मायावती ने भतीजे आकाश को बनाया मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक, चुनाव की भी कमान

Mayavati 1
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 05:42 AM
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UP News : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने एक बार फिर अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी का मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किया है। यह निर्णय रविवार, 18 मई 2025 को दिल्ली में हुई पार्टी की उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया, जिसमें देशभर से वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए थे। इस नई भूमिका में आकाश आनंद पार्टी के तीन राष्ट्रीय समन्वयकों राज्यसभा सांसद रामजी गौतम, रणधीर बेनीवाल और राजाराम के ऊपर होंगे, जो सीधे उन्हें रिपोर्ट करेंगे। इसके अलावा, उन्हें आगामी चुनावों में पार्टी के प्रचार अभियान की कमान भी सौंपी गई है, जिससे बसपा में युवा नेतृत्व को प्रोत्साहन मिलेगा।

अनुशासनहीनता के आरोपों के चलते आकाश पार्टी से थे निष्कासित

गौरतलब है कि मार्च 2025 में मायावती ने अनुशासनहीनता के आरोपों के चलते आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। हालांकि, 13 अप्रैल को आकाश ने सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और भविष्य में किसी भी राजनीतिक निर्णय में रिश्तेदारों या सलाहकारों की सलाह न लेने का संकल्प लिया। मायावती ने उनकी माफी स्वीकार करते हुए उन्हें पार्टी में पुन: शामिल किया, लेकिन उस समय कोई पद नहीं सौंपा गया था।

युवा नेतृत्व को सशक्त करने से युवाओं में जोश

अब, मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक के रूप में आकाश आनंद की नियुक्ति बसपा में संगठनात्मक मजबूती और आगामी चुनावों में प्रभावी रणनीति के संकेत के रूप में देखी जा रही है। मायावती ने उम्मीद जताई है कि आकाश पार्टी और आंदोलन के हित में पूरी निष्ठा और सावधानी से कार्य करेंगे। यह निर्णय बसपा के भीतर युवा नेतृत्व को सशक्त करने और पार्टी की नई दिशा की ओर संकेत करता है। UP News

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खुशखबरी! देश की पहली विस्टाडोम ट्रेन अब यूपी में, जंगल सफारी का मिलेगा अद्भुत आनंद

Vistadom train
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:45 AM
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UP News : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इको टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम उठाया है। राज्य में अब पर्यटक विस्टाडोम कोच के जरिए जंगल सफारी का लुत्फ उठा सकते हैं। कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य से दुधवा टाइगर रिजर्व तक की यह ट्रेन यात्रा न सिर्फ रोमांच से भरपूर है, बल्कि भारत की पहली विस्टाडोम ट्रेन सेवा भी बन गई है जो पूरे साल उपलब्ध रहेगी।

क्या है विस्टाडोम ट्रेन?

विस्टाडोम कोच एक खास किस्म का ट्रेन कोच है जिसमें बड़े कांच के विंडोज, पारदर्शी छत, और 360-डिग्री व्यू की सुविधा होती है। इसका मकसद पर्यटकों को प्राकृतिक सुंदरता, वन्यजीव और जैव विविधता का करीबी अनुभव देना है और वह भी किफायती दामों पर। इस ट्रेन का प्रारंभिक स्टेशन बिछिया (बहराइच) है। मैलानी (लखीमपुर खीरी) तक यह 107 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इस दूरी को तय करने में लगभग 4 घंटे 25 मिनट का समय लगेगा। इस बीच यह ट्रेन नौ स्टेशनों से होकर गुजरती है। जिसमें बिछिया, मंझरा पुरब, खैराटिया बांध रोड, तिकुनिया, बेलरायन, दुधवा, पलिया कलां, भीरा खीरी, मैलानी स्टेशन होंगे। UP News

किराया और सेवा की उपलब्धता:

किराया : 275 प्रति यात्री सेवा के दिन : हर शनिवार और रविवार (जल्द ही पूरे सप्ताह के लिए विस्तार की योजना) ट्रेन नंबर: 52259 (बिछिया से मैलानी — सुबह 11:45 से दोपहर 4:10 तक) 52260 (मैलानी से बिछिया — सुबह 6:05 से 10:30 तक) UP News

क्यों खास है यह ट्रेन यात्रा?

यह ट्रेन घने जंगलों, दलदली भूमि, चरागाहों और प्राकृतिक परिदृश्यों के बीच से गुजरती है। यात्रियों को बाघ, हिरण, हाथी जैसे वन्यजीवों और दुर्लभ पक्षियों को देखने का अवसर मिलता है। पर्यावरण संरक्षण और सतत पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में यह सेवा मील का पत्थर है। पर्यटन विभाग लखनऊ से कतर्नियाघाट तक का विशेष पैकेज तैयार कर रहा है, जिसमें सब्सिडी भी दी जाएगी। इससे राजधानी से दूर बैठे पर्यटक भी आसानी से जंगल सफारी का आनंद ले सकेंगे। UP News

दुधवा टाइगर रिजर्व और कतर्नियाघाट :

दुधवा टाइगर रिजर्व : भारत के चुनिंदा टाइगर रिजर्वों में से एक, जहां बाघों की अच्छी संख्या है। कतर्नियाघाट : गंगा की सहायक नदियों, दलदली इलाकों और गहरे जंगलों के कारण जैव विविधता का खजाना। उत्तर प्रदेश अब न सिर्फ सांस्कृतिक पर्यटन, बल्कि प्रकृति और रोमांच प्रेमियों के लिए भी बेहतरीन विकल्प बनता जा रहा है। विस्टाडोम कोच ट्रेन न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगी। अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं और एक यादगार यात्रा करना चाहते हैं तो यह सफर जरूर प्लान करें! UP News

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चार राज्यों से घिरा यूपी का ये जिला 'भारत का स्वीट्जरलैंड' कहलाता है

Sonbhadra
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 May 2025 11:18 PM
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UP News : भारत विविधताओं से भरा देश है, जहां हर राज्य और जिला अपने आप में अनोखी पहचान रखता है। लेकिन उत्तर प्रदेश का एक जिला ऐसा भी है जो अपनी भौगोलिक स्थिति, प्राकृतिक संपदा और ऐतिहासिक महत्व के कारण सबसे अलग माना जाता है। बात हो रही है सोनभद्र जिले की जो यूपी का एकमात्र ऐसा जिला जो चार अलग-अलग राज्यों से घिरा है।

भौगोलिक विशिष्टता

सोनभद्र की सीमाएं मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड इन चार राज्यों से मिलती हैं। यही कारण है कि इसे "चार राज्यों के संगम" के रूप में भी जाना जाता है। यह उत्तर प्रदेश का क्षेत्रफल के हिसाब से दूसरा सबसे बड़ा जिला है। सोनभद्र विंध्य और कैमूर पर्वत श्रृंखलाओं के बीच स्थित है, जो इसकी भौगोलिक बनावट को बेहद खूबसूरत और विविध बनाता है। यही वजह है कि जब भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू यहां आए, तो उन्होंने इसकी हरी-भरी वादियों और पहाड़ियों को देखकर इसे "स्विट्जरलैंड आॅफ इंडिया" की उपाधि दी।

नदियों का संगम

इस जिले में बहने वाली प्रमुख नदियां: सोन नदी : (जिसके नाम पर जिले का नाम पड़ा) रिहंद नदी : रिहंद भी यहां की दर्शनीय स्थलों में से एक है। कनहर, पांगन, और घाघरा : ये नदियां सोनभद्र की सुंदरता को और अधिक आकर्षक बनाती हैं। रिहंद और धांद्रोल बांध जैसे जलाशय भी यहां के दर्शनीय स्थल हैं। सोनभद्र को "भारत ऊर्जा राजधानी" कहा जाता है क्योंकि यहां देश के सबसे अधिक पावर प्लांट स्थित हैं। यहां स्थित कोयला खनन, थर्मल पावर और हाइड्रो पावर प्लांट उत्तर भारत की ऊर्जा आपूर्ति में अहम योगदान देते हैं। UP News

प्रमुख पर्यटन स्थल

सोनभद्र इतिहास, प्रकृति और अध्यात्म का सुंदर संगम है। यहां घूमने के लिए कई शानदार स्थल हैं: श्री रेंकेश्वर महादेव मंदिर विजयगढ़ किला अगोरी किला चंद्रकांता किला (जो चर्चित उपन्यास चंद्रकांता से जुड़ा है) सल्खान फॉसिल पार्क : करोड़ों साल पुराने जीवाश्मों का भंडार कैमूर वाइल्डलाइफ सेंचुरी : दुर्लभ वन्यजीवों का निवास मुखा जलप्रपात, धांद्रोल बांध : प्राकृतिक आनंद का केंद्र

पर्यटन और सांस्कृतिक दृष्टि से भी तेजी से हुआ विकसित

सोनभद्र को वर्ष 1989 में मिजार्पुर से अलग करके एक स्वतंत्र जिला बनाया गया था। इसके बाद से ही यह न सिर्फ खनिज और बिजली उत्पादन के लिए, बल्कि पर्यटन और सांस्कृतिक दृष्टि से भी तेजी से विकसित हुआ है। यदि आप भारत में किसी अनोखे, शांत और सुंदर पर्यटन स्थल की तलाश में हैं, तो सोनभद्र आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यहां प्रकृति, इतिहास और आधुनिक विकास का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता है। यह जिला उत्तर प्रदेश की शान और भारत की ऊर्जा और पर्यावरणीय धरोहर का प्रतीक है। UP News

गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) बना उत्तर प्रदेश का सबसे कमाऊ जिला

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