विनय संकोची
Health : ‘मखाना’ (‘Fox Nut’)एक बेहद स्वादिष्ट और पौष्टिक खाद्य पदार्थ है, जिसमें अनेक प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं। मनुष्य और मखानों का संबंध सदियों पुराना है। कम कैलोरी (calories)और काफी अच्छी मात्रा में फाइबर(Fiber ) युक्त मखाना कमाल के स्वास्थ्य लाभों से भरा-पूरा है। यह एक आयुर्वेदिक हर्ब है, जिसके सेवन से शरीर को निरोग व पुष्ट रखने में बड़ी सहायता मिलती है। मखाना का वानस्पतिक नाम ‘यूरेल फेरॉक्स'(Eurail Ferox’) है। करीब 3000 वर्ष पूर्व चीन में सबसे पहले मखाने के पौधे की खेती शुरू हुई बताई जाती है। चीन से चलकर भारत, जापान और कोरिया पहुंचा मखाना अपने देश में तो धार्मिक महत्व भी रखता है। विभिन्न व्रत-पर्व पर मखाने की खीर बनाई-खाई जाती है।
100 ग्राम मखाने में 350 कैलोरी(calories,) के अतिरिक्त 9.7 फ़ीसदी प्रोटीन (protein) , 12.8 फ़ीसदी नमी(moisture,), 0.1 प्रतिशत हेल्दी फैट्स(healthy fats,) , 0.5 प्रतिशत सोडियम (sodium), 0.9 प्रतिशत फास्फोरस(phosphorus) , 1.4 मिलीग्राम आयरन(Iron) , 71.43 ग्राम कार्बोहाइड्रेट्स(carbohydrates), कैल्शियम(Calcium), एसिड (Acid)और विटामिन-ई (Vitamin-E) भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
आइए जानते हैं सेहत के साथी मखाना के कुछ विशेष गुणों से होने वाले लाभों के बारे में :
• मखाना एक प्राकृतिक शामक है, जो अनिद्रा को दूर भगाता है। मखाना तनाव को दूर कर शांत निद्रा लाने में सहायक है। इसे निंद्रा संबंधित रोगों के एक प्रभावी उपचार के रूप में मान्यता प्राप्त है।
• मखाना में पोटेशियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो खून के प्रवाह को सुसंचारित कर ब्लड प्रेशर को कम करता है। जिससे उच्च रक्तचाप में राहत मिलती है।
• मखाने शक्ति व ऊर्जा का उत्तम स्रोत होने के साथ वजन प्रबंधन में भी सहायता प्रदान करते हैं। मखाने के सेवन से शरीर में वसा की मात्रा में कमी आती है। मखाने में प्रोटीन अधिक मात्रा में होता है, जो शरीर की चर्बी को कम करने में मदद करता है। संतुलित मात्रा में नियमित मखाने खाने से मोटापे से मुक्ति मिल सकती है।
• मखाने मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक हैं। कहा जाता है कि मखाने के चार दाने सुबह खाली पेट सेवन करने से शुगर से मुक्ति पाई जा सकती है। जानकारों के अनुसार मखाने के सेवन से शरीर में इंसुलिन बनने लगता है और शुगर की मात्रा घटने लगती है, जो धीरे-धीरे समाप्त होती चली जाती है।
• मखाने जोड़ों के दर्द व गठिया जैसे रोगों में भी बहुत फायदा पहुंचाते हैं। इसका कारण है मखानों में पाया जाने वाला भरपूर कैल्शियम, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है।
• मखाने में मौजूद पोषक तत्व गुर्दे में जाने वाले तत्वों को छानने का काम करते हैं, जिससे किडनी में गंदगी जमा नहीं हो पाती है और किडनी स्वस्थ व मजबूत बनी रहती है।
• मखाने में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी एजिंग तत्व बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने का काम करते हैं, जिससे झुर्रियों से छुटकारा पाने में सहायता मिलती है। मखाना त्वचा में तैलीय तत्व को बनाए रखने में सहायक है, जिससे त्वचा में स्निग्धता बनी रहती है।
• मखाना हृदय रोग से बचाव का भी एक अच्छा उपाय है। उच्च रक्तचाप मधुमेह और मोटापे को हृदय रोग का कारण माना जाता है। मखाना उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है, मधुमेह और बढ़ते वजन को नियंत्रित करता है, जिससे हृदय रोग की होने की संभावना कम हो जाती है।
• गर्भावस्था में मखाने का सेवन लाभकारी है। एक शोध के मुताबिक गर्भावस्था व प्रसव के बाद की होने वाली कमजोरियों को दूर करने में मखाने का उपयोग किया जा सकता है।
• मखाने में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोवियल प्रभाव मिलते हैं। इन्हीं गुणों के कारण मखाने मसूड़े संबंधित सूजन और बैक्टीरियल प्रभाव के कारण होने वाली दांतों की सड़न को रोकने में मददगार होते हैं।
• यूं तो मखाना खाने से नुकसान के बारे में कोई प्रामाणिक वैज्ञानिक आधार उपलब्ध नहीं है, लेकिन ध्यान देने वाली बात है कि मखाने के ज्यादा सेवन से गैस और पेट में ऐठन होना संभव बताया जाता है। क्योंकि इसमें फाइबर अधिक मात्रा में होता है।
मखाना तमाम गुणों से भरपूर है, लेकिन फिर भी उपचार विशेष में मखाने के प्रयोग से पूर्व योग्य चिकित्सा विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें, यह आवश्यक है।