नया साल बिहार के युवाओं के लिए जैकपॉट, नीतीश सरकार देगी 3 लाख सरकारी नौकरियां
नया साल 2026 बिहार के युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आ रहा है। नीतीश सरकार अगले तीन महीनों में 3 लाख से अधिक सरकारी पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगी, जानिए पूरी जानकारी।

नया साल 2026 बिहार के लाखों युवाओं के लिए उम्मीद और खुशखबरी लेकर आ रहा है। लंबे समय से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए नीतीश सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार ने बिहार में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए एक व्यापक योजना तैयार की है, जिसके तहत अगले कुछ महीनों में 3 लाख से अधिक सरकारी पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इसे राज्य में अब तक की सबसे बड़ी भर्ती मुहिम माना जा रहा है।
तीन महीने में शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया
सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़े आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बिहार सरकार ने सभी विभागों से रिक्त पदों का ब्योरा मांगा था। अब तक करीब 1.75 लाख खाली पदों की जानकारी सरकार को मिल चुकी है। नए साल की शुरुआत में ही इन पदों को भरने के लिए संबंधित भर्ती आयोगों और संस्थाओं को अनुशंसा भेजी जाएगी। इसके साथ ही लगभग 1.5 लाख पद ऐसे हैं, जिनके लिए पहले ही अनुशंसा भेजी जा चुकी है और उनकी आवेदन प्रक्रिया तथा प्रारंभिक परीक्षाओं की तैयारी अंतिम चरण में है। इस तरह कुल मिलाकर 3 लाख से अधिक पदों पर बहाली का रास्ता साफ हो गया है।
युवाओं के लिए सरकार का बड़ा विजन
नीतीश सरकार का फोकस केवल भर्ती तक सीमित नहीं है, बल्कि युवाओं को लंबे समय तक रोजगार से जोड़ना भी है। सरकार ने अगले पांच वर्षों यानी 2025 से 2030 तक 1 करोड़ युवाओं को नौकरी और स्वरोजगार के अवसर देने का लक्ष्य तय किया है। इसी उद्देश्य से सात निश्चय 3.0 कार्यक्रम के तहत कौशल विकास, रोजगार सृजन और स्वरोजगार को प्राथमिकता दी जा रही है। सरकार का मानना है कि इससे बिहार के युवाओं को अपने ही राज्य में बेहतर भविष्य बनाने का मौका मिलेगा।
31 दिसंबर तक रिक्तियों की अंतिम सूची
राज्य सरकार ने सभी विभागों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे 31 दिसंबर 2025 तक अपने यहां मौजूद सभी रिक्त पदों की अंतिम सूची जमा कर दें। इसके बाद किसी भी स्तर पर देरी को स्वीकार नहीं किया जाएगा। सरकार चाहती है कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह समयबद्ध हो और युवाओं को लंबे समय तक इंतजार न करना पड़े।
जनवरी 2026 में जारी होगा परीक्षा कैलेंडर
जनवरी 2026 में बिहार के विभिन्न भर्ती आयोग पूरे साल का परीक्षा कैलेंडर जारी करेंगे। इस कैलेंडर में परीक्षा की संभावित तिथियां और परिणाम की समयसीमा पहले से तय होगी। इससे अभ्यर्थियों को अपनी तैयारी बेहतर ढंग से करने में मदद मिलेगी और बार-बार तारीख बदलने की समस्या से भी राहत मिलेगी।
पारदर्शिता और समयबद्ध नियुक्ति पर जोर
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और समयबद्ध बनाया जाएगा। विज्ञापन जारी होने से लेकर अंतिम परिणाम घोषित होने तक की पूरी प्रक्रिया एक साल के भीतर पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। शिक्षा, स्वास्थ्य और पुलिस विभागों में सबसे अधिक नियुक्तियां होने की संभावना है। सरकार का यह कदम न केवल बेरोजगारी दर को कम करेगा, बल्कि राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था को भी मजबूत बनाएगा।
बिहार में रोजगार को मिलेगी नई रफ्तार
नीतीश सरकार की यह पहल बिहार के युवाओं के लिए नए अवसरों का द्वार खोलने वाली है। बड़े पैमाने पर होने वाली यह बहाली न सिर्फ युवाओं के सपनों को पूरा करेगी, बल्कि राज्य की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को भी मजबूती देगी। नए साल में शुरू होने वाली यह भर्ती प्रक्रिया सच मायनों में बिहार के युवाओं के लिए एक जैकपॉट साबित हो सकती है।
नया साल 2026 बिहार के लाखों युवाओं के लिए उम्मीद और खुशखबरी लेकर आ रहा है। लंबे समय से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए नीतीश सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार ने बिहार में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए एक व्यापक योजना तैयार की है, जिसके तहत अगले कुछ महीनों में 3 लाख से अधिक सरकारी पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इसे राज्य में अब तक की सबसे बड़ी भर्ती मुहिम माना जा रहा है।
तीन महीने में शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया
सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़े आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बिहार सरकार ने सभी विभागों से रिक्त पदों का ब्योरा मांगा था। अब तक करीब 1.75 लाख खाली पदों की जानकारी सरकार को मिल चुकी है। नए साल की शुरुआत में ही इन पदों को भरने के लिए संबंधित भर्ती आयोगों और संस्थाओं को अनुशंसा भेजी जाएगी। इसके साथ ही लगभग 1.5 लाख पद ऐसे हैं, जिनके लिए पहले ही अनुशंसा भेजी जा चुकी है और उनकी आवेदन प्रक्रिया तथा प्रारंभिक परीक्षाओं की तैयारी अंतिम चरण में है। इस तरह कुल मिलाकर 3 लाख से अधिक पदों पर बहाली का रास्ता साफ हो गया है।
युवाओं के लिए सरकार का बड़ा विजन
नीतीश सरकार का फोकस केवल भर्ती तक सीमित नहीं है, बल्कि युवाओं को लंबे समय तक रोजगार से जोड़ना भी है। सरकार ने अगले पांच वर्षों यानी 2025 से 2030 तक 1 करोड़ युवाओं को नौकरी और स्वरोजगार के अवसर देने का लक्ष्य तय किया है। इसी उद्देश्य से सात निश्चय 3.0 कार्यक्रम के तहत कौशल विकास, रोजगार सृजन और स्वरोजगार को प्राथमिकता दी जा रही है। सरकार का मानना है कि इससे बिहार के युवाओं को अपने ही राज्य में बेहतर भविष्य बनाने का मौका मिलेगा।
31 दिसंबर तक रिक्तियों की अंतिम सूची
राज्य सरकार ने सभी विभागों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे 31 दिसंबर 2025 तक अपने यहां मौजूद सभी रिक्त पदों की अंतिम सूची जमा कर दें। इसके बाद किसी भी स्तर पर देरी को स्वीकार नहीं किया जाएगा। सरकार चाहती है कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह समयबद्ध हो और युवाओं को लंबे समय तक इंतजार न करना पड़े।
जनवरी 2026 में जारी होगा परीक्षा कैलेंडर
जनवरी 2026 में बिहार के विभिन्न भर्ती आयोग पूरे साल का परीक्षा कैलेंडर जारी करेंगे। इस कैलेंडर में परीक्षा की संभावित तिथियां और परिणाम की समयसीमा पहले से तय होगी। इससे अभ्यर्थियों को अपनी तैयारी बेहतर ढंग से करने में मदद मिलेगी और बार-बार तारीख बदलने की समस्या से भी राहत मिलेगी।
पारदर्शिता और समयबद्ध नियुक्ति पर जोर
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और समयबद्ध बनाया जाएगा। विज्ञापन जारी होने से लेकर अंतिम परिणाम घोषित होने तक की पूरी प्रक्रिया एक साल के भीतर पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। शिक्षा, स्वास्थ्य और पुलिस विभागों में सबसे अधिक नियुक्तियां होने की संभावना है। सरकार का यह कदम न केवल बेरोजगारी दर को कम करेगा, बल्कि राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था को भी मजबूत बनाएगा।
बिहार में रोजगार को मिलेगी नई रफ्तार
नीतीश सरकार की यह पहल बिहार के युवाओं के लिए नए अवसरों का द्वार खोलने वाली है। बड़े पैमाने पर होने वाली यह बहाली न सिर्फ युवाओं के सपनों को पूरा करेगी, बल्कि राज्य की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को भी मजबूती देगी। नए साल में शुरू होने वाली यह भर्ती प्रक्रिया सच मायनों में बिहार के युवाओं के लिए एक जैकपॉट साबित हो सकती है।












