ग्रेटर नोएडा में नकली वायर का काला कारोबार बेनकाब, दुकानदार गिरफ्तार

पल्लव गुप्ता को लगातार सूचना मिल रही थी कि ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना क्षेत्र में डूंडहेड़ा रोड स्थित गब्बर मार्केट की ‘गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स’ नामक दुकान पर पॉलीकैब कंपनी के नाम से नकली तार बेचे जा रहे हैं।

ग्रेटर नोएडा के जेवर में गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान पर छापेमारी करती पुलिस टीम
ग्रेटर नोएडा के जेवर में गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान पर छापेमारी करती पुलिस टीम
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar06 Dec 2025 02:04 PM
bookmark

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के जेवर क्षेत्र में नामी कंपनी पॉलीकैब के नकली बिजली के तार बेचने के मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस ने छापेमारी कर एक इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदार को गिरफ्तार किया है। आरोपी की दुकान से पॉलीकैब ब्रांड के संदिग्ध 58 बंडल बरामद हुए हैं। पूरे मामले में कॉपीराइट एक्ट के तहत थाना जेवर में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

डूंडहेड़ा रोड की गब्बर मार्केट से उठा मामला

सूत्रों के अनुसार, ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में पॉलीकैब के नकली वायर सप्लाई होने की शिकायतें सामने आ रही थीं। इसी कड़ी में रोहिणी (दिल्ली) निवासी पल्लव गुप्ता ने पुलिस से शिकायत की। पल्लव गुप्ता एबीएलएस माइंड कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड में मैनेजर हैं और पॉलिसी इंडिया लिमिटेड कंपनी के अधिकृत प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रहे हैं। पल्लव गुप्ता को लगातार सूचना मिल रही थी कि ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना क्षेत्र में डूंडहेड़ा रोड स्थित गब्बर मार्केट की ‘गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स’ नामक दुकान पर पॉलीकैब कंपनी के नाम से नकली तार बेचे जा रहे हैं।

पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई

सूचना पुख्ता होने पर पल्लव गुप्ता अपनी टीम के साथ ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना पहुंचे और थाना प्रभारी को पूरे मामले से अवगत कराया। पुलिस टीम के साथ संयुक्त छापेमारी के लिए गब्बर मार्केट स्थित गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स पर पहुंचे। दुकान पर मौजूद मालिक हर्ष भाटी से परिचय देने के बाद टीम ने स्टॉक की जांच शुरू की। जांच के दौरान पॉलीकैब कंपनी के नाम से रखे गए बिजली के तारों पर कई गंभीर गड़बड़ियां सामने आईं।

पीएलसी नंबर और कोडिंग से खुली पोल

जांच टीम के अनुसार, जिन बंडलों को जब्त किया गया, उन पर एक ही पीएलसी नंबर अंकित था, जबकि असली पॉलीकैब वायर के हर बंडल पर अलग–अलग पीएलसी नंबर होता है। इसके अलावा बॉक्स पर दिए गए कलर कोड और मैन्युफैक्चरिंग कोड भी कंपनी के मानकों से मेल नहीं खाते पाए गए। संदेह गहराने पर टीम ने बरामद बंडलों को एप ‘प्रोडक्ट सिक्योर’ के जरिए वेरीफाई किया, लेकिन बॉक्स की डीटेल्स सिस्टम में वैध प्रोडक्ट के रूप में मैच नहीं हुईं। इससे साफ हो गया कि ग्रेटर नोएडा के जेवर क्षेत्र में नकली पॉलीकैब वायर की सप्लाई हो रही थी।

कॉपीराइट एक्ट में केस

जांच के बाद दुकान में रखे नकली तारों के कुल 58 बंडल जब्त कर लिए गए। आरोपी दुकानदार हर्ष भाटी के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट समेत संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ग्रेटर नोएडा और आसपास के इलाकों में नकली वायर की ये खेप कहां–कहां सप्लाई की गई और इसके पीछे पूरा नेटवर्क कौन चला रहा था। Greater Noida News

संबंधित खबरें

अगली खबर पढ़ें

बैंको से 100 करोड़ की धोखाधड़ी, यूपी, उत्तराखंड और दिल्ली के बिल्डरों से साठ- गाँठ

यानी फर्जी या कमजोर प्रोफाइल वाले लोगों के नाम पर लोन स्वीकृत कराकर बिल्डर प्रोजेक्ट्स में पैसा घुमाया जा रहा था। ग्रेटर नोएडा और उसके आसपास के इलाकों में इस रैकेट के जरिए करोड़ों रुपये का फर्जी वित्तीय नेटवर्क खड़ा किया गया था।

ग्रेटर नोएडा में फर्जी लोन गैंग पर STF का शिकंजा
ग्रेटर नोएडा में फर्जी लोन गैंग पर STF का शिकंजा, करोड़ों की ठगी का खुलासा
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar05 Dec 2025 03:17 PM
bookmark

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में एक ऐसे शातिर गैंग का खुलासा हुआ है जिसने देश के 10 बड़े बैंकों को 100 करोड रुपए से अधिक का चूना लगाया है बैंकों से फर्जी लोन करने वाले गैंग के 8 सदस्यों को नोएडा एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। गैंग फर्जी दस्तावेजों के जरिए बैंकों से फर्जी होम लोन व पर्सनल लोन करता था

ग्रेटर नोएडा से चलता था फर्जी होम लोन और प्रोफाइल फंडिंग रैकेट

STF नोएडा के अधिकारियों के अनुसार, यह गैंग ग्रेटर नोएडा समेत कई शहरों में फर्जी प्रोफाइल बनाकर काम करता था। कूटरचित दस्तावेजों की मदद से ये लोग फ्लैट और मकानों पर होम लोन और पर्सनल लोन स्वीकृत करवाते थे। लोन जारी होते ही फर्जी उधारकर्ता गायब हो जाते थे, जबकि EMI चुकाने के नाम पर बैंक के खाते NPA में चले जाते थे। इसी के साथ यह गिरोह चंडीगढ़, उत्तराखंड, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई बिल्डर्स के साथ मिलीभगत कर बड़े स्तर पर प्रोफाइल फंडिंग भी करा रहा था। यानी फर्जी या कमजोर प्रोफाइल वाले लोगों के नाम पर लोन स्वीकृत कराकर बिल्डर प्रोजेक्ट्स में पैसा घुमाया जा रहा था। ग्रेटर नोएडा और उसके आसपास के इलाकों में इस रैकेट के जरिए करोड़ों रुपये का फर्जी वित्तीय नेटवर्क खड़ा किया गया था।

STF नोएडा के हत्थे चढ़े गैंग के 8 सदस्य

छापेमारी के बाद STF नोएडा ने गैंग के कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें गिरोह का सरगना भी शामिल है। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान रामकुमार पुत्र अतर सिंह, निवासी 567, प्रथम तल, लेन नंबर–9, शक्ति खंड, इंद्रापुरम, गाज़ियाबाद,नितिन जैन पुत्र विनोद जैन, निवासी 1/101-01, गली नंबर–3, वेस्ट गोरख पार्क, थाना शाहदरा, दिल्ली

मो. वसी पुत्र स्व. अयूब अंसारी, मूल निवासी ग्राम चंदेल, थाना चांडेल, जिला सरायकेला खरसावां, झारखंड, वर्तमान में फ्लैट नंबर 1003A, हैप्पीनेस टावर, सिक्का कार्मिक ग्रीन, सेक्टर-78, नोएडा,शमशाद आलम पुत्र वाजुलहक, मूल निवासी फुलवरिया, थाना ढाका, जिला पूर्वी चंपारण, बिहार,इंद्रकुमार कर्माकर पुत्र कालीराम कर्माकर, निवासी मकान नंबर 956, C-2 ब्लॉक, पालम विहार, गुरुग्राम, हरियाणा,अनुज यादव पुत्र राममूर्ति यादव, निवासी 1273, राजीव कॉलोनी, मोहन नगर, थाना साहिबाबाद, गाज़ियाबाद,अशोक कुमार उर्फ दीपक जैन उर्फ रिंकी पुत्र जगदीश लाल, निवासी मकान नंबर WZ-145, वेस्ट पटेल नगर, दिल्ली,ताहिर हुसैन पुत्र ईदे खां, निवासी कस्बा गवां, जामा मस्जिद के पीछे, थाना रजपुरा, जिला सम्भल, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है।  पुलिस का कहना है कि ये सभी अलग–अलग राज्यों में फैले नेटवर्क के जरिए ग्रेटर नोएडा और नोएडा को फर्जी लोन सिंडिकेट का बड़ा ऑपरेशन सेंटर बनाकर काम कर रहे थे छापेमारी के दौरान STF नोएडा की टीम ने आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में संदिग्ध और फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं, जिनमें –126 पासबुक और चेकबुक,170 डेबिट कार्ड,45 आधार कार्ड,27 पैन कार्ड,15 अलग–अलग ID कार्ड,5 निर्वाचन आयोग के पहचान पत्र (EPIC),26 मोबाइल फोन,3 लैपटॉप,3 गाड़ियां, होम लोन और पर्सनल लोन से संबंधित दस्तावेज, रजिस्ट्रियां और अन्य कागजातशुरुआती जांच में सामने आया है कि इन दस्तावेजों का इस्तेमाल ग्रेटर नोएडा, नोएडा, दिल्ली–NCR और अन्य राज्यों में लोन फर्जीवाड़े के लिए किया जा रहा था।

220 बैंक अकाउंट फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू

STF नोएडा ने जांच के दौरान ऐसे 220 बैंक खातों का पता लगाया है, जिनका संबंध इस गैंग से जुड़ी फर्जी लोन और प्रोफाइल फंडिंग गतिविधियों से बताया जा रहा है। इन सभी खातों को फ्रीज कराने के लिए संबंधित बैंकों और एजेंसियों को पत्राचार किया गया है, ताकि आगे किसी प्रकार का लेनदेन न हो सके। अधिकारियों का कहना है कि ग्रेटर नोएडा से बेनकाब हुआ यह गिरोह एक इंटर–स्टेट फाइनेंशियल क्राइम नेटवर्क की तरह काम कर रहा था, जो बैंकों, बिल्डर्स और आम लोगों को निशाना बना रहा था। गैंग के अंतरराज्यीय लिंक, बिल्डर संपर्क और बैंक कर्मचारियों से संभावित सांठ–गांठ की दिशा में भी जांच आगे बढ़ाई जा रही है। Greater Noida News

संबंधित खबरें

अगली खबर पढ़ें

ग्रेटर नोएडा में प्लॉट पर कब्जे को लेकर फायरिंग, मजदूर के पैर में लगी गोली

आरोप है कि पिता–पुत्र ने उसी समय फोन कर अपने साथियों को बुला लिया। कुछ ही समय बाद ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में चलने वाली ब्लैक रंग की स्कॉर्पियो में सवार होकर राहुल निवासी चचूरा और अरुण केडी निवासी इमलिया गांव वहां पहुंच गए। गाड़ी से उतरते ही आरोपियों ने माहौल बिगाड़ते हुए पिस्टल निकाल ली।

ग्रेटर नोएडा के निर्माणाधीन प्लॉट पर ताबड़तोड़ फायरिंग, घायल हुआ मजदूर
ग्रेटर नोएडा के निर्माणाधीन प्लॉट पर ताबड़तोड़ फायरिंग, घायल हुआ मजदूर
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar04 Dec 2025 04:48 PM
bookmark

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के बिलासपुर रोड पर प्लॉट पर कब्जे के विवाद ने बुधवार को खतरनाक मोड़ ले लिया। दिनदहाड़े कुछ लोगों ने निर्माणाधीन प्लॉट पर पहुंचकर फायरिंग कर दी, जिसमें वहां काम कर रहा एक मजदूर पैर में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। वारदात के बाद आसपास के इलाके में अफरा–तफरी मच गई। ग्रेटर नोएडा की थाना दनकौर पुलिस ने मामले में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी तीन की तलाश जारी है।

ग्रेटर नोएडा के बिलासपुर रोड पर चल रहा था नींव भरने का काम

ग्राम ननुआ का राजपुर निवासी राकेश कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका ग्रेटर नोएडा के बिलासपुर रोड पर किसान आदर्श इंटर कॉलेज के पास एक प्लॉट है। 3 दिसंबर को वह अपने भाई पवन और भतीजे आर्यन के साथ प्लॉट की नींव भरवाने का काम करवा रहा था। इसी दौरान सुबह करीब 10:30 बजे मोहल्ला प्रेमपुरी निवासी सुनीत अपने बेटे ईशु उर्फ विवेक मांगलिक के साथ मौके पर पहुंचा। दोनों ने प्लॉट को अपना बताते हुए निर्माण कार्य रुकवा दिया और आपत्ति जतानी शुरू कर दी। राकेश के मुताबिक उसने सुनीत और ईशु से प्लॉट के कागजात दिखाने को कहा, तो दोनों गाली–गलौज पर उतर आए। आरोप है कि पिता–पुत्र ने उसी समय फोन कर अपने साथियों को बुला लिया। कुछ ही समय बाद ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में चलने वाली ब्लैक रंग की स्कॉर्पियो में सवार होकर राहुल निवासी चचूरा और अरुण केडी निवासी इमलिया गांव वहां पहुंच गए। गाड़ी से उतरते ही आरोपियों ने माहौल बिगाड़ते हुए पिस्टल निकाल ली।

स्कॉर्पियो से उतरते ही शुरू हुई फायरिंग

तहरीर के अनुसार, राहुल और उसके साथियों ने आते ही प्लॉट पर खड़े लोगों को धमकाते हुए फायरिंग शुरू कर दी। आरोपियों द्वारा चलाई गई गोलियों में से एक गोली प्लॉट पर काम कर रहे मजदूर अमित के पैर में जा लगी। गोली लगते ही अमित जमीन पर गिर पड़ा और ग्रेटर नोएडा के इस हिस्से में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। राकेश का कहना है कि उसने और उसके परिजनों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। फायरिंग के बीच आसपास के लोग भी सहम गए और कई देर तक इलाके में दहशत का माहौल बना रहा।

घायल को डाढ़ा अस्पताल ले जाया गया

पीड़ित के अनुसार, जाते–जाते आरोपियों ने धमकी दी कि भविष्य में प्लॉट पर दोबारा काम शुरू किया तो परिणाम गंभीर होंगे। इसके बाद चारों आरोपी अपनी स्कॉर्पियो में सवार होकर ग्रेटर नोएडा क्षेत्र से फरार हो गए। घटना के बाद राकेश और उसके परिजनों ने घायल मजदूर अमित को डाढ़ा स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया और थाना दनकौर पुलिस को सूचना दी। फिलहाल अमित का इलाज चल रहा है। थाना दनकौर प्रभारी ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर सुनीत, ईशु उर्फ विवेक मांगलिक, अरुण केडी और राहुल के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। ग्रेटर नोएडा पुलिस की टीम ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य तीन की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। Greater Noida News

संबंधित खबरें