Greater Noida News : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) के निर्माण के साथ-साथ, एयरपोर्ट के 150 किमी के दायरे में 24 जिलों को कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए 200 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा। यह कदम यमुना प्राधिकरण द्वारा उठाया जा रहा है ताकि एयरपोर्ट तक पहुंचने की सुविधा सुगम हो सके, खासकर तब जब रेल या मेट्रो जैसी सुविधाएं स्थापित होने में समय लगेगा। इन ई-बसों का संचालन दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के 24 जिलों के बीच होगा, जो नियमित रूप से हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट तक सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
यमुना प्राधिकरण की विशेष योजना
एयरपोर्ट के उद्घाटन से पहले यमुना प्राधिकरण ने एक विशेष योजना तैयार की है, जिसके तहत यह ई-बस सेवा पूरी तरह से कार्यात्मक हो जाएगी। इसका उद्देश्य यात्रियों को बिना किसी समस्या के एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए एक सुरक्षित और किफायती साधन उपलब्ध कराना है। खासकर तब जब रैपिड रेल, मेट्रो या अन्य रेलवे नेटवर्क के निर्माण में समय लगने की संभावना है, ऐसे में ये इलेक्ट्रिक बसें यात्रियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प होंगी। यह योजना चार राज्यों – दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के 24 जिलों को जोड़ने वाली है। इन बसों का संचालन 24 घंटे किया जाएगा, जिससे यात्रियों को हर समय एयरपोर्ट तक पहुंचने की सुविधा मिलेगी। एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद, इन बसों के संचालन से यात्रियों को एक सीधी, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल यात्रा का अनुभव मिलेगा।
23 दिसंबर को की जाएगी स्तरीय बैठक आयोजित
इस योजना की कार्यान्वयन प्रक्रिया को तेज करने के लिए 23 दिसंबर 2024 को एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें संबंधित अधिकारियों और कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस बैठक में प्रस्तावों की समीक्षा की जाएगी और बसों के संचालन के लिए अंतिम निर्णय लिया जाएगा। कंपनियों को इसके लिए 23 दिसंबर तक अपना प्रस्ताव प्रस्तुत करने का समय दिया गया है, जिसके बाद प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) के सर्वे के अनुसार, एयरपोर्ट के 150 किमी के दायरे में आने वाले 24 जिले हैं, जिनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के जिले शामिल हैं।
ये जिले हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण कनेक्शन प्वाइंट होंगे। एयरपोर्ट के लिए इलेक्ट्रिक बसों से सीधी कनेक्टिविटी देने वाले प्रमुख जिले कुछ इस प्रकार है- दिल्ली (गुड़गांव, फरीदाबाद), हरियाणा (झज्जर, रेवाड़ी, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, करनाल, पलवल, मेवात (नूह), भिवानी, महेंद्रगढ़), उत्तर प्रदेश (मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हापुड़, शामली, बागपत, मुजफ्फरनगर, मथुरा, हाथरस), राजस्थान (भरतपुर)। इन जिलों से यात्रियों को एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई ई-बसों का उपयोग किया जाएगा। यह बसें समय की पाबंदी और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करेंगी, जिससे यात्रियों का सफर और भी आसान हो जाएगा।
कमर्शियल फ्लाइट्स का संचालन
ऐसा अनुमान है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अप्रैल 2025 से कमर्शियल फ्लाइट्स का संचालन शुरू हो जाएगा। ट्रायल लैंडिंग 9 दिसंबर 2024 को सफलतापूर्वक पूरी हो चुकी है और अब एयरपोर्ट को पूरी तरह से तैयार किया जा रहा है। जब एयरपोर्ट के लिए प्रमुख रेल और मेट्रो कनेक्टिविटी तैयार नहीं होगी, तब तक यह इलेक्ट्रिक बसें यात्रियों के लिए मुख्य परिवहन का साधन बनेंगी। इस योजना का लक्ष्य यात्रियों को एक पर्यावरण-friendly, किफायती और सुरक्षित यात्रा विकल्प देना है, जो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए आवश्यक कनेक्टिविटी की खामी को पूरा करेगा। Greater Noida News
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