेटी बाहर ही नहीं, घर में भी सुरक्षित नहीं है। उत्तर प्रदेश में एक बेटी की इज्जत को उसके घर में ही तार तार किया गया। इस बेटी की इज्जत के साथ खिलवाड़ करने वाले कोई और नहीं, बल्कि उसका पिता और भाई है। हैरत की बात तो यह है कि मां ने अपने पिता के साथ सोने में कोई हर्ज नहीं है, की बात कहकर उसका कोई साथ नहीं दिया।  इस पीड़िता ने अब 12 दिन पहले एक बच्चे को जन्म दिया है।

Painful Real Story

मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी से जुड़ा है। यहां पर रहने वाली एक किशोरी के साथ उसके पिता और भाई पिछले सात साल से दुष्कर्म करते आ रहे थे। इस दौरान वह सात बार गर्भवती भी हुई। जब भी वह गर्भवती होती तो मां उसका गर्भपात करा देती। जब पीड़िता की सहनशक्ति जवाब दे गई तो उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई। मुख्यमंत्री ने तुरंत आरोपियों को जेल में डालने का आदेश दे दिया। जिसके बाद 12 दिन पहले बच्चे को जन्म दिया। पीड़िता को अब एक सामाजिक संस्थान ने अपना लिया।

जानकारी के अनुसार, नाबालिग किशोरी अपनी नानी के घर पर रह कर पढ़ाई करती थी। 2004 में वह हाईस्कूल पास कर अपने माता पिता के पास पहुंची तो उसकी ​खुशी का ठिकाना नहीं था। उसने सोचा था कि अब उसे माता पिता और भाईयों का प्यार मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। माता पिता का प्यार तो नहीं मिला, बल्कि पिता और भाई की हवस का शिकार अवश्य होना पड़ा।

एक दिन नाबालिग के पिता ने उसे अपने पास बुलाते हुए कहा कि उसके ऊपर बुरा साया है। जब वह नाबालिग के साथ संपर्क बनाएगा तो साया उसे छोड़ देगा। जब पीड़िता ने पिता की बात नहीं मानी तो उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी गई। इतने से भी जब पीड़िता के पिता का मन नहीं भरा तो उसने थोड़ी देर बाद आकर नाबालिग के कपड़े फाड़ दिए और फिर उसके साथ गलत काम किया। इस दौरान वह कमरे में पड़ी रोती रही। इसके बाद पीड़िता ने पूरी घटना अपनी मां को बताई तो उसकी मां का ने जवाब दिया कि तुम्हारे पिता ने ही तो किया है, जो हुआ उसे भूल जाओ। इसके बाद उसकी मां खुद उसे पिता के पास भेजने लगी। हर रोज लड़की के साथ गलत काम किया जाता था। इस बीच वह गर्भवती हुई तो उसका गर्भपात करवा दिया गया। फिर पीड़िता ने अपने बड़े भाई को सारी घटना बताई।

पीड़िता को उम्मीद थी कि उसका भाई उसके लिए आवाज उठाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भाई ने मदद करने के बजाय खुद पीड़िता के साथ दुष्कर्म करने लगा। मां-पिता, भाई सब इसमें शामिल थे। वहीं छोटे भाई की उम्र काफी कम थी। जब पीड़िता ने अपनी नानी और मामा को घटना के बारे में बताने की कोशिश की तो घर वाले छोटे भाई को जान से मारने की धमकी देने लगे। इस बीच कई बार पीड़िता का गर्भपात कराया गया। लेकिन उसके पिता ने दुष्कर्म करना बंद नहीं किया। वर्ष 2012 तक कई बार गर्भपात होने के कारण उसकी तबीयत खराब रहने लगी। जब पीड़िता की मां उसे डॉक्टर के पास लेकर गई तो पता चला कि गर्म दवाईयों के कारण किडनी और लिवर में इन्फेक्शन हो गया है। जब मां ने यह बात पिता को बताई तो वह बोले कि अगर वह मर जाती है तो घर के आंगन में गाड़ देंगे और किसी को कुछ पता भी नहीं चलेगा।

पीड़िता की तकलीफ हर रोज बढ़ती जा रही थी। उसके घरवालों ने उसका इलाज भी नहीं कराया। इसके बाद पीड़िता सीएम के पास पहुंच गई। वहीं सीएम के आदेश के बाद पुलिस ने पिता, भाई और मां को गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता के अपराधियों को सजा तो मिल गई लेकिन अब उसका सहारा बनने के लिए कोई तैयार नहीं था। इसके बाद रेप पीड़िताओं को सहारा देने वाली एक संस्थान ने उसे सहारा दिया। विनीता और आशीष श्रीवास्तव मिलकर 13 साल से इस संस्थान को चला रहे हैं। विनीता ने बताया कि उनके पास कई ऐसी बच्चियां हैं जिनके साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं होती हैं। अपराध ना होने के बाद भी उनके अपने उन्हें अपनाने से इंकार कर देते हैं। ऐसे में वह 18 साल तक बच्चियों को अपने पास रखने के बाद उन्हें कानूनन दूसरी संस्थान को सौंप देते हैं।

CM Yogi Adityath सोशल मीडिया पर योगी बने सबसे लोकप्रिय नेता, राहुल अखिलेश पीछे

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CM Yogi Adityath सोशल मीडिया पर योगी बने सबसे लोकप्रिय नेता, राहुल अखिलेश पीछे

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 02:57 AM
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CM Yogi Adityath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोशल मीडिया पर सबसे लोकप्रिय नेता बन गए हैं। वह पीएमओ के बाद दूसरे स्थान पर हैं। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सोशल मीडिया पर उन्होंने अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, यहां तक कि शरद पंवार को भी पीछे छोड़ दिया है। योगी आदित्यनाथ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने 8 मिलियन फॉलोवर्स का आंकड़ा पार कर लिया है।

CM Yogi Adityath

माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर फॉलोअर्स की संख्या के मामले में सीएम योगी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भी पीछे छोड़ दिया है। यूपी के पूर्व सीएम और मुख्य विपक्षी नेता अखिलेश यादव के ट्विटर पर 1.76 करोड़ फॉलोवर्स हैं। सीएम योगी ने तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मुख्यमंत्रियों, विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं समेत अन्य नेताओं को पीछे छोड़ दिया है। आपको बता दें कि सीएम के फॉलोवर्स की संख्या मायावती से 7 गुणा और प्रियंका गांधी वाड्रा से चार गुणा ज्यादा है। वहीं अगर अन्य राज्यों के नेताओं में भी कोई ऐसा नहीं है जो ट्विटर पर सीएम योगी के आसपास भी हो। वहीं बंगाल की ममता बनर्जी से तीन गुना तो उद्धव ठाकरे 15 गुणा ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

इसके अलावा सीएम योगी का कू एप पर भी अकाउंट है। कू एप पर उनके करीब 60 लाख फॉलोवर्स हैं। इस हैंडल पर प्रतिदिन औसतन 6 पोस्ट किए जाते हैं। अगर एप मैनजमेंट की मानें तो 28 राज्यों और 70 से ज्यादा देशों के लोग सीएम योगी को फॉलो करते हैं। कोई भी नेता या अभिनेता लोकप्रियता के मामले में उनके आसपास भी नहीं है। ट्विटर और कू एप के अलावा फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया एप पर भी सीएम योगी की काफी लोकप्रियता है। वहीं फेसबुक पर 73 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और कू समेत सभी बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सीएम योगी सक्रिय रहते हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि सीएम योगी के सोशल मीडिया पर जितने भी फॉलोवर्स हैं। वह सभी ऑर्गेनिक हैं। फॉलोवर्स बढ़ाने के लिए कोई पेड प्रमोशन नहीं किया जाता है। सोशल मीडिया पर लोगों से बातचीत करने के लिए आमतोर पर हिंदी भाषा का उपयोग किया जाता है। वहीं कभी-कभी अन्य भाषाओं में भी पोस्ट देखने को मिल जाती हैं। काशी-तमिल समागम को लेकर सीएम योगी के सोशल मीडिया हैंडल पर तमिल भाषा में कुछ ट्वीट किए गए थे। लोगों तक अपना संदेश पहुंचाने की यही कला उन्हें लोकप्रियता के शिखर पर ले जाती है।

International News : चमत्कार कर धरती पर लौट आया मानवरहित अंतरिक्ष विमान

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