Jewar Aiport : ग्रेटर नोएडा के पास स्थापित हो रहे ज़ेवर एयरपोर्ट से बड़ी ख़बर आ रही है । ज़ेवर एयरपोर्ट से आने वाली बड़ी ख़बर यह है कि एशिया के सबसे बड़े ज़ेवर एयरपोर्ट से जल्दी ही हवाई यातायात शुरू हो जाएगा । जेवर एयरपोर्ट से हवाई यातायात शुरू करने के लिए सोमवार ( 9 दिसंबर 2025 )का दिन बहुत महत्वपूर्ण है । सोमवार से ज़ेवर एयरपोर्ट पर उड़ानों के लिए ट्रायल शुरू हो जाएगा । ज़ेवर एयरपोर्ट पर हवाई यातायात का ट्रायल शुरू करने की जानकारी ज़ेवर एयरपोर्ट के निर्माण से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों ने दी है ।अधिकारियों ने बताया कि यह ट्रॉयल 9 दिसंबर से लेकर 15 दिसंबर तक चलेगा ।
सोमवार से शुरू हो जाएगा जेवर एयरपोर्ट पर हवाई सफ़र
आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा के पास जेवर एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है । जेवर एयरपोर्ट पर तैयार हो चुके रनवे का ट्रायल सोमवार से होगा ।यह 3900 मीटर लंबे रनवे का ट्रायल होगा ।सोमवार को सुबह 11 बजे से शुरू होकर दोपहर रनवे पर ट्रायल किया जाएगा । ट्रायल के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का विमान जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरेगा । ट्रायल का काम 9 दिसंबर से लेकर 15 दिसंबर तक चलेगा । जेवर एयरपोर्ट के ट्रायल के बाद कमर्शियल सेवा के लिए डीजीसीए से एरोड्रम लाइसेंस के लिए आवेदन कर दिया जाएगा। जेवर एयरपोर्ट के लिए लिया जाने वाला यह अन्तिम लाइसेंस होगा। बाक़ी सभी लाइसेंस पहले ही लिए जा चुके हैं ।
जेवर एयरपोर्ट से अप्रैल 2025 में विधिवत उड़ान शुरू हो जाएगीं। पहली उड़ान उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लिए होगी। इस उड़ान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य के साथ जेवर क्षेत्र के किसान उड़ान भरेंगे ।
एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा जेवर एयरपोर्ट
आपको बता दें कि जेवर एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा। इतना ही नहीं जेवर एयरपोर्ट दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा शहर की बगल में यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के क्षेत्र में एयरपोर्ट स्थापित हो रहा है। यह एयरपोर्ट भारत ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा। बात पूरे विश्व की करें तो अमरीका के दो एयरपोर्ट तथा सउदी अरब के एयरपोर्ट के बाद जेवर एयरपोर्ट विश्व का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा। जेवर एयरपोर्ट यीडा के क्षेत्र में जेवर तथा उसके आसपास के गांवों की जमीन पर बन रहा है। जेवर एयरपोर्ट कुल पांच हजार हेक्टेयर जमीन पर बन रहा है। भारत के अब तक के बड़े से बड़े एयरपोर्ट की बात करें तो देश की राजधानी में स्थापित इन्दिरा गांधी एयरपोर्ट (IGI) 2066 हेक्टेयर जमीन पर बना हुआ है। नवी मुंबई में बन रहा एक और बड़ा एयरपोर्ट 2320 हेक्टेयर जमीन पर स्थापित हो रहा है। जेवर एयरपोर्ट पर अन्तर्राष्ट्रीय कारगो तथा जहाजों को रिपेयर करने वाला रिपेयर सेंटर भी स्थापित हो रहा है। जेवर एयरपोर्ट को सडक़ मार्ग के द्वारा देश की राजधानी से लेकर पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा लखनऊ से सीधा जोड़ा जा रहा है। इस एयरपोर्ट का रेल मार्ग के द्वारा पूरे देश से जोडऩे की योजना पर भी काम चल रहा है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि जेवर एयरपोर्ट दुनिया का अनोखा एयरपोर्ट बनेगा। यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के CEO डा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट से वर्ष 2050 तक बीस करोड़ यात्री प्रतिवर्ष उड़ान भरा करेंगे। प्रतिवर्ष उड़ान भरने के मामले में जेवर एयरपोर्ट देश के सभी हवाई अड्डे को पीछे छोड़ देगा। अब तक के प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक के सबसे बड़े एयरपोर्ट आईजीआई से प्रतिवर्ष 6 करोड़ यात्री उड़ान भरते हैं। वर्ष 2024 तक आईजीआई से 10 करोड़ यात्री उड़ान भर सकेंगे। उसके बाद इस एयरपोर्ट की क्षमता नहीं बढ़ सकेगी। जेवर एयरपोर्ट से 2050 तक बीस करोड़ यात्री उड़ान भरेंगे। इस प्रकार हर मामले में जेवर एयरपोर्ट अव्वल साबित होगा।