पति नहीं खिलाता था मोमोज, पत्नी ने बुला ली पुलिस

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UP News
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calendar02 Dec 2025 03:08 AM
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UP News : उत्तर प्रदेश के आगरा में पति पत्नी के बीच एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश के आगरा में एक दंपति के बीच जो विवाद हुआ है, शायद उसे सुनने के बाद हर कोई हैरान रह जाए। दरअसल ताज नगरी आगरा में एक दंपति के बीच झगड़े की वजह मोमोज बन गया। इतना ही नहीं मोमोज नहीं मिलने पर पत्नी ने उत्तर प्रदेश पुलिस कंट्रोल रूम में फोन करके अपने पति की शिकायत भी कर दी।

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दरअसल उत्तर प्रदेश के आगरा में एक महिला ने अपने पति से बाजार से मोमोज लाने के लिए कहा था। पति के मोमोज नहीं लाने पर दंपति में विवाद शुरु हो गया। इतना ही नहीं दोनों के बीच हुआ ये विवाद पुलिस तक पहुंच गया। पत्नी की शिकायत के बाद दंपति को थाने तक जाना पड़ा।

परिवार परामर्श केंद्र में पहुंचा मामला

मिली जानकारी के अनुसर उत्तर प्रदेश के आगरा में मोमोज नहीं लाने पर पत्नी ने कॉल कर पुलिस से अपने पति की शिकायत कर दी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने इस मामले को परिवार परामर्श केंद्र को ट्रांसफर कर दिया। जिसके बाद परिवार परामर्श केंद्र के अधिकारियों ने दोनों पति-पत्नी के बीच मोमोज को लेकर हुए इस विवाद सुलझाने के लिए उन्हें थाने बुलाया। परिवार परामर्श केंद्र में काउंसलिंग के बाद अधिकारियों ने दोनों पति-पत्नी के बीच समझौता करा दिया है। आपको बता दें कि समझौते के तहत पति ने हफ्ते में दो बार अपनी पत्नी को मोमोज खिलाने का वादा किया। जिसके बाद दोनों पति पत्नी के बीच विवाद खत्म हो गया।

आठ महीने पहले की थी शादी

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के मलपुरा की रहने वाली युवती की शादी 8 माह पूर्व पिनाहट के युवक से हुई थी। पति निजी फैक्ट्री में जूता बनाने का काम करता है। काउंसलिंग के दौरान पत्नी ने बताया कि उसे खाने में मोमोज बहुत अधिक पसंद हैं। रोजाना शाम को खाना खाने से पहले मोमोज खाने का मन करता है। पति का यह बात शादी के बाद बता दी थी। कुछ दिन पति ने ध्यान रखा पर बाद में मोमोज लाना बंद कर दिया। कई बार पति से इसको लेकर झगड़ा हुआ पर फिर भी वो उसका ख्याल नहीं रख रहा है। परेशान होकर वो दो महीने पहले ससुराल से मायके चली आई। वहीं पति का कहना था कि फैक्ट्री से लौटते समय देर होने पर मोमोज नहीं मिलते हैं। कभी-कभी जल्दबाजी में भी भूल हो जाती है। आगे से कुछ भी हो जाए रोज मोमोज लेकर ही घर आउंगा। शर्त मानने पर दोनों समझौता कर साथ रहने को तैयार हो गए।

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50 वर्षों के लिए मेगा प्लान, इन चार शहरों में नहीं होगा ट्रैफिक जाम

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Noida News 
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Feb 2024 10:42 PM
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उत्तर प्रदेश के नोएडा सहित 4 जिलों में भविष्य में बढ़ती आबादी के चलते नोएडा व इन जिलों में वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक न लगे इसके लिए आने वाले 50 वर्षों के लिए मेगा प्लान तैयार किया गया है। कंप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (Comprehensive Mobility Plan) योजना के तहत नोएडा (गौतमबुद्धनगर), गाजियाबाद, बुलंदशहर तथा हापुड़ के लिए यह प्लान कारगर साबित होगा। यह कार्य किस कंपनी को दिया जाएगा इसका पता अगले सप्ताह तक पता चल जाएगा। यह व्यवस्था आगामी 50 वर्षों के लिए की जा रही है ताकि दिल्ली-एनसीआर के चार जिलों में यातायात जाम की समस्या से जूझना न पड़े। इसकी पहल नोएडा प्राधिकरण ने की है। दरअसल नोएडा, ग्रेटर-नोएडा और यमुना विकास प्राधिकरण ने अकेले ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में करीब 2 लाख करोड़ के निवेश का ग्राउंड तैयार किया है। यहां आने वाली कंपनियों को बेहतर इंफ्रा स्ट्रक्चर के साथ बेहतर रोड कनेक्टिविटी भी दी जानी है। ये रोड कनेक्टिविटी दिल्ली को जोड़ते हुए होनी चाहिए। इसलिए सलाहकार कंपनी इसी दिशा में अपना प्लान तैयार करेंगी।  इसके लिए दो कंपनियां सामने आई हैं। पहली लार्सन एंड टर्बो (एल एंड टी) तथा दूसरी यूएमटीसी (अर्बन मॉस टांजिस्ट कंपनी)। दोनों कंपनियों में से किसी कंपनी का चयन तीनों प्राधिकरण के सीईओ मिलकर करेंगे। इसके बाद प्लान तैयार किया जाएगा।  शासन की ओर से इसे अप्रूवल मिलेगा। इस प्लान को सभी जिले और प्राधिकरण अपने-अपने क्षेत्र में लागू करेंगे। इसमें सडक़ों की चौड़ाई बढ़ाने से लेकर नए फ्लाईओवर, बॉटलनेक और ट्रांसपोटेशन को ध्यान में रखा जाएगा। प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने बताया कि सीएमपी के लिए दो कंपनियां एलएंडटी और यूएमटीसी आई है। तीनों प्राधिकरण के सीईओ की उपस्थिति के बाद निर्णय लिया जाएगा। किसी एक कंपनी को फाइनल किया जाए या फिर से आरएफपी जारी की जाए। इसके बाद प्लान तैयार होगा। इन जिलों को दिल्ली से दी जाएगी कनेक्टविटी 4 जिलों को जाम मुक्त बनाने के लिए रीजनल कांप्रेहेंसिव मोबिलिटी प्लान (CMP) की पहली बैठक 4 महीने पहले नोएडा प्राधिकरण में हुई थी। ये प्लान  नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना विकास, डीएनजीआईआर ( गौतमबुद्ध नगार),  गाजियाबाद, हापुड़ , बुलंदशहर के लिए बनाया जा रहा है। इन शहरों की कनेक्टिविटी राजधानी दिल्ली से बेहतर हो इस पर फोकस किया जाएगा। आरएफपी के तहत ये कंपनियां आई है। 3 महीने में देना होगा प्लान इस रीजनल प्लान में हापुड़ और गाजियाबाद को भी जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि लोकल स्तर पर भी कई मोबिलिटी प्लान है। सलाहकार कंपनी इन क्षेत्रीय प्लान का अध्ययन करेगी और उसमें दिए गए बेहतर प्लान या सुझाव को वो अपनी डीपीआर में शामिल करेगी। इसके लिए सलाहकार कंपनी को अधिकतम डेढ़ साल का समय दिया जाएगा। लेकिन प्राथमिक प्लान उसे तीन महीने में ही देना होगा। जिस पर एक रिपोर्ट तैयार कर हम शासन को भेजेंगे। इन 9 पाइंट पर बनेगा रीजनल प्लान सबसे पहले सलाहकार कंपनी तीनों शहर के लोकल प्राधिकरण के प्लानिंग सेल से बात करेगी और विजिट करके शहरी और ग्रामीण इलाकों की एक ब्रीफ तैयार करेगी। जिसमें लोकेशन, लैंड एरिया, रोड नेटवर्क, रीजनल इकोनॉमिक, स्ट्रक्चर उपलब्धता को शामिल किया जाएगा। सभी प्रकार की डेटा एनालिसिस रिपोर्ट को एकत्रित करना जिसमें यहां सामाजिक परिवेश, रजिस्टर्ड वाहनों की संख्या और ट्रांसपोर्ट नेटवर्क, अर्बन ट्रांसपोर्ट नियम, रीजनल ट्रांसपोर्ट पॉलिसी, नेशनल और स्टेट रूल, सडक़ हादसे, लैंड यूज, मेप शामिल है। सर्वे प्लान तैयार किया जाएगा इसके बाद हित धारक, पब्लिक और अन्य लोगों से इस सर्वे प्लान पर बातचीत की जाएगी। फिर डिटेल सर्वे होगा जिसमें यहां निर्मित इमारतों की संख्या, ट्रैफिक, रोड पर स्पीड, पार्किंग, पेडेस्ट्रेन का डाटा लेकर ग्राउंड रिपोर्ट की जाएगी। ये टाइम, कास्ट, कम्फर्ट, सेफ्टी और सिक्योरिटी के लिहाज से तैयार की जाएगी। यहां एक महत्वपूर्ण पाइंट प्रदूषण से संबंधित भी होगा। इसके लिए डीजल, पेट्रोल, एलपीजी और इलेक्ट्रिक का डाटा लेकर ये चेक किया जाएगा कि इसका कितना असर प्लान के अनुसार कम होगा या बढ़ेगा। नोएडा, ग्रेटर-नोएडा और यमुना क्षेत्र में ई-बस चलाने का प्राविधान है। इसे मोबिलिटी प्लान में ही शामिल किया जाएगा। इसके लिए अलग से इन्फ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता होगी। जिसमें एडमिन ब्लाक, चार्जिंग स्टेशन, डिपो, वर्कशॉप आदि। रोड नेटवर्क, इंटर कनेक्टिविटी, पार्किंग उपलब्धता और उसके प्रकार, पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम, पेरा ट्रांजिट सिस्टम, सडक़ों पर ट्रैफिक का भार, ट्रैफिक सेफ्टी को शामिल करते हुए फाइनल ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा। ये फाइनल ड्राफ्ट कंपनी गठित की गई समिति के सामने रखेगी। बोर्ड से अप्रूव होने पर इस पर काम शुरू किया जाएगा। ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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राजा भैया ने साफ कहा- कि किस पार्टी को देंगे वोट, सपा को झटका

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UP Rajya Sabha Election
locationभारत
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calendar02 Dec 2025 04:33 AM
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UP Rajya Sabha Election : उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए समीकरण पल-पल बदल रहे हैं। अब जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के नेता और कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने बड़ा फैसला किया है। राजा भैया ने साफ कर दिया है कि वह राज्यसभा के चुनाव में किस पार्टी के पक्ष में वोट देंगे।

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कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने कहा कि राज्‍यसभा चुनाव में वह बीजेपी का साथ देंगे। उन्‍होंने कहा कि उनकी पार्टी के दोनों वोट एनडीए प्रत्‍याशियों के पक्ष में जाएंगे। राज्‍यसभा चुनाव को लेकर उनसे सपा और बीजेपी के प्रदेश अध्‍यक्ष मुलाकात कर चुके हैं।

राजा भैया ने किया साफ

सोमवार को लोकभवन में वोटिंग से एक दिन पहले हो रही ट्रेनिंग में पहुंचे कुंडा विधायक रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया ने कहा कि उनके दोनों विधायक बीजेपी के प्रत्याशी को वोट करेंगे। भैया ने कहा कि जनसत्‍ता दल का वोट बीजेपी के साथ है। इस दौरान उन्होने कहा कि मुझे 32 साल विधायक रहते हुए हो गए है, इसलिए मुझे मॉक वोटिंग प्रशिक्षण की कोई आवश्‍यकता तो नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के सभी आठों प्रत्याशियों की जीत तय है। इसके अलावा राजा भैया ने कहा कि सोमवार की शाम भारतीय जनता पार्टी नीत एनडीए के डिनर में भी वह शामिल होंगे।

10 सीटों पर उतरे 11 उम्मीदवार

उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों पर 11 उम्‍मीदवार होने की वजह से वोटिंग कराने की नौबत बन गई है। बीजेपी ने 8वें उम्‍मीदवार के रूप में संजय सेठ को उतारकर राज्यसभा चुनाव में खेला कर दिया है। राजा भैया के दो वोटों के लिए सपा और बीजेपी के नेता लगातार प्रयास कर रहे थे। पिछले कुछ दिनों के भीतर सपा के प्रदेश अध्‍यक्ष नरेश उत्‍तम और बीजेपी के प्रदेश अध्‍यक्ष भूपेंद्र चौधरी राजा भैया के घर जाकर उनसे मुलाकात कर चुके हैं। सुभासपा अध्‍यक्ष ओमप्रकाश राजभर भी मिल आए हैं।

क्रॉस वोटिंग से सपा पर पड़ेगा असर

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में सभी 10 सीटों के लिए प्रति राज्यसभा सीट के लिए 37 वोट की जरूरत है। बीजेपी को जहां 8 वोट और चाहिए तो वहीं सपा को 6 वोट की जरुरत है। दावा है कि राजा भैया के साथ बसपा के इकलौते विधायक उमाशंकर सिंह हैं। सपा के साथ कांग्रेस के 2 विधायक हैं। इसके अलावा माना जा रहा है कि कथित तौर पर कुछ विधायक क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं। जिसका सपा पर असर पड़ सकता है। सुभासपा नेता ओपी राजभर ने दावा किया था कि गायत्री प्रजापति की पत्नी महाराजी भी एनडीए प्रत्याशी को वोट करेंगी।

राज्यसभा चुनाव के लिए एनडीए विधायकों की ट्रेनिंग, सीएम योगी करेंगे डिनर

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