PM Modi : धनतेरस पर बरसेगी बंपर नौकरियां, PM मोदी ने किया ऐलान

WhatsApp Image 2022 09 28 at 3.11.23 PM
Prime Minister Narendra Modi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar20 Oct 2022 09:12 PM
bookmark
  PM Modi :   देश के 75 हजार युवाओं के लिए इस साल की दीपावली बेहद खास होने वाली है क्योंकि दीपावली के अवसर पर उन्हें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खास उपहार मिलने वाला है। जी हां, इस बार धनतेरस पर देश में बंपर नौकरियां बरसने वाली हैं। इस संबंध में PM मोदी ने गुरुवार को केवड़िया में एक कार्यक्रम के दौरान इस बात का ऐलान किया है। जी हां, खास उपहार के रूप में युवाओं को बंपर नौकरी का तोहफा मिलने वाला है। पीएम मोदी ने आज गुजरात के केवड़िया में ‘मिशन लाइफ’ का शुभारंभ करने के दौरान युवाओं को नौकरी देने की घोषणा की।

PM Modi :

75 हजार युवाओं को मिलेंगे नौकरी के नियुक्ति पत्र 22 अक्टूबर यानी धनतेरस वाले दिन पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से देश के युवाओं से जुड़ेंगे और 75 हजार युवाओं को नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंपा जाएगा। इस कार्यक्रम में देश के अलग अलग-अलग शहरों से केंद्रीय मंत्री जुड़ेंगे। केंद्रीय मंत्रियों के अलावा सांसद अपने संसदीय क्षेत्र से इसमें भाग लेंगे। उल्लेखनीय है कि युवाओं को बंपर नौकरी का मौका केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों और मंत्रालयों में प्राप्त होगा। याद हो पीएम मोदी ने कुछ महीने पहले सभी मंत्रालयों को यह कहा था कि वे अपने यहां खाली पदों पर भर्ती निकालें और देश के युवाओं को मौके दें। पीएम मोदी ने इस आदेश के साथ देश के युवाओं को 10 लाख नौकरी देने की बात कही थी। पीएम मोदी ने की थी 10 लाख नौकरी देने की घोषणा दरअसल, पीएम मोदी ने इस साल जून में 2022 के अंत तक 10 लाख नौकरी देने की घोषणा की थी। यह भर्ती पीएम मोदी की उसी घोषणा के बाद की जा रही है, जिसमें उन्होंने युवाओं को 10 लाख नौकरी देने की बात कही थी। यहां मिलेगी नौकरी देश के 75 हजार युवाओं को रक्षा मंत्रालय, रेल मंत्रालय, डाक मंत्रालय, गृह मंत्रालय, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय सहित सीबीआई, कस्टम, बैंक, सीएएफ में नौकरी मिलेगी। बता दें, देश भर से चयनित नई भर्तियां भारत सरकार के 38 मंत्रालयों/विभागों में होंगी। नियुक्त व्यक्ति विभिन्न स्तरों पर सरकार में शामिल होंगे जिनमें ग्रुप-ए, ग्रुप-बी (गैजेटेड), ग्रुप-बी (नॉन गैजेटेड) और ग्रुप-सी हैं। जिन पदों पर नियुक्तियां की जा रही हैं उनमें केंद्रीय सशस्त्र बल कार्मिक, उप निरीक्षक, कांस्टेबल, एलडीसी, स्टेनो, पीए, दूसरों के बीच में आयकर निरीक्षकों, एमटीएस, शामिल हैं। इन एजेंसियों के माध्यम से होंगी भर्ती मिशन मोड में ये भर्तियां मंत्रालयों और विभागों द्वारा या तो स्वयं या यूपीएससी, एसएससी, रेलवे भर्ती बोर्ड जैसी भर्ती एजेंसियों के माध्यम से की जा रही हैं। शीघ्र भर्ती के लिए, चयन प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है और तकनीकी सक्षम बनाया गया है। युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने को प्रतिबद्ध सरकार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने और नागरिकों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए पीएम मोदी की निरंतर प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा। पीएम मोदी के निर्देशानुसार, सभी मंत्रालय और विभाग मिशन मोड में स्वीकृत पदों के विरुद्ध मौजूदा रिक्तियों को भरने की दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं।
अगली खबर पढ़ें

Diwali 2022 : दिवाली पर ‘इको फ्रेंडली’ दीयों की खूब डिमांड

WhatsApp Image 2022 10 20 at 3.35.26 PM 1
'eco friendly' diyas on Diwali
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 01:53 AM
bookmark
Diwali 2022 : इस बार दिवाली पर मार्केट में लोग इको फ्रेंडली दियों की खूब डिमांड कर रहे हैं। दरअसल, वातावरण की सुरक्षा को लेकर सरकार के साथ-साथ भारतीय नागरिक भी बखूबी अपनी जिम्मेदारी समझ रहे हैं। इसकी बानगी इन दिनों मार्केट में देखने को मिल रही है। जी हां, बाजार में ग्राहक अब मिट्टी के दीयों की जगह ‘इको फ्रेंडली’ दीयों की डिमांड कर रहे हैं।

Diwali 2022 :

क्या होते हैं इको फ्रेंडली दीपक ? दरअसल, इको फ्रेंडली दीये भी आम मिट्टी के दीपक की तरह ही घर और आंगन को रोशन करने के लिए काम में आते हैं, लेकिन इसके फायदे इसके नाम की तरह ही काम करते हैं। दरअसल, इनके इस्तेमाल के पश्चात इनके अवशेष को खाद के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसलिए पर्यावरण की सुरक्षा के लिए इन्हें बहुत फायदेमंद बताया जा रहा है। कैसे तैयार किए जाते हैं ये इको फ्रेंडली दीये ? दरअसल, ये इको फ्रेंडली दीये गाय के गोबर से तैयार किए जाते हैं। यही कारण है कि इन्हें इको फ्रेंडली और घर के वातावरण को शुद्ध बनाए रखने में अहम समझा जाता है। ऐसे में इस बार दिवाली पर घरों को रोशन करने के लिए जलाए जाने वाले मिट्टी के दीयों के साथ-साथ गोबर से बने इको फ्रेंडली दीये जलाकर आप पर्यावरण को भी फायदा पहुंचा सकते हैं। इनसे आपका घर-आंगन तो रोशन होगा ही साथ ही घर का वातावरण भी शुद्ध रहेगा। शास्त्रों के मुताबिक गोमाता के गोबर का उपयोग धार्मिक कार्यों में किया जाता रहा है। कहां तैयार हो रहे ये दीये ? वैसे तो ये इको फ्रेंडली दीये देशभर की तमाम गौशालाओं में दिवाली के आसपास तैयार होने लगते हैं लेकिन राजधानी दिल्ली के पड़ोसी राज्य राजस्थान की राजधानी जयपुर के हिंगोनिया में इन दीयों की बढ़ी डिमांड के कारण गौ पुनर्वास केंद्र में गाय के गोबर से दीपक बनाने का कार्य तेजी से जारी है। इन्होंने की ये अभिनव पहल यहां प्रतिदिन लगभग दो हजार दीपक बनाए जा रहे है। जयपुर में हिंगोनिया गौ पुनर्वास केंद्र के ऑर्गेनिक फार्म में गाय के गोबर से दीपक बनाने के लिए हरे कृष्ण मूवमेंट के भक्तों ने इस दिशा में अभिनव पहल की है। इको फ्रेंडली होने के चलते अन्य राज्यों से भी डिमांड इको फ्रेंडली होने के चलते राजस्थान के अन्य शहरों और अन्य राज्यों से भी इसकी मांग की जा रही है। इसके अलावा यहां बचे हुए गोबर चूर्ण और पत्तियों से ऑर्गेनिक खाद (वर्मी कम्पोस्ट) एवं यज्ञ में उपयोग होने वाली सुगन्धित धूप एवं इको फ्रेंडली गो कास्ट भी बनाई जा रही है। हिंगोनिया गौ पुनर्वास केंद्र का उद्देश्य लोगों को गाय के गोबर के महत्व को समझाना है। कैसे बनते है इको फ्रेंडली दीपक ? दीपक बनाने के लिए पहले गाय के सूखे गोबर को इकट्ठा किया जाता है। उसके बाद करीब एक किलो गोबर में 50 ग्राम लकड़ी चूर्ण और 50 ग्राम गम ग्वार मिलाया जाता है। इसके बाद हाथ से उसको गूंथा जाता है। तत्पश्चात गाय के गोबर को दीपक का खूबसूरत आकार दिया जाता है। महज एक मिनट में पांच से छह दीये तैयार हो जाते हैं। इसे दो दिनों तक धूप में सुखाया जाता है। खास बात यह है की उपयोग के बाद इन दीपक के अवशेष को खाद के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
अगली खबर पढ़ें

राजस्थान हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: गैंगरेप के दोषी को बच्चा पैदा करने के लिए पैरोल पर किया रिहा

Picsart 22 10 20 10 56 20 663
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 05:33 AM
bookmark
Rajasthan HC- अभी तक तो पंजाब राज्य में ऐसा कानून था जिसे सुनकर हम सभी हैरान थे। दरअसल पंजाब राज्य में जेल में रह रहे कैदियों को उनका वंश बढाने के लिए, जेल में एक अलग से परिसर दिया जाता है। कैदियों को उनके जीवनसाथी के वक़्त बिताने के लिए जेल में ही एक अलग कमरे की व्यवस्था की गई है। इस किस्से की पूरे देश में काफी चर्चा है। इसके बाद अब राजस्थान कोर्ट का भी एक हैरान कर देने वाला फैसला सामने आया है। इस फैसले में राजस्थान हाईकोर्ट गैंगरेप के के दोषी को उसकी पत्नी के साथ रहने की इजाजत दे दी है। ये फैसला राजस्थान हाईकोर्ट (Rajasthan HC) के द्वारा तीन दिन पहले ही लिया गया है। इसमें 22 साल के आरोपी राहुल बघेल को पैरोल पर 15 दिनों के लिए रिहा कर दिया गया है। आरोपी एक नाबालिग के साथ गैंगरेप में शामिल हुआ था जिसके बाद उसे अलवर जेल में बंद कर दिया गया था। राहुल को पोक्सो एक्ट के तहत रिहा कर दिया गया है। राजस्थान (Rajasthan) में ये नियम है कि किसी भी आरोपी को पैरोल रूल के तहत रेप या गैंगरेप के मामले में रिहा नहीं किया जा सकता है। इसी के साथ ऐसे आरोपियों को किसी भी ओपन जेल में भी नहीं रखा जा सकता है। परन्तु इसके बाद भी हाईकोर्ट ने पत्नी के मौलिक अधिकारों का हनन न करते हुए उसकी याचिका को स्वीकार कर लिया है। दरअसल राहुल की पत्नी बृजेश देवी ने अलवर के डीजे कोर्ट में अपने मौलिक अधिकारों का हवाला देते हुए 13 जुलाई 2022 में आपात पैरोल याचिका दायर की थी। फिर उसने कुछ दिन इंतज़ार किया और इसके बाद कोर्ट पहुंच गई। कोर्ट में पत्नी ने 30 दिन की जमानत मांगी, लेकिन कोर्ट ने 30 दिन की रिहाई की मंजूरी न देकर आरोपी को 15 दिनों के लिए पत्नी के साथ रहने के लिए मंजूरी दे दी है।
Qutub Minar- साकेत कोर्ट ने कुतुब मीनार परिसर पर मालिकाना हक जताने की याचिका पर जारी की नोटिस