Mohan Bhagwat : RSS अपने स्वयं सेवकों के माध्यम से दबाव समूह नहीं बनाना चाहता : भागवत




Kanjhawala Death Case : दिल्ली के कंझावला मामले में मुख्य गवाह और मृतका अंजलि की दोस्त निधि ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, निधि ड्रग्स तस्करी के एक मामले में पहले गिरफ्तार हो चुकी है। उसे तेलंगाना से ड्रग्स लाने के लिए आगरा रेलवे स्टेशन पर रोका गया था और गिरफ्तार कर लिया गया था। ये गिरफ्तारी 6 दिसंबर 2020 को हुई थी। पुलिस को यह जानकारी उससे पूछताछ के बाद मिली।
आपको बता दें कि इससे पहले यह कहा गया था कि निधि का कोई पिछला पुलिस रिकॉर्ड नहीं था। शुक्रवार को निधि को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ में निधि ने पुलिस को बताया कि एक जनवरी को दुर्घटना के समय अंजलि स्कूटी चला रही थी। बताया जाता है कि वह बलेनो कार में फंस गई और 12 किमी तक घसीटती चली गई, जिससे उसकी मौत हो गई। कंझावला इलाके में उसकी लाश मिली थी। कार सवार सभी सात लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
वहीं, पुलिस जांच में सामने आया है कि अंजलि का छह महीने पहले भी एक एक्सीडेंट हुआ था। इस हादसे में वह बाल-बाल बच गई थी। जांच में जो सीसीटीवी सामने आया है उसके मुताबिक अंजलि तेज रफ्तार में स्कूटी चला रही थी तभी सड़क पर रखे टायर से वह टकरा जाती है। इसके बाद वह गिर जाती है। हालांकि इस वीडियो से कंझावला केस से कोई लेना-देना नहीं है।
आपको बता दें कि कंझावला मामले में ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में 25 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। रोहिणी जिले में तैनात विभिन्न रैंकों के करीब 25 पुलिसकर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सजा के तौर पर डिस्ट्रिक्ट लाइन भेजा गया है। सूत्रों के अनुसार, करीब 12 और पुलिस कर्मियों की पहचान की गई है जिनके खिलाफ आने वाले दिनों में कार्रवाई की जाएगी। 25 पुलिस कर्मियों के खिलाफ शिकायतें मिली थीं, जिन्हें डीसीपी ने जिला लाइन भेजा था।
Kanjhawala Death Case : दिल्ली के कंझावला मामले में मुख्य गवाह और मृतका अंजलि की दोस्त निधि ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, निधि ड्रग्स तस्करी के एक मामले में पहले गिरफ्तार हो चुकी है। उसे तेलंगाना से ड्रग्स लाने के लिए आगरा रेलवे स्टेशन पर रोका गया था और गिरफ्तार कर लिया गया था। ये गिरफ्तारी 6 दिसंबर 2020 को हुई थी। पुलिस को यह जानकारी उससे पूछताछ के बाद मिली।
आपको बता दें कि इससे पहले यह कहा गया था कि निधि का कोई पिछला पुलिस रिकॉर्ड नहीं था। शुक्रवार को निधि को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ में निधि ने पुलिस को बताया कि एक जनवरी को दुर्घटना के समय अंजलि स्कूटी चला रही थी। बताया जाता है कि वह बलेनो कार में फंस गई और 12 किमी तक घसीटती चली गई, जिससे उसकी मौत हो गई। कंझावला इलाके में उसकी लाश मिली थी। कार सवार सभी सात लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
वहीं, पुलिस जांच में सामने आया है कि अंजलि का छह महीने पहले भी एक एक्सीडेंट हुआ था। इस हादसे में वह बाल-बाल बच गई थी। जांच में जो सीसीटीवी सामने आया है उसके मुताबिक अंजलि तेज रफ्तार में स्कूटी चला रही थी तभी सड़क पर रखे टायर से वह टकरा जाती है। इसके बाद वह गिर जाती है। हालांकि इस वीडियो से कंझावला केस से कोई लेना-देना नहीं है।
आपको बता दें कि कंझावला मामले में ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में 25 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। रोहिणी जिले में तैनात विभिन्न रैंकों के करीब 25 पुलिसकर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सजा के तौर पर डिस्ट्रिक्ट लाइन भेजा गया है। सूत्रों के अनुसार, करीब 12 और पुलिस कर्मियों की पहचान की गई है जिनके खिलाफ आने वाले दिनों में कार्रवाई की जाएगी। 25 पुलिस कर्मियों के खिलाफ शिकायतें मिली थीं, जिन्हें डीसीपी ने जिला लाइन भेजा था।

Latest News : नयी दिल्ली। सरकार को IDBI Bank में करीब 61 प्रतिशत हिस्सेदारी की रणनीतिक बिक्री के लिए शुरुआती दौर की कई बोलियां मिली हैं। विनिवेश प्रक्रिया की निगरानी करने वाले दीपम विभाग के सचिव तुहीन कांत पांडेय ने शनिवार को एक ट्वीट में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आईडीबीआई बैंक में सरकार और LIC की हिस्सेदारी के रणनीतिक विनिवेश के लिए कई अभिरुचि पत्र मिले हैं। (Latest News)
इसके साथ ही इस बैंक के विनिवेश की प्रक्रिया अब दूसरे चरण में पहुंचेगी जिसमें संभावित बोलीकर्ता वित्तीय बोलियां लगाने के पहले जांच-पड़ताल का काम पूरा करेंगे।
सरकार के साथ एलआईसी भी आईडीबीआई बैंक में अपनी कुल 60.72 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री करने की तैयारी में है। इसके लिए गत अक्टूबर में संभावित खरीदारों से बोलियां आमंत्रित की गई थीं। बोलियां लगाने की अंतिम तारीख 16 दिसंबर थी जिसे बाद में बढ़ाकर सात जनवरी कर दिया गया था।
IDBI Bank Latest Newsफिलहाल इस बैंक में सरकार और एलआईसी दोनों की मिलाकर 94.71 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इनमें से 60.72 प्रतिशत हिस्सेदारी की रणनीतिक बिक्री पूरी हो जाने के बाद सफल बोलीकर्ता आम शेयरधारकों से 5.28 प्रतिशत हिस्सेदारी की खरीद के लिए खुली पेशकश लेकर आएगा।
पहले निवेश एवं लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने कहा था कि संभावित खरीदारों के पास न्यूनतम 22,500 करोड़ रुपये की शुद्ध हैसियत होनी चाहिए। इसके अलावा बोलीकर्ता के लिए पिछले पांच में से तीन साल शुद्ध लाभ की स्थिति में भी होना होगा।
Latest News : नयी दिल्ली। सरकार को IDBI Bank में करीब 61 प्रतिशत हिस्सेदारी की रणनीतिक बिक्री के लिए शुरुआती दौर की कई बोलियां मिली हैं। विनिवेश प्रक्रिया की निगरानी करने वाले दीपम विभाग के सचिव तुहीन कांत पांडेय ने शनिवार को एक ट्वीट में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आईडीबीआई बैंक में सरकार और LIC की हिस्सेदारी के रणनीतिक विनिवेश के लिए कई अभिरुचि पत्र मिले हैं। (Latest News)
इसके साथ ही इस बैंक के विनिवेश की प्रक्रिया अब दूसरे चरण में पहुंचेगी जिसमें संभावित बोलीकर्ता वित्तीय बोलियां लगाने के पहले जांच-पड़ताल का काम पूरा करेंगे।
सरकार के साथ एलआईसी भी आईडीबीआई बैंक में अपनी कुल 60.72 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री करने की तैयारी में है। इसके लिए गत अक्टूबर में संभावित खरीदारों से बोलियां आमंत्रित की गई थीं। बोलियां लगाने की अंतिम तारीख 16 दिसंबर थी जिसे बाद में बढ़ाकर सात जनवरी कर दिया गया था।
IDBI Bank Latest Newsफिलहाल इस बैंक में सरकार और एलआईसी दोनों की मिलाकर 94.71 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इनमें से 60.72 प्रतिशत हिस्सेदारी की रणनीतिक बिक्री पूरी हो जाने के बाद सफल बोलीकर्ता आम शेयरधारकों से 5.28 प्रतिशत हिस्सेदारी की खरीद के लिए खुली पेशकश लेकर आएगा।
पहले निवेश एवं लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने कहा था कि संभावित खरीदारों के पास न्यूनतम 22,500 करोड़ रुपये की शुद्ध हैसियत होनी चाहिए। इसके अलावा बोलीकर्ता के लिए पिछले पांच में से तीन साल शुद्ध लाभ की स्थिति में भी होना होगा।