Stock Market: शेयर बाजार की शुरुआत में हुई बढ़त, सेंसेक्स ने 212 अंक की लगाई छलांग
Stock Market
भारत
चेतना मंच
16 Aug 2022 03:40 PM
नई दिल्ली: ग्लोबल मार्केट (Stock Market) से शानदार संकेत मिलने के बाद बेहतर नतीजों के साथ मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में तेजी होना शुरू हो चुकी है। कारोबारी सत्र शुरू होने के साथ में 30 अंक वाला सेंसेक्स और 50 अंक वाला निफ्टी दोनों ही हरे निशान पर पहुंचकर कारोबार कर रहा था। कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स 212.34 अंक बढ़ने के बाद 59,675.12 के स्तर पर पहुंचकर खुल गया था।
शुरुआती कारोबार में देखा जाए तो सेंसेक्स 300 अंक से ज्यादा की तेजी करने के बाद 59,802.67 के स्तर पर बना हुआ है। वहीं, निफ्टी करीब 100 अंक चढ़कर 17,797.20 अंक पर खुल गया था।
कारोबार (Stock Market) की शुरुआत में देखा जाए तो सेंसेक्स के 30 में से 25 शेयर हरे निशान के बाद कारोबार शुरू हो गया था। दूसरी तरफ निफ्टी के टॉप गेनर्स में Mahindra & Mahindra, ADANI PORTS, EICHER MOTORS, NESTLE INDIA और ASIAN PAINT को शामिल किया गया है। वहीं, टॉप लूजर्स में GRASIM, HINDALCO, ONGC, TATA STEEL और JSW STEEL पहुंच गया है।
ग्लोबल मार्केट में कैसा रहा हाल
हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन देखा जाए तो ग्लोबल मार्केट से अच्छे संकेत मिलना शुरू हो गई हैं। शानदार तेजी के साथ अमेरिकी बाजार साढ़े तीन महीने की ऊंचाई पर पहुंचकर कारोबार कर रहा है। दिन के निचले स्तर से डाओ 300 अंक संभलने के बाद 150 अंक और नैस्डैक करीब 100 अंक की तेजी करने के बाद बंद हुआ था। SGX निफ्टी 17850 के करीब ट्रेड जारी है। FIIs ने शुक्रवार को कैश में 3040 करोड़ रुपये तक खरीदारी हो गया था।
इससे पहले देखा जाए तो पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को 30 अंक वाला बीएसई सेंसेक्स 130 अंक की बढ़त करने के बाद बंद 59,462.78 अंक पर पहुंच गया था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी लगातार पांचवे दिन 39.15 अंक 0.22 प्रतिशत की मजबूती करने के साथ 17,698.15 अंक पर पहुंच गया था।
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16 Aug 2022 03:40 PM
नई दिल्ली: ग्लोबल मार्केट (Stock Market) से शानदार संकेत मिलने के बाद बेहतर नतीजों के साथ मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में तेजी होना शुरू हो चुकी है। कारोबारी सत्र शुरू होने के साथ में 30 अंक वाला सेंसेक्स और 50 अंक वाला निफ्टी दोनों ही हरे निशान पर पहुंचकर कारोबार कर रहा था। कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स 212.34 अंक बढ़ने के बाद 59,675.12 के स्तर पर पहुंचकर खुल गया था।
शुरुआती कारोबार में देखा जाए तो सेंसेक्स 300 अंक से ज्यादा की तेजी करने के बाद 59,802.67 के स्तर पर बना हुआ है। वहीं, निफ्टी करीब 100 अंक चढ़कर 17,797.20 अंक पर खुल गया था।
कारोबार (Stock Market) की शुरुआत में देखा जाए तो सेंसेक्स के 30 में से 25 शेयर हरे निशान के बाद कारोबार शुरू हो गया था। दूसरी तरफ निफ्टी के टॉप गेनर्स में Mahindra & Mahindra, ADANI PORTS, EICHER MOTORS, NESTLE INDIA और ASIAN PAINT को शामिल किया गया है। वहीं, टॉप लूजर्स में GRASIM, HINDALCO, ONGC, TATA STEEL और JSW STEEL पहुंच गया है।
ग्लोबल मार्केट में कैसा रहा हाल
हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन देखा जाए तो ग्लोबल मार्केट से अच्छे संकेत मिलना शुरू हो गई हैं। शानदार तेजी के साथ अमेरिकी बाजार साढ़े तीन महीने की ऊंचाई पर पहुंचकर कारोबार कर रहा है। दिन के निचले स्तर से डाओ 300 अंक संभलने के बाद 150 अंक और नैस्डैक करीब 100 अंक की तेजी करने के बाद बंद हुआ था। SGX निफ्टी 17850 के करीब ट्रेड जारी है। FIIs ने शुक्रवार को कैश में 3040 करोड़ रुपये तक खरीदारी हो गया था।
इससे पहले देखा जाए तो पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को 30 अंक वाला बीएसई सेंसेक्स 130 अंक की बढ़त करने के बाद बंद 59,462.78 अंक पर पहुंच गया था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी लगातार पांचवे दिन 39.15 अंक 0.22 प्रतिशत की मजबूती करने के साथ 17,698.15 अंक पर पहुंच गया था।
Stock Market: इस हफ्ते शेयर बाजार से निवेशकों को मिली राहत, इन शेयर्स में हुई अधिक बढ़त
Pic Source: Amar Ujala
भारत
चेतना मंच
13 Aug 2022 03:35 PM
नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजार (Stock Market) की बात करें तो शुक्रवार के दिन काफी बढ़त हुई थी। BSE का 30 शेयरों वाला Sensex 130.18 अंक यानी 0.22 फीसदी बढ़ने के बाद 59,462.78 अंक के स्तर पर पहुंचकर बंद हो गया था। वहीं NSE Nifty 39.20 अंक यानी 0.22 फीसदी की बढ़त करने के बाद 17,698.20 अंक पर पहुंच गया था। ऑयल एंड गैस इंडिसेज की बात करें तो 2.5 फीसदी - 2.5 फीसदी की तेजी हुई है। वहीं मेटल एवं पावर में 1.5-1.5 फीसदी के हिसाब से बढ़त देखने को मिली है।
इसके अलावा Pharma Index एक फीसदी तक कम हो गया था और आईटी इंडेक्स में भी 0.76 फीसदी की कमी हुई है। BSE Midcap और SmallCap Indices मामूली बढ़त करने के बाद बंद हो गया था।
इस हफ्ते कुछ शेयर्स (Stock Market) की वजह से निवेशकों को काफी फायदा हुआ है। NTPC और टाटा स्टील (TATA Steel) के शेयरों में तीन-तीन फीसदी से अधिक को उछाल हुई है। इनके साथ ICICI Bank, Powergrid, Reliance Industries और SBI के शेयरों में 2.05 फीसदी तक की बढ़त हुई है। वहीं ITC, Asian Paints, Bajaj Finserv, Axis Bank, HDFC और Dr Reddy's के शेयर भी मुनाफे में पहुंचकर बंद हुए थे।
इन शेयर्स में सबसे अधिक हुई बढ़त
बीएसई के 30 शेयरों को लेकर आधारित सेंसेक्स पर एक्सिस बैंक के शेयरों में सबसे अधिक 2.75 फीसदी की बढ़त हुई है। इसके अलावा Bajaj Finance के शेयरों में 2.36 फीसदी और एचडीएफसी के शेयरों में 2.32 फीसदी की उछाल हुई है। वहीं टेक महिंद्रा (Tech Mahindra), टीसीएस (TCS) और एसबीआई (SBI) एवं विप्रो (Wipro) के स्टॉक में काफी अधिक बढ़त हुई थी।
इनके साथ कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, टाइटन, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, एचसीएल टेक, लार्सन एंड टुब्रो, बजाज फिनजर्व, डॉक्टर रेड्डीज, रिलायंस इंडस्ट्रीज और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर में बढ़त हुई थी।
इन शेयर्स में हुई गिरावट
आईटीसी के शेयरों में गुरुवार को सबसे ज्यादा 1.56 फीसदी का नुकसान हुआ है। वहीं NTPC, HUL, Bharti Airtel, Maruti, Nestle India, Powergrid, Asian Paint, M&M, Tata Steel और सन फार्मा (Sun Pharma) के शेयर नुकसान पर पहुंच गए थे।
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चेतना मंच
13 Aug 2022 03:35 PM
नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजार (Stock Market) की बात करें तो शुक्रवार के दिन काफी बढ़त हुई थी। BSE का 30 शेयरों वाला Sensex 130.18 अंक यानी 0.22 फीसदी बढ़ने के बाद 59,462.78 अंक के स्तर पर पहुंचकर बंद हो गया था। वहीं NSE Nifty 39.20 अंक यानी 0.22 फीसदी की बढ़त करने के बाद 17,698.20 अंक पर पहुंच गया था। ऑयल एंड गैस इंडिसेज की बात करें तो 2.5 फीसदी - 2.5 फीसदी की तेजी हुई है। वहीं मेटल एवं पावर में 1.5-1.5 फीसदी के हिसाब से बढ़त देखने को मिली है।
इसके अलावा Pharma Index एक फीसदी तक कम हो गया था और आईटी इंडेक्स में भी 0.76 फीसदी की कमी हुई है। BSE Midcap और SmallCap Indices मामूली बढ़त करने के बाद बंद हो गया था।
इस हफ्ते कुछ शेयर्स (Stock Market) की वजह से निवेशकों को काफी फायदा हुआ है। NTPC और टाटा स्टील (TATA Steel) के शेयरों में तीन-तीन फीसदी से अधिक को उछाल हुई है। इनके साथ ICICI Bank, Powergrid, Reliance Industries और SBI के शेयरों में 2.05 फीसदी तक की बढ़त हुई है। वहीं ITC, Asian Paints, Bajaj Finserv, Axis Bank, HDFC और Dr Reddy's के शेयर भी मुनाफे में पहुंचकर बंद हुए थे।
इन शेयर्स में सबसे अधिक हुई बढ़त
बीएसई के 30 शेयरों को लेकर आधारित सेंसेक्स पर एक्सिस बैंक के शेयरों में सबसे अधिक 2.75 फीसदी की बढ़त हुई है। इसके अलावा Bajaj Finance के शेयरों में 2.36 फीसदी और एचडीएफसी के शेयरों में 2.32 फीसदी की उछाल हुई है। वहीं टेक महिंद्रा (Tech Mahindra), टीसीएस (TCS) और एसबीआई (SBI) एवं विप्रो (Wipro) के स्टॉक में काफी अधिक बढ़त हुई थी।
इनके साथ कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, टाइटन, आईसीआईसीआई बैंक, इन्फोसिस, एचसीएल टेक, लार्सन एंड टुब्रो, बजाज फिनजर्व, डॉक्टर रेड्डीज, रिलायंस इंडस्ट्रीज और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर में बढ़त हुई थी।
इन शेयर्स में हुई गिरावट
आईटीसी के शेयरों में गुरुवार को सबसे ज्यादा 1.56 फीसदी का नुकसान हुआ है। वहीं NTPC, HUL, Bharti Airtel, Maruti, Nestle India, Powergrid, Asian Paint, M&M, Tata Steel और सन फार्मा (Sun Pharma) के शेयर नुकसान पर पहुंच गए थे।
Tribute : उम्मीद की दरिया में बहता हुआ पानी थे गुलशन कुमार
भारत
चेतना मंच
12 Aug 2022 07:10 PM
{संगीत के बेताज बादशाह की पुण्यतिथि पर विशेष}
Mumbai/Noida : मुंबई/नोएडा। छोटे कस्बों, नगरों और गली-मोहल्लों के गायकों को संगीत की दुनिया के फलक पर स्थापित करने वाला शख्स बेशक आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनकी यादें हमारे जेहन में अब भी जिंदा हैं। उस शख्स का नाम है गुलशन कुमार। गुलशन कुमार किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। दिल्ली के दरियागंज में फल और जूस की दुकान से संगीत इंडस्ट्रीज की दुनिया के बेताज बादशाह बनने तक का गुलशन कुमार का सफर सच में रोमांचित करने वाला है। वे उम्मीद के दरिया में बहता हुआ पानी थे, जिसमें डुबकी लगाकर देश के हजारों गायकों ने अपने लिए नया मुकाम बनाने में कामयाबी हासिल की। आज उनकी पुण्यतिथि पर चेतना मंच परिवार की ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
भारत के संगीत जगत ने बीते 100 वर्षों में बहुत से परिवर्तन देखे हैं, जिन्हें कुछ नियत कालों में भी बांटा जा सकता है, जिनमें से एक समय टी-सीरीज के उदय और उसके कारण संगीत उद्योग में आए सकारात्मक परिवर्तन का समय भी है। टी-सीरीज को उस समय मार्केट में कम दरों पर ऑडियो कैसेट बेचने के लिए जाना जाता है, जब बड़ी कम्पनियों की कैसेट बेहद महंगी थीं। वास्तव में टी-सीरीज की स्थापना के साथ ही इसके संस्थापक गुलशन कुमार ने संगीत के कारोबार का एक बहुत बड़ा एम्पायर खड़ा कर दिया। गुलशन कुमार ने अनेक फिल्में भी बनाईं। यद्यपि गुलशन कुमार अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें और टी-सीरीज का सफर अब भी जारी है।
गुलशन कुमार की सुपर कैसेट्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी संगीत कम्पनी है। इसकी भारतीय संगीत व्यापार में 35 फीसदी की हिस्सेदारी है। टी-सीरीज यूट्यूब पर 209 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर और 183 बिलियन व्यूज के साथ, मार्च 2022 तक सबसे अधिक देखे जाने वाले और सबसे अधिक सब्सक्राइब किए गए चैनल का मालिक है।
गुलशन कुमार के पिता चन्द्रभान की नई दिल्ली के दरियागंज मार्केट में फल और जूस की दुकान थी। गुलशन कुमार के जीवन का प्रारम्भिक समय यहीं बीता था। उन्होंने 23 वर्ष की उम्र में ही अपने परिवार को आर्थिक सहयोग देने के लिए रिकॉर्ड और आडियो कैसेट का व्यापार शुरू किया था। गुलशन कुमार ने हालांकि अपने कॅरियर की शुरुआत छोटे स्तर पर रिकार्ड्स और कैसेट के व्यापार से की थी, लेकिन कालांतर में इसी क्षेत्र में उन्होंने सफलता के नए आयाम स्थापित किए। समय के साथ उन्होंने कैसेट बनाना भी शुरू कर दिया था। धीरे-धीरे उन्होंने “सुपर कैसेट इंडस्ट्रीज” के नाम से बिजनेस स्थापित कर लिया। वास्तव में उस समय प्रतिष्ठित कम्पनियों द्वारा खराब गुणवत्ता की ऑडियो टेप मार्केट में प्रचलित थी। गुलशन कुमार ने इस समस्या को कम करते हुए वर्ष-1970 में कम और सस्ती दर पर अच्छी क्वालिटी की कैसेट बेचना शुरू कर दिया।
गुलशन कुमार ने नोएडा में म्यूजिक प्रोडक्शन कम्पनी भी शुरू की और कुछ ही समय में उन्होंने कामयाबी की जो इबारत गढ़ी, उसकी मिसाल अन्यत्र दुर्लभ है। औद्योगिक नगरी नोएडा के कई सेक्टरों में उनकी कंपनियां स्थापित हो गईं। व्यापार के बढ़ने के साथ ही उन्होंने विदेशों में भी अच्छी क्वालिटी की कैसेट बेचना शुरू कर दिया। जल्द ही वो इससे मिलेनियर बन गए और म्यूजिक इंडस्ट्री के बिजनेस में बड़े कारोबारी के रूप में पहचाने जाने लगे। गुलशन कुमार एक अच्छे गायक भी थे। उन्होंने सैंकड़ों भक्ति गीत गाए हैं। उनमें कुछ भोजपुरी गीत भी शामिल हैं। सोनू निगम के अलावा अनुराधा पोडवाल, वन्दना बाजपेयी और कुमार शानू जैसे गायक गायिकाओं को भी गुलशन कुमार ने ही मौका दिया था।
गुलशन कुमार फिल्म मीडिया की बड़ी हस्ती होने के बावजूद काफी सामाजिक, मिलनसार और जमीन से जुड़े व्यक्ति थे। वह माता वैष्णो देवी में भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन करते रहते थे। वर्ष-1992-93 में वह सबसे ज्यादा टैक्स भरने वाले व्यक्ति थे। गुलशन कुमार की लोकप्रियता के कारण उनके तमाम दुश्मन भी पैदा हो गए। कहा जाता है कि उन्होंने अंडरवर्ल्ड की मांगों को मानने से इंकार कर दिया था, इसलिए उनकी हत्या हो गई। उन्हें 5 अगस्त 1997 से ही डॉन अबू सलेम से धमकियां मिलने लगी थीं, लेकिन इसे वो नजरअंदाज करते रहे। आखिर, 12 अगस्त 1997 की वो मनहूस घड़ी भी आई, जिस दिन वो जब मुंबई के अंधेरी स्थित शिव मन्दिर गए तो मन्दिर के पास छुपे दो राक्षसों ने उन पर गोली चला दी। उन्हें तीन गोलियां लगीं। वो पास ही एक झोपडी में मदद मांगने के लिए गए, लेकिन वहां खड़ी महिला कुछ समझ पाती, उससे पहले ही हत्यारों ने उन 15 गोलियां और चला दीं, जिससे अस्पताल ले जाते हुए उनकी मृत्यु हो गई। और आज की तारीख को एक महान शख्सियत को हमसे छीन लिया।
गुलशन कुमार से फिल्म जगत के साथ ही समाज को भी बहुत उम्मीदें थीं, क्योंकि वह बिजनेसमैन के तौर पर एक आदर्श स्थापित कर रहे थे। उस समय जब हर कोई अंडरवर्ल्ड के खौफ में किसी भी सही-गलत काम के लिए तैयार था, तब गुलशन कुमार ने बिना डरे अपना काम किया, जिसके कारण उन्हें अपनी जान तक गंवानी पड़ी। लेकिन, वो अपने पीछे टी-सीरीज के रूप में अमूल्य धरोहर छोड़ गए, जो आज तक बिजनेस के नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। स्वर्गीय गुलशन कुमार के होनहार सुपुत्र भूषण कुमार आज देश ही नहीं, दुनियाभर में म्यूजिक इंडस्ट्री पर राज कर रहे हैं। भूषण ने अपने पिता के सपनों को न केवल जीया है, बल्कि उन सपनों में नित नए रंग भरने का काम भी यह युवा फिल्मकार कर रहा है। गुलशन कुमार की बेटी तुलसी कुमार और खुशहाली कुमार अपने भाई भूषण कुमार के कंधे से कंधा मिलाकर अपने स्वर्गीय पिता के सपनों को साकार करने में लगी हुई हैं। तीनों ही बच्चों का मत है कि वे जो भी कर पा रहे हैं, वह सब कुछ उनके पिता की प्रेरणा से ही हो रहा है। गुलशन कुमार के दामाद हितेश रल्हन भी इस अभियान में परिवार के सहयोग में लगे रहते हैं। एक ओर बहुत महत्वपूर्ण नाम यहां लेना आवश्यक है। किसी समय बैंक के बड़े अधिकारी वेद चानना टी-सीरीज की तमाम गतिविधियों का संचालन करने का जिम्मा संभाले हुए हैं। श्री चानना साफ कहते हैं कि गुलशन जी शारीरिक रूप से आज हमारे साथ हों या न हों, किन्तु आलोकिक रूप से वे हर समय साथ रहते हैं।
भारत
चेतना मंच
12 Aug 2022 07:10 PM
{संगीत के बेताज बादशाह की पुण्यतिथि पर विशेष}
Mumbai/Noida : मुंबई/नोएडा। छोटे कस्बों, नगरों और गली-मोहल्लों के गायकों को संगीत की दुनिया के फलक पर स्थापित करने वाला शख्स बेशक आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनकी यादें हमारे जेहन में अब भी जिंदा हैं। उस शख्स का नाम है गुलशन कुमार। गुलशन कुमार किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। दिल्ली के दरियागंज में फल और जूस की दुकान से संगीत इंडस्ट्रीज की दुनिया के बेताज बादशाह बनने तक का गुलशन कुमार का सफर सच में रोमांचित करने वाला है। वे उम्मीद के दरिया में बहता हुआ पानी थे, जिसमें डुबकी लगाकर देश के हजारों गायकों ने अपने लिए नया मुकाम बनाने में कामयाबी हासिल की। आज उनकी पुण्यतिथि पर चेतना मंच परिवार की ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
भारत के संगीत जगत ने बीते 100 वर्षों में बहुत से परिवर्तन देखे हैं, जिन्हें कुछ नियत कालों में भी बांटा जा सकता है, जिनमें से एक समय टी-सीरीज के उदय और उसके कारण संगीत उद्योग में आए सकारात्मक परिवर्तन का समय भी है। टी-सीरीज को उस समय मार्केट में कम दरों पर ऑडियो कैसेट बेचने के लिए जाना जाता है, जब बड़ी कम्पनियों की कैसेट बेहद महंगी थीं। वास्तव में टी-सीरीज की स्थापना के साथ ही इसके संस्थापक गुलशन कुमार ने संगीत के कारोबार का एक बहुत बड़ा एम्पायर खड़ा कर दिया। गुलशन कुमार ने अनेक फिल्में भी बनाईं। यद्यपि गुलशन कुमार अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें और टी-सीरीज का सफर अब भी जारी है।
गुलशन कुमार की सुपर कैसेट्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी संगीत कम्पनी है। इसकी भारतीय संगीत व्यापार में 35 फीसदी की हिस्सेदारी है। टी-सीरीज यूट्यूब पर 209 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर और 183 बिलियन व्यूज के साथ, मार्च 2022 तक सबसे अधिक देखे जाने वाले और सबसे अधिक सब्सक्राइब किए गए चैनल का मालिक है।
गुलशन कुमार के पिता चन्द्रभान की नई दिल्ली के दरियागंज मार्केट में फल और जूस की दुकान थी। गुलशन कुमार के जीवन का प्रारम्भिक समय यहीं बीता था। उन्होंने 23 वर्ष की उम्र में ही अपने परिवार को आर्थिक सहयोग देने के लिए रिकॉर्ड और आडियो कैसेट का व्यापार शुरू किया था। गुलशन कुमार ने हालांकि अपने कॅरियर की शुरुआत छोटे स्तर पर रिकार्ड्स और कैसेट के व्यापार से की थी, लेकिन कालांतर में इसी क्षेत्र में उन्होंने सफलता के नए आयाम स्थापित किए। समय के साथ उन्होंने कैसेट बनाना भी शुरू कर दिया था। धीरे-धीरे उन्होंने “सुपर कैसेट इंडस्ट्रीज” के नाम से बिजनेस स्थापित कर लिया। वास्तव में उस समय प्रतिष्ठित कम्पनियों द्वारा खराब गुणवत्ता की ऑडियो टेप मार्केट में प्रचलित थी। गुलशन कुमार ने इस समस्या को कम करते हुए वर्ष-1970 में कम और सस्ती दर पर अच्छी क्वालिटी की कैसेट बेचना शुरू कर दिया।
गुलशन कुमार ने नोएडा में म्यूजिक प्रोडक्शन कम्पनी भी शुरू की और कुछ ही समय में उन्होंने कामयाबी की जो इबारत गढ़ी, उसकी मिसाल अन्यत्र दुर्लभ है। औद्योगिक नगरी नोएडा के कई सेक्टरों में उनकी कंपनियां स्थापित हो गईं। व्यापार के बढ़ने के साथ ही उन्होंने विदेशों में भी अच्छी क्वालिटी की कैसेट बेचना शुरू कर दिया। जल्द ही वो इससे मिलेनियर बन गए और म्यूजिक इंडस्ट्री के बिजनेस में बड़े कारोबारी के रूप में पहचाने जाने लगे। गुलशन कुमार एक अच्छे गायक भी थे। उन्होंने सैंकड़ों भक्ति गीत गाए हैं। उनमें कुछ भोजपुरी गीत भी शामिल हैं। सोनू निगम के अलावा अनुराधा पोडवाल, वन्दना बाजपेयी और कुमार शानू जैसे गायक गायिकाओं को भी गुलशन कुमार ने ही मौका दिया था।
गुलशन कुमार फिल्म मीडिया की बड़ी हस्ती होने के बावजूद काफी सामाजिक, मिलनसार और जमीन से जुड़े व्यक्ति थे। वह माता वैष्णो देवी में भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन करते रहते थे। वर्ष-1992-93 में वह सबसे ज्यादा टैक्स भरने वाले व्यक्ति थे। गुलशन कुमार की लोकप्रियता के कारण उनके तमाम दुश्मन भी पैदा हो गए। कहा जाता है कि उन्होंने अंडरवर्ल्ड की मांगों को मानने से इंकार कर दिया था, इसलिए उनकी हत्या हो गई। उन्हें 5 अगस्त 1997 से ही डॉन अबू सलेम से धमकियां मिलने लगी थीं, लेकिन इसे वो नजरअंदाज करते रहे। आखिर, 12 अगस्त 1997 की वो मनहूस घड़ी भी आई, जिस दिन वो जब मुंबई के अंधेरी स्थित शिव मन्दिर गए तो मन्दिर के पास छुपे दो राक्षसों ने उन पर गोली चला दी। उन्हें तीन गोलियां लगीं। वो पास ही एक झोपडी में मदद मांगने के लिए गए, लेकिन वहां खड़ी महिला कुछ समझ पाती, उससे पहले ही हत्यारों ने उन 15 गोलियां और चला दीं, जिससे अस्पताल ले जाते हुए उनकी मृत्यु हो गई। और आज की तारीख को एक महान शख्सियत को हमसे छीन लिया।
गुलशन कुमार से फिल्म जगत के साथ ही समाज को भी बहुत उम्मीदें थीं, क्योंकि वह बिजनेसमैन के तौर पर एक आदर्श स्थापित कर रहे थे। उस समय जब हर कोई अंडरवर्ल्ड के खौफ में किसी भी सही-गलत काम के लिए तैयार था, तब गुलशन कुमार ने बिना डरे अपना काम किया, जिसके कारण उन्हें अपनी जान तक गंवानी पड़ी। लेकिन, वो अपने पीछे टी-सीरीज के रूप में अमूल्य धरोहर छोड़ गए, जो आज तक बिजनेस के नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। स्वर्गीय गुलशन कुमार के होनहार सुपुत्र भूषण कुमार आज देश ही नहीं, दुनियाभर में म्यूजिक इंडस्ट्री पर राज कर रहे हैं। भूषण ने अपने पिता के सपनों को न केवल जीया है, बल्कि उन सपनों में नित नए रंग भरने का काम भी यह युवा फिल्मकार कर रहा है। गुलशन कुमार की बेटी तुलसी कुमार और खुशहाली कुमार अपने भाई भूषण कुमार के कंधे से कंधा मिलाकर अपने स्वर्गीय पिता के सपनों को साकार करने में लगी हुई हैं। तीनों ही बच्चों का मत है कि वे जो भी कर पा रहे हैं, वह सब कुछ उनके पिता की प्रेरणा से ही हो रहा है। गुलशन कुमार के दामाद हितेश रल्हन भी इस अभियान में परिवार के सहयोग में लगे रहते हैं। एक ओर बहुत महत्वपूर्ण नाम यहां लेना आवश्यक है। किसी समय बैंक के बड़े अधिकारी वेद चानना टी-सीरीज की तमाम गतिविधियों का संचालन करने का जिम्मा संभाले हुए हैं। श्री चानना साफ कहते हैं कि गुलशन जी शारीरिक रूप से आज हमारे साथ हों या न हों, किन्तु आलोकिक रूप से वे हर समय साथ रहते हैं।