'हम फिर कोशिश कर रहे हैं’, तलाक के फैसले के बाद भी साइना-कश्यप के प्यार की हुई जीत!

हाल ही में साइना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए इशारा किया कि दोनों अपने रिश्ते को फिर से एक मौका दे रहे हैं। साइना ने अपने पोस्ट में लिखा, `हम फिर कोशिश कर रहे हैं।` सोशल मीडिया पर साइना का ये पोस्ट काफी तेजी से वायरल हो रही है।

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calendar03 Aug 2025 02:01 PM
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भारतीय बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल और उनके पति कश्यप परुपल्ली के रिश्ते ने एक बार फिर नया मोड़ ले लिया है। हाल ही में साइना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए इशारा किया कि दोनों अपने रिश्ते को फिर से एक मौका दे रहे हैं। साइना ने अपने पोस्ट में लिखा, "हम फिर कोशिश कर रहे हैं", जो उनके प्रशंसकों के लिए बेहद भावुक और खुशी भरी खबर बन गई।

अलगाव का ऐलान और सोशल मीडिया पर हलचल


पिछले महीने 13 जुलाई को साइना और कश्यप ने अपने अलगाव का ऐलान किया था। इस घोषणा ने खेल जगत और उनके फैन्स को चौंका दिया था। लेकिन अब साइना के नए पोस्ट ने यह साफ कर दिया है कि दोनों ने अपने रिश्ते को बचाने का फैसला किया है। साइना ने अपने पोस्ट में रिश्ते की अहमियत पर भी बात की और लिखा कि दूरी ने उन्हें मौजूदगी का महत्व सिखाया।

प्यार की वापसी का इमोशनल इजहार


सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीर में साइना और कश्यप पहाड़ों के बीच बेहद खुश नजर आ रहे हैं। कैप्शन में साइना ने लिखा, "पीस, प्रोग्रेस और हीलिंग – हम फिर कोशिश कर रहे हैं।" उनके इस इमोशनल पोस्ट पर फैन्स और खेल जगत की हस्तियों ने ढेरों प्यार भरे कमेंट्स किए।

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फैन्स के लिए खुशखबरी

साइना और कश्यप की इस कहानी ने यह साबित कर दिया कि सच्चा प्यार किसी भी मुश्किल को पार कर सकता है। तलाक का फैसला लेने के बाद भी दोनों का एक-दूसरे के प्रति प्यार कायम रहा और अब दोनों फिर से साथ आ गए हैं। फैन्स उम्मीद कर रहे हैं कि उनका यह रिश्ता और मजबूत बने। 7 साल बाद टूटा स्टार कपल साइना-कश्यप का रिश्ता, शांति और आत्मविकास के लिए लिया तलाक

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PM किसान की 20वीं किस्त अटकी? जानिए क्यों नहीं आए खाते में रुपये

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calendar01 Dec 2025 06:54 AM
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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना की 20वीं किस्त 2 अगस्त 2025 को जारी कर दी गई है। केंद्र सरकार द्वारा करीब 9.70 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 2-2 हजार रुपये की राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह ट्रांसफर वाराणसी से करते हुए कुल ₹20,843 करोड़ रुपये की राशि किसानों को समर्पित की। हालांकि, कई लाभार्थियों को शिकायत है कि उनका नाम सूची में होने के बावजूद उनके खाते में अब तक यह राशि नहीं आई है। यदि आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो घबराएं नहीं—इसके पीछे तकनीकी या दस्तावेजी कारण हो सकते हैं, जिनका समाधान संभव है।  PM Kisan Yojana

आपके खाते में पैसे क्यों नहीं पहुंचे ?

अगर किस्त की रकम अभी तक आपके बैंक खाते में नहीं आई है, तो इसकी जांच आप खुद भी कर सकते हैं:

  1. पीएम किसान योजना की वेबसाइट https://pmkisan.gov.in पर जाएं।

  2. ‘फार्मर्स कॉर्नर’ में जाकर ‘लाभार्थी की स्थिति’ पर करें क्लिक, तुरंत मिल जाएगी जानकारी।

  3. यहां आप आधार नंबर, मोबाइल नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर किस्त की स्थिति देख सकते हैं।

  4. यदि रजिस्ट्रेशन नंबर याद नहीं है, तो ‘Know Your Registration Number’ विकल्प की सहायता लें।

  5. कैप्चा कोड और OTP भरने के बाद आपकी किस्त की स्थिति स्क्रीन पर दिखाई देगी।

इस जांच से यह पता चल सकता है कि कहीं आपकी e-KYC प्रक्रिया अधूरी तो नहीं रह गई, या बैंक खाते और आधार कार्ड की जानकारी में कोई त्रुटि तो नहीं है।

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मदद कहां लें ?

अगर वेबसाइट पर स्थिति देखने के बाद भी समाधान न मिले तो नीचे दिए गए माध्यमों से सरकारी सहायता प्राप्त की जा सकती है:

  • हेल्पलाइन नंबर: 155261

    1800115526 (टोल-फ्री)  011-23381092
  • ईमेल: pmkisan-ict@gov.in

यहां आपको आपकी समस्या के अनुसार उचित मार्गदर्शन और समाधान प्रदान किया जाएगा।

किन वजहों से अटक सकती है रकम?

  • e-KYC अधूरी रहने पर किस्त ट्रांसफर नहीं होती।

  • बैंक खाता और आधार कार्ड की जानकारी में गड़बड़ी।

  • रजिस्ट्रेशन के समय गलत विवरण दर्ज किया गया हो।

  • बैंक अकाउंट आधार से लिंक न हो।    PM Kisan Yojana

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‘मर चुका है EC’, राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाए सवाल

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calendar01 Dec 2025 01:36 AM
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दिल्ली में कांग्रेस के वार्षिक लीगल कॉन्क्लेव के मंच से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय चुनाव प्रणाली पर बेहद गंभीर सवाल खड़े करते हुए चुनाव आयोग पर सीधा हमला बोला। उन्होंने लोकसभा चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि "चुनाव आयोग अब निष्क्रिय हो चुका है, भारत में स्वतंत्र चुनाव की व्यवस्था मृतप्राय है। राहुल गांधी ने दावा किया कि अब उनके पास चुनावी धांधली के सबूत मौजूद हैं। उन्होंने कहा, "हमें हमेशा से शक था कि कुछ गड़बड़ है। 2014 से लेकर गुजरात विधानसभा चुनावों तक यह संदेह बना रहा।  Rahul Gandhi

परंतु अब हमारे पास डाटा है, प्रमाण हैं। उन्होंने महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे लोकसभा में जीत के कुछ ही महीनों बाद तीन मजबूत दल लगभग पूरी तरह पराजित हो गए। राहुल गांधी ने सवाल उठाया, "महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच एक करोड़ नए मतदाता जुड़ जाते हैं और उनमें से अधिकांश बीजेपी को वोट करते हैं—ये सामान्य बात नहीं है।  Rahul Gandhi

मतदाता सूची में फर्जीवाड़े का दावा

कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग मतदाता सूची की डिजिटल प्रतियां उपलब्ध नहीं कराता ताकि इन्हें स्कैन कर सत्यापित न किया जा सके। उन्होंने कहा, “हमने एक लोकसभा क्षेत्र की मतदाता सूची का विश्लेषण किया और पाया कि 6.5 लाख मतदाताओं में से करीब 1.5 लाख नाम फर्जी थे। इस तरह की अनियमितता केवल एक क्षेत्र की नहीं, बल्कि व्यापक स्तर पर फैली हो सकती है।

राहुल गांधी का सबसे बड़ा आरोप यह था कि यदि बीजेपी को 15 से 20 सीटें कम मिलतीं, तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन पाते। उन्होंने कहा, “हमारे पास दस्तावेज़ हैं जो यह साबित करते हैं कि लोकतंत्र के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ—चुनाव आयोग—की निष्पक्षता संदेह के घेरे में है। संसद परिसर में एक दिन पहले की गई बातचीत में राहुल गांधी ने चेतावनी दी थी कि "जो लोग इस धांधली में शामिल हैं, चाहे वे सेवा में हों या रिटायर, हम उन्हें खोज निकालेंगे। यह देश के खिलाफ साजिश है—राजद्रोह है।

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चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया

राहुल गांधी के आरोपों को चुनाव आयोग ने सिरे से खारिज किया है। आयोग ने कांग्रेस नेता के बयानों को "निराधार और गैरजिम्मेदाराना" करार दिया। चुनाव आयोग की ओर से कहा गया, “हम निष्पक्षता से कार्य कर रहे हैं। बार-बार लगाए जा रहे बेबुनियाद आरोप और धमकियाँ हमारे काम को नहीं रोक सकतीं। हमने अपने अधिकारियों से कहा है कि वे ऐसे बयानों को नज़रअंदाज करें।  Rahul Gandhi