UP Political News : अखिलेश ने विधान परिषद चुनाव में कीर्ति कोल पर दांव लगाया
भारत
चेतना मंच
29 Nov 2025 12:44 PM
UP Political News : यूपी में प्रस्तावित विधान परिषद की दो सीटों पर हो रहे चुनाव में समाजवादी पार्टी ने मिर्जापुर की कीर्ति कोल को पर दांव लगाया है। अनुसूचित जनजाति की कीर्ति कोल मिर्जापुर के छानबे विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुकी हैं।
विधानसभा में सपा के 110, रालोद के आठ और सुभासपा के छह विधायक हैं। इन दिनों सुभासपा और सपा की राहें जुदा हो गई हैं। सपा में भी शिवपाल सिंह यादव अलग राह पर चल रहे हैं। इसके बाद भी सपा ने एक उम्मीदवार उतार कर अपने विधायकों को लामबंद रखने की रणनीति अपनाई है। भाजपा दोनों सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। इस चुनाव में विधायक मतदान करते हैं। मिर्जापुर निवासी कीर्ति कोल पूर्व सांसद भाईलाल कोल की बेटी हैं।
हाल के महीने में हुए विधानसभा चुनाव में हालांकि समाजवादी पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन उम्मीद के मुताबिक उसे सीटें नहीं मिली। लिहाजा, पार्टी सरकार बनाने के लिए विधायकों के जरूरी नंबर से काफी देर रह गई थी। पार्टी अब विधान परिषद में अपनी संख्या बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रही है।
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29 Nov 2025 12:44 PM
UP Political News : यूपी में प्रस्तावित विधान परिषद की दो सीटों पर हो रहे चुनाव में समाजवादी पार्टी ने मिर्जापुर की कीर्ति कोल को पर दांव लगाया है। अनुसूचित जनजाति की कीर्ति कोल मिर्जापुर के छानबे विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुकी हैं।
विधानसभा में सपा के 110, रालोद के आठ और सुभासपा के छह विधायक हैं। इन दिनों सुभासपा और सपा की राहें जुदा हो गई हैं। सपा में भी शिवपाल सिंह यादव अलग राह पर चल रहे हैं। इसके बाद भी सपा ने एक उम्मीदवार उतार कर अपने विधायकों को लामबंद रखने की रणनीति अपनाई है। भाजपा दोनों सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। इस चुनाव में विधायक मतदान करते हैं। मिर्जापुर निवासी कीर्ति कोल पूर्व सांसद भाईलाल कोल की बेटी हैं।
हाल के महीने में हुए विधानसभा चुनाव में हालांकि समाजवादी पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन उम्मीद के मुताबिक उसे सीटें नहीं मिली। लिहाजा, पार्टी सरकार बनाने के लिए विधायकों के जरूरी नंबर से काफी देर रह गई थी। पार्टी अब विधान परिषद में अपनी संख्या बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रही है।
Breaking News : उप्र भाजपा में बड़ा उलटफेर, संगठन मंत्री बंसल की छुट्टी
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 04:55 AM
New Delhi/Lucknow : नई दिल्ली/लखनऊ। राजनीतिक गलियारों से एक बड़ी खबर आ रही है। खबर यह है कि उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में सत्ता के विरोध का केन्द्र बन चुके संगठन मंत्री सुनील बंसल को उप्र से वापस बुला लिया गया है। बताया जा रहा है कि श्री बंसल व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच 36 का आंकडा चल रहा है।
भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री सुनील बंसल को अपने पद से हटा दिया है। सुनील बंसल को तेलंगाना में पार्टी को मजबूत बनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। अगले वर्ष तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले वे राज्य में पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे। इसी वर्ष हैदराबाद में पार्टी ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी का आयोजन कर तेलंगाना को लेकर अपनी प्राथमिकता स्पष्ट कर दी थी।
सुनील बंसल को 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश का को-इंचार्ज बनाया गया था। इस चुनाव में भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 80 में से 73 लोकसभा सीटें जीतने का रिकॉर्ड बनाया था। इस चुनाव में वे अमित शाह का साथ दे रहे थे। इसके बाद उन्हें प्रदेश का संगठन मंत्री बनाया गया और उनके कार्यकाल में भाजपा ने शानदार सफलता हासिल की। 2017 और 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता में लाने का श्रेय भी सुनील बंसल को ही दिया जाता है। उन्हीं के नेतृत्व में 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया था। पार्टी का मानना है कि वह तेलंगाना में भी पार्टी को शानदार सफलता दिलाने में सफल रहेंगे।
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02 Dec 2025 04:55 AM
New Delhi/Lucknow : नई दिल्ली/लखनऊ। राजनीतिक गलियारों से एक बड़ी खबर आ रही है। खबर यह है कि उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में सत्ता के विरोध का केन्द्र बन चुके संगठन मंत्री सुनील बंसल को उप्र से वापस बुला लिया गया है। बताया जा रहा है कि श्री बंसल व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच 36 का आंकडा चल रहा है।
भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री सुनील बंसल को अपने पद से हटा दिया है। सुनील बंसल को तेलंगाना में पार्टी को मजबूत बनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। अगले वर्ष तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले वे राज्य में पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे। इसी वर्ष हैदराबाद में पार्टी ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी का आयोजन कर तेलंगाना को लेकर अपनी प्राथमिकता स्पष्ट कर दी थी।
सुनील बंसल को 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश का को-इंचार्ज बनाया गया था। इस चुनाव में भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 80 में से 73 लोकसभा सीटें जीतने का रिकॉर्ड बनाया था। इस चुनाव में वे अमित शाह का साथ दे रहे थे। इसके बाद उन्हें प्रदेश का संगठन मंत्री बनाया गया और उनके कार्यकाल में भाजपा ने शानदार सफलता हासिल की। 2017 और 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता में लाने का श्रेय भी सुनील बंसल को ही दिया जाता है। उन्हीं के नेतृत्व में 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया था। पार्टी का मानना है कि वह तेलंगाना में भी पार्टी को शानदार सफलता दिलाने में सफल रहेंगे।
Up news : पुलिस हिरासत में हुई मौतों में यूपी नंबर वन, दो साल में हुईं 952 मौतें
UP Politics
भारत
चेतना मंच
01 Dec 2025 12:18 AM
Lucknow : लखनऊ। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (SP supremo Akhilesh Yadav) ने करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के नकली विकास की परतें खुलती जा रही हैं। खुद सरकारी आंकड़े ही सरकार की उपलब्धियों और झूठे दावों की पोल खोल रहे हैं। प्रदेश में कानून-व्यवस्था फेल हो गई है। पुलिस हिरासत में हुई मौतों में यूपी नंबर वन है।
सपा मुखिया ने कहा कि पुलिस की हिरासत में मौत होना हत्या के बराबर होता है। इस मामले में उत्तर प्रदेश का नंबर वन होना, प्रदेश की भाजपा सरकार पर कलंक है। वर्ष 2020-21 में पुलिस हिरासत में 451 मौतें हुईं, जबकि वर्ष 2021-22 में यह आंकड़ा बढ़कर 501 हो गया है। इस तरह वर्ष 2020 से 2022 के बीच भाजपा राज में प्रदेश में कुल 952 मौतें हुई हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के बाद से 22 करोड़ लोगों ने केंद्र सरकार में नौकरी के लिए आवेदन किया है। इनमें से महज 7 लाख 22 हजार 311 युवाओं को ही नौकरी मिली है।
भारत
चेतना मंच
01 Dec 2025 12:18 AM
Lucknow : लखनऊ। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (SP supremo Akhilesh Yadav) ने करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के नकली विकास की परतें खुलती जा रही हैं। खुद सरकारी आंकड़े ही सरकार की उपलब्धियों और झूठे दावों की पोल खोल रहे हैं। प्रदेश में कानून-व्यवस्था फेल हो गई है। पुलिस हिरासत में हुई मौतों में यूपी नंबर वन है।
सपा मुखिया ने कहा कि पुलिस की हिरासत में मौत होना हत्या के बराबर होता है। इस मामले में उत्तर प्रदेश का नंबर वन होना, प्रदेश की भाजपा सरकार पर कलंक है। वर्ष 2020-21 में पुलिस हिरासत में 451 मौतें हुईं, जबकि वर्ष 2021-22 में यह आंकड़ा बढ़कर 501 हो गया है। इस तरह वर्ष 2020 से 2022 के बीच भाजपा राज में प्रदेश में कुल 952 मौतें हुई हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के बाद से 22 करोड़ लोगों ने केंद्र सरकार में नौकरी के लिए आवेदन किया है। इनमें से महज 7 लाख 22 हजार 311 युवाओं को ही नौकरी मिली है।